Jaini aur sapno ka Rajkumar book and story is written by RACHNA ROY in Hindi . This story is getting good reader response on Matrubharti app and web since it is published free to read for all readers online. Jaini aur sapno ka Rajkumar is also popular in Love Stories in Hindi and it is receiving from online readers very fast. Signup now to get access to this story.
जैनी और सपनों का राजकुमार - Novels
by RACHNA ROY
in
Hindi Love Stories
जैनी एक बहुत ही खूबसूरत सी लड़की थी उसकी नीली नीली आंखें बहुत सुहानी लगती थी।
जैनी एक पन्द्रह साल की लड़की थी और वो कश्मीरी बर्फीले पहाड़ों पर रहती थी अपनी नानी मां के साथ।
चंचल मन था उसका रोज सुबह जंगलों में जाकर लकड़ियां काट कर घर ले आती और फिर उससे उसकी नानी तरह तरह का सामान बनाती और शहर जाकर बेंच आती थी।
जैनी के नन्हे हाथों में शायद भगवान का दिया हुआ कोई जादू था उसने नानी मां से लड़की के खिलौने, बर्तन, और बहुत सारे सुन्दर सुन्दर सजाने वाली चीजों को बनाती थी।
जैनी ओ जैनी कहा हो आओ तो नाश्ता कर लो।
जैनी तो जैसे पेड़ पौधों में भी जान डाल देती थी।
जानवरों से बात करना, चिड़ियों के साथ चहचहाना उसे बहुत अच्छा लगता था।
Episode-1 जैनी एक बहुत ही खूबसूरत सी लड़की थी उसकी नीली नीली आंखें बहुत सुहानी लगती थी। जैनी एक पन्द्रह साल की लड़की थी और वो कश्मीरी बर्फीले पहाड़ों पर रहती थी अपनी नानी मां के साथ। चंचल मन ...Read Moreउसका रोज सुबह जंगलों में जाकर लकड़ियां काट कर घर ले आती और फिर उससे उसकी नानी तरह तरह का सामान बनाती और शहर जाकर बेंच आती थी। जैनी के नन्हे हाथों में शायद भगवान का दिया हुआ कोई जादू था उसने नानी मां से लड़की के खिलौने, बर्तन, और बहुत सारे सुन्दर सुन्दर सजाने वाली चीजों को बनाती थी।
Episode-2 जैनी जैसे ही आंख खोली तो अंधेरा देख कर चिल्लाने लगी और रोने लगी ये कहा मैं आ गई किसने कैद किया है मुझे।। कुछ देर बाद वो साहुकार आ गया और बोला ऐ लड़की क्या है ...Read Moreपास कोई जादुई छड़ी जिससे इतना सुन्दर सिंहासन बना दिया।बोल वरना मार डालुगा। जैनी सोचने लगी कि बहुत बड़ी मुश्किल में पड़ गई हुं। क्या करूं कैसे निकल जाऊं। घर में नानी मां रोते रोते भगवान को बुलाने लगी। और फिर अचानक उन्हें उस गुड्डे की याद आ गई। और फिर उस लकड़ी के गुड्डे को उठाया और कहा राजकुमार
Episode-3 फिर एक सैनिक इधर उधर पता करके लौट आया और बोला कि सब जानकारी मिल गई है। अब हमें वापस जाना चाहिए। राजमहल पहुंच कर राजा को जानकारी दी की वो जैनी है, और नानी मां के साथ ...Read Moreहै। उसी रात जैनी को भी सब पता चला और वो रोने लगी, और फिर सारी बात राजकुमार को बताया। और फिर जब सो गए तो राजकुमार ने एक दम हु-ब-हू जैनी का प्रतिरुप बना दिया।वो भी लकड़ी से। कहीं से भी ये प्रतीत नहीं हो पा रहा था कि वो लकड़ी का बना है। एक सुंदर से लिवाज से