Gumnam Raja book and story is written by Harshit Ranjan in Hindi . This story is getting good reader response on Matrubharti app and web since it is published free to read for all readers online. Gumnam Raja is also popular in Fiction Stories in Hindi and it is receiving from online readers very fast. Signup now to get access to this story.
गुमनाम राजा - Novels
by Harshit Ranjan
in
Hindi Fiction Stories
हमारे देश आदि काल से अपनी कला-कृति, ज्ञान, औषधियों, योद्धाओं आदि के लिए संपूर्ण विश्य मे प्रसिद्ध रहा है । इन सभी के साथ-साथ एक और चीज़ है जिसके लिए हमारा देश संपूर्ण विश्व मे ं जाना जाता है और वो हैं हमारे देश के राजा तथा महाराजा । हमारा देश हजारों साल से अपने राजाओं की संपत्ति, शान-ओ-शौकत तथा उनके पराक्रम के लिए मशहूर है । इनमें से कुछ राजाओं के नाम तो हर किसी को मूँह-ज़ुबानी याद हैं जैसे कि राजा पोरस, चक्रवर्ती सम्राट अशोक, राजा विक्रमादित्य, पृथ्वीराज चौहान आदि । लेकिन भारतवर्ष के इतिहास में ऐसे
हमारे देश आदि काल से अपनी कला-कृति, ज्ञान, औषधियों, योद्धाओं आदि के लिए संपूर्ण विश्य मे प्रसिद्ध रहा है । इन सभी के साथ-साथ एक और चीज़ है जिसके लिए हमारा देश संपूर्ण विश्व मे ं जाना जाता है ...Read Moreवो हैं हमारे देश के राजा तथा महाराजा । हमारा देश हजारों साल से अपने राजाओं की संपत्ति, शान-ओ-शौकत तथा उनके पराक्रम के लिए मशहूर है । इनमें से कुछ राजाओं के नाम तो हर किसी को मूँह-ज़ुबानी याद हैं जैसे कि राजा पोरस, चक्रवर्ती सम्राट अशोक, राजा विक्रमादित्य, पृथ्वीराज चौहान आदि । लेकिन भारतवर्ष के इतिहास में ऐसे ई
नमस्कार पाठकों ।पिछले पाठ में हमने औलिकार वंश के शासक राजा यशोधर्मन के जीवन और उनके द्वारा लड़े गए महत्वपूर्ण युद्धों पर प्रकाश डाला था । आइए अब हम लोग अन्य गुमनाम राजाओं के बारे में जानते हैं :- ...Read Moreमहाराणा बप्पा रावल : महाराणा बप्पा रावल आठवीं शताब्दी में मेवाड़ के गुहिल राजपूत वंश के संस्थापक थे । इनका जन्म सन् 738 में राजस्थान के ईडर प्रांत में हुआ था । वह एक महान योद्धा होने के साथ-साथ एक बहुत बड़े शिव भक्त भी थे । अपने 19 वर्षों के शासन काल में उन्होंने अपने साम्राजय में कई शिव
पिछले पाठ में हमने गुमनाम राजाओं की सूची में शामिल राजा बप्पा रावल के जीवन तथा उनकी उपलब्धियों के बारे में जाना था । आइए अब अन्य ऐसे राजाओं के बारे में जानते हैं जो भारतीय इतिहास में गुमनाम ...Read Moreगए :- 3) ललितादित्य मुक्तपदि : ललितादित्य मुक्तपदि कश्मीर के करकोट राजघराने के शासक थे । कश्मीर के मशहूर लेखक व कवि कल्हण ने अपनी किताब 'राजतरंगिनी' में इनका तथा इनके साम्राज्य का जिक्र किया है । कई विद्वानों तथा इतिहासकारों के अनुसार ललितादित्य का साम्राज्य विश्व के सबसे विशाल साम्राज्य में से एक था । एक विदेशी इतिहासकार के
पिछले पाठ में हम लोगों ने कश्मीर के राजा ललितादित्य मुक्तपदि के बारे में जाना था । आइए अब अन्य गुमनाम राजाओं के बारे में जानते हैं:- 4) गौतमिपुत्र सतकरनी : गौतमिपुत्र सतकरनी पहली शताब्दी में सतवाहन राजवंश के ...Read Moreथे । कई इतिहासकारों ने उन्हें सतवाहन वंश का सर्वश्रेष्ठ शासक बताया है । इनका साम्राज्य दक्षिण में कलिंग से लेकर दक्षिण में कृष्णा नदि तक तथा पूर्व में कोंकण से लेकर पश्चिम में मालवा तक था । इनके साम्राज्य की शासन व्यस्था तथा इनकी उपलब्धियों के बारे में हमें नाशिक के शिलालेखों तथा इनके शासन काल में छपे हुए
अब आगे :-राजा नरसिम्हवर्मन के पिता महेंद्रवर्मन और चालुक्यों के राजा पुलकेशी द्वितीय के बीच दक्षिण भारत के पुल्लूर नामक शहर में एक युद्ध हुआ था । पुलकेशी द्वितीय बहुत ही महत्वकांक्षी राजा था और इसलिए वो अपना हर ...Read Moreअपने साम्राजय को विस्तृत करने की नियत से ही करता था । अपने साम्राजय को डंका दक्षिण भारत में बजाने के लिए उसने विष्णुकुंदिन साम्राज्य पर कब्ज़ा कर लिया । विष्णुकुंदिन साम्राज्य के राजाओं ने पल्लवों के साथ संधी कर ली थी । इसलिए पल्लवों को यह बात अच्छी नहीं लगी । उन्होंने विष्णुकुंदिन साम्राज्य के पतन का प्रतिशोध लेने