Tujse hai mera vasta book and story is written by ARUANDHATEE GARG मीठी in Hindi . This story is getting good reader response on Matrubharti app and web since it is published free to read for all readers online. Tujse hai mera vasta is also popular in Thriller in Hindi and it is receiving from online readers very fast. Signup now to get access to this story.
तुझसे है मेरा वास्ता - Novels
by ARUANDHATEE GARG मीठी
in
Hindi Thriller
एक हट्टा कट्टा आदमी , किचेन में खाना बना रहा था । डिश थी नॉन वेज में ' चिकन कोरमा ' । उसने पूरा खाना बनाया और कोरमे को हाथ में लेकर टेस्ट किया , उसमें उसे नमक कम लगा , तो उसने नमक की बरनी उठाई और स्वादानुसार नमक मिलाया और फिर चम्मच को कढ़ाई में चलाने लगा । तभी भागते हुए एक वृद्ध आदमी उसके पास आया और फिर घबराते हुए कहा ।
वृद्ध आदमी - छोटे हुकुम ..., बाहर डैनी आया है ।
खाना बना रहे आदमी ( ने एक बार वृद्ध आदमी को घूरा और फिर दोबारा अपना काम करते हुए बोला ) - कितनी बार समझना पड़ेगा तुम्हें...??? छोटे हुकुम नहीं , बल्कि सिर्फ हुकुम कहो । आइंदा से ये गलती दोबारा न होने पाए , वरना अंजाम के लिए तैयार रहना । क्यों आया है वह , उसे तो मैंने काम के सिलसिले में बाहर भेजा था ।
एक हट्टा कट्टा आदमी , किचेन में खाना बना रहा था । डिश थी नॉन वेज में ' चिकन कोरमा ' । उसने पूरा खाना बनाया और कोरमे को हाथ में लेकर टेस्ट किया , उसमें उसे नमक कम ...Read More, तो उसने नमक की बरनी उठाई और स्वादानुसार नमक मिलाया और फिर चम्मच को कढ़ाई में चलाने लगा । तभी भागते हुए एक वृद्ध आदमी उसके पास आया और फिर घबराते हुए कहा । वृद्ध आदमी - छोटे हुकुम ..., बाहर डैनी आया है । खाना बना रहे आदमी ( ने एक बार वृद्ध आदमी को घूरा और फिर