Chudhail wala mod by VIKAS BHANTI | Read Hindi Best Novels and Download PDF Home Novels Hindi Novels चुड़ैल वाला मोड़ - Novels Novels चुड़ैल वाला मोड़ - Novels by VIKAS BHANTI in Hindi Horror Stories (593) 112k 182.9k 114 घनी सी रात में वो थरथराई सी हाइवे पर खड़ी थी , हर आते जाते मुसाफिर को हाथ देती l उसके बिखरे से बाल और स्याह सफेद सलवार सूट शायद राहगीरों को रुकने नहीं देना चाहता था l कई ...Read Moreथीं इस सड़क पर होने वाले हादसों के बारे में , कई बुजुर्गों के मुँह से लोगों ने सुनी थी उस हाइवे वाली चुड़ैल की कहानी l सफेद से कपडों में वो लोगों को हाथ देती है उनकी गाडियो में बैठती है और फिर अगले चौराहे से पहले उस गाड़ी का एक्सीडेंट हो जाता है l हालाँकि सुबूत तो कोई Read Full Story Listen Download on Mobile Full Novel चुड़ैल वाला मोड़ - 1 (59) 18.2k 22.7k घनी सी रात में वो थरथराई सी हाइवे पर खड़ी थी , हर आते जाते मुसाफिर को हाथ देती l उसके बिखरे से बाल और स्याह सफेद सलवार सूट शायद राहगीरों को रुकने नहीं देना चाहता था l कई ...Read Moreथीं इस सड़क पर होने वाले हादसों के बारे में , कई बुजुर्गों के मुँह से लोगों ने सुनी थी उस हाइवे वाली चुड़ैल की कहानी l सफेद से कपडों में वो लोगों को हाथ देती है उनकी गाडियो में बैठती है और फिर अगले चौराहे से पहले उस गाड़ी का एक्सीडेंट हो जाता है l हालाँकि सुबूत तो कोई Listen Read चुड़ैल वाला मोड़ - 2 (37) 15.1k 19.5k शीशा नीचा होते ही लड़की ने सर भीतर की ओर डाल दिया और कुछ पलों के लिए भीतर मुआयना सा करने लगी | संकेत सहमा सा ड्राईवर सीट पर चिपका हुआ था, बोलने की लाख कोशिशों के बाद भी ...Read Moreलगता था जम से गए थे | लड़की ने भी कुछ बोलने की कोशिश की पर कोई शब्द फूट ही नहीं रहा था | रात इतनी घनी थी कि सूरतें देखने का एक मात्र जरिया कार की छत पर लगी लाइट ही थी | इससे पहले कि वो लाइट बुझ पाती संकेत ने बटन को दाई तरफ पुश कर दिया Listen Read चुड़ैल वाला मोड़ - 3 (54) 14.6k 20.9k संकेत की आँखें बंद ही थीं अभी, रात का सारा वाकया उसकी बंद आँखों में एक फिल्म की तरह चल रहा था और साथ ही एक ख्याल भी कि क्या ये सब एक सपना था ! "पर इतनी हकीकत ...Read Moreक्यों थी इस सपने में ?" यही सब सोचते हुए संकेत ने आँखें खोल दीं । एक पल के लिए तो कुछ समझ नहीं आया पर फिर आस पास लगी मशीनों, हरे पर्दों, हलके नीले रंग की पोशाकों में ऊपर एक सफ़ेद कोट पहने घूमते फिरते लोगों को देख कर समझते देर न लगी कि वो अस्पताल में है और Listen Read चुड़ैल वाला मोड़ -4 (37) 13.5k 20.3k संकेत सिहर सा गया था, ऐसा एहसास था कि जैसे ये कोई इशारा सा हो । एक उपस्थिति भी मौजूद थी उस कमरे में । फारुखी चाचा की श्राप वाली बात को मज़ाक में टाल गया था संकेत और ...Read Moreभी उसकी नज़र में किसी पागल से ज्यादा कुछ था नहीं । पर सोचने वाली कुछ बातें ज़रूर थीं, चुड़ैल वाले मोड़ का उस 12 साल पुरानी घटना से सम्बन्ध क्या है? "12, यहाँ भी 12 का नंबर पीछा छोड़ नहीं रहा और उस एक्सीडेंट वाले दिन तारीख क्या थी.........? अरे हाँ 12 ही तो थी l" संकेत खुद से Listen Read चुड़ैल वाला मोड़ - 5 (36) 9.9k 18.3k संकेत के दिल की धड़कन बढ़ गई थी । उसका खौफनाक एक्सीडेंट और सुशान्त का सुसाइड अटेम्प्ट । संकेत सोच रहा था कि इससे अच्छा तो मर ही गया होता कम से कम सुशान्त पर तो मुसीबत न आती ...Read Moreशायद श्राप भी ख़त्म हो जाता । सोचते हुए संकेत को घड़ी का ख्याल आया, देखता तो रोज़ था पर कभी ध्यान नहीं दिया कि घड़ी उस पहली होश वाली रात के बाद अपनी जगह से गायब थी । आखिर वो घड़ी गई तो गई कहाँ ? माँ वो घड़ी कहाँ गई । संकेत ने माँ से पूछा । Listen Read चुड़ैल वाला मोड़ - 6 (33) 4.3k 6.4k संकेत के कॉन्सेप्ट हिल गए थे सुशान्त की बातें सुन कर । कहानी जितनी आसान होनी चाहिए थी उतनी थी नहीं उसे तो बस इतना पता था कि एक चुड़ैल अपना बदला पूरा करने आई है पर कॉम्प्लिकेशन थे ...Read Moreफंसते ही जा रहे थे ।"रुक रुक.... तू रोना बंद कर पहले और मेरे हर सवाल का बिलकुल सही ज़वाब दे ।" संकेत ने रोते सुशान्त की हथेली पर अपना हाथ रखा , "कहाँ रहती है तेरी रश्मि?""करतारपुर की मठिया के पीछे........" सुशान्त ने ज़वाब दिया ।"कब से जानता है तू उसे?" संकेत ने अगला सवाल दागा ।"करीब 14 महीनों Listen Read चुड़ैल वाला मोड़ - 7 (30) 4.2k 7.6k "देख डर उतना ही सताता है जितना हम उसके बारे में सोचते हैं । यह सिर्फ इत्तेफ़ाक़ है कि तेरा एक्सीडेंट और मेरा ब्रेक डाउन सेम टाइम पर हो गया । तू भूल जा इन सब बातों को, तीन ...Read Moreमें तेरा डिस्चार्ज है यहाँ से । घर पहुंच और नयी लाइफ स्टार्ट कर ।" जो सुशान्त अभी बिखरा सा लग रहा था वही अब इतना ज़ब्त खड़ा था । दोस्त की परेशानी में खुद का दुःख भूल जाना ही शायद दोस्ती है । संकेत को भी अब सब कुछ ठीक लग रहा था । तीन दिन कब बीत गए Listen Read चुड़ैल वाला मोड़ - 8 (28) 5.2k 13.9k "पापा, पर्स होने का तो साफ़ मतलब है कि वो चुड़ैल नहीं थी । " संकेत पापा से मुखातिब था । "लगता तो ऐसा ही है, ऐसा भी हो सकता है कि चुड़ैल ही हो और उसने मर्ज़ी से ...Read Moreछोड़ा हो या लड़की हो और निकलते टाइम वो जल्दबाज़ी में पर्स भूल गई हो ।" पापा बोले । "कुछ समझ नहीं आ रहीं आपकी बातें पापा । या तो वो लड़की है या चुड़ैल । दोनों तो नहीं हो सकती न ।" संकेत बोला । "तेरा ज़वाब तेरे पास ही है । पर्स खोल तुझे तेरे कुछ ज़वाब तो Listen Read चुड़ैल वाला मोड़ - 9 (35) 4.1k 9.6k पापा की आवाज़ सुनकर सोनम को वहीँ ड्राइंग रूम में छोड़कर संकेत पापा की कमरे की तरफ भागा । अचानक गैलेरी की खिड़की का शीशा भड़ाक की आवाज़ के साथ टूटा । गनीमत थी कि संकेत खिड़की से 3 ...Read Moreकी दूरी पर था । एक पल में ही पापा, माँ और सोनम सब वहां इकठ्ठे हो गए । खिड़की सड़क की तरफ खुलती होती तो शायद पत्थर लगने का शक भी होता पर उस खिड़की का दूसरा सिरा स्टोर रूम में खुलता था । आखिर ये शीशा इस तरह कैसे टूटा यह एक रहस्य ही था । "तुझको लगी Listen Read चुड़ैल वाला मोड़ - 10 (24) 3k 5.6k तभी माँ के चीखने की आवाज़ कानों में पड़ी | पापा और संकेत दोनों ही बिस्तर से कूद कर भागे | हॉल में माँ बुत बनी खड़ी थी और हाथ से छूट कर गिरे कांच के गिलास का शीशा ...Read Moreके इर्द गिर्द बिखर रहा था | "क्या हुआ माँ ?" संकेत आते ही बोला | इतने में कमरे में सोई हुई सोनम भी बाहर आई," क्या हुआ ?" पर माँ थीं कि कुछ बोलने की स्थिति में ही नहीं थीं, चुपचाप संकेत के हाथ के इशारे पर सोफे पर बैठ गई, पानी पीने को बोला तो पी लिया | Listen Read चुड़ैल वाला मोड़ - 11 (31) 2.9k 5.4k पापा से बातें करते हुए रात कब गुज़र गई पता ही नहीं चला । अगली सुबह उठा तो देखा एक लिफाफा ड्राइंग रूम में कांच की उस सेण्टर टेबल के बीचों बीच रखा हुआ था । सलीके से चिपकाया ...Read Moreवो लिफाफा किसी चिट्ठी सा लग रहा था । संकेत ने माँ को आवाज़ दी,"माँ ये चिट्ठी किसकी आई है ?" "पता नहीं बेटा खोल के देख ले ।" माँ ने किचेन से ही आवाज़ लगा दी । पापा कमरे से निकल कर संकेत के पास आ गए । अब तो हर पल लगा करता था कि कब कौन सी Listen Read चुड़ैल वाला मोड़ - 12 (25) 2.7k 4.7k रेनू इन्स्पिरेशन थी संकेत के लिए । मुश्किल से मुश्किल परिस्थितियों में भी आसान से आसान रास्ता निकालना रेनू ने ही तो सिखाया था संकेत को । स्कूल की वो दोस्ती कब प्यार में बदली दोनों को पता नहीं ...Read More। ढेर से दोस्तों का ग्रुप था संकेत का जिसमे संकेत, सुशान्त, गौतम, शिवानि, मंजू, शब्बीर, कृतिका, पूनम और रेनू शामिल थे । दोस्ती इतनी गहरी थी कि संकेत के माँ पापा को स्कूल के बाद बारी बारी से हर दोस्त के घर फोन लगाना पड़ता था । और इन सब दोस्तियों में संकेत और रेनू का रिश्ता इतना स्पॉनटेनियस Listen Read चुड़ैल वाला मोड़ - 13 (26) 2.5k 4.9k संकेत वापस अपने कमरे में गया दराज खोली और उसे खंगालने लगा । रेनू की चिट्ठी को पूरे 2 साल बाद हाथ लगाया था संकेत ने । आज उसे रेनू बहुत याद आ रही थी । चिट्ठी हाथ में ...Read Moreही बिजली की ज़ोर की गड़गड़ाहट हुई और संकेत की खिड़की का कांच टूट गया । बाहर झांक कर देखा तो आसमान बिलकुल साफ़ था, तारों की टिमटिम को बहुत दिन बाद संकेत ने इतने ध्यान से देखा था । रेनू को तारे देखना बहुत पसंद था । ठंडी हवा को महसूस करते संकेत को लगा कि अचानक कोई कपडा़ Listen Read चुड़ैल वाला मोड़ - 14 (27) 2.4k 4.1k घर में आये उस बवन्डर ने संकेत की ज़िन्दगी में बवन्डर ला दिया था । एक तरफ माँ, पापा की जान और दूसरी तरफ रेनू को दी गई आखिरी कसम । किसको अपनाये संकेत की समझ में नहीं आ ...Read Moreथा । ऑफिस में फ़ोन कर के 10 दिनों की छुट्टी अप्लाई कर दी थी संकेत ने । पापा आज लैपटॉप खोल कर कुछ खोये हुए से बैठे थे । माँ अपने दैनिक कामों में व्यस्त तो थीं पर बार बार भूल जातीं थी कि करना क्या है । चिंता सबके मन को हरा रही थी । कि तभी सोनम Listen Read चुड़ैल वाला मोड़ - 15 (24) 2.4k 4.7k "सोनम तुमने ये सब कहाँ से सीखा ।" संकेत ने सवाल किया सोनम से । "कुछ सीखा वीखा नहीं है, बस किताबों से मिली नॉलेज है । एनर्जी कैन नेवर बी क्रिएटेड नार बी डिस्ट्रॉयड, इट कैन ओनली चेंज ...Read Moreफॉर्म ।" "मतलब?" संकेत कुछ समझा नहीं था । "अरे मतलब आग जलाई और नहीं बुझी तो कोई नहीं, बुझ गई तो कोई है और पहली बाती अहूत की, दूसरी पुन्यआत्मा की और तीसरी क्रोधित । और हाँ इससे ज्यादा मदद की उम्मीद नहीं रखना मुझसे और कुछ नहीं आता है मुझे ।" सोनम बोले जा रही थी । "सोनम, Listen Read चुड़ैल वाला मोड़ - 16 (20) 2.2k 4.1k टु गैदर वी...... मोटो और आये हुए लोगो को ढूंढने का सबसे पहला साधन संकेत के पास गूगल था । संकेत ने फोटो शॉप यूज़ करते हुए लोगो को पूरा किया और गूगल पर इमेज सर्च किया । उससे ...Read Moreजुलते 4 लोगो संकेत के सामने आये, पर किसी भी लोगो का मोटो वो नहीं था जो उस आई कार्ड पर था । संकेत का पहला ट्राय फेल हो गया था । अब अगला निशाना था अनिवेश राजपुरोहित.... । अनिवेश को तलाशने का जरिया संकेत ने फेसबुक को बनाया, पर फेसबुक पर इस नाम का कोई शख्स मौजूद ही नहीं Listen Read चुड़ैल वाला मोड़ - 17 (21) 2.3k 3.8k रात के दो बजे थे, कि उसके फ़ोन ने मेसेज टोन बजाई, व्हाट्सऐप पर किसी अननोन नंबर से मेसेज था । 3 जीबी की फाइल का कलेक्शन भेजा था किसी ने । संकेत ने डाउनलोड के लिए क्लिक कर ...Read More। नेट स्पीड बहुत स्लो थी । काफी देर के इंतज़ार के बाद संकेत सो गया । रात रेनू और सोनम के बीच के फासले को समझने में बीत गई । तीन बजे के करीब संकेत नींद के आगोश में खो गया । संकेत को लगा कि दो लड़कियाँ सर पर दुपट्टा डाले एक शादी के मन्डप में बैठी हैं Listen Read चुड़ैल वाला मोड़ - 18 - अंतिम भाग (46) 2.5k 6.4k लड़की ने नज़रें उठाईं और संकेत की तरफ देखते हुए बोली,"अस्मि महाजन" । "और तुम्हारी दीदी का नाम रश्मि महाजन ।" संकेत का नाम लेना ही था कि कमरे के एक कोने में एक परछाई सी बन उठी । ...Read Moreसंकेत चुप नहीं हुआ," अस्मि तुम्हारी दीदी अब इस दुनिया में नहीं हैं और उनका कातिल तुम्हारे सामने है ।" सुशान्त की तरफ इशारा करते हुए संकेत बोला । सुशान्त भौचक्का रह गया," झूठ है ये.... क्या बकवास है.... सब झूठ है ये ।" सुशान्त सहमी पर ज़ोरदार आवाज़ में चिल्ला रहा था । "झूठ मत बोलो सुशान्त, तुमको रश्मि Listen Read More Interesting Options Hindi Short Stories Hindi Spiritual Stories Hindi Novel Episodes Hindi Motivational Stories Hindi Classic Stories Hindi Children Stories Hindi Humour stories Hindi Magazine Hindi Poems Hindi Travel stories Hindi Women Focused Hindi Drama Hindi Love Stories Hindi Detective stories Hindi Social Stories Hindi Adventure Stories Hindi Human Science Hindi Philosophy Hindi Health Hindi Biography Hindi Cooking Recipe Hindi Letter Hindi Horror Stories Hindi Film Reviews Hindi Mythological Stories Hindi Book Reviews Hindi Thriller Hindi Science-Fiction Hindi Business Hindi Sports Hindi Animals Hindi Astrology Hindi Science Hindi Anything VIKAS BHANTI Follow