गुमशुदा की तलाश - Novels
by Ashish Kumar Trivedi
in
Hindi Detective stories
रंजन चर्च में प्रार्थना कर बाहर निकल रहा था। आज उसका जन्मदिन था। उसे पंद्रह साल पहले का अपना जन्मदिन याद आ रहा था। वह अंतिम जन्मदिन था जब उसके पिता उसके साथ थे। चर्च के आहते में रंजन ...Read Moreफादर फ्रांसिस मिल गए।"हैप्पी बर्थडे रंजन।"थैंक्यू फादर.."तुम्हारा काम कैसा चल रहा है ?"बहुत अच्छा फादर। मेरे बॉस सरवर खान पर लोगों का भरोसा बढ़ता जा रहा है। एक के बाद एक केस की लाइन लगी रहती है।"अब शर्ली को तुम्हारे
गुमशुदा की तलाश (1)रंजन चर्च में प्रार्थना कर बाहर निकल रहा था। आज उसका ...Read Moreथा। उसे पंद्रह साल पहले का अपना जन्मदिन याद आ रहा था। वह अंतिम जन्मदिन था जब उसके पिता उसके साथ थे। चर्च के आहते में रंजन को फादर फ्रांसिस मिल गए।"हैप्पी बर्थडे रंजन।""थैंक्यू फादर..""तुम्हारा काम कैसा चल रहा है ?""बहुत अच्छा फादर। मेरे बॉस सरवर खान पर लोगों का भरोसा बढ़ता जा रहा है। एक के बाद एक केस की लाइन लगी रहती है।""अब शर्ली को तुम्हारे
गुमशुदा की तलाश (2)रंजन लौटा तो घर में अंधेरा ...Read Moreउसने आवाज़ दी।"मम्मी.…कहाँ हैं आप ?"उसकी पुकार पर कोई जवाब नहीं मिला। वह ढूंढ़ते हुए बैकयार्ड में गया। शर्ली कुर्सी पर चुपचाप बैठी थी। रंजन जाकर सामने की कुर्सी पर बैठ गया। आहट पाकर शर्ली अपने खयालों से बाहर आई।"तुम कब आए रंजन ?"रंजन ने अपनी माँ का हाथ पकड़ कर कहा।"आप इस तरह अंधेरे में क्यों बैठी हैं ?"शर्ली ने कोई जवाब नहीं दिया। "इसका मतलब आज फिर से चिठ्ठी आई है।
गुमशुदा की तलाश (3)रंजन सबसे पहले जाँच अधिकारी इंस्पेक्टर सुखबीर सिंह से मिला। उनसे ...Read Moreकर उसने बिपिन की गुमशुदगी के केस की सारी जानकारी तफ्सील से ली। अब तक की जाँच के अनुसार दस महीने पहले उसके रूममेट कार्तिक मेहता ने अपने प्रोफेसर दीपक बोहरा को सूचना दी कि तीन दिन हो गए बिपिन हॉस्टल नहीं लौटा है। प्रोफेसर दीपक ने यह बात डीन धर्मपाल शास्त्री को बताई। मामले की गंभीरता को समझते हुए डीन शास्त्री ने पुलिस में बिपिन के हॉस्टल से
गुमशुदा की तलाश (4)सरवर खान ने रंजन के रहने की व्यवस्था ...Read Moreके पास ही एक लॉज में करा दी थी। लॉज में पहुँच कर उसने सरवर खान को फोन पर कार्तिक से मिली सारी जानकारी दे दी। "सर आप इंस्पेक्टर सुखबीर सिंह से बात कीजिए कि वह बिपिन की नोटबुक दिला दें। हो सकता है उसमें बिपिन ने कुछ ऐसा लिखा हो जिससे कोई सुराग मिल सके।""हाँ बिल्कुल मैं इंस्पेक्टर सुखबीर सिंह से बात करता हूँ। तुम अब उस लड़की
गुमशुदा की तलाश (5)सरवर खान अपने ऑफिस में बैठे उस नोटबुक के पन्ने ...Read Moreरहे थे जो पुलिस को बिपिन के सामान से मिली थी। सरवर खान इंस्पेक्टर सुखबीर सिंह के सीनियर ऑफिसर को जानते थे। उन्होंने उनसे कहलाया कि इंस्पेक्टर सुखबीर उनकी इस केस में मदद करें। रंजन ने इंस्पेक्टर सुखबीर सिंह से मिल कर वह नोटबुक ली। नोटबुक नई थी। उसमें केवल दस बारह पन्ने ही लिखे गए थे। सरवर खान ने रंजन को उन्हें स्कैन कर मेल करने को कहा।
गुमशुदा की तलाश (6)सरगम डिस्को में तेज़ संगीत पर ...Read Moreझूम रहे थे। आंचल भी अपने ग्रुप के साथ पूरी मस्ती में नाच रही थी। बहुत देरे से नाचते हुए उसका गला सूखने लगा। बार एरिया में जाकर उसने अपने लिए एक सॉफ्ट ड्रिंक मांगा। वह अपना ड्रिंक सिप कर रही थी तभी एक आदमी उसके पास आकर खड़ा हो गया। देखने में वह किसी बॉडी बिल्डर की तरह था। उसके बाल कंधे तक लंबे थे। दोनों कानों
गुमशुदा की तलाश (7)सरवर खान ने रंजन से बात कर उन ...Read Moreसवालों के बारे में बता दिया जो नोटबुक पढ़ने के बाद उनके मन में उठे थे। उन्होंने यह भी कहा कि वह जल्द ही खुद वहाँ आने का प्रयास करेंगे। तब तक वह आंचल से पूँछताछ करे। कार्तिक पर भी नज़र बनाए रखे। उस दिन आंचल बहुत परेशान थी। इसलिए रंजन ने सोंचा कि एक दो दिन ठहर कर उससे मिलेगा। इस बीच उसने कार्तिक के बारे में कुछ
गुमशुदा की तलाश (8)रंजन जब वहाँ पहुँचा तब छेदीलाल गेट पर ड्यूटी ...Read Moreरहा था। रंजन ने उसके पास जाकर कहा।"और छेदी भैया....कैसे हो ?"एक अजनबी के मुंह से अपना नाम सुन कर छेदीलाल आश्चर्य में पड़ गया। रंजन के चेहरे को गौर से देखते हुए पहचानने की कोशिश करने लगा। लेकिन उसकी कुछ समझ में नहीं आया। "कौन हो भैया....पहचान नहीं पाए।""अरे भैया पहचानेंगे कैसे ? पहली बार जो मिले हैं।"छेदीलाल ने कुछ देर रंजन को घूर कर देखा। "तो काहे
गुमशुदा की तलाश (9)अब तक रंजन ने इस केस पर बहुत अच्छा ...Read Moreकिया था। उसने कई महत्वपूर्ण जानकारियां जुटाई थीं। लेकिन सरवर खान ने महसूस किया कि इस केस में कई पेंच हैं। उन्हें अपने अनुभव का प्रयोग करना पड़ेगा। अतः वह खुद भी वहाँ आ गए। उन्होंने भी उसी लॉज में एक कमरा ले लिया जिसमें रंजन रह रहा था।इस समय सरवर खान अपने कमरे में रंजन के साथ बैठ कर इस केस में अब तक जो बातें
गुमशुदा की तलाश (10)सरवर खान ने साइबर कैफे के बाहर लगे सीसीटीवी ...Read Moreकी फुटेज को ध्यान से देखा। फुटेज में काले रंग की कार दिखाई पड़ रही थी। लेकिन वह जिस स्थिति में खड़ी थी उसका नंबर नहीं दिखाई पड़ रहा था। फुटेज में बिपिन ने नीले रंग की जींस और चेक्ड शर्ट पहन रखी थी। कंधे पर एक बैग था। उसके साथ एक लंबी लड़की थी। उसने सफेद मिनी स्कर्ट पर काले रंग का टॉप पहना हुआ था। फुटेज
गुमशुदा की तलाश (11)आंचल के दोस्त का नाम अरुण निश्चल था। सरवर खान ...Read Moreजब उसे फोन किया तो उसके पिता ने फोन उठाया। सरवर खान ने उन्हें बताया कि वह अरुण से मिलना चाहते हैं। पहले तो अरुण के पिता ने मना कर दिया। लेकिन जब सरवर खान ने उन्हें बताया कि वह बिपिन की गुमशुदगी के केस की पड़ताल के संबंध में उनके बेटे से मिलना चाहते हैं तो वह मान गए। उन्होंने बताया कि अरुण इस समय एक रिहैबिलिटेशन
गुमशुदा की तलाश (12)सरवर खान के कमरे में बैठा अरुण, बिपिन के उसके जीवन ...Read Moreआने की कहानी बता रहा था।अरुण अपने जीवन के सबसे बुरे दौर से गुज़र रहा था। उसकी गर्लफ्रेंड ने उसे धोखा दिया था। वह उसे छोड़ कर किसी और को डेट करने लगी थी। यह बात अरुण से बर्दाश्त नहीं हुई। उसने अपनी जान लेने की कोशिश भी की। लेकिन उसमें भी असफल होने के कारण वह और भी हताश हो गया। उसका मन किसी भी
गुमशुदा की तलाश (13)सरवर खान बिपिन की बात करते हुए अरुण के चेहरे पर ...Read Moreवाले कृतज्ञता के भाव को परख रहे थे। अरुण नम आँखों के साथ बोला।"सर आज अगर मैं दूसरों की मदद करने के लायक बना हूँ तो बिपिन भाई के कारण। यदि वह सही समय पर मेरी सहायता के लिए ना आए होते तो मैं नशे और अवसाद के भंवर में डूब गया होता।""मैं समझता हूँ अरुण। बिपिन सचमुच तुम्हारे लिए एक फरिश्ता बन कर आया।
गुमशुदा की तलाश (14)सरवर खान ठेले के पास जाकर बोले।"जीवन भाई.... मोमोज़ बेचते हो ...Read Moreसाहब पर अब तो ठेला लेकर घर जा रहा था। लेकिन आपको मेरा नाम कैसे मालूम ?"फिर अपने सवाल का जवाब खुद ही देते हुए बोला।"अच्छा ठेले पर पढ़ा।""नहीं किसी ने बताया था तुम्हारे बारे में। मुझे कुछ खाना नहीं है। कुछ बात करनी है।""बात करनी है....मुझसे ??'सरवर खान ने मोबाइल पर बिपिन की फोटो दिखाते हुए कहा।"इनके बारे में पूँछना है।"जीवन फोटो देखते
गुमशुदा की तलाश (15)कहानी सुनाते हुए रसिक चुप हो गया। सब इंस्पेक्टर नीता सैनी ने ...Read Moreआजकल कहाँ है ?""मैडम नौकरी छूटने के बाद कई दिनों तक वह दूसरी जगहों पर कोशिश करता रहा। पर मालिक ने उसके बारे में खबर उड़ा दी थी। उसे कहीं काम नहीं मिला। हार कर वह गांव लौट गया।""तो अब वह गांव में है।""जी मैडम वहीं होगा। वैसे मैडम मुझे लगा था कि वह
गुमशुदा की तलाश (16)तमाचा बहुत ज़ोर से लगा था। एक पल के लिए ...Read Moreइंस्पेक्टर राशिद की आँखों के आगे अंधेरा छा गया। रॉकी ने उसका कॉलर पकड़ कर कहा।"पुलिस वाले हो। पुलिस को मेरी खबर हो ना हो। मुझे पुलिस की पूरी खबर रहती है।"रॉकी ने सामने लगे मॉनिटर को ऑन किया। स्क्रीन पैसेज का दृश्य उभरा। सरवर खान को एक आदमी गन प्वाइंट पर ऊपर ला
गुमशुदा की तलाश (17) जब उमाकांत फ्लैट में पहुँचा तो उस ...Read Moreने उसे बैठाते हुए कहा।"तुम कल सिम दिलाने की बात कर रहे थे।""जी मैडम....दिला सकता हूँ। पर पैसे ज़्यादा लगेंगे।""पैसों की फिक्र मत करो। बस बताओ दिलाओगे कैसे और कहाँ से ?"उमाकांत कुछ ठहर कर बोला।"मैडम मेरे पास जो सिम है वह मैंने जुगाड़ से मंहगे दाम पर लिया था। अब मैं गांव वापस जा रहा हूँ। इसलिए सोंच रहा था कि इसे बेच कर पैसे कमा लूँ।""ये सिम
गुमशुदा की तलाश (18)उस जगह पर घुप अंधेरा था। सरवर खान ने आँखें ...Read Moreतो कुछ सेकेंड्स लगे आँखों को अंधेरे का अभ्यस्त होने में। उसके बाद अंधेरे में कुछ काली आकृतियां दिखाई पड़ीं। सरवर खान ने अंदाज़ लगाया कि यह कोई गोदाम होगा। सरवर खान बीती हुई घटनाओं को याद करने लगे। रॉकी के निर्देश पर अनीस ने उनके मुंह पर रुमाल रख दिया। धीरे धीरे उनकी पलकें बंद होने लगीं। वो बेहोश हो गए। जब आँख खुली तो खुद को
गुमशुदा की तलाश (19)"सर....सर..."सब इंस्पेक्टर राशिद की आवाज़ सुन कर सरवर खान अपने ...Read Moreसे बाहर आए। "क्या है राशिद ?""सर आप बहुत देर से चुप थे इसलिए पुकारा।""हाँ कुछ सोंच रहा था।""सर क्या यही सोंच रहे थे कि उस रॉकी ने हमें यहाँ कैद करके क्यों रखा है ?"सरवर खान के मन में यही विचार आया था। इसी के कारण वह यह जानने का प्रयास कर रहे थे कि रॉकी उन्हें पहचाना हुआ सा क्यों लगता है। जब उनका ध्यान
गुमशुदा की तलाश (20)टीम ने अचानक ही सामने से हमला ...Read Moreसभी शराब पीने में मस्त थे। जब तक वह संभलते सरवर खान की टीम ने उन्हें घेर लिया था।पीछे कमरे में रखी पेटियों को खोल कर देखा तो वही निकला जिसकी सरवर खान को आशंका थी। पेटियों में ड्रग्स के साथ अवैध हथियार भी थे। यह एक बड़ी सफलता थी। सरवर खान ने सभी को गिरफ्तार कर लिया। बरामद माल जब्त कर लिया गया। मीडिया में सरवर खान की
गुमशुदा की तलाश (21)मदन अब सिर्फ हाई प्रोफाइल पार्टियों में ही नहीं बल्कि जहाँ संभव ...Read Moreवहाँ ड्रग्स सप्लाई करता था। उसने ड्रग्स बेचने के लिए कई आदमी रखे हुए थे। मदन बड़े ड्रग्स करोबारियों से माल खरीदता था। फिर उस माल को अपने आदमियों के ज़रिए पान की दुकान, चाय की दुकान, स्कूल, कॉलेज, सिनेमाघरों के बाहर बिकवाता था। वह बड़ी होशियारी से पर्दे में रह कर यह धंधा कर रहा था।लोगों को दिखाने के लिए उसने अपनी शराब बनाने की
गुमशुदा की तलाश (22)जॉर्ज के वाट्सऐप पर एक वीडियो मैसेज आया। जिस नंबर से वह ...Read Moreथा उसे जॉर्ज नहीं पहचानता था। फिर भी उसने वीडियो देखा। वह यह देख कर चौंक गया कि वीडियो उसके मैंशन में ही शूट हुआ था। अंत में वीडियो बनाने वाले ने कैमरा अपनी तरफ घुमा लिया था। उस शख्स ने ग्रे कलर की यूनीफॉर्म पहनी थी। उसने सर पर कैप इस तरह नीचे करके पहनी हुई थी कि उसका चेहरा ठीक से दिखाई ना दे। जॉर्ज यह
गुमशुदा की तलाश (23)सरवर खान ने जैसा सोंचा था वैसा ही हुआ। मदन ने उसे ...Read Moreपर रख कर दरवाज़ा खोलने को कहा। मेन डोर तक पहुँचने के लिए दो अर्धगोलाकार सीढ़ियां थीं। सरवर खान ऊपर की सीढ़ी पर खड़े थे। मदन उनके नीचे वाली सीढ़ी पर खड़ा था। मदन ने दोनों गन सरवर खान पर तान रखी थीं। सरवर खान दरवाज़ा खोलते हुए पूरे सतर्क थे। मदन बहुत सट कर खड़ा था। यदि दरवाज़े का पल्ला ज़ोर से खोला जाता तो वह हड़बड़ा
गुमशुदा की तलाश (24)सब इंस्पेक्टर नीता ने अपने सभी खबरियों के बीच ...Read Moreवाली लड़की के स्कैच की कापियां बटवा दी थीं। पर अभी तक कोई सफलता नहीं मिली थी। सब इंस्पेक्टर नीता ने उस फ्लैट के मालिक से मिलने का मन बनाया जिसमें वह टैटू वाली लड़की रहती थी। जो नंबर उसे मिला था उसने उस पर कॉल किया। उस नंबर पर उसकी बात सायरस मिस्त्री नाम के एक आदमी से हुई। सायरस उस समय बैंगलूरू में थे।
गुमशुदा की तलाश (25)कमरे में छत से एक बल्ब लटक रहा था। उस ...Read Moreलगे शेड के कारण फर्श पर दूधिया रौशनी का एक गोला बना था। उस गोले में दो रिवाल्विंग कुर्सियों पर सरवर खान और रॉकी आमने सामने बैठे थे। रॉकी अपनी आँखे उन पर जमाए हुए था। सरवर खान उसकी उन गहरी काली आँखों के सम्मोहन में नहीं फंसना चाहते थे। इसलिए वह सीधे उसकी आँखों में नहीं देख रहे थे।"उम्मीद है खान साहब....आपको हमारी मेहमान नवाज़ी
गुमशुदा की तलाश (26)मदन कालरा अपने नए रूप और पहचान के साथ पुनः अपने साम्राज्य ...Read Moreस्थापित करने की जद्दोजहद करने लगा। उसका केवल रूप और नाम ही बदला था। पर चरित्र की दृढ़ता वैसे ही थी। सब कुछ खो देने के बाद उसमें सब कुछ पा लेने का जुनून मरा नहीं था। उसने रॉकी के तौर पर चफिर से अपने आप को ड्रग्स के कारोबार में स्थापित करना शुरू कर दिया। उसने
गुमशुदा की तलाश (27)रंजन सरवर खान के लापता हो जाने की खबर ...Read Moreकर बहुत दुखी था। इंस्पेक्टर सुखबीर ने उसे सारी स्थिति बताते हुए कहा।"रंजन तुम जब पिछली बार सरवर जी के साथ आए थे तो उन्होंने साइबर कैफे के सामने की सीसीटीवी फुटेज निकालने को कहा था। उस फुटेज में बिपिन एक लंबे कद की लड़की के साथ नज़र आया था। पर उस लड़की की शक्ल
गुमशुदा की तलाश (28)रंजन का पेट तो नहीं भरा पर पेट में कुछ पड़ने ...Read Moreवह बेहतर महसूस कर रहा था। उसने वैद्य जी से घर के भीतर से पीने के लिए थोड़ा पानी मंगा देने को कहा। वैद्य जी का पोता उनके पास ही खड़ा था। उन्होंने उसे भीतर पानी लाने के लिए भेज दिया। वैद्य जी ने बातचीत आगे बढ़ाने की मंशा से कहा।"भइया शहरी बाबू हो....यहाँ इस पिछड़े गांव में क्या करने आए हो ?"रंजन को लगा कि
गुमशुदा की तलाश (29)रंजन को ऐसा कोई उपाय नहीं सूझ रहा था जिससे वह ...Read Moreउस शख्स के सामने आए आंचल की मदद कर सके। वह जान रहा था कि किसी भी क्षण वह शख्स आंचल को लेकर वहाँ से चला जाएगा। कुछ ना सूझने पर उसने ईश्वर से प्रार्थना की। वह शख्स आंचल को लेकर लिफ्ट की तरफ बढ़ रहा था। रंजन को लगा कि अब वह कुछ नहीं कर पाएगा। तभी उसने देखा कि एक आदमी ने उस शख्स
गुमशुदा की तलाश (30)प्रोफेसर दीपक वोहरा आंचल की गुस्ताखी पर आग बबूला ...Read Moreवह समझ नहीं पा रहा था कि अचानक इस लड़की में इतनी हिम्मत कहाँ से आ गई कि वह ना सिर्फ उसकी परवाह किए बिना होटल से चली गई बल्कि उसकी कॉल को रिकॉर्ड कर उसे ब्लैकमेल कर रही है। प्रोफेसर दीपक वोहरा ने एक चाल के तहत कार्तिक को आंचल के नज़दीक जाने को कहा था।
गुमशुदा की तलाश (31)आंचल अपनी कहानी बताते हुए चुप हो गई। उसकी आँखों ...Read Moreआंसू थे। गला रुंधा हुआ था। रंजन ने उसे पानी लाकर दिया। पानी पीने के बाद वह कुछ सामान्य हुई। "कार्तिक मुझसे प्यार नहीं करता था। दरअसल वह तो प्रोफेसर दीपक वोहरा के हाथों की कठपुतली था। वह उनके इशारे पर मुझे फंसा रहा था। उसने मेरे और उसके अंतरंग पलों के दो वीडियो बनाए थे। वह
गुमशुदा की तलाश (32)कमरे में छत से लटके बल्ब की दूधिया रौशनी ...Read Moreबने वृत्त को सरवर खान बिना किसी वजह के बस यूं ही देख रहे थे। यहाँ करने को कुछ था नहीं। दिन और रात का भी पता नहीं चलता था। सरवर खान एक अंदाज़ के हिसाब से नहा कर नए कपड़े पहन लेते थे।एक आदमी दिन में तीन बार खाना लेकर आता था। वह उनके उतारे हुए कपड़े लांड्री के लिए ले जाता था। जब दोबारा
गुमशुदा की तलाश (33)ऐलेक्ज़ेंडर ने कुछ समय पहले ही अपने गैंग में कुछ ...Read Moreलोगों को भर्ती किया था। उसके गैंग में नए व्यक्ति को शामिल होने के लिए पूरी प्रक्रिया से गुज़रना पड़ता था। इस प्रक्रिया के चार दौर होते थे। ऐलेक्ज़ेंडर की एक टीम थी। इस टीम का काम था उन नौजवानों पर नज़र रखना जो गरीबी और बेरोज़गारी का शिकार हों। खासकर एशिया तथा अफ्रीका महाद्वीप के मुल्कों से गैरकानूनी तरीके से लंदन आए लोग। ऐसे लोगों के पास ना
गुमशुदा की तलाश (34)आंचल ने रंजन को बताया कि बिपिन अपने ...Read Moreको लेकर बहुत उत्साहित था। वह उसके बारे में उससे अक्सर बात करता था।प्रोफेसर दीपक वोहरा आंचल से बिपिन की सारी रिपोर्ट लेता था। आंचल ने उसे बताया कि बिपिन अपनी खोज को साकार रूप देने के लिए एक ऐसे व्यक्ति की तलाश कर रहा है जो उसकी मदद कर सके। एक दिन प्रोफेसर दीपक वोहरा ने आंचल को बुला कर कहा कि बिपिन से
गुमशुदा की तलाश (35)अपनी सफलता के बारे में बताते हुए रॉकी के ...Read Moreपर एक घमंड भरी मुस्कान थी।"खान साहब इस तरह मैंने ऐलेक्ज़ेंडर को शीशे में उतार लिया था। उसके बाद वह मुझ पर अपने साए की तरह भरोसा करने लगा।"रॉकी के चेहरे पर कुटिलता छा गई। वह अहंकार के साथ बोला।"उसके बाद मैंने ऐलेक्ज़ेंडर के विश्वास का पूरा फायदा उठाया। एक दिन जब वह हद से ज़्यादा पी चुका था तो मैंने उसे हैवी ड्रग्स का इंजेक्शन
गुमशुदा की तलाश (36)रॉकी ने ऐलेक्ज़ेंडर की हत्या कर बड़ी चालाकी के साथ पहले ...Read Moreकारोबार फिर उसकी हर एक चीज़ पर कब्ज़ा कर लिया। इन सब में जैसमिन उसकी भागीदार रही। रॉकी ने अब ड्रग्स के कारोबार में उस मुकाम को दोबारा पा लिया था जहाँ से उसे सब कुछ छोड़ना पड़ा था। लेकिन उसके मन को अभी तसल्ली नहीं मिली थी। वह भारत आकर अपने दो दुश्मनों से बदला लेना चाहता था।एक
गुमशुदा की तलाश (37)इंस्पेक्टर सुखबीर सिंह जल्द से जल्द बिपिन के केस ...Read Moreसॉल्व करना चाहते थे। प्रोफेसर दीपक वोहरा से उन्हें बहुत सारी बातों का पता चला था। लेकिन प्रोफेसर दीपक यह नहीं जानता था कि बिपिन कहाँ है।बिपिन के बारे में जानने के लिए रॉकी को गिरफ्तार करना बहुत आवश्यक था। उसकी गिरफ्तारी तभी संभव थी जब दीप्ती नौटियाल का पता लगाया जा सके।इंस्पेक्टर सुखबीर सब इंस्पेक्टर राशिद और सरवर खान को लेकर भी चिंतित
गुमशुदा की तलाश (38)सरवर खान ने अपना प्लान बहुत सोंच समझ कर बनाया। उन्होंने ...Read Moreलेकर आने वाले व्यक्ति के सामने इस तरह दिखाना आरंभ किया जैसे कमरे का अकेलापन उन पर असर कर रहा है। उनका मानसिक संतुलन गड़बड़ा रहा है। वह जानते थे कि खाना लेकर आने वाला शख्स सारी खबरें रॉकी तक पहुँचाता है। यह सोंच कर कि जैसा वह चाहता था वैसा ही हो रहा है रॉकी निश्चिंत हो जाएगा। सरवर खान के इस दिखावे का एक असर
गुमशुदा की तलाश (39)दीप्ती की सूचना मिलने के बाद इंस्पेक्टर सुखबीर अपनी टीम ...Read Moreसाथ गोवा आ गए थे। उनकी टीम में सब इंस्पेक्टर नीता, दो हवलदारों के साथ रंजन भी था। गोवा आने के बाद वो लोग इस बात पर विचार कर रहे थे कि अब आगे की कार्यवाही कैसे शुरू की जाए। लेकिन सब इंस्पेक्टर नीता महसूस कर रही थी कि इंस्पेक्टर सुखबीर अभी भी तस्वीर को लेकर उलझन में हैं। सब इंस्पेक्टर नीता ने इंस्पेक्टर सुखबीर से कहा।"सर आप अभी
गुमशुदा की तलाश (40)रॉकी के आदमी सरवर खान को कार में बैठा कर ...Read Moreकी तरफ ले जा रहे थे। एक आदमी कार चला रहा था। दूसरा सरवर खान के साथ पिछली सीट पर बैठा था।पिछली सीट पर बैठे आदमी ने सरवर खान से कहा।"खान साहब....बस कुछ ही देर में आप इस दुनिया को छोड़ कर जन्नत के लिए निकलने वाले हैं। कैसा लग रहा है ?"अपनी बात कह कर वह खी खी कर हंसने लगा। कार चलाने वाला आदमी