Muzrim ya Mulzim? book and story is written by anita bashal in Hindi . This story is getting good reader response on Matrubharti app and web since it is published free to read for all readers online. Muzrim ya Mulzim? is also popular in Thriller in Hindi and it is receiving from online readers very fast. Signup now to get access to this story.
मुजरिम या मुलजिम? - Novels
by anita bashal
in
Hindi Thriller
" एक 12 साल की बच्ची के साथ दुष्कर्म के बाद हत्या। क्या हो रहा है हमारे देश में? क्या ऐसे मुजरिम को सजा ए मौत देना चाहिए या नहीं? लेकिन आप यहां देख ही रहे हैं कि कुछ लोग इसे मुजरिम समझते ही नहीं है। उनका कहना है कि वह मुजरिम नहीं है एक मुलाजिम है। लेकिन आज उसे फांसी की सजा दी जा रही है।
लोग अभी भी दो झुट में बटे हुए हैं। कोई स्कूल के टीचर निहाल दत्त को कुमारी मित्तल गोहिल का रेपिस्ट और मर्डरर मानते हैं तो कोई नहीं। आपका क्या कहना है हमें एक बार इस नंबर पर मैसेज करके बताइए। अगर आपका जवाब हां है तो नंबर एक दबाइए और ना है तो नंबर दो दबाइए।"
यह सारी बातें एक न्यूज़ चैनल में टेलीकास्ट हो रही थी। इस चीज को लगभग हर घर के टीवी में लोग देख रहे थे। कुछ लोग निहाल दत्त को गुनहगार मान रहा था तो कोई बेगुनाह। क्योंकि अभी तक उसका गुनाह पूरी तरह से साबित नहीं हुआ था और उसके पहले ही उसे फांसी दी जा रही थी।
" एक 12 साल की बच्ची के साथ दुष्कर्म के बाद हत्या। क्या हो रहा है हमारे देश में? क्या ऐसे मुजरिम को सजा ए मौत देना चाहिए या नहीं? लेकिन आप यहां देख ही रहे हैं कि कुछ ...Read Moreइसे मुजरिम समझते ही नहीं है। उनका कहना है कि वह मुजरिम नहीं है एक मुलाजिम है। लेकिन आज उसे फांसी की सजा दी जा रही है। लोग अभी भी दो झुट में बटे हुए हैं। कोई स्कूल के टीचर निहाल दत्त को कुमारी मित्तल गोहिल का रेपिस्ट और मर्डरर मानते हैं तो कोई नहीं। आपका क्या कहना है हमें
अहमदाबाद शहर...गुजरात का एक ऐसा शहर जहां पर हमेशा भागा डोरी चालू रहती है। यहां पर भी किसी के पास समय नहीं होता कि कौन क्या कर रहा है और क्यों कर रहा है यह जानने का। यहां पर ...Read Moreकी बात जानने वाले सिर्फ कुछ लोग होते हैं और उनमें से एक लोग हैं जर्नलिस्ट।विश्वास प्रकाशन ऑफिस...एक नया खुला हुआ न्यूज़पेपर का ऑफिस है। अभी नया नया खुला है तो ज्यादा बड़ा नहीं है कुछ चंद लोग हैं जो यहां पर काम करते हैं। कांच का केबिन है जहां पर यहां के मालिक मिस्टर अच्युत सोनी अपना काम कर
श्रुति ने अपनी बात अच्युत के सामने रख दी थी लेकिन अच्युत उसे घूर घूर कर देख रहा था और उसने सीधी तरह से कह दिया।" नो... श्रुति मुझे नहीं लगता कि यह टोपिक सही है। देखो पहली बात ...Read Moreयह किस काफी पुराना है... आज से 5 साल पहले का केस है यह, और वैसे भी उसका दोषी कल्प्रीट था... उसे तो सजा ए मौत हो चुकी है। तो क्या तुम्हें लगता है कि तुम इसके बारे में और कुछ कर सकती हो?"लेकिन श्रुति की आंखों में कॉन्फिडेंट साफ साफ दिखाई दे रहा था। अच्युत के मना करने के
नील कमल अपार्टमेंटकिसी समय यह इस एरिया का सबसे खूबसूरत अपार्टमेंट था, लेकिन वक्त की मार हर किसी को भी पुराना बना देती है चाहे वह इंसान हो या फिर कोई अपार्टमेंट। किसी समय इस एरिया के शान होने ...Read Moreयह अपार्टमेंट इस वक्त काफी रुखा सुखा सा दिख रहा था।उस अपार्टमेंट का नाम भी आधा आधा ही दिखाई दे रहा था। दीवारों में पानी के निशान दिखाई दे रहे थे। देख कर लग रहा था इसे काफी समय से रेनोवेट नहीं किया गया है। बड़े से गेट के बाहर कोई वॉचमैन नहीं था इसलिए श्रुति और अंकुश को ज्यादा
श्रुति ने जैसे ही बाहर आकर बिना से यह सवाल पूछा कि क्या गोदावरी आंटी ने जो कहा वह सच है या नहीं तब बिना ने आसपास देखते हुए उस बात को झूठ बताया और कहा।" सब लोग वही ...Read Moreजो उन्होंने सुना है लेकिन मैं मित्तल की दोस्त थी। मानती हूं कि मैं पक्की वाली दोस्ती नहीं थी लेकिन इतनी तो थी कि उसके बारे में बहुत कुछ जान सकूं। निहाल सर देखने में काफी अच्छे थे और इसलिए और बाकी लड़कियां भी उनसे बार-बार बातें किया करती थी।जब भी कोई प्रश्न का जवाब चाहिए होता था तो सब