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बचपन का प्यार - Novels
by निखिल ठाकुर
in
Hindi Love Stories
गरीब परिवार में जन्मा आनन्द बहुत ही शरारती और जिद्दी लड़का था। अपनी शैतानी शरारतों से पूरे परिवार को परेशान करता रहता था। आखिर आनन्द जिद्दी हो भी क्यों ना...बडी़ मुश्किल से उसके माँ बाप को तीन लड़कियों के बाद एक लड़का हुआ था। बेटा पाने के लिए उसके माँ-बाप ने बहुत पूजा -पाठ,व्रत व हवनादि किये थे ।तब जाकर आनन्द का जन्म हुआ था और पूरे घर में आनन्द सबका लाड़ला और दुलारा था। आनन्द के जन्म पर उसका दादा जी बहुत खुश हुआ था। वैसे तो आनन्द का परिवार बहुत बडा था।जिसमें उसके तीन चाचा भी थे। परंतु उसके तीनों चाचा गाँव छोड़कर शहर में बस गये थे और आनन्द के तीनों बडे चाचा उसके पिता से बडे थे और उनमें आनन्द का पिता ही सबसे छोटे थे तो वे गाँव में ही रहे और गाँव में अपनी पुश्तैनी जमीन की देखभाल करते थे।
1. स्कुल का पहला दिन गरीब परिवार में जन्मा आनन्द बहुत ही शरारती और जिद्दी लड़का था। अपनी शैतानी शरारतों से पूरे परिवार को परेशान करता रहता था। आखिर आनन्द जिद्दी हो भी क्यों ना...बडी़ मुश्किल से ...Read Moreमाँ बाप को तीन लड़कियों के बाद एक लड़का हुआ था। बेटा पाने के लिए उसके माँ-बाप ने बहुत पूजा -पाठ,व्रत व हवनादि किये थे ।तब जाकर आनन्द का जन्म हुआ था और पूरे घर में आनन्द सबका लाड़ला और दुलारा था। आनन्द के जन्म पर उसका दादा जी बहुत खुश हुआ था। वैसे तो आनन्द
2. मीडिल स्कूल में प्रवेश देखते ही देखते आनन्द और अमिता दोनों प्राईमरी स्कूल में पांचवी कक्षा को उत्तीर्ण कर लेते है और अब दोनों ही एक साथ मीडिल स्कूल में छठी कक्षा में प्रवेश कर लेते है और ...Read Moreस्कूल भी प्राईमरी स्कूल के साथ ही था। आनन्द खेल कूद में अच्छा था ...और अमिता पढ़ने में भी बहुत अच्छी थी। अमिता देखने में पतली थी,गोरा रंग,मुलायम त्वचा,गोल चेहरा और आकर्षक गोल -गोल बड़ी आँखें...यदि अमिता दसवीं या बाहरवीं कक्षा की छात्रा होती तो उसे देखकर हर कोई लड़का उसका दीवाना जरूर होता था...और उस पर मर मिटने वाले