Tum bhi book and story is written by S Sinha in Hindi . This story is getting good reader response on Matrubharti app and web since it is published free to read for all readers online. Tum bhi is also popular in Love Stories in Hindi and it is receiving from online readers very fast. Signup now to get access to this story.
तुम भी - Novels
by S Sinha
in
Hindi Love Stories
आमतौर पर झारखंड में जून के दूसरे या तीसरे सप्ताह तक मानसून दस्तक दे ही देती है. इस वर्ष जरा देर से आयी, जून के आखिरी सप्ताह में. तपती गर्मी के बाद पहली बारिश होने से मिट्टी से उठती सोंधी महक हवा में फ़ैल चुकी थी. नेहा को यह महक बहुत अच्छी लगी. वह घर से बाहर निकल कर बैकयार्ड के बरामदे में कुर्सी पर बैठ कर बरसात और मिट्टी की गंध दोनों का आनंद ले रही थी.
बारिश काफी तेज हो चली थी साथ में हवा भी तीव्र गति से बहने लगी. उसने अपने बैकयार्ड में पपीते का पौधा लगाया था जो फलों और तेज हवा दोनों का बोझ एक साथ झेल न सका. पपीता का पौधा धराशायी हो गया. कुछ पके और कुछ अधपके फल पौधे से अलग हो कर जमीन पर बिखर गए. तभी अचानक बिजली चली गयी. शाम भी ढल चुकी थी, काफी अँधेरा था. उसने मोबाइल फोन का टॉर्च जलाया और वह अंदर गयी.
एपिसोड 1 - पुराने क्लासमेट नेहा और प्रेम का अचानक मिलना आमतौर पर झारखंड में जून के दूसरे या तीसरे सप्ताह तक मानसून दस्तक दे ही देती है. इस वर्ष जरा देर से आयी, जून के आखिरी सप्ताह में. ...Read Moreगर्मी के बाद पहली बारिश होने से मिट्टी से उठती सोंधी महक हवा में फ़ैल चुकी थी. नेहा को यह महक बहुत अच्छी लगी. वह घर से बाहर निकल कर बैकयार्ड के बरामदे में कुर्सी पर बैठ कर बरसात और मिट्टी की गंध दोनों का आनंद ले रही थी. बारिश काफी तेज हो चली थी साथ में हवा भी तीव्र
एपिसोड 2 - नेहा का तलाक कुछ दूर आगे जाने के बाद नेहा ने आगे की खिड़की खोल दी और कार को बैक कर बस स्टैंड के निकट रोका. इसी बीच एक तेज आती हुई कार से पानी की ...Read Moreछीटें उस आदमी के कपड़े और चेहरे पर पड़ीं. उसने रूमाल निकाल कर चेहरा साफ़ किया और बड़बड़ाया “ बास्टर्ड, कार है तो न जाने क्या समझता है अपने को ? देख कर नहीं चला सकता है ? “ नेह ने कार उस आदमी के निकट जा कर रोकी और वह उसे देखने लगी. पर उस आदमी ने अभी तक
एपिसोड 3 - पुराने साथी का जीवनसाथी बनना नेहा जब प्रेम के क्वार्टर पहुंची, वहां उसने ट्रक से प्रेम को सामान अनलोड करवाते देखा. उसने प्रेम को अंदर चल कर खाने के लिए कहा. जब तक वे दोनों चाय ...Read Moreकरते ट्रक से सामान उतर चुके थे. सामान बहुत ज्यादा नहीं थे इसलिए कोई खास समय नहीं लगा. पैकर ने डाइनिंग टेबल, सोफा और बेड प्रेम के कहने के अनुसार सेट कर दिया. प्रेम ने उसे फाइनल पेमेंट दे कर विदा किया. नेहा बोली “ ये कुछ कार्टन्स हैं, इन्हें भी हम दोनों मिल कर अनपैक कर लेते हैं. दोनों