Milan pur book and story is written by Mehul Pasaya in Hindi . This story is getting good reader response on Matrubharti app and web since it is published free to read for all readers online. Milan pur is also popular in Fiction Stories in Hindi and it is receiving from online readers very fast. Signup now to get access to this story.
मिलन पुर - Novels
by Mehul Pasaya
in
Hindi Fiction Stories
अरे बाजू हटो रे सब लोग वरना एक्सिडेंट हो जाएगा फिर कहना मत देख कर नहीं चलाते गाड़ी हाहहा
अरे ओ भाई इतनी ठंड इतनी गर्मी वाली बात किसको सुना रहे हो जाओ ना अपने रास्ते पे जहा जाना है वहा वरना रास्ता भी भूल जाओगे और फिर तुम भी नजर नहीं आओगे इस लिए बोल रहे है चुप चाप चले जाओ
एक मिनट में ये बोल रहा हूं कि मेरी गाड़ी का ब्रेक नहीं लग रहा है तो जरा बाजू में हट जाइए पर तुमको लगता है कुछ और सुनाई दिया
खैर वो छोड़ो भाई पहले तुम ये बताओ की तुम्हारा नाम क्या है और बिना ब्रेक वाली गाड़ी क्यू चला रहे हो
जी दरअसल मेरा नाम है रिशब कुंद्रा और में जस्ट ऐसे ही चला रहा था बिना बाइक वाली गाड़ी लेकिन है बिना किसीको नुकसान पहुंचाए मेने सब देख कर ये बाइक पे रेस लगाने की सोची है। जैसा तुम सोच रहे हो वैसे बिल्कुल नहीं है ठीक है भाई सो अब आप अपना इंट्रुड्क्शन देंगे
अरे बाजू हटो रे सब लोग वरना एक्सिडेंट हो जाएगा फिर कहना मत देख कर नहीं चलाते गाड़ी हाहहाअरे ओ भाई इतनी ठंड इतनी गर्मी वाली बात किसको सुना रहे हो जाओ ना अपने रास्ते पे जहा जाना है ...Read Moreवरना रास्ता भी भूल जाओगे और फिर तुम भी नजर नहीं आओगे इस लिए बोल रहे है चुप चाप चले जाओएक मिनट में ये बोल रहा हूं कि मेरी गाड़ी का ब्रेक नहीं लग रहा है तो जरा बाजू में हट जाइए पर तुमको लगता है कुछ और सुनाई दियाखैर वो छोड़ो भाई पहले तुम ये बताओ की तुम्हारा नाम
अरे बेटा इतनी जल्दी कैसे उठ गया वो हर दिन तो वो देर तक सोए रहेता हैहा मालकिन जी वो बहुत जल्दी उठ गया और रेडी हो कर कही पे चला भी गया है लेकिन कहा पे गया है ...Read Moreपता नहीं हैठीक है में देखती हूं आखिर कहा गया है वो इतनी जल्दी उठ कर खैर तुम अपना काम करके के नाश्ता करने आजाई ओकेजी अभी आए बस थोड़ा काम है वो करके आता हूं और हा वो ना टॉमी को जरा चोड़ दीजिए गा भुक लगी होगी तो में उसे खाना देदुंगा वरना कुछ बोलेगा तो नहीं पर
ओके चलो वैसे टाइम देखलो की सब स्टोर खुलने का वक़्त हुआ या नहीं वरना ऐसे ही फालतू में घूमना पड़ेगा और कुछ मिलेगा भी नहींअरे कोई नी वेट कर लेंगे और क्याठीक है फिरवैसे कल वाली गाड़ी मेने ...Read Moreदी क्यू की उस गाड़ी में ब्रेक नहीं थे तो सोचा क्या पता किसी की ठूक ना जाएअरे फ़ॉर व्हीलर है भाई कुछ नहीं होगा वैसे एट लीस्ट ब्रेक तो है ना भाईहा भाई ब्रेक है तुम फिकर ना करो ओकेअरे भाई भाई आगे देखोओह नो यार इतनी स्पीड में गाड़ी को कैसे रोकअरे ब्रेक मारो धीरे धीरे कम ऑनओके
देखो मम्मा मे किसको लेकर आया हू सरप्राइजअरे वाह बेटा फाइनली तुम मेरि बहू को ले आया मे कब से इस अकेले घर मे परेशान हो रही थी अब मेरे एंटरटेनमेंट की रानी आ गई है अब मुझे कोई ...Read Moreनही हैप्रनाम माजी कैसे है आप तबियत तो ठीक है ना आपकी और घर मे सब ठीक ठाक है ना वैसे हमे माफ कर दिजीये गा आपके बेटे से कुच ज्यादा ही लडाई हो गई थी इस लिये ये घर छोड कर जाना पडाकोई बात नही बेटा अब आ गई हो ना वही हमारे लिये काफी है घर का काम
" अरे मम्मी कहा हो चलो ना हमे जाना है बहार घुमने. कुच लाना भी है चलो चलो जल्दी से." अरे हा बेटा रुको मे आती हू थोडा सा वेट कर लो. आधे घंटे के बाद . . . ...Read More. . . . . ." अरे बेटा हम कब के आ गए बाज़ार से तुम क्या कर रहे हो." कुच नही मम्मी जो बस यही पे कुच काम था वो कर रहे थे." चलो बहुत अच्छे वैसे अब मत लड़ना अपनी पत्नी से ठीक है. वरना मार पड़ेगी तुम्हे." अरे हा मम्मा इतना टेन्सन क्यू लेते हो अब ऐसा