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MIKHAIL: A SUSPENSE by Hussain Chauhan | Read Hindi Best Novels and Download PDF

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मिखाइल: एक रहस्य by Hussain Chauhan in Hindi
Novels

मिखाइल: एक रहस्य - Novels

by Hussain Chauhan Matrubharti Verified in Hindi Fiction Stories

(97)
  • 39.3k

  • 119.9k

  • 12

आज 'धी ग्रेट म्यूजिशियन ऑफ शिकागो' का आखिरी शो था और उसके प्रमुख जादूगर मुरली सिवाल का भी जिसने बरसो पहले अमरीकी महिला जेड सिल्विया से शादी करके मिखाइल सिविक के नाम से अपनी नई पहचान बनाली थी। अब सभी लोग उसे धी ग्रेट मिखाइल सिविक के नाम से ही जानते थे, उसके पीछे की एक वजह भी थी उसकी जादूगरी की दुनिया मे बेहतरीन अदाकारी और हैरतअंगेज़ कर देनेवाली उसकी तरकीबे। उम्र के पांचवे दशक में पहुंचे मिखाइल के आखिरी शो को देखने के लिए काफी भीड़ जमा हो गयी थी और शो के सारे टिकेट्स भी शो की

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मिखाइल: एक रहस्य - Novels

मिखाइल: एक रहस्य
यह अध्याय हटाया गया है फील हाल अभी के लिए उपलब्ध नही है.
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मिखाइल एक रहस्य - 2
मेरे प्यारे जोनाथन,जेड हमेशा कहा करती थी ज़िन्दगी भी एक जादूगरी ही है, हर पल हर वक़्त रहस्य और रोमांच से भरी पड़ी हुई, कोई भी नही कह सकता कि अगले पल क्या होनेवाला है। और हुआ भी कुछ ...Read Moreही, जब तुम छः साल के थे और हम बड़े ही खुश थे कि तुम्हारे आनेवाले जन्मदिन पर एक शानदार पार्टी रखे और ठीक उसी वक़्त एक दर्दनाक हादसे में तुम्हारी माँ जेड हमे छोड़ के चली गयी। खैर छोड़ो इन सब बातों को, आज तुम्हारे डैडी का आखिरी शो है और इसके बाद हम इंडिया चले जायेंगे, तुम चाहते
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मिखाइल: एक रहस्य - 3
'जोनाथन, मेरे साथ चलो।' रोबर्ट ने जोनाथन को ढूंढा और कहा। मिखाइल को ले जाने के बाद प्रेक्षकों की भीड़ ने अपना आपा खो दिया और शो में तोड़ फोड़ शुरू कर दी। जोनाथन अब अकेला था और उसे ...Read Moreनही सूझ रहा था कि अब वो कहा जाएं। मिखाइल के बाद रोबर्ट ही था जिस पर जोनाथन भरोसा कर सकता था और यही नही जब मिखाइल, मिखाइल नही बल्कि मुरली सिवाल बनकर अमरीका आया था तब रोबर्ट ही था जिसने उसे रहने के लिए ठिकाना और अपना गुजरान चलाने के लिए काम दिलवाया था।कुछ ही सालो में अपने जादूगरी के
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मिखाइल: एक रहस्य - 4
'यह लीजिये मिस्टर रोबर्ट' एलिज़ाबेल विलियम्स जो ऑस्टिन के कैथोलिक चर्च की एक नन थी और अपना आधा दिन संत गेब्रियल कैथोलिक स्कूल जो एक पब्लिक स्कूल था उसके प्रिंसिपल के रूप में बिताती थी उसने एडमिशन फ़ाइल रोबर्ट ...Read Moreथमाते हुए कहा, जिसमे स्कूल में एड्मिसन कराने के लिए फॉर्म, स्कूल के नियम व शर्ते, और स्कूल के इतिहास की जानकारी थी जैसे कि, स्कूल किसने और कब बनाया था, स्कूल में पढ़ाने वाले अध्यापक, स्कूल में पढ़ाई के अलावा होनेवाली दूसरी गतिविधियां वगेरह वगेरह।●●●●●मिखाइल को ढूंढने के लिए रोबर्ट ने जोनाथन के साथ पुलिस दफ्तर और उसको पकड़ने
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मिखाइल: एक रहस्य - 5
'तेरा बाप लूज़र था।' पैरी ने जोनाथन के मुंह पे एक घुसा मारते हुए कहा। जोनाथन ने पैरी को मारने की कोशिश की लेकिन पैरी के दो दोस्त जो वहाँ पैरी के साथ खड़े थे उन्होंने उसे पैरी को ...Read Moreहुए रोका और जोनाथन के हाथ पकड़ लिए। 'तेरे बाप की कारण हमें शिकागो छोड़ना पड़ा' पैरी ने फिर एक घूंसा जोनाथन के मुंह के ऊपर मारते हुए कहा। अबकी बार जोनाथन के मुंह से खून निकलने लगा था। गुस्से में ही पैरी ने और दो-चार जोनाथन के मुंह पर लगा दिए। जोनाथन बेहोश होने को था। ●●●●●पसीने से भीगा हुआ जय
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मिखाइल: एक रहस्य - 6
१९५७ का साल केरल राज्य के लिए एक ऐतेहासिक साल था, क्योकि कम्युनिस्ट पार्टी के नेता इलमकुलम मनक्कल शंकरन नंबूदरीपाद भारत के प्रथम बिन कोंग्रेसी नेता केरल के मुख्यमंत्री बने थे और ठीक उसी साल आलोक थॉम्पन का जन्म ...Read Moreहुआ था जो आगे जा कर भारतीय राजनीति में अपना अलग स्थान बनानेवाला था।आलोक का जन्म एक बेहद ही साधारण से परिवारमें हुआ था। आलोक के पिता एक माछिमार थे और उसकी माँ गृहिणी थी। आलोक के माता पिता ज़्यादा पढ़े लिखे नही थे लेकिन, माछिमारी के कारण उनका गुजरान हो जाता था। आलोक दिमाग से तेज़ था और उसके
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मिखाइल: एक रहस्य - 7
'लेडीज एंड जेंटलमैन, कृपया अपने सीट बेल्ट बांध लें, कुछ ही मिनटों में हम मुम्बई लैंड करेंगे, यहॉ का स्थानीय वक़्त रात के 09:30 मिनट है और मौसम खुशनुमा है। कृपया सभी यात्रियों से अनुरोध है कि अपने ...Read Moreइलेक्ट्रॉनिक्स सामान जैसे कि लैपटॉप, मोबाइल, अन्य गेमिंग डिवाइस को स्विच ऑफ कर दे, हमे आशा है कि आपकी यात्रा सुखद रही होगी, क़तार एयर वेज़ को चुनने के लिए आपका धन्यवाद।क़तार की राजधानी दोहा से मुम्बई निकली हुई फ्लाइट QR-728 मुम्बई पहुंच चुकी थी। मिस्टर और मिसिज़ ओकले पहली बार भारत आये थे और उन्हें लेने के लिए एल.एस. डब्ल्यू.
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मिखाइल: एक रहस्य - 8 - योजना १
वर्तमान समयउत्तर प्रदेश राजधानी,लखनऊकालिदास मार्ग, रामदास पासवान का घर।"बेटी के ब्याह की शुभकामनाएं" अजित भोंसले ने उत्तर प्रदेश के एम.एल.ए रामदास पासवान को गिफ्ट थमाते हुवे कहा। "आइये, आइये अजित साहब। आप का ही इंतेज़ार था, आइये आपको किसीसे ...Read Moreहै" रामदास ने अजित के कंधे पर हाथ रखते हुवे कहा और अजित ने मुस्कुराहट से उसका जवाब दिया।"भागवान, तुम ज़रा संभालना हम अभी हमारे अतिथि को किसीसे मिलवाकर आते है" रामदास ने अपनी बीवी को अपने जाने की खबर देते हुवे कहा जिस पर रामदास की पत्नी ने हामी भर दी।"अजित साहब, इनसे मिलिये, यह है लखनऊ के जाने माने
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मिखाइल: एक रहस्य - 9 - रामदास पासवान का घर
सुबह के ९:३० बज चुके थे और जय ओकले दंपति को रॉयल होटल लेने के लिए पहुंच चुका था। जब जय ने उनके दरवाज़े पर खटखटाया तब मिस्टर ओकले ने आ रहा हु कहते हुवे दरवाज़ा खोला। "उम्मीद है ...Read Moreअच्छे से नींद आयी होगी" जय ने ओकले दंपति के बेड पर बैठते हुवे कहा। "यस, मिस्टर जय, वी सलेप्ट रैली वेल" मिस्टर ओकले ने जवाब देते हुवे कहा। "प्लीज बी रेडी एट 10 ओ क्लॉक, आई एम वेटिंग फ़ॉर बोथ ऑफ यु इन वेटिंग एरिया" जय कहता हुवा ओकले दंपति के रूम से निकल गया।●●●●●ओकले दंपति जय के साथ इंडि गो की
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मिखाइल: एक रहस्य - 10 - ताजमहल
"साहब! आपके लिए मिनिस्टर साहब का फ़ोन है।" अपनी बहुत सी बड़ी सफेद सनमाईका से बनी हुई डेस्क जो अपने रूम के आर्किटेक्ट के बिल्कुल ही अनुरूप थी जहा पर आदित्यनाथ कुछ कागज़ों को पढ़ने में व्यस्त था कि ...Read Moreउसके पी.ए ने आकर उनको कहा।"जय श्री राम! बोलिये, मिनिस्टर साहब! आपकी सेवा में भैयाजी तत्पर है"फरहाद, रहीम और ज़फर के साथ हुए वाक़ये के बाद रामदास ने भैयाजी को अंडरग्राउंड कर दिया था, और उसे दीव की अपनी एक कंपनी जिसका नाम "महेक इंफ़्रा" था उसकी भागडौर सौंप दी थी। तब से लेकर आज तक भैयाजी आदित्यनाथ का नाम
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मिखाइल: एक रहस्य - 11 - ताजमहल-२
"जय श्री राम! मिनिस्टर साहब! हमारे आदमियो ने उस आदमी तक हमे जो पहुंचा सके उस आदमी को ढूंढ निकाला है, वो हमे शैलेश मज़मुदार से मिलवा सकता है, लेकिन एक दिक्कत है।" आदित्यनाथ ने फ़ोन पर बात करते ...Read Moreरामदास को बताया।"क्या दिक्कत है?" रामदास ने सीधे मुद्दे की बात करते हुवे पूछा।"शैलेश मज़मुदार दीव की कलेक्टर अलका नंदा का बहुत ही करीबी है, उसे डरा, धमका कर बात करना मुनासिब नही होगा।" अपनी डेस्क पर बैठे बैठे अपनी कुहनियों को डेस्क पर टिकाये हुवे बताया।"ठीक है, तो फिर उस आदमी के साथ तुम जाओ और उनको जो घटना
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मिखाइल: एक रहस्य - 12 - आदित्यनाथ या भैयाजी?
"ठीक से सुनो रहीम, कुछ दिनों के बाद तुमको थोड़े दिनों के लिये मुम्बई से दीव आना होगा, मैं तुम्हे दीव कब आना है और किस तरह आना है इसकी जानकारी दे दूंगा और साथ ही तुम्हारे रहने और ...Read Moreपीने का सब इंतेज़ाम भी हो जायेगा।" अब्बास ने रहीम को अपनी परफेक्ट योजना का शुरुआती हिस्सा बताते हुवे कहा।"लेकिन दीव ही क्यो?" रहीम कुछ समझ नही पा रहा था कि आखिरकार अब्बास उस भैयाजी से बदला कैसे लेगा और उसने दीव ही क्यो चुना था, इसी कारण उत्सुकता वश वो पूछ बैठा।"दीव में एक कंपनी है, जिसका नाम है
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मिखाइल: एक रहस्य - 13 - बदला
मुग़ल क्वीन से तकरीबन १५ मिनट की कैब राइड के बाद जय और माहेरा उनके अपार्टमेंट अपर्णा प्रेम पर पहुंच चुके थे जो शास्त्रीपुरम में स्थित था।"क्या यह तुम्हारा अपना घर है?" लिविंग रूम में पैर रखते ही माहेरा ...Read Moreजय से पूछा, जो बहुत ही कम चीज़े होने के कारण बहुत ही बड़ा दिखाई दे रहा था। चीज़ों के नाम पर वहां सिर्फ एक मैन सोफे के इर्द-गिर्द दो सिंगल सोफे थे और उनसे थोड़े दूर एक तिपाहि पड़ी थी जो फर्नीचर से बिल्कुल मिलती झूलती थी। उस तिपाहि पर एक पारदर्शक ग्लास था जिस पर एक स्विरल बनी
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मिखाइल: एक रहस्य - 14 - महान अकबर का मकबरा
"गुड मॉर्निंग" माहेरा ने जय को किचन में आकर कहा जहा वो मॉर्निंग टी बना रहा था। जय के ढीले ढाले शर्ट में जो थोड़ी थोड़ी देर में उसके कंधे से खिसक जाती थी और उसके घुटनो तक भी ...Read Moreसे पहुंच पाती थी उसमें वो बेहद ही खूबसूरत दिखाई दे रही थी। "सॉरी फ़ॉर यस्टरडे" माहेरा के गुड मोर्निंग का जवाब जय ने देते हुवे कहा और टी का एक कप माहेरा के हाथ थमा दिया।"अच्छा होगा कि हम कल के बारे में बात नही करे" माहेरा ने अपने दोनों हाथों में टी का कप लेते हुवे कहा।"नही, बस में
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मिखाइल: एक रहस्य - 15 - महान अकबर का मकबरा २
43 मिनट की छोटी मुसाफरी के बाद फ़ारूक़ और भैयाजी सिम्बोर में शैलेश मज़मुदार के स्थान पर पहुंच चुके थे। लेकिन बदकिस्मती से उन दोनों के अलावा उस खाली पड़े वेर हाउस में और कोई नही था।"तू तो बता ...Read Moreथा कि शैलेश यहां मिलेगा?" भैयाजी ने अपनी भारी आवाज़ में पूछा जो वो बरसो पहले किसीको डराने, धमकाने या मारते वक़्त उपयोग किया करता था।"थोड़ा सा इंतेज़ार कर लीजिए भैयाजी, कुछ ही वक़्त में वो आता ही होंगा।" यह कहते हुवे फ़ारूक़ अपने मोबाइल से कोई नंबर डायल करने लगा। ऐसा लग रहा था मानो वो अपने किसी सोर्स
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मिखाइल: एक रहस्य - 16 - बदला -२
रहीम को देख भैयाजी को अपना बरसो पहले किया हुआ कांड याद आ गया जिसमें उसने और उसके आदमियों ने मिलकर रहीम के दो दोस्त फरहाद और ज़फर को रहीम के सामने मौत के घाट उतार दिया था।"कैसे हो ...Read Moreसब ख़ैरियत?" रहीम ने घुटनो के बल बैठते हुवे भैयाजी से पूछा । रहीम के हाथ मे दरांती देखकर भैयाजी फिरसे एक बार छटपटाते हुवे खुदको रस्सियों के बंधन से आज़ाद कराने की कोशिश करने लगा, लेकिन ठीक पहले की तरह असफल रहा। कुछ क्षण बाद रहीम खड़ा हुआ और वो दरांती भैयाजी की गर्दन पर रख दी। "ठीक वैसी ही दरांती
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मिखाइल: एक रहस्य - 17 - फ़ारूक़ या कोई और
"तू तो बता रहा था कि शैलेश यहां मिलेगा?" भैयाजी ने अपनी भारी आवाज़ में पूछा जो वो बरसो पहले किसीको डराने, धमकाने या मारते वक़्त उपयोग किया करता था।"थोड़ा सा इंतेज़ार कर लीजिए भैयाजी, कुछ ही वक़्त में ...Read Moreआता ही होंगा।" यह कहते हुवे फ़ारूक़ अपने मोबाइल से कोई नंबर डायल करने लगा। ऐसा लग रहा था मानो वो अपने किसी सोर्स से पता लगा रहा था की आखिरकार वहां शैलेश मज़मुदार क्यो नही था।"सुनो तुम्हे भैयाजी बुला रहे है।" फ़ोन पर बात करने की झूठी एक्टिंग करते हुए फ़ारूक़ उस बंध पड़े वेयरहाउस से बाहर निकला और
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मिखाइल: एक रहस्य - 18 - रकसब्जकसम
सिम्बोर से दमन तक जाने का रास्ता 672 किलोमीटर लम्बा और थका देनेवाला था और ऊपर से उन दोनों के पास इतना वक़्त भी गंवाने के लिए नही था। इसी लिए अब्बास ने रहीम को पहले से ही एक ...Read Moreका इंतज़ाम करने को कहा था। और उसके दो फायदे भी थे, पहला तो यह कि किसी को उनके बारे में पता चल पाता इससे पहले वो दोनों आराम से पलायन कर सकते थे और दूसरा अरबी समुद्र जहा पर वो हत्या में शामिल किए हुवे हथियारों से छुटकारा पा सकते थे।"चलो फेंक दो इस दरांती को रहीम।" हरा लबादा
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मिखाइल: एक रहस्य - 19 - अलविदा आगरा
१९८३ में ब्रॉड बंधुओ ने मिलकर द टाकोज़ ट्रक की स्थापना की थी जो एक स्ट्रीट फूड ट्रक था, अपनी अच्छी सेवाएं और स्वादिष्ट खाने की वजह से देखते ही देखते ५ सालो में द टाकोज़ ट्रक की पूरे ...Read Moreमें ९ फ्रेंचाइज़िया खुल चुकी थी जिसमे एक फ्रेंचायज़ी शिकागो में भी थी।सप्ताह के अंत मे हर शाम रोबर्ट और मिखाइल द टाकोज़ ट्रक की मुलाक़ात लेते थे और इधर उधर की बातें किया करते थे। भारत से अमरीका आये मुरली को ३ साल हो चुके थे लेकिन अभी तक उसने कोई ऐसा काम नही किया था जिससे उसकी कोई
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मिखाइल: एक रहस्य - भाग २० - अतीत के कुछ पन्ने
आई. जी. प्रभु ने अपने करियर की शुरुआत गुजरात राज्य पुलिस सर्विसेज से साल १९७९ में अहमदाबाद से की थी। करियर की शुरुआत से अंत तक उनके खाते में १२ एनकाउंटर भी जुड़ चुके थे। कहनेवालों की यदि सुनी ...Read Moreतो उनमें से ज़्यादातर एनकाउंटर फ़र्ज़ी थे। लेकिन जब तक सबूत नही तब तक कोई गुन्हेगार नही। प्रभु अपने सख्त रवैये के चलते हमेशा से ही सुर्खियों में बने रहते थे। लेकिन साल १९९९ में बनी सुर्खी ने आई.जी.प्रभु की जिंदगी को बिखेर कर रख दिया। साल १९९९ में हुए अमोल तुपिया एनकाउंटर केस में प्रभु को अपनी नौकरी से
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मिखाइल: एक रहस्य - भाग २१ - जोनाथन की घर वापसी
"चाहे जो कुछ भी हो जाये यह बात बाहर नही आनी चाहिए।" रामदासने अपने सेक्रेटरी को कहा क्योकि, वो जनता था कि, चुनाव सर पर है और अगर वो वीडियो बाहर आ गया जो उसे और अजित को मिला ...Read Moreतो उसके लिए मुश्किल बढ़ जाएगी और वो ऐसा कभी नही चाहता था, चुनाव के वक़्त तो बिल्कुल भी नही।"लेकिन, सर हमें पता तो करना होगा न कि इन सब के पीछे कौन है और उसका मक़सद.....""असित, तुमको जितना कहा जाए सिर्फ उतना करो, अपना दिमाग ज़्यादा न चलाओ। एक बार चुनाव ठीक से हो जाये फिर जो भी होगा
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मिखाइल: एक रहस्य - 22 - सनसनीखेज़ खत
भारत छोड़े हुवे जय को ५ दिन से ज़्यादा हो चुका था और तो और नफीसा की शादी से अहमदाबाद वापिस आये हुवे भी २ दिन हो चुके थे लेकिन, इतने दिनों में जय ने न तो माहेरा को ...Read Moreकॉल किया था, न ही एक मैसेज। वैसे करने को तो माहेरा भी जय को कॉल या मैसेज कर सकती थी लेकिन, वो चाहती थी कि, पहली पहल जय करे। लेकिन, जब इतने दिनों में जय की ओर से एक कॉल और मैसेज नही आया तो माहेरा दिल ही दिल उदास रहने लगी और सोचने लगी कि, क्या वह एक
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मिखाइल: एक रहस्य - भाग २३ - नर्क मुबारक हो भैयाजी
एक छोटे से गांव में पुलिस की नौकरी कर कर और उससे मिल रही तनख्वाह से कभी अमीर नही बना जा सकता इंस्पेक्टर महेंद्रसिंह को यह बात अच्छी तरह से पता थी। बैंक मैनेजर द्वारा दिये गए सनसनीखेज खत ...Read Moreउस पेन ड्राइव को देखने बाद उसके शैतानी दिमाग ने पैसा बनाने का रास्ता तुरंत ही खोज निकाला लेकिन, इन सब से पहले यह निश्चित करना बेहद ही आवश्यक था कि, बैंक मैनेजर और केशियर लक्ष्मी यह बात किसीको न बताये। परिस्थिति की गंभीरता का बहाना बनाते हुवे महेंद्रसिंह ने उन दोनों को मना लिया और बैंक से मिले हुवे
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मिखाइल: एक रहस्य - 24 - मायानगरी मुम्बई
"पापाजी, आप एक बार सोच कर तो देखिये, कितना काम मिलेगा मुम्बई में, मैंने बहुत सुना है मुम्बई के बारे में, और मुझे यकीन भी है कि, मैं कोई न कोई काम ज़रूर ढूंढ लूंगा।" अपने पिता के पैर ...Read Moreहुवे मुरली ने अपनी बात रखी। उसने वक़्त भी बिल्कुल सही चुना था अपनी बात मनवाने का, रात को खाना ख़त्म करने के बाद। "पर पुत्तर, तेनु इन वड़े-वड़े शहरों की उझाले के बारे में पता है, इनके अंधेरे के बारे में नही, और वैसे भी मुम्बई में ऐसा क्या रख्यासी जो अपने पिंड में नही है, रब दी मेहर है
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मिखाइल: एक रहस्य - 25 - केके रहस्य
आई जी प्रभु के साथ मिलकर जिस वक़्त रामदास भैयाजी की मौत की और उनके साथ हुई वारदात की गुत्थी सुलझाने में लगा था तब वह अपने मकसद को अंजाम तक पहुंचाने के लिये एक और कदम आगे बढ़ ...Read Moreथा।ह्यूस्टन, डलास, न्यू एंटोनियो की तुलना में ऑस्टिन में ड्रग्स बेचने वाली गैंग कम थी, क्रिप्स और न्यू ब्लड यह दोनों ऑस्टिन की ड्रग्स बेचने वाली प्रमुख दो गैंग थी जो ज़्यादातर स्कूल और कॉलेज के बच्चों को ही अपना शिकार बनाते थे। न्यू ब्लड का कारोबर ऑस्टिन के बाहर भी फैला हुआ था यहां यक कि, ऑस्टिन से ही
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मिखाइल: एक रहस्य - 26 - अगला कदम
१८२ विधानसभा की सीट वाले गुजरात के चोटिला के एम.एल.ए. रवि कुमार बुटानी ने राजकरण में पिछले कई सालों से अपना स्थान बनाये रखा था। गांव की प्रगति के साथ-साथ उसने पैसा भी खूब कमाया था। जब महेंद्र सिंह ...Read Moreउसे बैंक में घटी घटना के बारे में बताया तो रविकुमार को लगा कि यह बात उसके लिये फायदेमंद हो सकती है क्योंकि रामदास पासवान उसके विरोधी दल का एक आगेवान नेता था और उसके खिलाफ ऐसा कोई सबूत मिलना मतलब सोने के अंडे देने वाली मुर्गी का हाथ लगना। लेकिन रविकुमार कोई भी काम जल्दबाज़ी में नही करना चाहता
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मिखाइल: एक रहस्य - 27 - प्लान बी
अरबो रुपए का मालिक बनने के बाद भी फ्रेडी को जीवन मे वो शांति कभी नही मिली जो उसे बचपन मे उसके शहर लेनोक्स में मिलती थी और आज भी कभी-कभी उसी शांति की तलाश में वो शिकागो से ...Read Moreचला जाता था और आज भी वो लेनोक्स ही आया हुवा था उसी शांति की तलाश में और उसके साथ साथ अपने बिज़नेस की मीटिंग के सिलसिले में लेकिन उस दिन फ्रेडी को नही पता था जिस शांति की तलाश में वो आया था वो शांति तो उसको जीवन मे मिलने से रही लेकिन जितनी भी उसके जीवनमे शांति थी
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मिखाइल: एक रहस्य - 28 - बेहतर प्लान बी
पिछले दशक में सबसे बड़ा बदलाव सिर्फ एल.एस.डब्ल्यू. जैसी एप्लिकेशन ही नही बल्कि ऐसी साइट भी थी जिन्होंने नेट का चेहरा ही बदल कर रख दिया था, टेम्प मेलिंग उनमे से ही एक थी। टेम्प मेलिंग लांच होते ही ...Read Moreके बहुत से देश मे बंद कर कराई जा चुकी थी और उसकी वजह थी उसके ख़तरनाक फीचर्स जो भेजनेवाले का बिना कोई सबूत दिए सिर्फ एक टेम्प मेल द्वारा उनको संदेशा पहुंचा देती थी जिसे भेजनेवाला अपनी पहचान गोपनीय रखना चाहता हो। बैन होने के बावजूद भी इसे vpn या तो proxy साइट्स के माध्यम से उपयोग किया जा
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मिखाइल: एक रहस्य - 29 - एक और ख़त
पारुल और कपिल ने मालदीव्स की चार रात पांच दिन के बंदोस आइलैंड रिसोर्ट वेकेशन के पैकेज को एल.एस.डब्ल्यू से सिलेक्ट किया था। मालदीव्स में एक्टिविटी करने को कुछ था नही अपनी ही फुरसत के हिसाब से ही दिन ...Read Moreथे तो उन्होंने जय को अपने गाइड के तौर पर हटा दिया जिसका उनको एक हद तक आर्थिक फ़ायदा भी हुआ। अब चूंकि, आख़िरी कुछ दिनों में उन्होंने जय को अपने गाइड के तौर पर से हटा दिया था और सारी ट्रिप बुक हो चुकी थी तो जय बिल्कुल फ्री था। अपने इन खाली दिनों का इस्तेमाल करने के लिये
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मिखाइल: एक रहस्य - 30 - हेव अ सेफ जर्नी
पाकिस्तान के एक छोटे से प्रांत ख़ैबर पख्तूनख़वा में जन्मे अशद अली से उसकी पहली मुलाक़ात जोहनी डे ने करवाई थी। लेकिन, आज जब वो अली से मिला तो वह डरा-डरा सा प्रतीत हो रहा था और उसका डरना ...Read Moreभी था, एक या दो दिन में उसकी पूरी गैंग का पुलिस ने काम तमाम कर दिया था और इतना ही नही उनकी गैंग के मुखिया जोहनी डे को किसीने बड़ी ही क्रूरता से मौत के घाट उतार दिया था। अब बस उनकी गैंग में वही एक बाकी बचा था और उसे डर था कि, या तो वो पुलिस के
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