कोख - Novels
by Kishanlal Sharma
in
Hindi Moral Stories
"सॉरी",डॉक्टर रत्ना,कृतिका का चेकअप करने के बाद बोली,"अब तुम कभी भी माँ नही बन सकती।"
कृतिका से प्रवीण की मुलाकात एक फैशन पार्टी में हुई थी।प्रवीण को कृतिका की सुंदरता ने मोहित कर लिया था।कृतिका, प्रवीण के सौम्य व्यवहार ...Read Moreव्यक्तित्व से प्रभावित हुई थी।पहली मुलाकात में ही दोनो ने एक दूसरे की तरफ दोस्ती का हाथ बढ़ाया और वे दोस्त बन गए।
"सॉरी",डॉक्टर रत्ना,कृतिका का चेकअप करने के बाद बोली,"अब तुम कभी भी माँ नही बन सकती।"कृतिका से प्रवीण की मुलाकात एक फैशन पार्टी में हुई थी।प्रवीण को कृतिका की सुंदरता ने मोहित कर लिया था।कृतिका, प्रवीण के सौम्य व्यवहार ...Read Moreव्यक्तित्व से प्रभावित हुई थी।पहली मुलाकात में ही दोनो ने एक दूसरे की तरफ दोस्ती का हाथ बढ़ाया और वे दोस्त बन गए।प्रवीण इंजीनियर था।कृतिका एंकर के साथ मॉडलिंग भी करती थी।दोस्त बननेके बाद रोज मुलाकात संभव नही थी क्योकि दोनो अपने अपने काम मे व्यस्त रहते थे।लेकिन वे फोन पर बात करना नही भूलते थे।फोन पर उनकी रोज बाते होती
"माँ बनकर ही औरत सम्पूर्ण कहलाती है।इसलिए हर औरस्त माँ बनना चाहती है।मैं भी।लेकिन अभी हमारी शादी को सिर्फ एक साल हुआ है।तुम जानते हो हमारी लाइन मे फिगर का बहुत महत्त्व है।इसलिए अभी से माँ बनकर मैं अपनी ...Read Moreनहीं बिगाड़ना चाहती,",कृतिका बोली,"अभी हमारी उम्र ही क्या है?बच्चे के बारे में कुछ साल बाद सोचेंगे।"पति ने समझाया था। माँ बनकर भी वह अपनी फिगर बनाये रख सकती है।लेकिन पति की बात उसने नही मानी औऱ वह पति के समझाने और मना करने के आईजूद वह अकली डॉ रत्ना के पास जा पहुंची।उसका चेकअप करने के बाद समझाया था,"गर्भपात कराना तुम्हारे