Hostel Girls (Hindi) book and story is written by Kamal Patadiya in Hindi . This story is getting good reader response on Matrubharti app and web since it is published free to read for all readers online. Hostel Girls (Hindi) is also popular in Women Focused in Hindi and it is receiving from online readers very fast. Signup now to get access to this story.
Hostel Girls - Hindi - Novels
by Kamal Patadiya
in
Hindi Women Focused
प्रकरण : 1 - संघर्ष गाथाए [दृश्य 1 : रेचल from गोवा] गोवा का समुद्र तट......... शाम का वक्त है। सूरज धीरे धीरे ढल रहा है। सागर की लहरें किनारे की ओर बह रही है। मंद मंद खुशनुमा हवा चल रही है। वातावरणमें धीमी सी खुशबू बह रही है। दूर दूर से गीत संगीत की आवाज सुनाई दे रही है। समुद्र तट पर इंसानों की भीड़ लगी हुई है। नारियल पानीवाले, कुल्फी आइसक्रीमवाले, ठेले वाले, रेस्टोरेंट वाले सब लोगों को अपनी ओर आकर्षित करने में लगे हुए हैं। समुद्र में boating, surfing, riding, pera gliding करके सब लोग enjoy कर
प्रकरण : 1 - संघर्ष गाथाए [दृश्य 1 : रेचल from गोवा] गोवा का समुद्र तट......... शाम का वक्त है। सूरज धीरे धीरे ढल रहा है। सागर की लहरें किनारे की ओर बह रही है। मंद मंद खुशनुमा हवा ...Read Moreरही है। वातावरणमें धीमी सी खुशबू बह रही है। दूर दूर से गीत संगीत की आवाज सुनाई दे रही है। समुद्र तट पर इंसानों की भीड़ लगी हुई है। नारियल पानीवाले, कुल्फी आइसक्रीमवाले, ठेले वाले, रेस्टोरेंट वाले सब लोगों को अपनी ओर आकर्षित करने में लगे हुए हैं। समुद्र में boating, surfing, riding, pera gliding करके सब लोग enjoy कर
(दृश्य 2 : प्रिया from मुंबई) नरीमन पोईट का सागर किनारा,,,,,,,,,, शाम ढलने को आई है। सूरज की किरणें समुद्र के पानी में पडती है तब समुद्र का पानी पीतल जैसा चमकता है। शाम होते ही नरीमन पोईट का ...Read Moreबदल जाता है, जैसे सूरज ढलता है वैसे ही लोगों की भीड़ इकट्ठा हो जाती है, जैसे कोई मेला लगा हो। सूरज की हल्की लालाश किरणों की रोशनी में नरीमन पॉइंट पर कपल्स घूमते रहते हैं। लोग running और walking करते रहते है। खाने-पीने की लारीवाले, भूटटेवाले, पॉपकॉर्नवाले, आइसक्रीमवाले, भेल पानीपुरीवाले, खिलौनेवालो की आवाजों से वातावरण गूंज उठता है। अगर
[दृश्य 3 : सिमरन from अमृतसर] सूरज का ढलता हुआ प्रकाश अमृतसर के पास एक गांव में खेत में चारों तरफ फैला हुआ था। जैसे खेतों की फसलों को किसीने सोनेरी रंग से रंग दिया हो। मंद मंद हवा ...Read Moreलहरें चल रही थी, उस हवा के झोंकों से फसल लहरा रही थी, जैसे किसी लड़की ने अपनी चुनरी फसलों पर लहरा दी हो। चारों ओर से मिट्टी की हल्की हल्की खुशबू आ रही थी। पंछियों की चेहकने की आवाजे, कोयल की मीठी बोली, चिड़ियों की किलकारियां और मोर के चहकने की आवाज से पूरा वातावरण गूंज उठा था। बादलों
[दृश्य : 4 - सना from कोलकाता] कोलकाता के हावड़ा ब्रिज पर लोगों की चहल पहल है। लोग ऑफिस से अपने घर की तरफ निकल रहे है। शाम का वक्त है, सूरज जैसे आसमान को विदा कर रहा ...Read Moreऐसे ढल रहा है। सूरज की सुनहरी किरणें नदी के पानी में पडती है तब नदी का पानी चांदी की तरह चमकता है। नदी में बहुत सी नांवे घूम रही है, आदमी का मेला है पर हर आदमी अकेला है ऐसा दृश्य हावड़ा ब्रिज पर देखने को मिलता है। फेरी वाले सब को सामान बेचने में लगे रहते हैं, सब जगह
[प्रकरण : 2 - hostel diary] सना fresh होकर अपने bio-data और सर्टिफिकेट का bag ढूंढने में लग जाती है। घर में उसे घुटन सी हो रही थी इसीलिए वह अपनी bag ढूंढकर बाहर निकलती जाती है और पास ...Read Moreस्थित एक गार्डन मे पहुंच जाती है। Sunday होने के कारण गार्डन में लोगों की चहल पहल रहती है। सना गार्डन की बेंच पर बैठकर अपने bag में से सर्टिफिकेट और resume की कॉपी निकालती हैं। अचानक, उसकी नजर bag में रखी हुई हॉस्टल की डायरी और फोटोग्राफ्स पर पड़ती है। वह बड़ी कुतुहलता से और उत्सुकता से उसको निकालती