Jazbaat e Mohabbat book and story is written by dinesh amrawanshi in Hindi . This story is getting good reader response on Matrubharti app and web since it is published free to read for all readers online. Jazbaat e Mohabbat is also popular in Love Stories in Hindi and it is receiving from online readers very fast. Signup now to get access to this story.
जस्बात-ए-मोहब्बत - Novels
by dinesh amrawanshi
in
Hindi Love Stories
ये कहानी है एक लड़की जो प्रेम नगर देहरादून में रहती है जिसका नाम रिचा है वह एक अच्छी और रिच फैमिली से बिलोंगे करती है रिचा के पापा आलोक शर्मा पी.डब्ल्यू.डी. डिपार्टमेंट में सी.ई.ओ. है उसकी माँ ममता शर्मा एक हाउस वाइफ है एक बड़ा भाई नितिन शर्मा जिनका देहरादून में ही इलेक्ट्रॉनिक्स का बहुत बड़ा शोरूम है ओर एक छोटी बहन आयेशा शर्मा जो अपनी 12th की पढ़ाई कर रही है 20 साल की रिचा स्वभाव से बहुत ही खुश मिज़ाज और सुलझी हुई लड़की है दिखने में इतनी खूबसूरत है कि कोई भी इम्प्रेष हो जाये सादगी तो चेहरे में भर भर के दी है ऊपर वाले ने रिचा बचपन से ही डॉक्टर बनना चाहती थी तो रिचा NEET की तैयारी करती है आवर एग्ज़ाम देती है रिचा पढ़ाई में बहुत अच्छी है तो NEET का एग्ज़ाम पास कर लेती है उसके बाद एम.बी.बी.एस.में सेलेक्शन हो जाता है और गवर्मेंट दून मेडिकल कॉलेज में एड्मिसन हो जाता है जो उसके ही शहर में है
ये कहानी है एक लड़की जो प्रेम नगर देहरादून में रहती है जिसका नाम रिचा है वह एक अच्छी और रिच फैमिली से बिलोंगे करती है रिचा के पापा आलोक शर्मा पी.डब्ल्यू.डी. डिपार्टमेंट में सी.ई.ओ. है उसकी माँ ममता ...Read Moreएक हाउस वाइफ है एक बड़ा भाई नितिन शर्मा जिनका देहरादून में ही इलेक्ट्रॉनिक्स का बहुत बड़ा शोरूम है ओर एक छोटी बहन आयेशा शर्मा जो अपनी 12th की पढ़ाई कर रही है 20 साल की रिचा स्वभाव से बहुत ही खुश मिज़ाज और सुलझी हुई लड़की है दिखने में इतनी खूबसूरत है कि कोई भी इम्प्रेष हो जाये सादगी
और अपने सब्जेक्ट पे ध्यान देने लगती है ऐसे ही कुछ दिन तक यही शिलशिला होता है एक दिन तो कुछ यूं होता है जब प्रोफ़ेसर क्लास में पढ़ा रहे होते है तो रिचा की नज़रे प्रोफ़ेसर अवस्थी पर ...Read Moreहै जिसे प्रोफ़ेसर अवस्थी भी नोटिस करते है आवर कहते है रिचा ध्यान कहा है तुम्हारा तो रिचा कुछ घबरा सी जाती है तभी प्रोफ़ेसर अवस्थी रिचा से वही सवाल करते है जो बोर्ड पे समझा रहे होते है रिचा उसका जवाब तो देती है पर कुछ सहमे हुए अंदाज़ में ओर फिर प्रोफ़ेसर अवस्थी की क्लास ख़त्म हो जाती
कॉलेज का नेक्स्ट डे क्लास का फर्स्ट हाफ तो जैसे तैसे बीत ही जाता है लेकिन जब सेकंड हाफ मे प्रोफ़ेसर अवस्थी क्लास मे आते है रिचा के चेहरे पे एक अलग ही मुस्कान आ जाती है और रिचा ...Read Moreको एक टक देखने लगती है प्रोफ़ेसर अवस्थी अपनी क्लास शुरू करते है फिर भी रिचा का ध्यान प्रोफ़ेसर पर ही होता है तभी नयन्सी रिचा को कोनी से मारते हुये उसका ध्यान तोड़ती है इससे रिचा घबरा जाती है जिससे प्रोफेसर अवस्थी का ध्यान रिचा और नयन्सी पर जाता है प्रोफेसर दोनों की ओर देख कर कहते है ध्यान
और रिचा को धीरे से उसके कान मे कहती है ओए ये क्या कर रही है रिचा घबरा जाती है और नयन्सी से कहती है कुछ तो नहीं लेकिन रिचा और नयन्सी एक दूसरे से काफी क्लोज़ हो जाती ...Read Moreउनकी दोस्ती बहुत गहरी हो जाती है इस वजह से नयन्सी रिचा को छेड़ देती है ये कह कर की मैं समझ रही हूँ जो तू बार बार अवस्थी सर को देख रही है तो रिचा नयन्सी से कहती है चल हट पागल कुछ भी बोलती है मैं क्यू देखने लगी अवस्थी सर को ऐसा कुछ नहीं है ये कह
कहते है दिल पे किसी का एख्तियार होता कहा है,करने से दुनिया मे प्यार होता कहा है,रिचा दिल ही दिल प्रोफ़ेसर अवस्थी को पसंद करने लगती है ये बात रिचा मानती ही नहीं है और प्रोफ़ेसर अवस्थी कि क्लास ...Read Moreहो जाती है प्रोफ़ेसर बोर्ड पर स्टूडेंट्स को पढ़ाते है रिचा थेओरी समझ तो रही होती है पर साथ ही साथ रिचा का ध्यान प्रोफ़ेसर कि ओर भी जाता है ये देख कर नयन्सी रिचा को छेड़ती है,हा,हा देखले अच्छे से, देख तू मान या न मान पर तू प्रोफ़ेसर अवस्थी को चाहने लगी है तो रिचा कहती है तू