Anjam-e-mohabbat book and story is written by Sarah in Hindi . This story is getting good reader response on Matrubharti app and web since it is published free to read for all readers online. Anjam-e-mohabbat is also popular in Love Stories in Hindi and it is receiving from online readers very fast. Signup now to get access to this story.
अंजामे मुहाब्बत - Novels
by Sarah
in
Hindi Love Stories
ठंडी हवा के झोंके पेड़ो को झूमने पर मजबूर कर रहे थे।शाम का धुंदलका छा रहा था। हर चीज सुर्खी लिए हुए महसूस हो रही थी।सूरज नीले आसमान पर अपनी मंजिल तय करता हुआ चारों तरफ सुर्खी बिखेर कर गायब होने के लिए तैयार था।परिंदे आशियानो की तरफ लौट रहे थे।चारों तरफ लगे बेशुमार ऊंचे ऊंचे पेड़ो लाखो परिंदो को पनाह दिए हुए थे।चिडियो कीचूं अब जोर पकड़ती जा रही थी। वो सहन में खड़ी इस मंजर को बहुत दिलचस्पी से देख रही थी। अंधेरा
ठंडी हवा के झोंके पेड़ो को झूमने पर मजबूर कर रहे थे।शाम का धुंदलका छा रहा था। हर चीज सुर्खी लिए हुए महसूस हो रही थी।सूरज नीले आसमान पर अपनी मंजिल तय करता हुआ चारों तरफ सुर्खी बिखेर कर ...Read Moreहोने के लिए तैयार था।परिंदे आशियानो की तरफ लौट रहे थे।चारों तरफ लगे बेशुमार ऊंचे ऊंचे पेड़ो लाखो परिंदो को पनाह दिए हुए थे।चिडियो कीचूं अब जोर पकड़ती जा रही थी। वो सहन में खड़ी इस मंजर को बहुत दिलचस्पी से देख रही थी। अंधेरा
PART 2 ...Read More हस्बे मामूल चिड़यो के बेतहाशा चहचहाने पर उसकी आंख खुल गई।अभी सूरज नहीं निकला था।वो फ्रैश हवा को महसूस करते हुए उठ गई ।नमाज़ और तिलावत से फ़ारिग होकर वो वॉक करने बाहर निकल आई ।
दूसरे दिन अस्र के वक़्त शमा उसे लेने आ गई थी।मम्मा ने भी उसे नही रोका था।वो उसके साथ चलते हुए पहली बार पुल पर से गुजर रही थी।तेज़ी से पुल के नीचे से गुजरता पानी झाग छोड़ते हुए ...Read Moreखौफजदा कर रहा था। गांव पहुंचकर उसने चैन का सांस लिया।लोग ऐसी नज़रो से उसे देख रहे थे जैसे पहली बार किसी शहर की लड़की को देख रहे हों।वो अपनी नागवारी छुपाते हुए शमा के पीछे उसके घर में दाखिल हो गई ।
अगली सुबह काफ़ी हलचल थी। शाहमीर के अक्सर रिश्तेदार आ चुके थे।मर्दान खाना अलग होने के बावजूद रिश्तेदार लड़के ज़नान खाने के चक्कर लगा रहे थे। ...Read More शाहमीर से बड़ा अली मीर अरमान को अजीब सा महसूस हुआ थाल हर लड़की को यूं घूरता जैसे इससे पहले कोई लडकी देखी न हो।उसकी बेबाकी किसी की नज़रों से छुपी न रही थी। शाहमीर ने उसे बताया था कि वो शुरू से ही अजीब तरह का मिज़ाज रखता था। ज़्यादा वक़्त डेरे पर