नाजायज रिश्ते का अंजाम by Kishanlal Sharma in Hindi Novels
चार बच्चों की माँ प्रेमी के साथ भाग गयी।पत्नी ने प्रेमी के साथ मिलकर पति की हत्या की।दौलत के लिए पत्नी ने पति की हत्या क...
नाजायज रिश्ते का अंजाम by Kishanlal Sharma in Hindi Novels
सुधीर ने घर की चाबी माया को सौंपते हुए कहा था,"आज से इस घर की मालकिन तुम हो।"आजकल हर कुंवारी शिक्षित लडकी का सपना होता ह...
नाजायज रिश्ते का अंजाम by Kishanlal Sharma in Hindi Novels
सुधीर रेस्तरां जाने के लिए तैयार हो रहा था।उसने भी उस पत्र को पढ़ा था।इटारसी में उसके दूर के रिश्ते के मौसा रहते थे।मौसाज...
नाजायज रिश्ते का अंजाम by Kishanlal Sharma in Hindi Novels
समय बीतने पर राजेन्द्र माया के साथ छेड़छाड़ भी करने लगा कभी वह माया के नितम्बो को सहला देता।कभी उसके गुलाबी होठो को चूम ले...
नाजायज रिश्ते का अंजाम by Kishanlal Sharma in Hindi Novels
माया राजेन्द्र से अलग होकर दरवाजा खोलने के लिए आ तो गयी।लेकिन उसे अस्त व्यस्त अवस्था मे देखकर सुधीर के मन मे सन्देह का ब...