Banjaran Witch book and story is written by Rakesh Rakesh in Hindi . This story is getting good reader response on Matrubharti app and web since it is published free to read for all readers online. Banjaran Witch is also popular in Horror Stories in Hindi and it is receiving from online readers very fast. Signup now to get access to this story.
बंजारन चुड़ैल - Novels
by Rakesh Rakesh
in
Hindi Horror Stories
इस से अच्छा बस अड्डे पर रुक जाता कम से कम इंसान नजर नहीं आते तब भी बिजली के खंभों से रोशनी तो होती दूसरा मैंने रिक्शे वाले को गांव के पास वाले हाईवे रोड़ से किराया देकर वापस भेज कर गलती कर दी आज कि रात मामा मामी के घर ही उसे रोक लेता तो कम से कम पक्के रोड़ से गांव तक के इस कच्चे अंधेरे सुनसान डरावने रास्ते पर अकेले तो पैदल नहीं चलना पड़ता। यह सब सोचते सोचते शम्मी अपनी ननिहाल जा रहा था, ऐसी अंधेरी रात में जिसमें अच्छे खासे मजबूत दिल के पुरुष को भी भूत प्रेत चुड़ैल का डर कांपने पर विवश कर दे, ऐसे सन्नाटे रास्ते पर सर्दी के मौसम कि अमावस्या की अंधेरी रात में अपने मामा मामी के गांव जा रहा था, क्योंकि पांच दिन बाद उसकी ममेरी बहन की शादी होने वाली थी और मां कि मृत्यु के बाद शम्मी छ वर्ष के बाद अपनी ननिहाल जा रहा था, इसलिए उसकी यह सोच गलत साबित हुई कि छ वर्षों में हाईवे रोड़ से चार कोश दूर गांव तक पक्का रोड़ बन गया होगा और रोड़ के दोनों तरफ बिजली के खंभे लग गए होंगे और मिनटों में मिनी बस छोटे टेंपो रिक्शे वाले आदि गांव में पहुंचा देते होंगे।
इस से अच्छा बस अड्डे पर रुक जाता कम से कम इंसान नजर नहीं आते तब भी बिजली के खंभों से रोशनी तो होती दूसरा मैंने रिक्शे वाले को गांव के पास वाले हाईवे रोड़ से किराया देकर वापस ...Read Moreकर गलती कर दी आज कि रात मामा मामी के घर ही उसे रोक लेता तो कम से कम पक्के रोड़ से गांव तक के इस कच्चे अंधेरे सुनसान डरावने रास्ते पर अकेले तो पैदल नहीं चलना पड़ता। यह सब सोचते सोचते शम्मी अपनी ननिहाल जा रहा था, ऐसी अंधेरी रात में जिसमें अच्छे खासे मजबूत दिल के पुरुष को
फसल काटे खेत में गिरते ही शम्मी के हाथ से उसका बैग भी छूट कर दूर जाकर गिरता है और उसके हाथ कि हथेली में कांटे जैसी नुकीली लकड़ी बहुत अंदर तक घुस जाती है, जिससे वह दर्द से ...Read Moreउठता है और उसके हाथ कि हथेली से टप टप करके लहू बहने लगता है, शम्मी रुमाल से हथेली के जख्म को बांधने के बाद अपनी जैकेट की जेब से सिगरेट कि डिब्बी निकाल कर उस डिब्बी से एक सिगरेट निकाल कर जलता है और हिम्मत करके अपने पास से सूखी कि लड़कियां घास फूस इकट्ठा करके आग जला लेता
श्मशान घाट की तरफ से ऐसी आवाज जैसे कोई अपनी नाक अपने हाथों कि उंगलियों से कसकर दबाकर बोल रहा हो सुनकर शम्मी समझ जाता है कि यह भूत कि आवाज है, क्योंकि उसने किसी से सुना था कि ...Read Moreप्रेत नाक से बोलते हैं, इसलिए वह मिठाई का डिब्बा महादेव के मंदिर के पास रख कर और तेज चिल्ला कर बोलकर कि मैंने मिठाई महादेव के मंदिर के आगे बने पत्थर के चबूतरे पर रख दी है, यहां से उठाकर मिठाई खा लेना और खुद यह बात कहकर रेल कि पटरी के किनारे-किनारे उस तरफ तेज़ तेज़ चलना शुरू
सुंदर मधुर मीठी युवती कि वाणी सुनकर शम्मी जल्दी से पीछे मुड़कर देखता है तो एक खूबसूरत युवती हाथ में कटार लिए मुंह में पान का बीड़ा गौरा रंग लहंगा चोली पहने खड़ी हुई थी। उसे देखते ही शम्मी ...Read Moreजाता है कि मुझे जीवन में पहली बार चुड़ैल के दर्शन हो गए क्योंकि यह कस्तूरी बंजारन चुड़ैल है, इसलिए शम्मी बंजारन चुड़ैल को देखकर वहां से तेजी से भागने लगता है किंतु थोड़ी सी दूर बंजारन चुड़ैल से बचकर भागते ही उसे जमींदार भूतनाथ भूत टांग से पकड़ कर गूलर के पेड़ कि चोटी पर उल्टा पेड़ के मोटे
बंजारन चुड़ैल की पूजा करने आए उस परिवार की बात सुनकर शम्मी अपने दिल में सोचता है जिसे यह देवी समझ रहे हैं, वह अपनी मुक्ति के लिए मेरी गुलाम बन गई है फिर उस समय शम्मी कि इच्छा ...Read Moreहै कि इस परिवार से पता तो करूं की बंजारन चुड़ैल ने इनको कैसे इंसाफ दिलाया है तो वह परिवार बताता है कि मैंने अपने बेटे की शादी के लिए गांव के एक अमीर आदमी से दस हजार रुपए का कर्जा लिया था, उस अमीर आदमी ने हम दोनों अनपढ़ बाप बेटे के दस हजार कि जगह एक लाख के