Why did he commit suicide book and story is written by Kishanlal Sharma in Hindi . This story is getting good reader response on Matrubharti app and web since it is published free to read for all readers online. Why did he commit suicide is also popular in Moral Stories in Hindi and it is receiving from online readers very fast. Signup now to get access to this story.
उसने आत्महत्या क्यो की - Novels
by Kishanlal Sharma
in
Hindi Moral Stories
"क्या बात है रमेश?काफी परेशान लग रहे हो।"रमेश के चेहरे पर नज़र पड़ते ही महेश बोला था।"कुछ नही"राााेे रमेश के गले से मरी सी आवाज निकली थी।वह महेेेश के पास नही रुका और कोने में रखी कुर्सी पर हारे हुए जुआरी की तरह बैठ गया।"तुम चाहे जुबा से कुछ मत कहो लेकिन तुम्हारा चेहरा बता रहा है,कोई बात है जरूर।लगता है भाभी से झगड़ा हो गया है।इसलिए रेस्ट के दिन भी ऑफिस चले आये हो।"रमेश ने महेश की बात को अनसुना कर दिया।उसका मन किसी से बात करने को नही कर रहा था।उसने अपना हाथ सिर पर रखकर आंखे
"क्या बात है रमेश?काफी परेशान लग रहे हो।"रमेश के चेहरे पर नज़र पड़ते ही महेश बोला था।"कुछ नही"राााेे रमेश के गले से मरी सी आवाज निकली थी।वह महेेेश के पास नही रुका और कोने में रखी ...Read More कुर्सी पर हारे हुए जुआरी की तरह बैठ गया।"तुम चाहे जुबा से कुछ मत कहो लेकिन तुम्हारा चेहरा बता रहा है,कोई बात है जरूर।लगता है भाभी से झगड़ा हो गया है।इसलिए रेस्ट के दिन भी ऑफिस चले आये हो।"रमेश ने महेश की बात को अनसुना कर दिया।उसका मन किसी से बात करने को नही कर रहा था।उसने अपना हाथ सिर पर रखकर आंखे
रमा,रमेश को चाहती थी।उससे प्यार करती थी।उसे अपना जीवन साथी बनाना चाहती थी।माँ बाप के विरोध के बावजूद उसने रमेश से शादी कर ली।प्यार और शादी में अंतर है।प्यार भावात्मक धरातल पर टिका होता है।जबकि शादी की नींव यथार्थ ...Read Moreज़मीन पर रखी जाती है।प्रेम अंधा होता हैं।प्रेम करने वाले ऐसे ख्वाब देखते है,जो शायद ही सच होते है।शादी दो दिलो का मिलन होता है।इस रिश्ते में समानता की बड़ी अहमियत होती है।अचानक स्थापित प्रेम संबंध में समानता जैसी बातो पर ध्यान नही दिया जाता।जो आगे चलकर अनेक परेशानियों को जन्म देता है।रमा ने भी अपने प्रेमी रमेश से शादी
लेकिन रमेश ने उसकी बात पर ध्यान नही दिया।ज्यों ज्यो बेटिका बड़ी हो रही थी।उनके खर्चे भी बढ़ रहे थे।आये दिन वे कोई नई फरमाइस कर देती।रमा उन्हें पिता के पास भेज देती।रमेश या तो उन्हें बहला देता या ...Read Moreदेता।इस बात पर रमा बिगड़ जाती,"अभी तो इनके दिन है।अगर माँ बाप के राज में अपने शौक पूरे नही करेंगी तो कब करेंगी।"रोज रोज की चिक चिक और झगड़े से बचने के लिए रमेश अपना ज्यादा समय घर से बाहर रहकर गुज़ारने लगा।एक दिन पिता का फोन आया,"बेटा शीला के रिश्ते की बात चल रही है।रिश्ता हो गया तो ,पेसो