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Chhal by Sarvesh Saxena | Read Hindi Best Novels and Download PDF

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छल - Story of love and betrayal by Sarvesh Saxena in Hindi
Novels

छल - Story of love and betrayal - Novels

by Sarvesh Saxena Matrubharti Verified in Hindi Moral Stories

(139)
  • 60.6k

  • 117.3k

  • 18

"अरे वर्मा जी कुछ लीजिए ना, और आपकी ग्लास और प्लेट तो दोनों खाली हैं, क्या वर्मा जी आप तो ना ही शरमायें" । मिसेज़ शर्मा ने वर्मा जी से दोस्ताना अंदाज में कहा | "नहीं मिसेज शर्मा जी, ऐसी ...Read Moreबात नहीं है, बस मैं ले चुका हूं" । वर्मा जी ने मुस्कुराकर जवाब दिया | मिसेस शर्मा : - "आप भाभी जी को साथ में नहीं लाए, क्या बात है? आप उनको भी ले आते तो महफिल में कुछ और ही रौनक होती" | वर्मा जी :- " दरअसल उनकी तबीयत आज कुछ गड़बड़ है, वर्ना उनकी आने की पूरी तैयारी थी इसलिए उन्होंने आने से मना कर दिया और वैसे भी मैं तो आ ही गया हूं "| वर्मा जी यह कहकर मुस्कुराने लगे और मिसेज़ शर्मा भी अन्य मेहमानों से बात करने लगीं | शर्मा परिवार बहुत ही खुश और हर तरह से संपन्न है और आज मिस्टर प्रेरित शर्मा और मिसेज प्रेरणा दोनों की शादी की सालगिरह है । प्रेरित जो कि कई कंपनी के मालिक हैं और एक बहुत ही अच्छे इंसान भी हैं, मिसेस प्रेरणा एक बहुत अच्छी पत्नी, बहू और माँ भी हैं, प्रेरित का एक बेटा स्वप्निल है जो लगभग पाँच साल का होगा |

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छल - Story of love and betrayal - Novels

छल - Story of love and betrayal - 1
"अरे वर्मा जी कुछ लीजिए ना, और आपकी ग्लास और प्लेट तो दोनों खाली हैं, क्या वर्मा जी आप तो ना ही शरमायें" ।मिसेज़ शर्मा ने वर्मा जी से दोस्ताना अंदाज में कहा | "नहीं मिसेज शर्मा जी, ऐसी ...Read Moreबात नहीं है, बस मैं ले चुका हूं" ।वर्मा जी ने मुस्कुराकर जवाब दिया | मिसेस शर्मा : - "आप भाभी जी को साथ में नहीं लाए, क्या बात है? आप उनको भी ले आते तो महफिल में कुछ और ही रौनक होती" |वर्मा जी :- " दरअसल उनकी तबीयत आज कुछ गड़बड़ है, वर्ना उनकी आने की पूरी तैयारी थी इसलिए
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छल - Story of love and betrayal - 2
प्रेरित मां के पास आता है और उनके सिर पर हाथ फेरते हुए कहता है –" क्या बात है मां, जो आपको इतना परेशान कर रही है और जो आप मुझसे कहना चाहती हो" | पुष्पा एक गहरी ...Read Moreलेती है और कहती है, –"बेटा… मैं तुम्हें एक बात बताना चाहती हूं, यह एक ऐसा राज है जो बरसों से मेरे दिल में चुभ चुभ कर नासूर बन गया है, मैं अब मरने वाली हूं यह मैं जानती हूं इसीलिए सच्चाई बता रही हूं | यह सच सुनकर शायद तू मुझे कभी माफ ना करें लेकिन तेरा जो भी फैसला होगा
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छल - Story of love and betrayal - 3
मैने जब फोन उठाया तो फोन पर तुम्हारे पिताजी ने कहा–"पुष्पा ...मैं आज नहीं आ सकता हूं, मुझे कुछ इमरजेंसी एरिया में जाना होगा, सॉरी...लेकिन मैं वादा करता हूं की मैं जल्दी आऊंगा" | " मैंने फोन रख दिया ...Read Moreमन में बहुत सवाल और शिकायतें थी लेकिन मैंने नहीं की क्योंकि मैं जानती थी देश की सेवा और अपनी ड्यूटी उनके लिए सर्वोपरि थी और सही भी था । मैंने गुस्से में उनकी अलमारी से शराब की बोतल निकाली और पीने लगी, मेरी आंखों में उनका इंतजार अभी भी था । रात के दो बज चुके थे, मेरी आंखें नशे और नींद
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छल - Story of love and betrayal - 4
अपनी मां पुष्पा के मुंह से यह सब सुनकर प्रेरित बिल्कुल अचेत सा हो गया और मां का हाथ हटाकर खिड़की के पास खड़ा हो गया । उसके हाथ पैर कांप रहे थे, उसे अपने आप पर शर्म रही ...Read Moreतो दूसरे पल मां पर क्रोध और फिर तीसरे ही पल उसमें बदले की आग भड़क उठी तभी पुष्पा ने रो कर कहा," बेटा.. मुझे माफ कर दो, मैं जा रही हूं" | प्रेरित ने कुछ देर सोचा फिर अपनी मां को गले लगाकर जोर जोर से रोने लगा और बोला, " माँ सिर्फ मां होती है, चाहे जैसी हो, जब बच्चे
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छल - Story of love and betrayal - 5
मिस्टर रंजन को आज नहीं समझ आ रहा था की आखिर प्रेरित को आज हुआ क्या है इसलिए वो बार बार उससे पूछ रहे थे लेकिन वो कुछ और कहते इससे पहले प्रेरित ने उनके मुह मे कपड़ा ठूंस ...Read Moreऔर उन्हें बेड से बाँध कर सारी शराब की बोतलें बिस्तर और अपने चाचा जी पर फोड़ दीं | मिस्टर रंजन चिल्लाते रहे पर उनकी आवाज उनके मुह से बाहर न आ सकी और प्रेरित ने बेड में आग लगा दी, अपने चाचा को जलता तड़पता देख प्रेरित के दिल मे ठंडक पड़ रही थी | वो उन्हें जलता हुआ छोड़ सीधा
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छल - Story of love and betrayal - 6
प्रेरित पागलों की तरह रोते हुए बोला - "मुझे तुम पर भरोसा है और इसलिए मैं तुमको छोड़ रहा हूं लेकिन एक बार सच कह दो कि यह बच्चा मेरा नहीं है तो तुम बच सकती हो, वरना ...Read Moreतुम्हे भी मार दूंगा, बोल ...जल्दी बोल की ये बच्चा मेरा नही है, इस कुत्ते का है" |प्रेरणा ने सिसकते हुए कहा - "हाँ ये बच्चा आपका नहीं है" |यह सुनते ही प्रेरित ने प्रेरणा के सीने पर बंदूक रखी और कमरे में चारों और फिर से गोली चलने की आवाज गूंज उठी, प्रेरित दोनों की लाशों के पास बैठकर हंसने
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छल - Story of love and betrayal - 7
पुलिस जबरदस्ती प्रेरित को श्मशान ले आती है, जहां स्वप्निल प्रेरित को देखकर उसकी और दौड़ता है लेकिन पुलिस उसे रोक लेती हैं, वो बहुत गुस्से में था, कई बार उसने कोशिश की प्रेरित के पास आने की, उसकी ...Read Moreमें बदले की आग भड़कती दिख रही थी पर वह प्रेरित के पास नहीं जा पाया और कुशल ने स्वप्निल को पकड़ लिया |नीतेश के बाद कुशल ही था जो प्रेरित का सबसे वफादार इंप्लॉय था, और प्रेरित का अच्छा दोस्त भी ।प्रेरणा के अंतिम संस्कार की रस्म शुरू हो गई थी तभी पास खड़े कुशल ने कहा, " मैडम आपको
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छल - Story of love and betrayal - 8
एक रात प्रेरित बैठा अपने बीते दिनों के बारे में सोच रहा था तभी भैरव ने पूछा, "क्या बात है साब, लगता है आपको अभी जेल में सोने की आदत नहीं पड़ी, इसलिए तो आप रात रात भर जागते ...Read Moreहैं" |प्रेरित ने गहरी साँस लेते हुए कहा - "पता है…..बचपन में जब पापा मुझे डांट दिया करते थे या कोई जिद पूरी नहीं करते थे तो मैं चाचा जी के पास चला जाता था और वह मेरी हर बात मानते थे | पापा जब छुट्टियों से वापस आर्मी ड्यूटी पर चले जाते थे तो वही घर को संभालते थे बिल्कुल
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छल - Story of love and betrayal - 9
कुछ महीनों बाद.. हवलदार (जेल का ताला खोलते हुए) - "मिस्टर प्रेरित, आइए आपसे कोई मिलने आया है" |प्रेरित बाहर आया और बोला - "अरे कुशल तुम" |कुशल नितेश के बाद दूसरा ऐसा शख्स था जिस पर प्रेरित सबसे ...Read Moreभरोसा करता था, वह प्रेरित की कंपनी का असिस्टेंट डायरेक्टर भी था | प्रेरित को देखते ही कुशल की आंखें भर आई और उसने कहा," सर आपको ऐसी हालत में देख कर अच्छा तो नहीं लगता पर आपको बताना भी जरूरी है, सर इस हादसे के बाद हमारी कंपनी बहुत घाटे में चली गई और उसको संभालने वाला कोई नहीं है,
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छल - Story of love and betrayal - 10
उस लड़की को देखकर प्रेरित ने गाड़ी बैक की और बोला, "हेलो…... क्या आपको मदद चाहिए"? लड़की ने कोई जवाब नहीं दिया, वह दाएं बाएं देखने लगी |मैंने फिर कहा, "देखिए अगर आपको आस पास जाना है तो मैं ...Read Moreदूंगा और वैसे भी इतनी रात गए, " इट्स नॉट सेफ" | उस लड़की ने कोई जवाब नहीं दिया, मैंने भी गाड़ी स्टार्ट की और आगे चला गया लेकिन साइड मिरर में देखा तो वह पीछे भागती आ रही थी, मैंने गाड़ी रोकी और उसे बिठाया |वो पहली झलक… उसका भीगा चेहरा जैसे अभी अभी किसी खिले हुए कमल पर बारिश की बूँदों
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छल - Story of love and betrayal - 11
कैदियों के बीच मारपीट होते देख जेल के नए जेलर साहब ने चिल्लाकर कहा, " क्या हो रहा है यह सब? जानवर हो क्या तुम सब लोग? अरे तुमसे अच्छी तरह तो जानवर मिलकर खाते हैं, उठकर अपनी अपनी ...Read Moreमें लगो, तुम लोग यहां किसी भी अपराध के कारण आए हो फर्क नहीं पड़ता लेकिन अब तुम लोग अपने आप को सुधार सकते हो, ये तुम्हारे हाथ में है या फिर बने रहो मुजरिम और होते रहो बेज्जत समाज में " | सभी कैदी चुपचाप सर झुका कर खड़े हो गए | " हवलदार पानी दो एक ग्लास ", जेल के
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छल - Story of love and betrayal - 12
कॉलेज में जब प्रेरित ने उसी लड़की को देखा तो वो अपने ख़यालों से बाहर निकला और उस लड़की से बोला, "तु.. तुम… यहां…" | लड़की - "हां… मैं यही पढ़ती हूं, न्यू एडमिशन.. और तुम? प्रेरित - मैं ...Read Moreयहां का पुराना स्टूडेंट हूं" मैं अभी आगे कुछ और कहता तभी आवाज आई |क्लास शुरू होने वाली है, प्रेरणा… जल्दी आ (प्रेरणा की सहेली ने आवाज दी) |मैंने आहें भरते हुए कहा, " ओह प्रेरणा.. वाह.. व्हाट ए नाइस नेम " |मेरे दोस्त उसे देखकर मुझे छेड़ने लगे ।उस दिन के बाद हम रोज मिलने लगे, एक ही कॉलेज में होने से
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छल - Story of love and betrayal - 13
धीरे-धीरे करके कई साल गुजर गये और फिर एक दिन… "चल… चल सीधे, अब जब तू जेल की हवा खाएगा ना तब पता चलेगा तुझे, बहुत चर्बी चढ़ी है तुझे " | ज्ञानेश्वर सिंह की आवाज आई |जंजीरों की ...Read Moreकैदियों की आवाज से जेल का गलियारा गूंज उठा प्रेरित और भैरव ने सलाखों से देखा तो एक लंबा-चौड़ा आदमी जो जंजीरों से जकड़ा था उसे चार पुलिस वाले और ज्ञानेश्वर सिंह पकड़ कर ला रहे थे |प्रेरित - कौन है ये? लगता है बहुत बड़ा क्रिमिनल है और ये सारे कैदी उसे देखकर चिल्ला क्यों रहे हैं "? भैरव ने ध्यान
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छल - Story of love and betrayal - 14
प्रेरित ने मुस्कुराते हुए कहा -" मैंने कई दिन शादी के बारे में सोचा और फिर हिम्मत करके मां को बताया | माँ ने प्रेरणा के परिवार के बारे में पूछा तो मैंने बताया कि उसका कोई नहीं ...Read Moreवो मना करके चली गई और चाचा जी तो शादी के लिए बिल्कुल भी मान नहीं रहे थे, उनका कहना था कि एक ही शादी करनी है वो भी ऐसे कैसे कर दें, जहां लड़की के माँ - बाप नहीं, अरे मेहमानों का स्वागत कौन करेगा? मुझे यह रिश्ता मंजूर नहीं |मैंने मां और चाचा जी को गुस्से में बोल दिया कि
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छल - Story of love and betrayal - 15
कुछ दिन बाद… जेल मे एक हवलदार ने कैदियों पर चिल्लाते हुए कहा - "ए.. तू.. सही से लाइन में खड़ा हो और चुपचाप खाना खा ले, वरना पिछवाड़े पे पड़ेगा ना तो भूख चली जाएगी, हा हा ...Read More" |तभी वहां ज्ञानेश्वर सिंह आ जाता है और चिल्लाकर कहता है,"हवलदार ऐसे बात करते हैं, तुम्हें शर्म आनी चाहिए, ये सब भी इंसान हैं, गेट आउट फ्रॉम हेयर" | हवलदार मन ही मन मे बड़बड़ाते चला गया और ज्ञानेश्वर वही कैदियों के पास बैठ गए | सारे कैदी उनकी इज्जत करते थे इसलिए उनको सलाम करने लगे पर ज्ञानेश्वर की नजर मुन्ना
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छल - Story of love and betrayal - 16
भैरव ने प्रेरित के कंधे पर हाथ रख कर कहा "फिर….फिर क्या हुआ साब जी"?प्रेरित ने जेल की सलाखों से बाहर देखते हुए कहा, "एक दिन मेरा फोन लगातार बजता जा रहा था, मैं मीटिंग में बिजी था ...Read Moreफ्री होते ही जब फोन किया तो प्रेरणा उधर से रो रही थी,वो बस इतना ही कह पाई की आप सिटी हॉस्पिटल आजाओ, मैं घबरा गया और सीधा अस्पताल गया, जहां पता चला कि मां का बहुत बड़ा एक्सीडेंट हो गया था, उन्होंने अपने दोनों पैर खो दिए थे, मैं गुस्से से पागल हो गया और पुलिस को छानबीन करने को
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छल - Story of love and betrayal - 17
इधर भैरव ने भागते हुए प्रेरित से कहा, "चलो साब, यही अच्छा मौका है, हम भी भाग चलते हैं" | प्रेरित - "नहीं, मैं नहीं जाऊंगा, ये कानून के खिलाफ होगा और वैसे भी, मैं क्या करूंगा भागकर, मैं ...Read Moreकहां? मुझे यही रहने दो, नहीं मैं नहीं जा सकता" |भैरव (प्रेरित का हाथ पकड़कर) - "साब जी, जिंदगी यूं बार बार मौका नहीं देती, देखो कोई जान भी नहीं पाएगा कि हम मर गए या भाग गए, सब कुछ तो जल रहा है और आपकी तो पूरी जिंदगी पड़ी है, आप कहीं भी भाग जाना… बस यहां से निकलो"| प्रेरित ने
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छल - Story of love and betrayal - 18
आठ महीने बाद…. एक बैंक में |बैंककर्मी (प्रेरित से) - "कहिए सर, मैं आपकी क्या मदद कर सकता हूं" |प्रेरित (बदले वेश में) - "जी, आपकी ब्रांच में मेरे अंकल मिस्टर रंजन का लॉकर है, उसे ऑपरेट करना था, ...Read Moreमौत काफी साल पहले हो गई थी पर मुझे टाइम नहीं मिला आने का" |बैंककर्मी - "ओके.. आपके पास उस लॉकर की पासवर्ड की तो होगी "|प्रेरित - " जी, मेरे पास है" |बैंककर्मी - "आइए" |प्रेरित अब अपनी पहचान बदलकर आठ महीने बाद पैसों की तलाश में अपने चाचा के लॉकर को चेक करने आया था, आठ महीने तक,
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छल - Story of love and betrayal - 19
ये पत्र पढ़कर प्रेरित की आंखों के आगे अंधेरा छाने लगा, इतने साल की पुरानी यादें उसके चारों और आग का बवंडर बन कर दहकने लगी | प्रेरित ने चिट्ठी के साथ रखी मेडिकल रिपोर्ट भी देखी तो उसे ...Read Moreआ गया, उसे कुछ समझ नहीं आ रहा था, उसके दिल की धड़कन सीना चीर कर उसके कानों में चुभ रही थी |"सर आपका टाइम पूरा हो गया इस फॉर्म पर साइन कर दीजिए और अपना सामान ले लीजिए" तभी एक बैंककर्मी ने कहा |प्रेरित ने लॉकर का सारा सामान बैग में डाला और बैंक के बाहर आया, उसका दम
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छल - Story of love and betrayal - 20
प्रेरित ने भैरव की पत्नी को शांत कराया और एक लाख रुपये निकाल कर भैरव की पत्नी को देते हुए बोला, " आप जैसा सोच रही हो, वैसा कुछ भी नहीं है, आपको सिर्फ गलतफहमी हुई है और भरोसा ...Read Moreभैरव जल्दी आएगा, आप दिल छोटा ना कीजिए"|प्रेरित इतना कहकर जाने लगा तो भैरव की पत्नी ने कहा, "भैया एक बात और बताती हूं आपको, कत्ल की रात ये जब घर आए थे तो अपने साथ एक बड़ा बैग लाए थे, जिसमें उसी औरत का सामान था जिसका खून इन्होंने…"इतना कहकर वो फिर रोने लगी और रोटी हुई बोली, "कई
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छल - Story of love and betrayal - 21
प्रेरित को सीमा की मौत का बहुत दुःख हुआ लेकिन उसे ये भी विश्वास था कि भैरव ऐसा नहीं कर सकता, यही सोचते-सोचते प्रेरित की पूरी रात कट गई |सुबह उठते ही प्रेरित को मां का झूठ परेशान करने ...Read Moreऔर ऊपर से सीमा का खून और भैरव का कनेक्शन, प्रेरित सोच रहा था कि इससे अच्छा तो वो जेल मे ही रहता, वहाँ सुकून तो था | प्रेरित ने होटल के रिसेप्शन पर फोन किया और दो चाय ऑर्डर की और टीवी पर न्यूज लगाकर नहाने चला गया | वो सोच रहा था, अब उसके कई सवालों का जवाब भैरव
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छल - Story of love and betrayal - 22
अगले दिन प्रेरित ने भैरव से मिलकर उसे सारी बात बताई और उसकी सारी सच्चाई पूछी, भैरव ने एक गहरी साँस ली और कहा, "क्या बताऊँ साब, बात बहुत सालों पहले की है, हमेशा की तरह मैं उस रात ...Read Moreअपनी टैक्सी एक होटल के बाहर खड़ी करके आपस में कुछ बातें कर रहा था तभी एक मैडम बहुत दुखी और लड़खड़ाते हुए होटल से निकली और टैक्सी के लिए आवाज देने लगी | मैं जल्दी से अपनी टैक्सी लेकर उनको बिठाने लगा, वो बहुत सुंदर थी, पहनावे से काफी अमीर भी लग रही थी लेकिन उनकी उदास आंखें किसी
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छल - Story of love and betrayal - 23
इसके बाद कई दिन हो गए पर मैडम का फोन नहीं आया फिर करीब महीने दो महीने बाद मैडम का फोन आया कि उन्हें कुछ काम है तो मैं उनसे मिलने तुरंत आऊँ , मैं मैडम के घर गया ...Read Moreवो बाहर ही खड़ी मेरा इंतजार कर रही थी, वो जल्दी से गाड़ी में बैठ गई और बोली, "फटाफट सिटी मॉल चलो" | मैंने गाड़ी स्टार्ट करते हुए कहा, "क्या हुआ मैडम? सब ठीक है ना? वो मुस्कुरा कर बोली," हां, सब ठीक है "|सिटी मॉल आते ही मैडम बिना कुछ कहे गाड़ी से उतर कर मॉल के अंदर चली गई, मैं समझ
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छल - Story of love and betrayal - 24
मैडम बहुत कमजोर और बीमार सी दिख रही थी तभी अचानक बिजली कड़की और उनके घर की लाइट चली गई, वो घबराकर मेरा हाथ पकड़ कर बाहर की ओर भागी, बारिश तेज़ हो गई थी, हम दोनों टैक्सी में ...Read Moreगए, मुझे समझ नहीं आ रहा था कि मैं क्या करूं और यह भी नहीं पता था कि मैं मैडम को कहां ले जाऊं इसीलिए मैं बस टैक्सी चलाता रहा, घर वाली का फोन आता रहा पर घबराहट में मैंने उसका फोन भी नहीं उठाया | मैंने मैडम से पूछा क्या बात है तो उन्होंने बताया कि, "वो जो आदमी उस
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छल - Story of love and betrayal - 25
यह सुनते ही मैडम फिर भागने लगी, उस तूफानी बारिश में कोई दूर-दूर तक आता जाता नहीं दिख रहा था, मेरी आंखें बंद हो रही थी, शरीर सुन्न पड़ रहा था चारों ओर पानी ही पानी था उसने मैडम ...Read Moreधक्का देकर गिरा दिया, वो हाथ जोड़कर गिड़गिड़ाती रही पर उसने अपनी बंदूक निकाल कर मैडम के दो गोली मार दी | गोली की आवाज चारों ओर गूंज उठी |मैडम उदास आंखों से मुझे देख रही थी, पानी के साथ खून भी चारों ओर बहने लगा, मैं उठने की बहुत कोशिश कर रहा था पर मैं नहीं उठ पाया, उसने
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छल - Story of love and betrayal - 26
रात के आठ बज चुके थे, भैरव अगले दिन मिलने का वादा करके चला गया, लेकिन दोनों को रात भर नींद नहीं आई वह समझ ही नहीं पा रहे थे कि आखिर यह हो क्या रहा है | आधी ...Read Moreके बाद प्रेरित को कुछ आवाज आई, जैसे लकड़ियों के जलने की आवाज होती है, उसने जैसे ही उठकर देखा तो पूरे कमरे में आग लगी हुई थी, बेड भी जल रहा था, वो घबराकर कर उठने लगा पर उसके ऊपर एक जलती हुई लाश गिर पड़ी और हंसते हुए बोली, "बेटा…. आओ… मैं ही तुम्हारा बाप हूं, आओ… मेरे
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छल - Story of love and betrayal - 27
होटल आकर दोनो गहरी सोच में डूब गए तभी भैरव ने कुछ सोचकर कहा - "जिस दिन सीमा मैडम का खून नितेश यानी उनके पति ने किया था, उसी ने ही मुझे जेल भिजवाने के लिए कुशल को लगा ...Read Moreहोगा और दोनों आप के विश्वास पात्र थे" |ये सुनकर प्रेरित ने कहा - "और इसीलिए नितेश ने धीरे-धीरे मेरा विश्वास जीतकर मेरी सारी प्रॉपर्टी और इनकम की देखभाल का काम संभालने के साथ-साथ दोस्ती का नाटक किया, प्रेरणा को उसने जायदाद पाने के लिए फंसाया होगा"|भैरव ने अंदाजे से कहा - " लेकिन जिस दिन मुझे पुलिस ने पकड़ा,
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छल - Story of love and betrayal - 28
एक दिन फोन पर… कुशल - "हेलो.. कुशल स्पीकिंग" |भैरव - "क्या रे, बहुत बड़ा आदमी बन गया रे तू, दूसरों का माल हड़प के अमीर बना रे तू, हां.. अब तू संभल जा क्योंकि तेरे सारे राज मैं ...Read Moreहूं, तूने अपने बॉस की सारी प्रॉपर्टी हथियाली ना, पर अब तू नहीं बचेगा, हा.. हा.. हा.." |कुशल (घबराते हुए) - "कौन बोल रहा है? कौन बोल रहा है"?भैरव ने फोन काट दिया, कुशल परेशान हो गया, उसके पास अब पैसे के साथ पावर भी था, उसने पुलिस को फोन मिलाया पर काट दिया, यह सोच कर कि अगर ऐसा
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छल - Story of love and betrayal - 29
पैलेस में होने वाले इस अनाउंसमेंट के बस इतने ही शब्द सुनकर प्रेरित के शरीर में जैसे बिजली सी कौंध गई, उसे अपने कानों पर यकीन ही नहीं हो रहा था, उसने दूर सामने देखा तो मिस्टर रॉबर्ट और ...Read Moreजूलिया खड़े थे जो कि और कोई नहीं बल्कि प्रेरणा और नितेश ही थे | प्रेरित यह देखकर चकरा गया, उसके पैरों तले जमीन खिसक गई, वह खड़ा न रह सका और कुर्सी पर बैठ गया |सभी खुश थे तभी पास खड़े आदमी ने कहा, "आर यू ओके सर? देखिए मिस्टर रॉबर्ट का बेटा कोडी जिसका आज चौथा बर्थडे है"
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छल - Story of love and betrayal - 30
अगले दिन प्रेरणा और नितेश ने कुशल को घर बुलाया |कुशल - "मैं कल वापस इंडिया चला जाऊंगा" | नितेश ने उसे आज रात उसके यहां रुकने को कहा, रात को तीनों शराब पीते हुए हंस-हंसकर बातें कर रहे ...Read Moreऔर प्रेरित उसी कमरे में मौजूद छुप कर सब बातें सुन रहा था |प्रेरणा - "क्या कुशल.. तुमने आकर इतनी टेंशन दे दी, कितने अच्छे से हम लाइफ जी रहे थे, कितनी मुश्किल से लाइफ नॉर्मल और हैप्पी हो पाई थी" |नितेश - "सही कह रही है प्रेरणा, आई मीन जूलिया" |कुशल एक और पेग बनाता हुआ बोला, "अगर कहीं
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छल - Story of love and betrayal - 31
प्रेरणा ने प्रेरित की ओर देखते हुए कहा –"तुम्हें याद है जब कॉलेज में मैंने तुम्हें बताया था कि मेरा घर बिक गया है, वो खबर कोई और नहीं नितेश ही लाया था, मैंने जब सारी बात नितेश को ...Read Moreतो नीतेश ने मुझसे तुमसे शादी करने को कहा, मैं नहीं मानी क्योंकि मैं नितेश से बहुत प्यार करती थी, पर नीतेश ने कहा, शादी कर लो तो हम रातों रात अमीर बन जाएंगे और फिर आगे क्या करना है सोच लेंगे, फिर हमारी शादी हो गई |मैं खुद को और तुम सब को खुश करने का कितना नाटक करती,
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छल - Story of love and betrayal - 32
प्रेरणा ने रोते हुए कहा, "मेरा यकीन करो, तुम पूरी तरह से मुझ पर विश्वास करने लगे इसलिए मुझे ऐसा ना चाहते हुए भी करना पड़ा और ऐसा ही हुआ, वो तुम्हारा ही बेटा है, स्वप्निल के बाद घर ...Read Moreमेरी और इज्जत बढ़ गई, मैं चाहती थी चाचा जी की प्रॉपर्टी भी मुझे मिल जाए इसलिए मैंने उनकी खूब सेवा करी उसी बीच नितेश ने फोन पर बताया कि सीमा उसे छोड़ने को तैयार ही नहीं इसीलिए कुछ करना पड़ेगा |मैंने बोला, टेंशन मत लो मेरी एक सहेली है वह हमारी यह प्रॉब्लम सॉल्व कर देगी, सीमा को हम
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छल - Story of love and betrayal - 33
प्रेरणा ने फिर बीते दिन याद करके गुस्से में कहा - " व्हील चेयर पर बैठे बैठे भी उन्हें चैन नहीं था, वह मुझ पर ही नज़र लगाए रहतीं फिर एक दिन हम दोनों बैठे टीवी सीरियल देख रहे ...Read Moreतुम ऐसा हमेशा करते, छोटी-छोटी बातों पर इतना गुस्सा हो जाते कि तुम्हारे सर पर खून सवार हो जाता और ऐसा ही तुमने उस सीरियल में झूठ और फरेब को देखकर किया, तुमने रिमोट फेंक दिया और पचासों गालियां दी ।मैं रात भर सोचती रही इस बारे में और अगले दिन नितेश से मिली और तब हमने तुम्हारे इस गुस्सैल
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छल - Story of love and betrayal - 34
अब प्रेरित नितेश के पास आया नितेश चिल्ला पड़ा और कहने लगा, "नहीं.. नहीं.. मेरी उंगली मत काटना मैं बताता हूं, आगे मैं सब बताता हूं, प्लान के मुताबिक हमें लगा कि तुम अपने चाचा को इस सच्चाई का ...Read Moreलगने के बाद उनको तुरंत मार दोगे और अपनी मां को भी.. खैर वो तो मर ही गई थी लेकिन तुमने उसे माफ कर दिया पर तुम खोए खोए और चिड़चिडे रहने लगे, मैं समझ गया था कि तुम्हारे अंदर कुछ चल रहा है इसीलिए मैंने कुशल को बोल दिया कि वह चाचा के घर पर नजर रखे और फिर
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छल - Story of love and betrayal - 35
ये सुनकर प्रेरित की आत्मा अपने बेटे के लिए तड़प उठी तभी प्रेरणा फिर बोली, " उसके बाद मैं और नितेश उठे, मैं तुम्हें मार डालना चाहती थी पर नीतेश ने कहा अब हमें गायब होना पड़ेगा, इस दुनिया ...Read Moreनजर में हम मर जाएंगे और यह उम्र भर तीन खून की सजा जेल जाकर काटेगा, हम दोनों ने तुम्हारे सिर पर कई और वार किए, तभी वहां कुशल आ गया और हम तीनों ने मिलकर फिर एक प्लान बनाया और हॉस्पिटल के डॉक्टर से और पुलिस इंस्पेक्टर को बुला लिया और सारा प्लान समझा दिया, हम यह सब बातें
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छल - Story of love and betrayal - 36
कुशल ने कराहते हुए कहा - " मैंने उस आदमी को रंगे हाथों घर से पकड़वा दिया और उसे सात साल की जेल हो गई, उसका नाम भैरव था और प्रेरणा की मौत की पुष्टि की खबर फैला दी, ...Read Moreकी जगह सीमा की लाश मैंने पुलिस और डॉक्टर की मदद से रखवा दी, तुम्हें याद है जब अंतिम संस्कार में पुलिस तुमको लाई थी और स्वप्निल बार-बार तुम्हारे पास आ रहा था क्योंकि वह जानता था कि मम्मी जिंदा है और ये लाश किसी और की है पर मैंने उसे इतना डराया था कि वह खुलकर बोल ना सका,
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छल - Story of love and betrayal - अंतिम भाग
तीनों ने हैरानी और दर्द में चिल्लाते हुए मुड़कर देखा तो सामने भैरव खड़ा था, भैरव दौड़कर प्रेरित के पास जाने लगा तो नितेश उसे पकड़ कर बोला, " ओहो.. तू? अभी तक… तेरी आशिकी उतरी नहीं, चलो अच्छा ...Read Moreतुझे भी ऊपर पहुंचा देंगे ", तभी प्रेरणा ने नितेश की और चाकू फेंका और नितेश ने भैरव पर वार किया लेकिन उससे पहले नितेश के उस हाथ में गोली आकर लग गई, तीनों ने उधर देखा तो प्रेरित खड़ा था दूसरी गन लेकर | तीनों सन्न रह गए प्रेरित को खड़ा देखकर, भैरव ने खुशी से कहा," भगवान का
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