OR

The Download Link has been successfully sent to your Mobile Number. Please Download the App.

Matrubharti Loading...

Your daily story limit is finished please upgrade your plan
Yes
Matrubharti
  • English
    • English
    • हिंदी
    • ગુજરાતી
    • मराठी
    • தமிழ்
    • తెలుగు
    • বাংলা
    • മലയാളം
    • ಕನ್ನಡ
    • اُردُو
  • About Us
  • Books
      • Best Novels
      • New Released
      • Top Author
  • Videos
      • Motivational
      • Natak
      • Sangeet
      • Mushayra
      • Web Series
      • Short Film
  • Contest
  • Advertise
  • Subscription
  • Contact Us
Publish Free
  • Log In
Artboard

To read all the chapters,
Please Sign In

ek muththi ishq by Saroj Verma | Read Hindi Best Novels and Download PDF

  1. Home
  2. Novels
  3. Hindi Novels
  4. एक मुट्ठी इश़्क - Novels
एक मुट्ठी इश़्क by Saroj Verma in Hindi
Novels

एक मुट्ठी इश़्क - Novels

by Saroj Verma Matrubharti Verified in Hindi Love Stories

(132)
  • 14.6k

  • 39.5k

  • 28

एक मुट्ठी इश्क़...!!--भाग(१) सरकारी अस्पताल का कमरा,कमरे मे पडे़,सफ़ेद रंग के आठ दस बिस्तर और उन्हीं बिस्तरों में से एक बिस्तर जीनत का भी हैं, महीनों से बिस्तर पर लेटे लेटे ऊब चुकी है,बिस्तर के सिराहने बनी खिड़की ...Read Moreलाँन के बाहर का नज़ारा देखकर जी बहला लेती हैं, बूढ़ी हो चुकी हड्डियों में अब इतनी जान नहीं बची हैं कि चल फिर सके,लेकिन अल्लाह की रह़मत हैं कि उसका शौहर और उसके बच्चे हमेशा साएं की तरह उसके पीछे लगे रहते हैं, तभी तो महीनों से अस्पताल में हैं और किसी के मुंह से उफ्फ़ की आवाज़ भी नहीं

Read Full Story
Download on Mobile

एक मुट्ठी इश़्क - Novels

एक मुट्ठी इश़्क--भाग (१)
एक मुट्ठी इश्क़...!!--भाग(१) सरकारी अस्पताल का कमरा,कमरे मे पडे़,सफ़ेद रंग के आठ दस बिस्तर और उन्हीं बिस्तरों में से एक बिस्तर जीनत का भी हैं, महीनों से बिस्तर पर लेटे लेटे ऊब चुकी है,बिस्तर के सिराहने बनी खिड़की ...Read Moreलाँन के बाहर का नज़ारा देखकर जी बहला लेती हैं, बूढ़ी हो चुकी हड्डियों में अब इतनी जान नहीं बची हैं कि चल फिर सके,लेकिन अल्लाह की रह़मत हैं कि उसका शौहर और उसके बच्चे हमेशा साएं की तरह उसके पीछे लगे रहते हैं, तभी तो महीनों से अस्पताल में हैं और किसी के मुंह से उफ्फ़ की आवाज़ भी नहीं
  • Read Free
एक मुट्ठी इश्क़--भाग(२)
गुरप्रीत ,मां की बातों को अनसुना करके अपनी ही दुनिया मे मगन रहतीं, सहेलियों के साथ खेंतों में दिनभर घूमती तो कभी बकरियों के झुंड के साथ,कभी कभी सैर करने नहर के किनारे टहलने चली जाती लेकिन उसे पानी ...Read Moreबहुत डर लगता था,इसलिए पानी से हमेशा दूरी बनाकर रहती,सहेलियां नहर में नहातीं और वो दूर से ही उन्हें देखती,घर गृहस्थी के किसी काम को हाथ नहीं लगाती,मां कहते कहते थक जाती लेकिन वो तो एकदम चिकना घड़ा हो गई थी,मां की बातों का उस पर कोई भी असर ना पड़ता लेकिन सहेलियों के साथ कभी कभार कुएँ पर पानी
  • Read Free
एक मुट्ठी इश्क़--भाग (३)
गीली हालत मे गुरप्रीत बग्घी लेकर घर पहुंची और सुखजीत ने उसकी हालत देखी और अच्छे से दोनों बाप बेटी की खबर ली___ मै तो कह कहकर हार गई लेकिन बाप बेटी तो मन ...Read Moreठान ली हैं कि मेरी कोई बात नहीं सुननी, सयानी लड़की उल्टी सीधी हरकतें करती फिरती हैं और बाप को तो जैसे कोई फरक ही नहीं पड़ता, लड़की को तैरना नहीं आता और कूद पड़ी बग्घी लेकर नहर में,अभी कुछ हो जाता तो मैं क्या करती इकलौती संतान हैं, सालों बाद घर मे सन्तान हुई थी,कैसे रातभर जाग जागकर पाल पोसकर बड़ा किया लेकिन
  • Read Free
एक मुट्ठी इश्क़--भाग (४)
इन्हीं दंगों की आग गुरप्रीत और सरबजीत के गांव तक भी जा पहुंची थी,पूरा गांव जैसे दहशत और डर के साए में डूबा था,हर जगह मातम ही मातम था।। बहुत ही मनहूस घड़ी थी ...Read Moreकोई सुरक्षित नहीं था उस समय ना सलमा ना सीता,कुरान और गीता में लिखे संदेश को लोग भूल गए थे,बस हर छुरे और तलवार पर खून ही खून नजर आ रहा था। अबलाएं डर रहीं थीं, घूंघट में छुपी हर दुल्हन सोच रही थी कि उसकी चूड़ियां सुरक्षित रहें,हर बहन का आंचल दुहाई दे रहा था, लोगों के खिड़की दरवाजे नहीं खुल रहे
  • Read Free
एक मुट्ठी इश्क़--भाग (५)
अचानक ही इख़लाक़ का एक साल का बेटा रो पड़ा, इख़लाक़ ने चुप कराने की कोशिश करनी चाहीं लेकिन बच्चा शायद मां के लिए रो रहा था,गुरप्रीत को बच्चे पर रहम आ गया, उसने उसे गोद मे उठा लिया,गुरप्रीत ...Read Moreबच्चे को जैसे ही गोद मे लिया बच़्चा चुप हो गया।। शायद ये आपको अपनी अम्मी समझ रहा हैं, इख़लाक़ बोला।। तभी इख़लाक़ की तीन साल की बेटी भी जाग गई और अपनी आंखो को मलते हुए उसने पूछा___ ये कौन हैं? अब्बू!अम्मीजा़न वापस आ गई ।। नहीं, बेटा ,ये भी हमारी तरह परेशान हैं, हमारे साथ
  • Read Free
एक मुट्ठी इश्क़--भाग (६)
शाहीन का नाम सुनकर सबको तसल्ली हो गई और सब अपनी तलवारों के साथ वहाँ से चले गए,तब मौलवी साहब बोले,बहुत बचें मियाँ, ये सब तो खून के प्यासे थें,चलो चुपचाप जाकर लेट जाओ लेकिन गहरी नींद में मत ...Read Moreपता दूसरी आफत कब आ जाए? जी,सही कह रहे हैं आप,चलिए आप भी आराम कर लीजिए और इतना कहकर इख़लाक़ लेट गया पर आंखों में नींद कहाँ, अपनी मरहूम वीबी को याद करके उसकी आंखे भर आई,अभी चार साल पहले ही तो उसका निकाह हुआ था,बड़ी बहन के ससुराल से उनके किसी रिश्तेदार के यहाँ से रिश्ता आया था,हम
  • Read Free
एक मुट्ठी इश्क़--भाग (७)
गुरप्रीत का ऐसे मे मां बनना, सबके लिए फिक्र वाली बात हो गई थीं,घरवालों का और पति का अब तक कुछ पता नहीं था,सब बहुत बड़े सदमे आ गए थे।। शाम होने को ...Read Moreदूसरी कोठरी अभी बनी नहीं थी,हलकी गुलाबी ठंड वाला मौसम था,गुरप्रीत कोठरी में आराम कर रही थीं,इम्तियाज भी गुरप्रीत के साथ ही बगल मे लेटा था,करें भी एक साल का बच्चा जो ठहरा वो गुरप्रीत को ही अब अपनी समझने लगा,तभी गुरप्रीत उठी और बाहर आकर चूल्हा सुलगाने लगी,फात़िमा ने गुरप्रीत को बाहर देखा तो पास आकर बोली।। तू बाहर क्यों आई? सोच
  • Read Free
एक मुट्ठी इश्क़--भाग (८)
शाम हो चुकी थीं,दिनभर आराम करने के बाद इख़लाक सब्जियों के खेतों मे गुड़ाई निराई का काम कर रहा था,सभी बच्चे बाहर खेल रहे थें,फात़िमा दूसरी कोठरी में शाम के खाने की तैयारी कर रही थीं, तभी गुरप्रीत नींद ...Read Moreजागकर आई और फात़िमा के पास आकर बोली___ आपा!आपने मुझे जगाया नहीं, कितनी शाम होने को आई और आप छोड़िए खाने की तैयारी मैं करती हूँ।। तू ये क्यों भूल जाती हैं, जीनत़ कि मैं भी तेरी तरह एक औरत हूँ, तेरी हालत देखकर क्या मुझे जरा सा भी दुःख नहीं हुआ होगा, मुझे क्या इतना बेरहम समझा हैं,
  • Read Free
एक मुट्ठी इश्क़--भाग (९)
ज्यों ज्यों जीनत़ के प्रसव के दिन करीब आ रहेंं थे,सबका मानसिक तनाव बढ़ता जा रहा था,फात़िमा और इख़लाक, भरपूर कोशिश कर रहे थे कि जच्चा और बच्चा दोनों ही स्वस्थ रहेंं,दोनों ही जीनत़ का खास ख्याल रख रहे ...Read Moreदोनों के मन में डर था कि पराई अमानत है,सब कुछ अच्छी तरह से निपट जाए।। इधर जीनत़ भी अपनी इस हालत को लेकर बहुत संजीदा थी,उसे कभी कभी इस हालत पर तरस भी आता और कभी कभी गुस्सा भी आता,वो कुछ सोच ही नहीं पा रही थी कि अब उसकी जिन्दगी कौन सा मोड़ लेने वाली थी,वो दुनिया
  • Read Free
एक मुट्ठी इश्क़--10 - (अंतिम भाग)
इख़लाक ने जीनत़ को चारपाई पर लिटा दिया, फात़िमा ने फौरऩ चूल्हे पर आग सुलगाई और कटोरी मे तेल कुनकुना करके जीनत़ की पीठ और कमर पर मालिश की।। चोट ...Read Moreज्यादा ही लगी थी जीनत को ,कई दिनों तक उसे उठने बैठने मे बहुत दिक्कतें हुई,लेकिन अब वो धीरे धीरे ठीक हो चली थी,फात़िमा पूरा पूरा ख्याल रखती जीनत़ का और आते जाते इख़लाक भी खैर-खबर लेता रहता,पता नहीं इख़लाक़ ऊपर से तो नाराज़गी का दिखावा करता लेकिन दिल ही दिल में उसे जीनत़ की बहुत फिकर रहती,वो मन मे सोचता कि उसके बच्चे एक मां को तो
  • Read Free

Best Hindi Stories | Hindi Books PDF | Hindi Love Stories | Saroj Verma Books PDF Matrubharti Verified

More Interesting Options

  • Hindi Short Stories
  • Hindi Spiritual Stories
  • Hindi Fiction Stories
  • Hindi Motivational Stories
  • Hindi Classic Stories
  • Hindi Children Stories
  • Hindi Comedy stories
  • Hindi Magazine
  • Hindi Poems
  • Hindi Travel stories
  • Hindi Women Focused
  • Hindi Drama
  • Hindi Love Stories
  • Hindi Detective stories
  • Hindi Moral Stories
  • Hindi Adventure Stories
  • Hindi Human Science
  • Hindi Philosophy
  • Hindi Health
  • Hindi Biography
  • Hindi Cooking Recipe
  • Hindi Letter
  • Hindi Horror Stories
  • Hindi Film Reviews
  • Hindi Mythological Stories
  • Hindi Book Reviews
  • Hindi Thriller
  • Hindi Science-Fiction
  • Hindi Business
  • Hindi Sports
  • Hindi Animals
  • Hindi Astrology
  • Hindi Science
  • Hindi Anything

Best Novels of 2023

  • Best Novels of 2023
  • Best Novels of January 2023
  • Best Novels of February 2023
  • Best Novels of March 2023

Best Novels of 2022

  • Best Novels of 2022
  • Best Novels of January 2022
  • Best Novels of February 2022
  • Best Novels of March 2022
  • Best Novels of April 2022
  • Best Novels of May 2022
  • Best Novels of June 2022
  • Best Novels of July 2022
  • Best Novels of August 2022
  • Best Novels of September 2022
  • Best Novels of October 2022
  • Best Novels of November 2022
  • Best Novels of December 2022

Best Novels of 2021

  • Best Novels of 2021
  • Best Novels of January 2021
  • Best Novels of February 2021
  • Best Novels of March 2021
  • Best Novels of April 2021
  • Best Novels of May 2021
  • Best Novels of June 2021
  • Best Novels of July 2021
  • Best Novels of August 2021
  • Best Novels of September 2021
  • Best Novels of October 2021
  • Best Novels of November 2021
  • Best Novels of December 2021
Saroj Verma

Saroj Verma Matrubharti Verified

Follow

Welcome

OR

Continue log in with

By clicking Log In, you agree to Matrubharti "Terms of Use" and "Privacy Policy"

Verification


Download App

Get a link to download app

  • About Us
  • Team
  • Gallery
  • Contact Us
  • Privacy Policy
  • Terms of Use
  • Refund Policy
  • FAQ
  • Stories
  • Novels
  • Videos
  • Quotes
  • Authors
  • Short Videos
  • Free Poll Votes
  • Hindi
  • Gujarati
  • Marathi
  • English
  • Bengali
  • Malayalam
  • Tamil
  • Telugu

    Follow Us On:

    Download Our App :

Copyright © 2023,  Matrubharti Technologies Pvt. Ltd.   All Rights Reserved.