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द एजेंटस - Novels
by Shamad Ansari
in
Hindi Fiction Stories
एक सड़क दुर्घटना होती है गलती इस व्यक्ति की थी जो गाड़ी चला रहा होता है क्योंकि उसने लाल बत्ती पर गाड़ी चालू रखी और वक्त से पहले सड़क पार करने की कोशिश की तो किसी लोरी वाले ने उसे ठोक दिया यह पूरी घटना एक 18 साल का बच्चा देख रहा होता है और अपने संविधान के नियमों के बारे में सोच कर लंबी सांस लेकर छोड़ देता है
एक सड़क दुर्घटना होती है गलती इस व्यक्ति की थी जो गाड़ी चला रहा होता है क्योंकि उसने लाल बत्ती पर गाड़ी चालू रखी और वक्त से पहले सड़क पार करने की कोशिश की तो किसी लोरी वाले ने ...Read Moreठोक दिया यह पूरी घटना एक 18 साल का बच्चा देख रहा होता है और अपने संविधान के नियमों के बारे में सोच कर लंबी सांस लेकर छोड़ देता है और कहता है अब तो यह आम सा किस्सा है फिर वह वहां से चला जाता है घर आता है और खाना भी खा कर दोपहर को सो जाता है
दिव कहता है कि सीधे पुलिस और मिलिट्री फोर्स भी हमारे पिछे पड़ गए हैं। एनआईए के चीफ कहते है की आप सब घबराइए नहीं अभी सब पता चल जाएगा ।अभी बस हम सभी एजेंसी के चीफ मास्टर आॅबरो ...Read Moreही होंगे , फिर पांच मिनट बाद मास्टर औबरो भी आ जाते है ,फिर विवेकानंद सभी को बताते है मैंने इन लड़कों को चुना है,जैसा कि आप लोगों ने मुझे काम सौंपा था ।इन सभी में वह सारी खूबियां है को आप लोगो ने ढूंढने से पहले बताया था। यह सभी टीम में मिलकर काम करते हैं, उन अपहरणकर्ताओं
सब प्लाने में बैठें होए ही थे , की तभी विक्रम दिव से कहता है कि सच बता की रात को जब तूने इतने सारे मिलिट्री फोर्स को देखा था तब तेरी हवा निकल गई थी न बता .... ...Read Moreकहता अबे.., मै तो सिर्फ तेरी अंदर की भावना बता रहा था , विक्रम ने कहा अज्जी हां ...आप तो डरे ही नहीं थे । कुछ ही देर में वह सभी London के एयरपोर्ट पर पहुंच जाते है ,फिर वह प्लेन से नीचे उतर कर बाहर निकलने की ओर जाते है । तभी उन्हें सामने काफी पुलिस गार्डस के साथ एक एजेंट
गज़ब का है दिन सोचों ज़रा दिव अपने सपने में मस्ती करता ही है की तभी वह अपने पलंग से गिर जाता है और धम्म सी आवाज़ आती है। फिर दिव अपने सर को सेहलाता है ...Read Moreफिर अपनी आँखे खोलता है देखता है अरे ये तो सुबह हो चुकी है , सिकंदर अपने कमरे के बाथरुम से नहा - धो के निकालता है और कमरे की अलमारी से ब्लैक जीन्स और सफ़ेद रंग की शर्ट पहनता है । विक्रम तो बिलकुल तैयार हो के निचे हॉल में बैठा सबका इंतजार कर रहा था , शिवा और अशोका भी तैयार
*द एजेंटस-5*अरे यार ऐसा नहीं है की मैंने उसका फ़ोन हैक कर लिया था असल में वो मरे साथ ही हॉल में बैठी थी फिर अचानक उसको कोई काम याद आया तो वो वहां ...Read Moreचली गयी लेकिन वो अपना फ़ोन वही रखे मेज़ पे भूल गयी। जब मिस अनीता मेरे साथ बैठी थी तो वो चला रही थी तब मैंने उसे लॉक खोलते देख लिया फिर बस मैंने थोड़ी मस्ती कर ली ,,, तभी शिवा कहता है हाँ भाई हाँ हमने तो सब देख ही