Prem moksh by Sohail K Saifi | Read Hindi Best Novels and Download PDF Home Novels Hindi Novels प्रेम मोक्ष - Novels Novels प्रेम मोक्ष - Novels by Sohail K Saifi in Hindi Horror Stories (209) 15.3k 30k 19 दुर्घटनासंध्या समय की चंचलता अपने मोहक वातावरण मे सूर्य की लाली संग एक अद्धभुत नजारे मे ढल रही हैँइस समय एक खामोश सडक पर सुभाष अपनी मंजिल की ओर बेखौफ बड़े जा रहा हैँ वो अपनी गाड़ी मे अपनी ...Read Moreधुन मे मग्न था और उसकी तेज रफ़्तार उसका जोश बढ़ाए जा रही थीसड़क के दोनों छोरो पर दूर तक फैला घना जंगल समय से पहले ही अंधकार मे डूबा हुआ मालूम हो रहा थाअचानक सुभाष को एक सुन्दर कोमल युवती दिखी वो सुंदरी एक विशाल वृक्ष से टेक लगा Read Full Story Listen Download on Mobile Full Novel प्रेम मोक्ष - 1 (23) 3.3k 5k दुर्घटनासंध्या समय की चंचलता अपने मोहक वातावरण मे सूर्य की लाली संग एक अद्धभुत नजारे मे ढल रही हैँइस समय एक खामोश सडक पर सुभाष अपनी मंजिल की ओर बेखौफ बड़े जा रहा हैँ वो अपनी गाड़ी मे अपनी ...Read Moreधुन मे मग्न था और उसकी तेज रफ़्तार उसका जोश बढ़ाए जा रही थीसड़क के दोनों छोरो पर दूर तक फैला घना जंगल समय से पहले ही अंधकार मे डूबा हुआ मालूम हो रहा थाअचानक सुभाष को एक सुन्दर कोमल युवती दिखी वो सुंदरी एक विशाल वृक्ष से टेक लगा Listen Read प्रेम मोक्ष - 2 (25) 2.2k 4.2k सुभाष के कानो मे जैसे ही ये शब्द पड़े वो दुविधा और शंका को अपनी आँखों मे भर उस सुंदरी की और घूरने लगा सुंदरी भी सुभाष को एक रहस्यमय मुस्कान के साथ देखने लगी और अगले ही क्षण ...Read Moreमिस बैलेंस हो कर एक चट्टान से जा भिड़ी और बुरी तरहातहस नहस हो गई उसको देख के कोई भी बोल सकता था के गाड़ी मे सवार लोगों का जिन्दा बचना असंभव हैँ ............... गाड़ी का बोनट बुरी तरह से एक मजबूत पेड़ मे जा धसा, अगले दिन कुछ यात्रियों ने पुलिस को खबर कर दी,दुर्घटना स्थल पर Listen Read प्रेम मोक्ष - 3 (20) 1.6k 2.5k इस लड़की के कपडे और गहने बेहद प्राचीन हैँबल्कि ये समझिये इनकी गिनती चुनिंदा चीजों मे होती हैँविशेषज्ञों की माने तो ये 16 सदी के राजा महाराजाओ के हैँ अब इस लड़की को ये कहाँ से मिले ये कहना ...Read Moreहैँ इन कपड़ो पर एक विशेष किस्म का पाउडर लगा हैँ ताकि समय का इन पर कोई दूरप्रभाव ना पड़े इसलिए ये कपडे आज भी सुरक्षित हैँ ये 16 सदी का एक गुप्त रूप से उपयोग होने वाला बड़ा ही अनूठा तरीका हुआ करता था खेर अब ये पता लगाना आपका काम हैँ के आखिर ये इसके पास आये कहाँ Listen Read प्रेम मोक्ष - 4 (18) 1.5k 2.7k कैसे तैसे कर के अविनाश अपनी वीरान हवेली पर पंहुचा अभी रास्ते मे घटी अद्धभुत घटना से वो उभरा भी नहीं था | के हवेली पर पहुंच उसको एक और झटका लगा,हवेली बरसो से खाली पड़ी थी, इसकी ...Read Moreभाल के लिए कई बार नौकर रखे थे मगर कोई टिक ना पाता,लेकिन आज हवेली विचित्र रूप मे ढली पड़ी थी? उसकी दीवारे एक दम साफ, ना कोई जाला ना ही कही धूल,हवेली के बाग़ की अच्छे से छटाइ करदी गई थी | हवेली अब वीरान खण्डर नहीं थी, बल्कि उसमे एक नई जान एक नई सुंदरता एक विरला आकर्षन Listen Read प्रेम मोक्ष - 5 (20) 1.1k 2.2k अजाब सिंह ने जी तोड़ मेहनत कर नेहा के माता पिता के बारे मे बहूत कुछ पता लगा लिया था,जैसे की जब उसने नेहा के आस पड़ोस मे पूछताछ करवाई तो सबने नेहा के माता पिता के गुणगान किये ...Read Moreकोई भी उनको नेहा के जन्म से पहले से नहीं जनता था कियोकि उस जगह वो नेहा के जन्म लेने के 2 वर्ष पश्चात आये थे,और ताज्जुब की बात ये थी के पुरे मोह्हले मे कोई नहीं जनता था के यहाँ आने से पहले वो कहाँ से थे,बस इसी बात ने अजाब को अपनी और विशेष रूप से आकर्षित कर Listen Read प्रेम मोक्ष - 6 (21) 981 1.9k अजाब सिंह को जी तोड़ मेहनत करने के बाद ज्ञान चंद का पता चलता हैँ |अजाब को ज्ञान चंद से भारी उम्मीदे थी उसको लगता था यही एक मात्र कड़ी हैँ | जो इस पहेली को सुलझा सकती हैँ ...Read Moreवहाँ पहुँच कर पता चला, के दो वर्ष पूर्व ही सेठ ज्ञान चंद का स्वर्ग वास हो गया हैँ |इस दुखद समाचार ने अजाब को काफ़ी निराश कर दिया था, किन्तु इस निराशा के अंधकार मे भी अजाब को एक आशा की लौ नज़र आ गई,जिस प्रकार से डूबते को तिनके का सहारा होता हैँ | ठीक उसी प्रकार से Listen Read प्रेम मोक्ष - 7 (16) 918 1.7k दिलबाग सिंहदिलबाग सिंह उस हवेली के बारे मे लोगो से बहुत सी ऊट पटाग बातें सुन चूका था इसलिए उसने हवेली की छान बिन सुबह सुबह की थीअजाब से फ़ोन पर बातें कर वापिस आते समय जब उसकी दुरी ...Read Moreसे कुछ की.मी. बची थी तभी उसकी नजर अविनाश पर पड़ी,उस समय अविनाश हवेली के लिए निकल चूका था, दिलबाग सिंह को ना जाने क्यों अविनाश पर शक हुआ और उसने किसी से पूछे बिना ही उसका ये सोच कर पीछा किया के यक़ीनन इसका पीछा कर मैं इम्पोर्टेन्ट एविडेंस पा लूंगा,अविनाश का Listen Read प्रेम मोक्ष - 8 (12) 1k 2.5k अजाब सिंह ने दिलबाग से जिस दिन आने का वादा किया था। उस दिन अजाब दिलबाग के पास ना जा कर नेहा के माता पिता की छान बिन में जुट जाता है।छान बिन करते समय अजाब के हाथ एक ...Read Moreठोस सबूत लगता है। जिस से उसको इस गुथी का एक सिरा मिल जाता है। इसलिय वो सीधा नेहा के माता पिता के पास पहुँच गया।अजाब एक ओर कुर्सी पर बेठा हुआ अपने सामने बैठे नेहा के पिता किशोर यादव की ओर संदेह दृष्टि से देखे जा रहा था तभी नेहा की माता चाय ले कर आती है। और दोनों Listen Read प्रेम मोक्ष - 9 (17) 1.1k 2.6k सर्दियों का खिला हुआ समां था, जोरदार ठण्ड मे अमृत समान धुप अपने चरम ताप पर थी। खेती मे किसान जी तोड़ मेहनत कर रहे थे। उनकी औरते भी गीत गुनगुना कर अपने पतियों का उत्साह बढ़ाते हुए उनका ...Read Moreबटा रही थी।दूर तक फैली धुप मे चमकती फसले किसानो के दिलो को ख़ुशी से गुद गुदा रही हैं। पिछले दो वर्षो मे जो सूखा पड़ा और उसके कारण होने वाली मृत्यु का सारा शोक विलाप इस वर्ष की भारी ऊपज के निचे दब गया। किसान अपना दुख भूल कर सुख के आनंद मे डूबे हुए अपने काम मे व्यस्त Listen Read प्रेम मोक्ष - 10 (19) 998 2.7k सदियों से दुनिया मे राजगद्दी को लेकर कई युद्ध हुए है।मनुष्य के भीतर सिंहासन का लगाव खून के सम्बधों पर भी भारी साबित होता है। इतिहास साक्षी है किस प्रकार से राज्याधिकार के लोभ ने भाई को भाई के ...Read Moreको बाप के और बाप को बेटे के विरुद्ध ला खड़ा किया था,ठीक इसी प्रकार से राजा सूर्य प्रताब सिंह का छोटा पुत्र रणबीर अपने भीतर सिंहासन को पाने की मंशा लिए अपने बड़े भाई के प्रति बेर भाव रखता था।कुछ वर्षों पूर्व एक विशाल सुंदर समृद्ध राज्य हुआ करता था, जिसपर राजा सूर्य प्रताब सिंह का राज था।राजा की Listen Read प्रेम मोक्ष - 11 - अंतिम भाग (18) 702 2k अविनाश को जब होश आया तब उसने खुदको तेख़ाने में बंधा पाया साथ मे चंद्रिका भी बेहोश पड़ी थी, आस पास की चीजों को देख कर अविनाश समझ गया कि इस समय वो हवेली के तेख़ाने में है।वो पहले ...Read Moreको छुड़ाने का प्रयास करता है फिर थक कर चंद्रिका को उठाने का,इसी बीच चमड़े के जूतों की टक टक करके उसकी ओर किसी के आने की आवाज आती है। जैसे जैसे वो व्यक्ति पास आता जाता है अविनाश का डर बढ़ता जाता है। और जब वो व्यक्ति ठीक अविनाश के सामने आया तो अविनाश हकाबका रह गया और बोला" Listen Read More Interesting Options Hindi Short Stories Hindi Spiritual Stories Hindi Novel Episodes Hindi Motivational Stories Hindi Classic Stories Hindi Children Stories Hindi Humour stories Hindi Magazine Hindi Poems Hindi Travel stories Hindi Women Focused Hindi Drama Hindi Love Stories Hindi Detective stories Hindi Social Stories Hindi Adventure Stories Hindi Human Science Hindi Philosophy Hindi Health Hindi Biography Hindi Cooking Recipe Hindi Letter Hindi Horror Stories Hindi Film Reviews Hindi Mythological Stories Hindi Book Reviews Hindi Thriller Hindi Science-Fiction Hindi Business Hindi Sports Hindi Animals Hindi Astrology Hindi Science Hindi Anything Sohail K Saifi Follow