अनचाहा रिश्ता - Novels
by Veena
in
Hindi Love Stories
(अब तक आपने देखा स्वप्निल और मीरा दोनों के एक दूसरे के खिलाफ इस तरह मानो किसी धागे के दो अलग-अलग सीरे, दोनों का अलग-अलग स्वभाव होने के कारण दोनों में अब तक काम के अलावा और कोई बात मिली नहीं अब आगे )मीरा को ऑफिस में काम करते हुए एक महीना होने को आया था। स्वप्निल ने उसे केबिन में बुलाया स्वप्निल : क्या ये रिपोर्ट तुमने बनाई है ?मीरा : बॉस प्रोजेक्ट तो मेरा है लेकिन रिपोर्ट्स बदल दिए गए है । मेरे बनाए रिपोर्ट अभी भी सर्वर पर सेव है में दिखाती हू। स्वप्निल : पता था मुझे तुम
(अब तक आपने देखा कि किसी खास मकसद से समीर ने मीरा को स्वप्निल के अंडर काम करने के लिए चुना है. जहां पहले ही दिन स्वप्निल मीरा को डाॅमिनेट करने की कोशिश करता है वही मीरा भी उसे ...Read Moreदेती है कि वह इतनी आसानी से किसी की बातों में आने वालों में से नहीं है अब आगे.....)मीरा अपने आप से बातें करते हुए जाती है "अब क्या कर दिया मैंने, जो भी कहा वही तो किया था, पता नहीं इन को क्या चाहिए हर चीज से प्रॉब्लम हैखडूस कहीं के, सही कहते हैं डॅड सूरत अच्छी होने से
(अब तक आपने देखा स्वप्निल और मीरा दोनों के एक दूसरे के खिलाफ इस तरह मानो किसी धागे के दो अलग-अलग सीरे, दोनों का अलग-अलग स्वभाव होने के कारण दोनों में अब तक काम के अलावा और कोई बात ...Read Moreनहीं अब आगे )मीरा को ऑफिस में काम करते हुए एक महीना होने को आया था। स्वप्निल ने उसे केबिन में बुलाया स्वप्निल : क्या ये रिपोर्ट तुमने बनाई है ?मीरा : बॉस प्रोजेक्ट तो मेरा है लेकिन रिपोर्ट्स बदल दिए गए है । मेरे बनाए रिपोर्ट अभी भी सर्वर पर सेव है में दिखाती हू। स्वप्निल : पता था मुझे तुम
( अब तक आपने पढ़ा कि समीर की कही बाते स्वप्निल को मीरा की तरफ अलग नज़रिए से देखने के लिए मजबूत कर रही थी। अब आगे ) अगले ही दिन सुबह सुबह फिर एक घटना हुई। कंपनी के ...Read Moreमें एक तरफ स्वप्निल अपनी कार से बाहर निकल रहा था ओर दूसरी तरफ मीरा अजय के साथ बाइक पर थी। स्वप्निल ने एक गुस्सेभरी नजर से देखा और कुछ कहे बिना वहा से बाहर चला गया। मीरा औेर अजय ने आशचर्य भरी नजरो से एक दुसरे को देखा। स्वप्निल वहा से सीधा अपने केबिन में जाकर समीर के आने की राह
( अब तक आपने पढ़ा, स्वप्निल की तसल्ली के लिए समीर मीरा से उसके कुछ निजी सवाल पूछ लेता है। जिस के बाद स्वप्निल ओर मीरा गलती से एक ही जगाह शादी पर जा रहे थे अब आगे)स्वप्निल अपनी ...Read Moreपार्किंग में लगाता है। तब उसे ध्यान आता है कि मीरा ने उसके डाटने के बाद से कुछ भी नहीं कहा है। उसे गिल्टी फील होता है। गुस्से भरे मौहौल को हल्का करने के लिए, वो मीरा से कहता है....स्वप्निल: चलो देखते हैं कि अंदर आखिर चल क्या रहा है ? कौन किस से शादी कर रहा है ? स्वप्निल की
अब तक आपने पढ़ा किस तरह अपनी शादी तोड़ने के लिए स्वप्निल मीरा का इस्तेमाल करता है। बाद में पैर मूड जाने की वजह से वो उसे अस्पताल ले कर आता है अब आगे)दोनों कार से कहीं जा रहे ...Read More: ऐसा कैसे कर सकते है ये लोग???स्वप्निल: किस बारे में बात कर रही हो ?मीरा : वहीं सिली मिस्टेक जो उन्होंने इस रिपोर्ट में की ??? Mrs. लाइक क्या साड़ी पहननेसे मेरी शादी हो जायेगी ??स्वप्निल : उनकी गलती नहीं है । में फॉर्म फील कर रहा था....मीरा : आप ने ये किया। आप मुझे सताने के नए नए
उस रात के बाद मीरा का स्वप्निल की तरफ देखने का नजरिया बदल सा गया था। वो सोचना नहीं चाहती थी फिर भी उसी के बारे में सोचती। दूसरी तरफ स्वप्निल को लग रहा था शायद पिछली रात उसने ...Read Moreलिमिट क्रॉस कर दिए। उसे इस तरह किसी के सामने खुलना पसंद नहीं था पर उस वक़्त मीरा के सामने वो खुद को रोक नहीं पाया। इसी के चलते उसने एक फैसला लिया।अगले ही दिन सुबह सुबह मीरा उस से मिलने केबिन में आई।मीरा : गुड मॉर्निंग बॉस।स्वप्निल : गुड मॉर्निंग। मुझे तुमसे कुछ बात करनी है।मीरा : कहिए में
" ये क्या है मीरा ? तुम्हे पता है ना मेरी मीटिंग है। फिर भी तुम्हे अभी वो फाइल गुमानी थी। याद करो कहा रखी है।" स्वप्निल गुस्से में सुबह सुबह उस पर चिल्ला रहा था कि तभी ...Read Moreकेबिन में आता है।"क्या चल रहा है? पूरे केबिन को कबाड़खाना क्यों बना रखा है दोनो ने ? और तो और अभी मीटिंग है ? " समीर ने गुस्से में पूछा।"मीरा मैडम ने जल्दी जल्दी में फाइल कहीं गुमा दी है। खड़ी क्या हो अपना डेस्क चेक करो । याद करो आखरी बार कहा देखी थी।" स्वप्निल फिर से उस पर
प्लेन में बैठ मीरा और स्वप्निल अपनी मंजिल की ओर चल पड़े हैं।जिस जगह वो दोनो जा रहे है उस जगह के काफी सारे किसे और कहानियां है। हमारी सरकार के आदेश पर वहा के जंगल का कुछ हिस्सा ...Read Moreवहा एक रिसर्च सेंटर बनाने जा रहे है दोनो। वहा के जंगलों में आदिवासियों के एक कबीले का राज है। आज भी ये कबीला इंसानों से काफी कटा कटा सा रहता है। पेड़ इन के भगवान है और कुछ बाहर के लोग आकर उनके भगवान को छुए उन्हे पसंद नहीं। इसिवजह से आखरीबार यहां काम करने गए कुछ मजदूरों के
अब तक आपने पढ़ा की मीरा और स्वप्निल एक अनजानी जगह आकर रह गए हैं। जिंदगी में पहली बार उसे डर और फ़िक्र एक साथ सता रही थी। मीरा इतनी खास क्यों है ? या सिर्फ उम्र में छोटी ...Read Moreकी वजह से स्वप्निल उस की फ़िक्र करता था? या फिर शायद उसे उसी दिन वो पसंद आ गई थी जब उसने कहा था कि वो अपने पापा की कंपनी के लायक बनने के बाद उसे संभालेगी? स्वप्निल का हमेशा से मानना था लड़कियों को अपने डिसीजन खुद लेने चाहिए। उसने उस वक़्त मीरा की बुराई की थी। पर वो उसके
अब तक आपने पढ़ा, मीरा और स्वप्निल की शादी का फ़रमान सुना कर आदिवासियों माताई लौट गई अब आगे।उस छोटे से कमरे में चक्कर काटते हुए स्वप्निल अभी कुछ देर पहले हुई सारी घटनाएं अपने दिमाग में दौहरा रहा ...Read Moreनदी पर ले जाया गया, कुछ पवित्र मंत्र बुलवाकर नहाने पर मजबुर किया गया। फिर पूरे आदिवासियों के रिवाज के मुताबिक उसकी और मीरा की शादी करा दी गई थी। मीरा वो कितनी अलग लग रही थी उस दुल्हन के रुप में। उसने कभी नहीं सोचा था उसकी दुल्हन इस तरीके से उसकी जिंदगी में आएगी। वो क्या कर रहा
सुबह नौ बजे के आसपास स्वप्निल की आंख खुली उसने एक नजर अपने पास सो रही मीरा पर डाली। कितनी शांत और सुंदर लगती है वो सोते वक्त। मानो जैसे बोलना आता ही ना हो इसे पर उतनी ही ...Read Moreहैं जब झगडा करती है। अपने इन्हीं ख़यालो पर लगाम लगा वो असलियत में वापस आ गया।" हे भगवान ये क्या हो गया मुझसे। शादी । कैसे कर सकता हूं में ?" वो तुरंत बिस्तर से उठ अपने कमरे में चला गया। कमरे में जाते ही उस की नजर समीर पर पड़ी। दोनों एक दूसरे को देखते ही गले मिले।समीर :
"नहीं पापा मेरे बारे में एक बार सोचिए। में क्या करूंगी आपके बिना।" रोते हुई मीरा ने उसके पापा याने मि पटेल के पास जाने की कोशिश की।" नहीं बेटा वहीं रुक जा, वरना आज या तो ये नहीं ...Read Moreतो मे नहीं" हात में पकड़ रखी बंदूक को स्वप्निल की तरफ कर मि पटेल ने मीरा के बढ़ते कदमों को रोक दिया।कुछ समय पहले,अंदमान के एयरपोर्ट पर मीरा, स्वप्निल और समीर अपनी उड़ान के इंतेज़ार में बैठे थे। सुबह हुई बहस में अभी भी मौहोल गर्म था। " कॉफी लेकर आए, यहां बैठकर काफी बोर हो गए है।" समीर ने
"क्या हुआ?" स्वप्निल ने उसे पूछा.........स्वप्निल के इस सवाल से मानो वो दंग रह गई। उसने अपने आसपास देखा यहा सिर्फ अनजान लोग थे और एक तरफ स्वप्निल दूसरी ओर समीर था। वो समझ गई जो उसने थोड़ी देर ...Read Moreजिया वो हक़ीक़त नहीं सिर्फ एक सपना था। " पर थोड़ा ज्यादा ड्रामा नहीं हो गया।" उसने अपने आपसे सवाल किया। स्वप्निल अभी भी अपने जवाब के इंतेज़ार मे था उसने वहीं सवाल फिर दोहराया।" नहीं। मैंने बस अभी अभी कुछ ओर सोचा है। हमारी समस्या के बारे में।" इस बार जवाब देना मीरा को जरूरी लगा।" अब क्या सोचा तुमने।
दिन बीत रहे थे। धीरे धीरे ही सही पर एक अच्छी दोस्ती की शुरुवात तो हो रही थी। मीरा की पसंद नापसंद से लेकर सारी बातो का ध्यान रखता स्वप्निल। अब उसे फिक्र है ये बात तो मीरा भी ...Read Moreगईं थीं। शाम को दोनो ऑफिस के बाद घूमते , रात का खाना खाते फिर वो मीरा को घर छोड़ता। मानो दिन कब खत्म हो जाता पता नहीं चल रहा था। रात में फिर सुबह का इंतेज़ार होता। दोस्ती कितनी ख़ूबसूरत होती है। खास कर जब वो दोस्त आपका जीवनसाथी हो।" अब ओर क्या खरीदी करना है मीरा तुमने पूरी
उन दोनों ने एक एक कर करीबन ८ से १० जोड़ी कपड़े पहन कर दिखाए। इस बात को सुन स्वप्निल के चेहरे पर जो डर था अब मानो वो गायब हो गया था। वो याद कर रहा था मीरा ...Read Moreउसे समझाया जो था।" हा हम इनकी मदद के लिए आए है। हम सारे कपड़े ट्राई करेगें ये दोनो सोफे पर बैठ देखेंगे इनको जो भी पसंद आए वो चुन कर ये पहनेंगे आसन है " मीरा ने कहा।" आप करेंगे ना बॉस, इस तरह हमारी भी तैयारियां हो जाएंगी अगर जल्द जरूरत पड़ी।" उसकी उन बातो को सुन उसने एक
जगह : एक आलीशान होटलमीरा अपनी जगह से उठी वाइन का भरा हुआ ग्लास उठाया, पास ही के टेबल पर बैठी रोमा के पास जाकर रुकी, वाइन का ग्लास टेबल पर रख पर्स मे से तीन लाख का चेक ...Read Moreऔर रोमा को थमा दिया।मुस्कुराते हुए रोमा ने कहा, " ये किस लिए?" मीरा ने वाइन का ग्लास उसके सर पर उधेड़ दिया, " इस लिए!!! तुम्हारी एक लाख की ड्रेस और दो लाख प्लास्टिक सर्जरी के लिए क्योंकि इस के बाद तुम इन लोगो को अपना ये मुंह दिखा जो नहीं पावोगी।"रोमा ने अपना हाथ मीरा को थप्पड़ मारने के
" गुस्सा मुझे आना चाहिए ना की तुम्हे।" स्वप्नील ने गाड़ी चलाते हुए उसकी तरफ नजर डाली। मीरा अभी भी कुछ बोलने के लिए तैयार नहीं थी।" नाराज भी मुझे होना चाहिए ना की तुम्हे।" उसके बाद भी मीरा ...Read Moreस्वप्निल को नजरंदाज करना जारी रखा। उसने लेफ्ट ले कर आखिरकार अपनी गाड़ी रोक दी। वो जैसे ही मीरा से बात करने उसकी तरफ घूमा। मीरा उसके सीने से लिपट गई।" सॉरी। मुझे पता है आप नाराज है। मुझसे गुस्सा है। लेकिन फिर भी मुझे अपने किए का कोई पछतावा नहीं है। प्लीज नाराज मत होए। प्लीज।" अपनी बात खत्म
आखिरकार एक लंबा दिन या यू कहे लंबी सी शाम खत्म हुई । अब एक शाम मे इस से ज्यादा हादसे तो नही हो सकते। नहीं हो सकते ना ????पार्टी की तैयारियों मे दो दिन हवा की तरह उड़ ...Read Moreपार्टी की शाम। मुंबई का आलीशान होटल। मि. पटेल सबको वेलकम कर रहे थे।अजय : क्या बात है ? इतनी अच्छी ड्रेस पर सड़ी सी शक्ल क्यो बनाई है ?" अकेले क्या कर रहे हो ? आरती कहा है ?" मीरा को उस के सवाल का जवाब देना जरूरी नही लगा।" बात क्यो बदल रही है ? पहले मुझे जवाब
" तुम!!!! तुम्हे क्या जरूरत थी। उस लड़के के साथ ऐसा मज्ज़ाक करने की?? बेचारा कितना शर्मिंदा महसूस कर रहा था। और वो तुम्हे दीदी क्यो बुला रहा था ? " मि पटेल ने काफी कोशिश कर आखिर मे ...Read Moreपर अपनी आवाज ऊची की।" डैड। शांत हो जाइए। आपसे नही होता फिर भी क्यो कोशिश कर रहे हैं डाटने की। मजा तो आपको भी आया ना।" मीरा ने उन्हें समझाते हुए कहा।" अरे बेटा पर वो हमारे मेहमान थे। लोगो को क्या लगेगा मैने कैसे संस्कार दिए है तुझे।" मि पटेल कुछ रोने जैसे हो गए ये देख अजय
" देखो मुझे घूमा फिरा के बात करने की आदत नही है। इसिलिए सीधे बात करूंगा, मीरा के बारे मे क्या सोचते हो ? " मिस्टर पटेल ने स्वप्निल से पूछा। मीटिंग के बाद बात करने के लिए वो ...Read Moreस्वप्निल को एक अलग केबिन मे ले गए। जहा उन्होंने वो काम शुरू किया जिसके लिए वो आज कंपनी आए थे। " वो हार्ड वर्किंग है। जल्दी काम सीखती है। लेकिन अभी भी वो एक बॉस की पोजिशन के काबिल नही हैं अभी भी निर्णय दिल से लेती है, ना की फायदे के बारे मे सोच कर। क्या यही जानना चाहते
" ये क्या किया आपने???" डॉक्टर के केबिन के बाहर बैठी मीरा ने रोते हुए कहा।" तुम्हारा मतलब क्या है मैने किया से ? तुम जानती हो उस वक्त हालात क्या थे। फिक्र मत करो मैं जानता हूं मैने ...Read Moreकिया है। तुम एक रात मैं प्रेगनेंट नही हो सकती।" स्वप्निल ने उसे धीरज धरने की सलाह दी।" हा। सही है। एक रात मे थोड़ी कोई प्रेगनेंट हो सकता है। सही।" मीरा ने अपने सारे खयालों को रोकने की कोशिश की।" अब तुम यहां बैठो। में वो लेकर आता हु। चेक अप के लिए।" स्वप्निल मेडिकल की ओर बढ़ा। हर
मिस्टर पटेल के कमरे मे आवाजे सुन अजय और मीरा चौक गए। घर मे उस वक्त दोनो के अलावा और कोई नही था।" तू यही रुक मे देख कर आता हु।" अजय ने कहा।" नही। रुक दोनो साथ चलते ...Read Moreमीरा ने कमरे मे से उसकी हाॅकी स्टिक उठा ली।" ये किस लिए ????" अजय।" चोर हुवा तो। ये खुद को बचाने के लिए है।" मीरा। वो दोनो धीरे धीरे उस कमरे की तरफ बढ़ रहे थे। मिस्टर पटेल ने अजय को सिर्फ इतना बताया था, की स्वप्निल से मीरा का साथ छुड़ाने के लिए वो कुछ करने वाले है। पर
मीरा और स्वप्निल ने एक दूसरे को देखा " क्या????" वहा खड़ा हर कोई चौक गया था। इस तरह बिना इंटरव्यू, कभी किसी को इस कंपनी मे नही चुना गया। आखिर इस लड़के में क्या खास बात है??????? समीर ...Read Moreस्वप्निल को शांत होने का इशारा किया। तभी मिस्टर पटेल की मीटिंग रूम मे एंट्री हुई।" हैलो एवरीबडी। मैने कहा था ना अब अक्सर हमारी मुलाकाते होंगी।" मिस्टर पटेल।" डैड। मुझे आप से बात करनी है?" मीरा ने मि पटेल का हाथ पकड़ते हुए कहा। वो स्वप्निल को पहचानने लगी थी। स्वप्निल को अपने ऊपर किसी और को कंट्रोल बिल्कुल मंजूर नहीं
कुछ सोचते हुए मीरा ने अजय से कहा, " मुझे तुझ से कुछ बात करनी है। आज शाम बाहर चले।" " तुझे बात करनी है तो जरूर जाएंगे। जब कभी तू कहे। सात बजे निकलते है।" इतना कह अजय ...Read Moreसे चला गया। मीरा के डिपार्टमेंट से बाहर निकलते ही उसने एक कॉल लगाया।" हैलो। मीरा ठीक है, पर थोड़ी परेशान है। नही अंकल आप के लिए नही, पर शायद आपकी वजह से। उसने कहा उसे कुछ बात करनी है। हम शाम को बाहर जा रहे है। अच्छा। क्या उसने आपसे सच मे हो चुका जमाई कहा????? अभी में कुछ नही
मीरा से मिली एक वार्निंग के बाद मिस्टर पटेल ने बोहोत सोचा। किसी और के लिए भला वो अपनी बेटी को अपने खिलाफ क्यों करे ? और लक्ष्मण को तो वैसे भी अब मीरा के डिपार्टमेंट मे नौकरी मिल ...Read Moreथी। तो क्यों ना से नो टू स्वप्निल की जगह से येस टू लक्ष्मण वाला मिशन पूरा किया जाए ? हा यही सही रहेगा। मीरा के दिल मे स्वप्निल के लिए नफरत जगाने की जगह लक्ष्मण के लिए प्यार जगाना आसान होगा। ये बाद पक्की कर उन्होंने उस हिसाब से अपना मिशन शुरू किया। लक्ष्मण को मीरा के ऑफिस मे एक
ये धप मीरा ने समीर को कंधे से उठा कर सीधा स्वप्निल के टेबल पर सुला दीया। तीनो के लिए वक्त वही रुक गया। पूरा केबिन मानो समीर की चीख से हिल गया। "आ..............." समीर की चीख सुन मीरा ...Read Moreतुरन्त अपने हाथ उसके कंधे से हटाएं। ५ मिनिट बाद केबिन का माहौल कुछ इस कदर था के समीर स्वप्निल की खुर्सी पर बैठ आइस पैक से अपने कन्धे सेक रहा था। तो दुसरी और स्वप्निल मीरा को समझा रहा था। " तुझे नही लगता की थोड़ी बोहोत सिम्पैथी मुझे भी मिलनी चाहिए।" समीर ने स्वप्निल को ओर देखते हुए कहा।" ऐसी हालत
" आप को शर्म नही आई ? ऐसे कैसे आप किसी अंजान लड़की से किसी के दबाव में शादी कर सकते है?" सारी कहानी सुनने के बाद सब से पहला सवाल जो अजय ने स्वप्निल से पूछा।" पूरी कहानी ...Read Moreतूझे सिर्फ हमारी शादी दिखी क्या ??? ये भी तो देख अगर ये हा नही कहते तो मुझे उस कबीले में शादी करनी पड़ती ??" मीरा ने गुस्सा होते हुए कहा।" तू पागल है क्या मीरा। तुझे बस एक फोन करना था। वो तेरे पापा है, तू उन्हे जानती है। मिस्टर पटेल। तुझे क्या लगता हैं, एक देहाती इंसान ने
मीरा को घर छोड़ने के बाद, स्वप्निल ने एक कॉल लगाया,फिर तुरंत कट कर दिया। कुछ देर इंतजार किया,फिर वही नंबर लगाया। सामने से पहली घंटी में तुरंत फोन उठाया गया। " हैलो।"" आप सोएं नही अब तक ? ...Read Moreबज चुके है।" स्वप्निल ने पूछा। " नही। हम इंतजार कर रहे थे।" " आपको पता था मैं कॉल करूंगा। आपने फिर से मेरे पीछे जासूस छोड़े।" स्वप्निल ने झूठा गुस्सा दिखाते हुए कहा। " जब आपका इकलौता आपसे रूठा हूवा हो। तो किसे नींद आएगी ?" " पा..... सच में इतने सीरियस।" स्वप्निल ने मुस्कुराते हुए कहा।" हा हा हा …..... मतलब हमारे जासूस सच कह
DJ की आवाज़ हर तरफ गूंज रही थी। तभी पंडितजीने कहा " ये विवाह संपन्न हुआ।" ये सुन अजय, मीरा और उनके दोस्तों ने एक दूसरे को मुबारक बात देना शुरू किया।स्वप्निल और समीर मुस्कुराते हुए वही खड़े थे। ...Read Moreमीरा वहा आई। उसने समीर से हाथ मिलाकर अपनी खुशी जाहिर की। वही स्वप्निल से सीधा गले लग गई। उसकी इस हरकत को स्वप्निल कुछ पल समझ नही पाया। जैसे ही मीरा ने उसे छोड़ा, स्वप्निलने फिर से मीरा को अपने गले लगा लिया। कुछ देर पहले," नही। No। तुम्हे एक बार कही ना का मतलब समझ नही आता क्या मीरा।
" डैड, आपको पता है, आपके वकील कितनी बड़ी परेशानी खड़ी कर सकते थे हमारे लिए ?" मीरा का गुस्सा सातवें आसमान पर था।" वह वहां तुम्हें छुड़ाने आए थे मीरा। वो सब जाने माने वकील है। अपनी पूरी ...Read Moreके साथ तुम्हारे लिए आए थे। तुम्हारी हिम्मत कैसे हुई उनके बारे में यह सब बोलने की?" मिस्टर पटेल ने भी अपनी आवाज ऊंची की। " मेरे बॉस मुझे पहले ही मुझे छुड़ा चुके थे। आपको फिक्र करने की जरूरत ही नहीं थी और जब वह वहां पर थे और अजय भी तो था मेरे साथ।" मीरा ने मिस्टर पटेल के
समीर को जैसे ही खबर मिली, वो तुंरत सब काम छोड़ पहले हॉस्पिटल पोहचा। " अब कैसे है मिस्टर पटेल ?" समीर ने स्वप्निल से पूछा।" डॉक्टर ने कहां अभी खतरे से बाहर है।" स्वप्निल की बात सुन समीर ...Read Moreचैन की सांस ली। " और मीरा ?" समीर ने आस पास देखते हुए पूछा। " बड़ी मुश्किल से उसे कुछ खाने भेजा है उस अजय के साथ। रो रो कर उसने अपना बुरा हाल कर रखा है। कितना समझा रहा हूं, समझती ही नहीं।" स्वानिल ने अपने सर पर हाथ मारते हुए कहा। " इकलौते बाप है उसके। बुरा तो लगेगा ना उसे।
दूसरे दिन सुबह सुबह मीरा को अस्पताल से फोन आया। मीरा जब अस्पताल पहुंची उसने देखा उसके पिता अब बिना ऑक्सीजन के सांस ले रहे थे। वह रोते हुए अपने पिता के पास गई और उनके गले लग गई। ...Read Moreपटेल मीरा के जज़्बात समझ रहे थे। अब उनका गुस्सा भी कल से काफी कम हो चुका था। लेकिन ऐसा क्या हुआ जो मिस्टर पटेल ने अपना नाटक एक दिन में ख़त्म कर दिया। कुछ घंटों पहले.........जैसे ही स्वप्निल ने मिस्टर पटेल को उठकर खाना खाते हुए देखा। उसे यह बात समझने में देर नहीं लगी कि मिस्टर पटेल सिर्फ नाटक कर
"आपको यह अजीब नहीं लगता ?" स्वप्निल के गाड़ी में बैठी मीरा ने पूछा।" मैं समझ नहीं पा रहा हूं तुम्हें अजीब क्या लग रहा है ? गाड़ी है । हम दोनों बैठे हैं । गाड़ी चल रही है ...Read Moreचलाने वाला तुम्हारा पति है। कुछ भी अजीब नहीं है।" स्वप्निल ने जवाब दिया।" लेकिन मैं इन सब चीजों के बारे में बात नहीं कर रही हूं। मेरा मतलब है । 3 दिनों में कितना कुछ हो गया। हमने डैड को सब बता दिया। उसके बाद उन्हें हार्ट अटैक आ गया। उसके बाद वह ठीक भी हो गए । और