Le Chal Vahan book and story is written by zeba Praveen in Hindi . This story is getting good reader response on Matrubharti app and web since it is published free to read for all readers online. Le Chal Vahan is also popular in Love Stories in Hindi and it is receiving from online readers very fast. Signup now to get access to this story.
ले चल वहां - Novels
by zeba Praveen
in
Hindi Love Stories
कश्मीर की वादियों में बसा एक छोटा सा जिला कुलगाम जहां की रहने वाली थी मुस्कान, जिसके नाम में ही मुस्कान छुपा हो तो वह लड़की आखिर क्यों उदास घर के दरवाजे के पास बैठी हैं, यह सिर्फ़ एक दिन का नहीं हैं बल्कि पिछले दो महीने से यूही मायूस होकर दरवाजे की तरफ एक टक देखती रहती थीं।
" यह रोग मोहब्बत का हैं, इसका इलाज तो इसके महबूब के पास हैं मियां, जाइए ढूंढ के लाइए इनके महबूब को"
यह कहती हुई मुस्कान की चाची घर के अंदर आई, मुस्कान हल्की मुस्कुराहट के साथ उनको देखती हैं,
_चची जान, आप कब आएँ, आइए बैठिए, में तो यूंही बैठी थी ।
नज़दीक के खाट पर बैठी मुस्कान की चाची टोन कसते हुए कहती हैं :
क्या हो गया हैं आखिर कब तक उसका इंतजार करोगी, अब नहीं आने वाला वो, मैं तो भाई साहब से कह ही रही थी के वो लड़का ठीक नहीं हैं मुस्कान के लिए लेकिन किसी को मेरी बात कहा अच्छी लगती हैं, अरे घर में तो हर किसी के खिटपिट होता ही है, अच्छा भला मेरे बेटे यूनुस से करवा देती शादी तो तू आज राज करती राज।
कश्मीर की वादियों में बसा एक छोटा सा जिला कुलगाम जहां की रहने वाली थी मुस्कान, जिसके नाम में ही मुस्कान छुपा हो तो वह लड़की आखिर क्यों उदास घर के दरवाजे के पास बैठी हैं, यह सिर्फ़ एक ...Read Moreका नहीं हैं बल्कि पिछले दो महीने से यूही मायूस होकर दरवाजे की तरफ एक टक देखती रहती थीं।" यह रोग मोहब्बत का हैं, इसका इलाज तो इसके महबूब के पास हैं मियां, जाइए ढूंढ के लाइए इनके महबूब को"यह कहती हुई मुस्कान की चाची घर के अंदर आई, मुस्कान हल्की मुस्कुराहट के साथ उनको देखती हैं,_चची जान, आप कब