Nimmo by Deepak Bundela AryMoulik | Read Hindi Best Novels and Download PDF Home Novels Hindi Novels निम्मो - Novels Novels निम्मो - Novels by Deepak Bundela AryMoulik in Hindi Short Stories (53) 2.4k 5k 2 निम्मो.. !निम्मो... निम्मो.... अरे कहां मर गई कमब्खत मारी..निम्मो- जी आई अम्मी...और निम्मो अपने सिर को दुपट्टे से ढकते हुए दौड़ती सी बैठक बाले कमरे की तरफ आती है. उनके पास मौलवी को देख उसके कदम ठिठक से जाते ...Read Moreअम्मी के पास बैठा 50 साल का खाने वाली निगाहों से मौलवी निम्मो को देख रहा है.अम्मी - अब इतनी दूर क्यों ख़डी हो गई.. इधर आनिम्मो- हम यहीं ठीक है अम्मी.. !अम्मी- क्या तुझें पता नहीं है के आज महीने की आख़िरी जुमे रात है आज उतरा होना हैनिम्मो चुप चाप अपनी नज़रे ज़मीन में गढ़ाए ख़डी रहती है. Read Full Story Download on Mobile Full Novel निम्मो (भाग-1 ) 891 1.9k निम्मो.. !निम्मो... निम्मो.... अरे कहां मर गई कमब्खत मारी..निम्मो- जी आई अम्मी...और निम्मो अपने सिर को दुपट्टे से ढकते हुए दौड़ती सी बैठक बाले कमरे की तरफ आती है. उनके पास मौलवी को देख उसके कदम ठिठक से जाते ...Read Moreअम्मी के पास बैठा 50 साल का खाने वाली निगाहों से मौलवी निम्मो को देख रहा है.अम्मी - अब इतनी दूर क्यों ख़डी हो गई.. इधर आनिम्मो- हम यहीं ठीक है अम्मी.. !अम्मी- क्या तुझें पता नहीं है के आज महीने की आख़िरी जुमे रात है आज उतरा होना हैनिम्मो चुप चाप अपनी नज़रे ज़मीन में गढ़ाए ख़डी रहती है. Listen Read निम्मो (भाग-2) (13) 660 1.2k निम्मो (भाग-2)निम्मो- देखो शाहिद आप मेरे शोहर हो के भी मेरी परेशानीयों को नहीं समझ रहें हैं.. आप समझने की कोशिश क्यों नहीं करते.. मैं.. मैं... कैसे समझाऊ आपको के वो मेरे साथ क्या करता है..वो मौलवी नहीं है ...Read Moreहै..शाहिद- देख निम्मो मैं तेरे हांथ जोड़ता हूं के तूं मेरा भेजा बिलकुल भी खराब मत कर तुझसे जो कहा जा रहा है तूं उतना कर इसी में हम सब की भलाई है..निम्मो- अच्छा मैं आपसे बस इतना पूछती हूं क्या जिन्नाद मौलवी को आते है.?शाहिद- हां उन्ही पर आते है..क्या तुझें पता नहीं है..निम्मो- क्या वो वो सब भी Listen Read निम्मो (भाग-3) 486 1k भाग-3निम्मो को होश आ चुका था..उसके पास अम्मी, शाहिद, मौलवी और हकीम बैठे थे निम्मो उठने को हुई थी के उसे मौलवी ने उठने से रोकामौलवी- आराम से लेटी रहो निम्मो ..तुम्हे अब और कुछ करने की ज़रूरत नहीं ...Read Moreमुझें बताओं क्या कहना चाहती हो.निम्मो - मुझें आपसे कोई बात नहीं करनी.मौलवी- ठीक है किससे करना चाहती हो शाहिद से या अम्मी से..निम्मो रोने लगती है.. उसके आंसू झरने लगते है.. मौलवी खड़े होते हुए बोलता हैमौलवी- आपा ये आप से बात करना चाहती है हम लोग बाहर जाते है.अम्मी-अब क्या बात करेंगी.. जो बात थी तो आप लोगों Listen Read निम्मो (भाग-4 अंतिम) (20) 384 921 कंटीन्यू पार्ट -4अपनी नाकामियों का कसुरबार अपनों को ही बना देना कहां तक सही है.. आज कल नहीं ये तो ज़माने से चला आ रहा है जिस तरह शाहिद ने और उसकी अम्मी ने अपनी खुद की नाकामी का ...Read Moreनिम्मो को बना दिया था हालांकि इस समाज में आज भी बहुत से लोग ऐसे है जो ऐसे इल्म के चक्कर अपनों को या फिर किसी और की बली दें देते हैं..हमारे इस समाज में ये ज़रूरी भी नहीं कि निम्मो जैसी लड़कियों को ऐसा भोगना पड़ता है.. वो कबिता, परमिंदर या रोज़ी भी होती है.. यदि शिक्षा का आभाव Listen Read More Interesting Options Hindi Short Stories Hindi Spiritual Stories Hindi Novel Episodes Hindi Motivational Stories Hindi Classic Stories Hindi Children Stories Hindi Humour stories Hindi Magazine Hindi Poems Hindi Travel stories Hindi Women Focused Hindi Drama Hindi Love Stories Hindi Detective stories Hindi Social Stories Hindi Adventure Stories Hindi Human Science Hindi Philosophy Hindi Health Hindi Biography Hindi Cooking Recipe Hindi Letter Hindi Horror Stories Hindi Film Reviews Hindi Mythological Stories Hindi Book Reviews Hindi Thriller Hindi Science-Fiction Hindi Business Hindi Sports Hindi Animals Hindi Astrology Hindi Science Hindi Anything Deepak Bundela AryMoulik Follow