पेहली मुलाकात - Novels
by Heer Jani
in
Hindi Love Stories
यह उन दिनों की बात है सर्दी का सीजन चल रहा था घर में शादी की तैयारी चल रही थी सब अपनी अपनी पैकिंग में लगे थे घर के एक कमरे में कपड़ों का ढेर लगाए कोई इस ...Read Moreबैठा था मानो जैसे उसकी ही शादी हो...तभी अंदर से किसी की आवाज आई और कितनी देर बस का टाइम होने वाला है ।। अभी आई माँ मैंने जवाब दीया फाइनली मेरी पैकिंग भी पूरी हुई सब अपना अपना सामान लेकर बस स्टैंड पर खड़े बस की राह देख रहे थे...सभी रूट की बस आ चुकी थी सिवाय हमारी बस के
यह उन दिनों की बात है सर्दी का सीजन चल रहा था घर में शादी की तैयारी चल रही थी सब अपनी अपनी पैकिंग में लगे थे घर के एक कमरे में कपड़ों का ढेर लगाए कोई इस ...Read Moreबैठा था मानो जैसे उसकी ही शादी हो...तभी अंदर से किसी की आवाज आई और कितनी देर बस का टाइम होने वाला है ।। अभी आई माँ मैंने जवाब दीया फाइनली मेरी पैकिंग भी पूरी हुई सब अपना अपना सामान लेकर बस स्टैंड पर खड़े बस की राह देख रहे थे...सभी रूट की बस आ चुकी थी सिवाय हमारी बस के
Part 2 ? मंडप में शादी की विधि शुरू हो गई थी और हम अबभी अपनी शरारतों में लगे हुऐ थे तभी पीछे से किसी की आवाज़ आई चलो सब बारातीओ को खाना खाने के लिए ...Read Moreरहे है इतने में वो जनाब... अरे वही रेड शर्ट और ब्लैक जीन्स वाले जनाब वहा से कहीं गायब हो गए थेहम सब सहेलिया पहोंची खाने के काउंटर की और मेने सोचा सवेरे बस में तो साथ नही थे यहा मंडप में मिले तो शायद लड़की वालों की तरफ से होंगे फ़िर तो यही कही मिल जाएंगे ये सोचकर मेने वापस अपनी नज़र इधर