कहानी एक आदमी की है जिस पर जिन्न मेहरबान हो जाता है, उसकी मदद करता है लेकिन उस आदमी की सिर्फ एक गलती से नाराज़ हो कर जिन्न क्या सजा देता है.. जानिए कहानी पढ़ कर..
जिन्न का दुनिया में होना क़ुरान और हदीस से साबित है, इंसानों की तरह ये भी अल्लाह की मख्लूक है जो हमारे ही तरह हमारे बीच इस दुनिया में रहते हैं। ये हमारे बीच इस तरह रहते हैं कि ...Read Moreनही जान सकते ये जिन्न है बल्कि हम इन्हें इंसान ही समझेंगे, इनमे शक्ल और रूप बदलने की ताकत होती है, जिन्न में भी अच्छे और बुरे सब तरह के होते हैं.. हम इंसान इन्हें नही देख सकते जब तक की ये खुद न चाहें।
इसी ख़ुशी में काम से लगे आधा दिन गुज़र गया तभी अचानक उसे जिन्न के कहे अल्फ़ाज़ याद आये। जिन्न ने कहा था “किसी तीसरे को पता न चले और अपनी जरूरत से ज़्यादा न मांगना”
ये बात याद ...Read Moreही किसी अनहोनी के डर से उलटे पाऊँ घर भागा। जब तक घर पहुँचता देर हो गयी थी, जंगल के रास्ते में ही एक खोफनाक आवाज़ ने उसे रुकने पर मजबूर कर दिया।