Mummatiya book and story is written by Dharm in Hindi . This story is getting good reader response on Matrubharti app and web since it is published free to read for all readers online. Mummatiya is also popular in Fiction Stories in Hindi and it is receiving from online readers very fast. Signup now to get access to this story.
मम्मटिया - Novels
by Dharm
in
Hindi Fiction Stories
मम्मटिया उपन्यास एक ऐसी स्त्री की कहानी है जो अपने जीवन में आयी तमाम मुश्किलों को झेलते हुये आगे चलती चली जाती है। एक अकेली स्त्री और सामने खडी पहाड सी मुश्किलें। साथ में अगर वो विधवा हो तो उसके लिये जिन्दगी और ज्यादा कठिन हो जाती है।
एक महिला कमला जो आगे बढकर अपने आप और अपने बच्चों को सुखी देखना चाहती है, वहीं दूसरी तरफ उसे दुख देकर पीछे धकेलने वाले लोग लगातार उसको हानि पहुंचाये जाते है। लेकिन वो स़्त्री इतनी जल्दी हार मानना नही चाहती ।
वो पहले ही अपनी जिन्दगी में बहुत कुछ खो चुकी है। अब उसे मुश्किलों से लडने का अभ्यास सा हो गया है। फिर वो क्योंकर पीछे हट जाये आखिर ये उसकी और उसके बच्चों की जिन्दगी का सवाल है।
मम्मटिया उपन्यास एक ऐसी स्त्री की कहानी है जो अपने जीवन में आयी तमाम मुश्किलों को झेलते हुये आगे चलती चली जाती है। एक अकेली स्त्री और सामने खडी पहाड सी मुश्किलें। साथ में अगर वो विधवा हो तो ...Read Moreलिये जिन्दगी और ज्यादा कठिन हो जाती है।
एक महिला कमला जो आगे बढकर अपने आप और अपने बच्चों को सुखी देखना चाहती है, वहीं दूसरी तरफ उसे दुख देकर पीछे धकेलने वाले लोग लगातार उसको हानि पहुंचाये जाते है। लेकिन वो स़्त्री इतनी जल्दी हार मानना नही चाहती ।
वो पहले ही अपनी जिन्दगी में बहुत कुछ खो चुकी है। अब उसे मुश्किलों से लडने का अभ्यास सा हो गया है। फिर वो क्योंकर पीछे हट जाये आखिर ये उसकी और उसके बच्चों की जिन्दगी का सवाल है।
मम्मटिया उपन्यास एक ऐसी स्त्री की कहानी है जो अपने जीवन में आयी तमाम मुश्किलों को झेलते हुये आगे चलती चली जाती है। एक अकेली स्त्री और सामने खडी पहाड सी मुश्किलें। साथ में अगर वो विधवा हो तो ...Read Moreलिये जिन्दगी और ज्यादा कठिन हो जाती है।
एक महिला कमला जो आगे बढकर अपने आप और अपने बच्चों को सुखी देखना चाहती है, वहीं दूसरी तरफ उसे दुख देकर पीछे धकेलने वाले लोग लगातार उसको हानि पहुंचाये जाते है। लेकिन वो स़्त्री इतनी जल्दी हार मानना नही चाहती ।
वो पहले ही अपनी जिन्दगी में बहुत कुछ खो चुकी है। अब उसे मुश्किलों से लडने का अभ्यास सा हो गया है। फिर वो क्योंकर पीछे हट जाये आखिर ये उसकी और उसके बच्चों की जिन्दगी का सवाल है।
मम्मटिया उपन्यास एक ऐसी स्त्री की कहानी है जो अपने जीवन में आयी तमाम मुश्किलों को झेलते हुये आगे चलती चली जाती है। एक अकेली स्त्री और सामने खडी पहाड सी मुश्किलें। साथ में अगर वो विधवा हो तो ...Read Moreलिये जिन्दगी और ज्यादा कठिन हो जाती है।
एक महिला कमला जो आगे बढकर अपने आप और अपने बच्चों को सुखी देखना चाहती है, वहीं दूसरी तरफ उसे दुख देकर पीछे धकेलने वाले लोग लगातार उसको हानि पहुंचाये जाते है। लेकिन वो स़्त्री इतनी जल्दी हार मानना नही चाहती ।
वो पहले ही अपनी जिन्दगी में बहुत कुछ खो चुकी है। अब उसे मुश्किलों से लडने का अभ्यास सा हो गया है। फिर वो क्योंकर पीछे हट जाये आखिर ये उसकी और उसके बच्चों की जिन्दगी का सवाल है।
मम्मटिया उपन्यास एक ऐसी स्त्री की कहानी है जो अपने जीवन में आयी तमाम मुश्किलों को झेलते हुये आगे चलती चली जाती है। एक अकेली स्त्री और सामने खडी पहाड सी मुश्किलें। साथ में अगर वो विधवा हो तो ...Read Moreलिये जिन्दगी और ज्यादा कठिन हो जाती है।
एक महिला कमला जो आगे बढकर अपने आप और अपने बच्चों को सुखी देखना चाहती है, वहीं दूसरी तरफ उसे दुख देकर पीछे धकेलने वाले लोग लगातार उसको हानि पहुंचाये जाते है। लेकिन वो स़्त्री इतनी जल्दी हार मानना नही चाहती ।
वो पहले ही अपनी जिन्दगी में बहुत कुछ खो चुकी है। अब उसे मुश्किलों से लडने का अभ्यास सा हो गया है। फिर वो क्योंकर पीछे हट जाये आखिर ये उसकी और उसके बच्चों की जिन्दगी का सवाल है।
मम्मटिया उपन्यास एक ऐसी स्त्री की कहानी है जो अपने जीवन में आयी तमाम मुश्किलों को झेलते हुये आगे चलती चली जाती है। एक अकेली स्त्री और सामने खडी पहाड सी मुश्किलें। साथ में अगर वो विधवा हो तो ...Read Moreलिये जिन्दगी और ज्यादा कठिन हो जाती है।
एक महिला कमला जो आगे बढकर अपने आप और अपने बच्चों को सुखी देखना चाहती है, वहीं दूसरी तरफ उसे दुख देकर पीछे धकेलने वाले लोग लगातार उसको हानि पहुंचाये जाते है। लेकिन वो स़्त्री इतनी जल्दी हार मानना नही चाहती ।
वो पहले ही अपनी जिन्दगी में बहुत कुछ खो चुकी है। अब उसे मुश्किलों से लडने का अभ्यास सा हो गया है। फिर वो क्योंकर पीछे हट जाये आखिर ये उसकी और उसके बच्चों की जिन्दगी का सवाल है।