Broken with you... book and story is written by Alone Soul in Hindi . This story is getting good reader response on Matrubharti app and web since it is published free to read for all readers online. Broken with you... is also popular in Moral Stories in Hindi and it is receiving from online readers very fast. Signup now to get access to this story.
Broken with you... - Novels
by Alone Soul
in
Hindi Moral Stories
सुबह होगी थी शायद में बस बिस्तर पर लेटी थी थोड़ा सा उदासी सी थी दिल में एक अजीब सा जैसे दर्द सा लग रहा था जैसे किसी का दिल दुखा दिया हो मेरा फोन आज बहुत( vibrate)कर रहा था बस आख़ खोलने का दिल नहीं कर रहा था । थोड़ा टाइम लगा खिड़की के किनारे से कम्बल में से देखा कम्बक्त आज भी धूप निकली है । ( दर्शाल हमको ये ठंड के कोहरे बहुत आपनी तरह लगते है इसी लिए दिल लगा लिया था उनसे)सुबह 10:15 पर ........मेरा दिल नहीं लग रहा था थोड़ा बुफर पर किशोर जी का गाना लगा
सुबह होगी थी शायद में बस बिस्तर पर लेटी थी थोड़ा सा उदासी सी थी दिल में एक अजीब सा जैसे दर्द सा लग रहा था जैसे किसी का दिल दुखा दिया हो मेरा फोन आज बहुत( vibrate)कर ...Read Moreथा बस आख़ खोलने का दिल नहीं कर रहा था । थोड़ा टाइम लगा खिड़की के किनारे से कम्बल में से देखा कम्बक्त आज भी धूप निकली है । ( दर्शाल हमको ये ठंड के कोहरे बहुत आपनी तरह लगते है इसी लिए दिल लगा लिया था उनसे)सुबह 10:15 पर ........मेरा दिल नहीं लग रहा था थोड़ा बुफर पर किशोर जी का गाना लगा
एक सन्नाटा छा जाता है चुप चाप सब हो जाता है ये सड़क तक ना थरतगराती है चुप चाप सब हो जाता है कई जिश्मो में मुर्दे दफनाता है चुप चाप सब हो जाता है ...........एक सन्नाटा सा छा ...Read Moreथा , जब डॉक्टर मेरे पास आई आप मरीज की क्या है मेडम जी (एक अजीब सा डर दिल में बैठ गया था) पता नहीं लेकिन (हकलाते हुए) मै... मै... दोस्त हूं उसकी। नर्स- अच्छा ( मेरी तरफ शक की निगाह से घूरते हुए )मै - क्या हुआ है मेडम, प्रिया को खून निकलना बंद नहीं हुआ क्या मुझे बताइए मै क्या लाऊँउसके परिवार को क्या
ये जो बनारसी रंग है , आज भी जहा जाता है अपनी छाप दे जाता है। बस मन ले कर अपनी गंगा मईया के पास बैठ जाओ तुम तो वहीं रहोगे पर दिल , मन , ...Read More गहरे पानी में चले जाए गे क्यों साहबदो हफ्ते हो गए है ना , हा दो हफ्ते ही लगभग हो गए होगे प्रिया को गुम हुए क्या हुआ होगा उसके साथ ... क्या मतलब क्या होता है !!!! शब्दो के जाल मत बुनो तुम दो साल से यही बन्द हो?! दो हफ्ते बोल रही हो अंजली क्यों ? वकील ( किशोर प्रकाश)मै जानता हूं
अंजली, अंजली अंजली, उठो आज तो अपना बयान दर्ज करा दो ... क्या हुआ था कुछ तो बता दो .... (वकील साहब अपनी पूरी आश ले कर पहुंच गए थे ) क्या बे वकील तू फिर आ ...Read Moreसाले मना किया था ना निकल निकल बाहर तू ~अंजली { जब शोर ज्यादा होने लगा तब थानेदार साहब मुंह में पान खाते आए } क्या वकील बाबू अभी इंजेक्शन लगा है इस पागल को आप चले जाइए इसकी उम्र कैद को कोई नहीं टाल सकता है - थानेदार मगर वो बेगुहान है ये मै साबित कर के रहूंगा - वकील क्यों इतना दिलचस्पी है तुमको इस
{गजब ज़िन्दगी है हम राइटर की 500 सिगरेट , 15 घंटे बैठे बैठे पिछवाड़ा सुन्न हो जाता है , तब भी ये खाली पन्ना नहीं पूरा होता है , अरे रहने दीजिए दोस्तो तो हम कहा थे ??}प्रिया बेटा ...Read Moreकौन है - प्रिया की मां (मॉम हिंदी में मत बात किया करिए मेरा भी कोई स्टेटस है।बिचारी थोड़ा सा गुस्सा हुई और अपनी बेटी को समझने की जगह दिखावटी दुनिया में शामिल हो गई ) मै भी एक कोना पाक्कर बैठ गई और अमीर लोगो कि बेकार अवलादो को देख कर बस मजे लेने लगी तभी मेरे पास एक आदमी दोनों हाथो