प्रेग्नेन्सी : बदला लेने का नया तरीका - Novels
by Abhilekh Dwivedi
in
Hindi Fiction Stories
रुमानियत को सेलिब्रेट करने के लिए मौकों से ज़्यादा बहाने की ज़रूरत होती है इसलिए प्यार में पड़े हुए योगियों को योग्य दिन नहीं, बस ऐसे बहानों की ज़रूरत होती है जहाँ दो जिस्म एक जां हो जाए और ...Read Moreजिस्म की गर्मी से रूह भी इश्क़ से तर-ब-तर हो जाए। अब ऐसे में समर्थ और अनन्या को मौका और बहाना अच्छा मिला था। कुछ महीनों में करीब आने के बाद अनन्या का जन्मदिन भी था और समर्थ इस मौके को ख़ास भी बनाना चाहता था। इश्क़ जब नया-नया हो तो आशिक़ वो हर चीज़ करना चाहता है जो किसी ने पहले ना किया हो। कुछ भोर में अपनी महबूबा को शहर के बीच चौराहे में चूमते हैं तो कुछ पूरा मॉल बुक कर लेते हैं। समर्थ ने कुछ अलग सोचा था।
रुमानियत को सेलिब्रेट करने के लिए मौकों से ज़्यादा बहाने की ज़रूरत होती है इसलिए प्यार में पड़े हुए योगियों को योग्य दिन नहीं, बस ऐसे बहानों की ज़रूरत होती है जहाँ दो जिस्म एक जां हो जाए और ...Read Moreजिस्म की गर्मी से रूह भी इश्क़ से तर-ब-तर हो जाए। अब ऐसे में समर्थ और अनन्या को मौका और बहाना अच्छा मिला था। कुछ महीनों में करीब आने के बाद अनन्या का जन्मदिन भी था और समर्थ इस मौके को ख़ास भी बनाना चाहता था। इश्क़ जब नया-नया हो तो आशिक़ वो हर चीज़ करना चाहता है जो किसी