Suni Aankhe book and story is written by Kishanlal Sharma in Hindi . This story is getting good reader response on Matrubharti app and web since it is published free to read for all readers online. Suni Aankhe is also popular in Moral Stories in Hindi and it is receiving from online readers very fast. Signup now to get access to this story.
सूनी आंखे - Novels
by Kishanlal Sharma
in
Hindi Moral Stories
"मारो क्या सोच
सरला के आदेश पर रमन ने गोली चलायी लेकिन भागते हुए आतंकी पर नही लगी।तब वह गुस्से में बोली,"ऐसे निshana लगाओगे।अगर तुम्हारा निसाना चूक गया तो आतंकी तुम्हे गोली मार देगा।गोली चलाते समय अर्जुन की तरह नज़र रखो
सरला ने इतना कहकर गोली चलायी और आतंकी ढेर हो गया।
रमन दिल्ली का रहने वाला था।औऱ कुछ समय पहले ही उसे कश्मीर भेजा गया था।युवा सब इंस्पेक्टर रमन को कश्मीर पुलिस की एन्टी टेररिस्ट टास्क फोर्स की इंचार्ज सरला के साथ अटेच कर दिया गया था।
सरला ,रमन की हमउम्र कश्मीरी युवती थी।लम्बे छरहरे बदन की गोरी चिट्टी सुंदर युवती जो देखने मे बेहद सीधी शर्मीली सी लगती थी।आतंकवादियों का पीछा करते समय आग उगलती सी नज़र आने लगती थी।आतंकवादियों को देखकर न जाने कहां से उसमे जोश आ जाता था।कोई भी आतंकवादी उससे जिंदा बचकर नही जा सकता था।
"मारो क्या सोचसरला के आदेश पर रमन ने गोली चलायी लेकिन भागते हुए आतंकी पर नही लगी।तब वह गुस्से में बोली,"ऐसे निshana लगाओगे।अगर तुम्हारा निसाना चूक गया तो आतंकी तुम्हे गोली मार देगा।गोली चलाते समय अर्जुन की ...Read Moreनज़र रखोसरला ने इतना कहकर गोली चलायी और आतंकी ढेर हो गया।रमन दिल्ली का रहने वाला था।औऱ कुछ समय पहले ही उसे कश्मीर भेजा गया था।युवा सब इंस्पेक्टर रमन को कश्मीर पुलिस की एन्टी टेररिस्ट टास्क फोर्स की इंचार्ज सरला के साथ अटेच कर दिया गया था।सरला ,रमन की हमउम्र कश्मीरी युवती थी।लम्बे छरहरे बदन की गोरी चिट्टी सुंदर युवती जो देखने
लेकिन किसी को नही बताती।तुमने अपने प्यार का इजहार किया है, तो तुम्हें मेरा अतीत बताना जरूरी है।हर हिंदुस्तानी लडकी की तरह सरला भी जवानी की दहलीज पर कदम रखते ही अपने भविष्य का सुनहरा सपना देखने लगी थी।हर ...Read Moreका सपना एक सा ही होता है।उसका भी सपना हर लड़की जैसा ही था।कोई राजकुमार घोड़ी पर बैठकर आयेगा, जो डोली में बैठाकर उसे ले जायेगा।सरला के जवान होते ही उसके पिता ने उसके लिए वर की तलाश शुरू कर दी थी।और कुछ दिनों की भागदौड़ के बाद उन्हें रमेश मिल गया था।रमेश डोडा का रहने वाला था।वह व्यसाय करता
शादी हो जाने के बाद बरात को विदा करने की तैयारी की जाने लगी।बस के ऊपर दहेज का सामान रखा जाने लगा।बाबुल का घर छोड़ने से पहले सरला कितना रोयी थी।बेटी को विदा करते समय उसके मां बाप का ...Read Moreरो रोकर बुरा हाल था।बस में सबसे पीछे की सीट पर दूल्हा दुल्हन रमेश और सरला बैठे थे।आगे की सीट पर रमेश की बहन और जीजा थे।बाकी लोग भी थे।और बस चल पड़ी थी।बुजुर्ग और अधेड़ लोग बातो में मसगूल थे।जवान युवक और युवतियां हंसी मजाक और नाच गानों में खोये थे।कश्मीर एक लंबे अरसे तक आतंकवाद से ग्रस्त रहा