Andhkar ke Parde se book and story is written by बैरागी दिलीप दास in Hindi . This story is getting good reader response on Matrubharti app and web since it is published free to read for all readers online. Andhkar ke Parde se is also popular in Horror Stories in Hindi and it is receiving from online readers very fast. Signup now to get access to this story.
अंधकार के पर्दे से - Novels
by बैरागी दिलीप दास
in
Hindi Horror Stories
यह कहानी उस समय की है जब अंधेरे रहस्यमय घटनाओं का दौर छाया हुआ था। एक छोटे से गांव में रहने वाले रामनाथ अपने पुराने घर में अकेले रहते थे। उनका घर, जो किसी पुरानी देहलीज पर बना हुआ था, भूतों की कहानियों से घिरा हुआ था। गांव के लोग इसे डरावना होने का कारण मानते थे, लेकिन रामनाथ ऐसी बातों में विश्वास नहीं करते थे। वे एक विद्यार्थी थे और उनकी रुचि पर्यावरण विज्ञान में थी। उनके दिमाग में भूतों और भूतप्रेतों के लिए कोई स्थान नहीं था।
एक रात, जब अंधेरे का साया वेल गांव को ढंक रहा था, रामनाथ के घर में अचानक एक चमकता अंधकार घुस गया। बिजली की एक झलक देखकर उन्हें विचार आया कि कोई अचानक उनके घर में आ गया होगा। धीरे-धीरे, उनकी हँसी दब गई और वे आगे बढ़ने से डर रहे थे।
रामनाथ ने धीरे से कहा, "कौन है वहाँ? कृपया बाहर आइए।"
उनकी आवाज को सुनते ही घर के अंदर से वापसी की आवाज आई। बिजली की एक और झलक ने उन्हें दिखाया कि कोई व्यक्ति वहाँ था, लेकिन अँधेरे ने उसकी पहचान छिपा दी थी। वे व्यक्ति के पास जाने के लिए बढ़े, लेकिन वहाँ छूटते हुए उन्हें लगा जैसे वह अपनी ताकत का इस्तेमाल करके घर में रहने वालों के साथ खिलवाड़ करना चाहता हो।
From the Veils of Darknessयह कहानी उस समय की है जब अंधेरे रहस्यमय घटनाओं का दौर छाया हुआ था। एक छोटे से गांव में रहने वाले रामनाथ अपने पुराने घर में अकेले रहते थे। उनका घर, जो किसी पुरानी ...Read Moreपर बना हुआ था, भूतों की कहानियों से घिरा हुआ था। गांव के लोग इसे डरावना होने का कारण मानते थे, लेकिन रामनाथ ऐसी बातों में विश्वास नहीं करते थे। वे एक विद्यार्थी थे और उनकी रुचि पर्यावरण विज्ञान में थी। उनके दिमाग में भूतों और भूतप्रेतों के लिए कोई स्थान नहीं था।एक रात, जब अंधेरे का साया वेल गांव
रामनाथ और बंदरगाह ने एक रहस्यमय और भयानक यात्रा की शुरुआत की, जो उन्हें अंधकार के पर्दों के पीछे ले जाने वाली भूतों की दुनिया में ले जाएगी। यह यात्रा रामनाथ के जीवन की सबसे रोमांचक और डरावनी अनुभवों ...Read Moreसे एक बन जाएगी।बीते वर्षों से रामनाथ की दिमागी सत्ता व्याप्त थी। वह एक रहस्यमय संसार का अनुसरण करने का इच्छुक था, जहां असलियत और काल्पनिकता का संगम होता था। उसके लिए एक अवसर आया, जब उसे एक पुराने महल के बारे में सुना। इस महल को "बंदरगाह" कहा जाता था, क्योंकि उसके आसपास जंगल में बहुत सारे बंदर रहते