शनाया - सफर ए मोहब्बत - Novels
by Kapildeo
in
Hindi Love Stories
ये इश्क प्यार मोहब्बत न बड़ा ही टिपिकल होता है सच में कहें न तो ये मूवीज वैब सीरीज वाला से भी ज्यादा टफ होता है और हर एक के लाइफ से किसी न किसी मोड़ पर जरूर जुड़ा ...Read Moreहै।
वैसे तो इश्क की कोई एक परिभाषा नहीं है लेकिन मेरे हिसाब से क्लासरूम में किसी एक कोने में बैठकर चुप चाप किसी एक को देखते(निहारना) रहना और उसके बारे में सोचकर मकबूल हो के मंद मंद ही मुस्कुराना और जब नजरें आपस में टकरा जाए तो नजरें ऐसे हटा लेना , जैसे मानो की हम तो उसे देख ही नहीं रहे थे और ये बात उन्हें भी मालूम होना की हम तो सिर्फ उन्हें ही देख रहे थे, मेरे समझ से शायद इसे ही इश्क कहते हैं!
ये इश्क प्यार मोहब्बत न बड़ा ही टिपिकल होता है सच में कहें न तो ये मूवीज वैब सीरीज वाला से भी ज्यादा टफ होता है और हर एक के लाइफ से किसी न किसी मोड़ पर जरूर जुड़ा ...Read Moreहै।वैसे तो इश्क की कोई एक परिभाषा नहीं है लेकिन मेरे हिसाब से क्लासरूम में किसी एक कोने में बैठकर चुप चाप किसी एक को देखते(निहारना) रहना और उसके बारे में सोचकर मकबूल हो के मंद मंद ही मुस्कुराना और जब नजरें आपस में टकरा जाए तो नजरें ऐसे हटा लेना , जैसे मानो की हम तो उसे देख ही