The disease of addiction is heavy on life book and story is written by shama parveen in Hindi . This story is getting good reader response on Matrubharti app and web since it is published free to read for all readers online. The disease of addiction is heavy on life is also popular in Motivational Stories in Hindi and it is receiving from online readers very fast. Signup now to get access to this story.
नशे की बीमारी ज़िंदगी पे भारी - Novels
by shama parveen
in
Hindi Motivational Stories
नशा एक तरह की लत होती है। जो कभी भी किसी को भी हो सकती है। नशा कई तरह का होता है। जैसे- प्यार का नशा, पेसो का नशा ।
ऐसे ही एक नशा है नशीली दवाओं का नशा ।जो की किसी भी इंसान की जिन्दगी पूरी तरह से बरबाद कर देता है।
आज कल नशीली दवाओं का नशा सब पे चल गया है। यह एक तरह का ट्रैंड बन गया है जैसे की कपड़ो और फैशन का ट्रैंड चलता है। आज आधे से ज्यादा युवा इस लत में लगे हुए है। और उन्हे यह एक बहुत ही मजेदार चीज लगती है।
आज अगर नशीली दवाओं का सेवन इतना बढ़ रहा है तो इसका सबसे बड़ा दुश्मन एक दोस्त है क्योंकि एक दोस्त ही दूसरे दोस्त को इस का लालच देता है। और धीरे धीरे उसे इसमें धकेल देता है। जिससे की वो भी इसका आदी हो जाता है। और फिर वो दूसरे को इसका आदी बनाते हैं।
नशा एक तरह की लत होती है। जो कभी भी किसी को भी हो सकती है। नशा कई तरह का होता है। जैसे- प्यार का नशा, पेसो का नशा ।ऐसे ही एक नशा है नशीली दवाओं का नशा ।जो ...Read Moreकिसी भी इंसान की जिन्दगी पूरी तरह से बरबाद कर देता है। आज कल नशीली दवाओं का नशा सब पे चल गया है। यह एक तरह का ट्रैंड बन गया है जैसे की कपड़ो और फैशन का ट्रैंड चलता है। आज आधे से ज्यादा युवा इस लत में लगे हुए है। और उन्हे यह एक बहुत ही मजेदार चीज लगती है।आज
दोनो बहुत ही डर जाते हैं। तभी सर पूछते हैं की तुम दोनो के हाथ में क्या है रोहित डर के मारे कांपने लगता है।मगर राजू बहुत ही चालाक होता है वो आसानी से ड्रग्स को नीचे गिरा देता ...Read Moreऔर बिस्कुट का पैकेट पकड़ लेता है। और फिर बोलता है की सर जी ये तो बिस्कुट का पैकेट है जिसके लिए हम लड़ रहे थे। फिर सर क्लास में बच्चो को पढ़ाना शुरू कर देते हैं फिर जब लंच का टाइम होता है तब रोहित राजू से पूछता है की तुमने ये कैसे किया । में तो समझ ही नही
घर जा कर रोहित बहुत परेशान हो जाता है उसे कुछ भी समझ में नही आता है कि वो क्या करे। उसे बहुत ही ज्यादा डर भी लगता है कि कहीं अगर घर में किसी को पता चल गया ...Read Moreमें ड्रग्स लेता हूं तो पता नही मेरा क्या हाल होगा।यही सोचते सोचते रोहित सो जाता है। शाम हो जाती है। रोहित की मां उसके कमरे मे आती है और देखती है कि रोहित सो रहा है। तभी वो उसे उठाती है।बेटा क्या हुआ तेरी तबियत ठीक नहीं है क्या जो अभी तक सो रहा है।नही मां मेरी तबियत ठीक
रोहित के पापा ये सुन कर डर जाते है और जल्दी से घर आ जाते है। तभी रोहित के पापा रोहित की मम्मी से पुछते है, "आखिर क्या हुआ इसे ये अचानक बेहोश केसे हो गया"।तब रोहित की मम्मी ...Read Moreहै, "पता नहीं अचानक इसे क्या हुआ अच्छा खासा ट्यूशन गया था और अब इसका दोस्त इसे इस हालत में ले कर आया है"।तब रोहित के पापा राजू से पुछते है, "बेटा तुम्हे ये कहा मिला "।तब राजू बोलता है, "अंकल मै बाजार जा रहा था की मुझे अचानक रोहित मिला और इसे चक्कर आ रहे थे तभी मैं जल्दी