बेटी का बदला - Novels
by S Sinha
in
Hindi Novel Episodes
“ क्या बात है , मैं कुछ दिनों से देख रही हूँ कि आजकल मुझ से कटे कटे रहते हैं ? मुझसे नाराज़ हैं क्या ? “ सीमा ने करवट बदलते हुए अपने पति सुरेश से कहा जो ...Read Moreओर मुँह घुमा कर सोया था. “ऐसा कुछ भी नहीं है , बस बिजनेस इतना ज्यादा बढ़ा रखा है कि दिन भर की भागदौड़ और माथापच्ची से थक जाता हूँ . और कुछ नहीं सो जाओ . “ सुरेश ने भी करवट बदलते हुए कहा “ जहाँ तक मैं जानती हूँ
“ क्या बात है , मैं कुछ दिनों से देख रही हूँ कि आजकल मुझ से कटे कटे रहते हैं ? मुझसे नाराज़ हैं क्या ? “ सीमा ने करवट बदलते हुए अपने पति सुरेश से कहा जो ...Read Moreओर मुँह घुमा कर सोया था . “ऐसा कुछ भी नहीं है , बस बिजनेस इतना ज्यादा बढ़ा रखा है कि दिन भर की भागदौड़ और माथापच्ची से थक जाता हूँ . और कुछ नहीं सो जाओ . “ सुरेश ने भी करवट बदलते हुए कहा “ जहाँ तक मैं जानती हूँ
Part 2 बेटी का बदला -2 पत्नी की बातें सुन कर सुरेश स्वयं रोने लगा था . सीमा ने उसके आंसू पोंछते हुए पूछा “ मैं आपकी पत्नी हूँ ...Read Moreआपको मुझे बताना चाहिए कि डॉक्टर ने ऐसा क्या कहा जिसे सुन कर आप इस तरह रो रहे हैं . आपको बताना होगा , यह मेरा हक़ बनता है और मुझे बताना आपका फ़र्ज़ भी . “ “ डॉक्टर ने कहा है कि अब मेरे पास बहुत कम वक़्त बचा है . तुम बेटी और दामाद को खबर कर दो और शाम को डॉक्टर मुझे डिस्चार्ज कर
Last Part - 3 ( अंतिम भाग ) बेटी का बदला -3 सीमा ने कहा “ और इसके बाद आप मेरे पापा को मोटी रकम दे कर मुझे ब्याह लाये ...Read More. पापा अपनी आर्थिक स्थिति से मजबूर थे जिसका भरपूर फायदा उठाने में आपने तनिक भी देर नहीं किया . आप सेठों की दुनिया शायद ऐसी ही होती होगी कि जहाँ मौका मिले गरीब अबला का शोषण करने से नहीं चूकती है . खैर अब छोड़िये इन बातों को मैं गीता को बुलाती हूँ , इस कड़वे अतीत को भूलना असम्भव है और खास कर आपने जो विश्वासघात