param pujy swami hariom tirth ji maharaj by रामगोपाल तिवारी | Read Hindi Best Novels and Download PDF Home Novels Hindi Novels परम पूज्य स्वामी हरिओम तीर्थ जी महाराज - Novels Novels परम पूज्य स्वामी हरिओम तीर्थ जी महाराज - Novels by रामगोपाल तिवारी in Hindi Spiritual Stories (16) 999 5.3k 1 परम पूज्य स्वामी हरिओम तीर्थ जी महाराज 1 एक अजनबी जो अपना सा लगा परम पूज्य स्वामी हरिओम तीर्थ जी महाराज . रामगोपाल भावुक ...Read More सम्पर्क- कमलेश्वर कोलोनी (डबरा) भवभूतिनगर जि0 ग्वालियर ;म0 प्र0 475110 मो0 9425715707, , 8770554097 शिव स्तुति अथ् श्री गणेशाय नमः। ऊँ नारायणाय परमेश्वराय विंदेश्वराय नमः शिवाय। हरि हराय दिगम्बराय वटेश्वराय नमः शिवाय। नित्याय शुद्धाय निरन्जनाय भस्मांगराय नमः Read Full Story Download on Mobile New Episodes : Every Monday,Wednesday,Friday,Saturday परम पूज्य स्वामी हरिओम तीर्थ जी महाराज - 1 240 960 परम पूज्य स्वामी हरिओम तीर्थ जी महाराज 1 एक अजनबी जो अपना सा लगा परम पूज्य स्वामी हरिओम तीर्थ जी महाराज . रामगोपाल भावुक ...Read More सम्पर्क- कमलेश्वर कोलोनी (डबरा) भवभूतिनगर जि0 ग्वालियर ;म0 प्र0 475110 मो0 9425715707, , 8770554097 शिव स्तुति अथ् श्री गणेशाय नमः। ऊँ नारायणाय परमेश्वराय विंदेश्वराय नमः शिवाय। हरि हराय दिगम्बराय वटेश्वराय नमः शिवाय। नित्याय शुद्धाय निरन्जनाय भस्मांगराय नमः Listen Read परम पूज्य स्वामी हरिओम तीर्थ जी महाराज - 2 105 642 परम पूज्य स्वामी हरिओम तीर्थ जी महाराज 2 param pujy swami hariom tirth ji maharaj स्वामी मामा डबरा स्वामीजी अकेले कवि ही नहीं वल्कि श्रेष्ठ सटायर लेखक भी रहे हैं। उनकी कहानियाँ एवं सटायर इतने ...Read Moreकि आदमी बिषय पर सोचने को मजबूर होजाये।उनके सारे के सारे सटायर व्यवस्था की शल्य क्रिया करने में समर्थ मिलेंगे। नगर में लोग उन्हें कवि रूपमें स्वामी मामा के नाम से जानने लगे थे। मैं उन्हें स्वामीजी कहकर बुलाता रहा। किन्तु जब से मुझे उनका अनुग्रह प्राप्त हुआ है तब से मैं गुरुदेव को महाराज जी कहता हूँ। ‘‘एक Listen Read परम पूज्य स्वामी हरिओम तीर्थ जी महाराज - 3 108 528 परम पूज्य स्वामी हरिओम तीर्थ जी महाराज 3 महाराजजी बोले- एक दिन मैं डॉक्टर के0 के0 शर्मा के यहाँ पहुँचा ही था कि अचानक मुझे दोनों आँखों से दिखना बन्द होगया -‘‘ नैना एक पल को तूं ...Read Moreजइयो।’’...... और यह प्रसंग सोचने लगा जब राम जी अपने चारों भाइयों के साथ वशिष्टजी के यहाँ से अघ्ययन करके अयोध्या लौटकर आये उस दिन एक दृष्टिहीन व्यक्ति गारहा था-‘‘नैना एक पल को तूं खुल जइयो।’’ यह प्रसंग सोचकर जैसे ही निवृत हुआ कि मुझे दोनों आँखों से दिखाई देने लगा। यह कहकर महाराजजी गुरु की महिमा गुनगुना रहे थे- Listen Read परम पूज्य स्वामी हरिओम तीर्थ जी महाराज - 4 141 546 परम पूज्य स्वामी हरिओम तीर्थ जी महाराज 4 महाराजजी कह रहे थे-मैं अनेकों बार वुटवल गया हूँ, यह नेपाल में है। उस कस्वे के तीन ओर पहाड़ियाँ होने से मनोरम द्रश्य उपस्थित होजाता है। तिनाऊ नदी के ...Read Moreकी ओर सकरा पाट है किन्तु नीचे की ओर चौड़ा होगया है। ऊपर के सकरे भाग में रोप ब्रिज बना है। नीचे के चौड़े पाट से कस्वा लगा है। ऐसे सुन्दर कस्वे में एक नेपाली दम्पति रहते थे। उनकी पत्नी को मैं दीदी कहता था। जब भी मैं वुटवल जाता उन्हीं के यहाँ ठहरता था। अपना दाम- पैसा दीदी Listen Read परम पूज्य स्वामी हरिओम तीर्थ जी महाराज - 5 81 591 परम पूज्य स्वामी हरिओम तीर्थ जी महाराज 5 दिनांक 03-02-09 को महाराज जी ने यह प्रसंग सुनाया। अहमदाबाद में मेरे बड़े भ्राता जनार्दन स्वामी जी कपड़े की मिल में सबसे बड़े इन्जीनियर थे। वहीं एक वंशीवाले संत ...Read Moreथे। स्वामीजी अक्सर उनके यहाँ जाया करते थे। यह बात मील के मालिक को पता चल गई । स्वामी जी से निवेदन किया-‘‘ आप कैसे भी वंशीवाले संत जी को घर ले आओ।’ जनार्दन स्वामी बोले-‘‘ सेठजी ,आप घर में रामायण का कार्यक्रम रखें मैं उन्हें लाने का प्रयास करुंगा। ’’ सेठजी ने रामायण का कार्यक्रम रखा। जनार्दन Listen Read परम पूज्य स्वामी हरिओम तीर्थ जी महाराज - 6 99 657 परम पूज्य स्वामी हरिओम तीर्थ जी महाराज 6 एक यात्रा वृतांत कोल्हापुर दक्षिण काशी कहलाती है। यहाँ के महालक्ष्मी मन्दिर के श्रीयंत्र की महिमा प्रसिद्ध है। महाराज जी ने यह यात्रा पाँच-सात लोगों के साथ की ...Read Moreनरसिंह वाड़ी कृष्णा नदी के तट पर है। यहाँ से महाराज जी ने ओदुम्बर के लिये प्रस्थान किया। कृष्णा नदी के दूसरे तट पर चौसठ योगिनियों का मन्दिर है। यहाँ स्वामी नरसिह सरस्वति रहे हैं। ताशगाँव-कोल्हपुर से पंजिम के लिये प्रस्थान किया। वहाँ से वास्कोडिगामा के लिये बस पकड़़ी। यसवन्तगढ़-यहाँ शिवाजी का किला है। माड़गाँव-वासुदेवानन्द सरस्वति (टेम्वे Listen Read परम पूज्य स्वामी हरिओम तीर्थ जी महाराज - 7 102 585 परम पूज्य स्वामी हरिओम तीर्थ जी महाराज 7 आप जब गुरुनिकेतन पहुँचेंगे, आमजन के लिये निर्मित सत्संग भवन के मुख्य द्वार के समक्ष साधना के सोपान लिखे देखेंगे। गुरुदेव ने ‘अपना अपना सोच’ कृति में भी ...Read Moreस्थान दिया है। साधना के सोपान 0 अनुशासित जीवन 0 मर्यादित आचरण 0 सहनशीलता 0 सेवा भाव 0 सद्व्यवहार 0 संयम 0 धैर्य 0 आत्मनिरीक्षण 0 कोई आस्तिक है या नास्तिक इससे क्या फर्क पड़ता है। व्यक्ति के कर्म के पार्श्व में कौन सी भावना छुपी Listen Read परम पूज्य स्वामी हरिओम तीर्थ जी महाराज - 8 123 762 परम पूज्य स्वामी हरिओम तीर्थ जी महाराज 8 दिनांक 7.11.12 को मैं पुनः चित्रकूट से लौट रहा था। महाराज जी सांय सात बजे फोन मिला, तिवाडी जी हरीहर जी चले गये। मुझे इस की कतई सम्भावना नहीं ...Read Moreआधात सा लगा। तीन माह के अन्दर गुरुदेव को यह तीसरा झटका था। किन्तु वे यह कहने में पूरी तरह सामान्य लग रहे थे। प्रभू की लीलायें हैं कब कौन सी लीली करना है यह तो वे ही जाने। चिर सत्य को कौन नकार सकता है। पं0 हरीहर स्वामी जी महाराज जी के सबसे छोटे भ्राता हैं। छोटे होने Listen Read More Interesting Options Hindi Short Stories Hindi Spiritual Stories Hindi Novel Episodes Hindi Motivational Stories Hindi Classic Stories Hindi Children Stories Hindi Humour stories Hindi Magazine Hindi Poems Hindi Travel stories Hindi Women Focused Hindi Drama Hindi Love Stories Hindi Detective stories Hindi Social Stories Hindi Adventure Stories Hindi Human Science Hindi Philosophy Hindi Health Hindi Biography Hindi Cooking Recipe Hindi Letter Hindi Horror Stories Hindi Film Reviews Hindi Mythological Stories Hindi Book Reviews Hindi Thriller Hindi Science-Fiction Hindi Business Hindi Sports Hindi Animals Hindi Astrology Hindi Science Hindi Anything रामगोपाल तिवारी Follow