Divert Call (A Love Story) books and stories free download online pdf in Hindi

डाइवर्ट कॉल (एक लव स्टोरी)

आप सभी दोस्तों को मेरा प्यार भरा नमस्कार आप सभी ने जैसे मेरे सभी लेखो को अपना बहुमूल्य पल देकर मेरे उत्साह को बढ़ाया है उसी उत्साह के साथ आज मैं एक सच्ची लव स्टोरी (डाइवर्ट कॉल )लेकर हाजिर हु बस पात्र और स्थान का नाम परिवर्तित है। आप सभी साथियो से उम्मीद करता हु इस लेख को भी आप अपना बहुमूल्य पल और स्नेह से नवाजें।
 
माँ चिल्लाते हुवे ये आजकल के बच्चे भी न दिन भर फ़ोन में ही घुसे रहते है। पता नही इनको इसके अलावा और कोई काम-वाम भी नहीं होता। हम लोगों का समय था तो ओ क्या समय था न फ़ोन था और न ही लोग ब्यस्त रहते थे सबके पास समय ही समय हुआ करता था। आज भी मुझे मेरा बचपना याद आता है। खैर छोडो इन बातो को जरा देखु बरखुरदार क्या कर रहे है।
तो आप यहाँ फ़ोन में लगे है।
क्या कर रहे हो बेटा ?
पार्थ की माँ ने कहा पार्थ से पूछा।
पार्थ माँ एक कंपनी में मेल भेज रहा हु।
माँ जरा नानी के पास फ़ोन करना ।आजकल फ़ोन नहीं आता जरा हालचाल ले लू वहा का। ठीक है माँ।
पार्थ माँ से माँ स्विचओफ़्फ़् आ रहा है नानी जी का फोन ।थोड़ी देर बाद देखता हु।
ठीक है बेटा अगर लग जाये तो मुझे दे देना। ठीक है माँ।   मैं बाहर जा रहा हु कुछ प्रिंट आउट निकलवाने है फिर आके बात करवाता हु।
रास्ते में पार्थ अब एक बार और कोसिस करता हु सायद अब फ़ोन आन हो गया हो नानी जी का। नंबर मिला के कान के पास फ़ोन ले जाते हुवे चलो घण्टी तो जा रही है अब। पर कोई उठा क्यों नही रहा है ये फ़ोन।
अरे चलो उठाया तो सही अब पूछता हु की कहा थे सब लोग जबतक पार्थ कुछ बोलता की उधर से ही आवाज सुनाई देने लगा आवाज सुनकर तो ये अवाक् रह गया।
बत्तमीज तम्हे और कोई काम नहीं है क्यों बार-बार फ़ोन करके परेसान कर रहे हो तुम्हारे घर में माँ बहन बेटी नहीं है। जब मैंने तम्हे मना कर दिया की म वैसी लड़की नहीं हु तम्हे समझ में नही आता कितने कुत्ते हो तुम बार-बार तुम्हारा नंबर मैं ब्लैक लिस्ट में डाल रही हु और तुम नंबर बदल-बदल के परेसान कर रहे हो।
पार्थ हकलाते हुवे अरे मौसीजी क्या हुआ आप ऐसे क्यों बोल रही हो मैं बोल रहा हु पार्थ।
अरे कमीने अभी तक तुमने फ़ोन नहीं रखा अब अगर फ़ोन किया तो पुलिस को तेरा नंबर देदूँगी। चल रख फ़ोन । फिर फ़ोन कट गया। बिचरा पार्थ बिना किसी गलती के इतना सुन गया उसे समझ नही अ रहा था की मसि ऐसा क्यू बोल रही थी की तभी मौसी का कॉल आया। डरते डरते फ़ोन रिसीव किया । हेल्लो पार्थ सॉरी हम लोग बगल में मामा के यहाँ कथा में चले गए थे मोबाइल चार्जिंग में लगा के अभी आये है तो तुमरा मिसकॉल आया था दीदी कैसी है? मौसी ने पूछा? सच में मौसी इसके पहले आप ने फोन नहीं उठाया था नहीं पार्थ अभी तो हम लोग आ रहे है अच्छा ठीक है नानी को दो।
प्रणाम नानी जी कैसी है? पार्थ ने पूछा 
नानी ठीक हु बेटा। नानी आप कहि गयी थी क्या हा बेटा सब लोग बगल के मामा के यहाँ कथा में गए थे। ठीक है नानी माँ से बात करलो।
पार्थ ने सोचा सायद नेटवर्क प्रॉब्लम के वजह से कही चला गया होगा।


करीब 15 दिन बाद ....
पार्थ काफी दिन हो गया चलो नानी से बात कर लेता हु ।
पार्थ ने फ़ोन लगाया घंटी जा रही है फिर कोई रिसीव क्यों नहीं कर रहा है ये फ़ोन। पार्थ ये सोच ही रहा था की उधर से आवाज आयी देखिये भैया ये सब गलत है कैरियर पे ध्यान दीजिये जब आप को कोई अच्छी जॉब मिल जायेगी तो लडकिया आपके पीछे भागेंगी ।क्यू आप अपनी जिंदगी खराब कर रहे है ? क्यू आप मेरे पीछे पड़े है। बातो से आप काफी पढ़े लिखे लगते है जब मैंने आपको मना कर दिया तो क्यू आप मेरे पीछे पड़े है। मुझे अब और परेसान मत कीजिये आप की वजह से मेरी पढ़ाई डिस्टर्ब हो रही है।
मैं अपने लाइफ में कुछ करना चाहती हु मेरे सपने बहुत बड़े है प्लीज मुझे बक्स दीजिये अपनी छोटी बहन समझ कर।
पार्थ मौसी ये क्या बोल रही हो मैं पार्थ फिर उधर से आवाज आयी। कौन पार्थ?
 मैंने बोला की आप आज ऐसे क्यू बोल रही हो उधर से आवाज आया की मैं किसी पार्थ को नहीं जानती।  ठीक है। पर आप कौन? मै चादनी पुणे से। मैंने कहा माफ़ करना रॉंग नंबर और फ़ोन कट कर दिया।
फिर फ़ोन लगाया पार्थ ने नानी ने उठाया हा बेटा कैसे हो?
इसके पहले कौन फ़ोन उठाया था कोई नहीं टेलीविजन चल रहा था तो आवाज नही सुनाई दिया है ।
मेरे पास ही तो है फ़ोन ।ठीक है नानी माँ से बात करलो।
पार्थ सोचने लगा ये क्या हो रहा है फिर उसको लगा सायद नेटवर्क प्रॉब्लम से कहि और डाइवर्ट हो गया होगा।

करीब 10 दिन बाद पार्थ की माँ पार्थ से बेटा जरा नानी के पास फ़ोन लगाना। ठीक है माँ कहके पार्थ ने फ़ोन लगाया पर इसबार भी काफी देरतक किसी ने फ़ोन नहीं उठाया । थोड़ी देर बाद किसी की आवाज आयी। पार्थ नानी जी प्रणाम। उधर से कौन? पार्थ बोल रहा हु। आप कौन? मैं चादनी की फ्रेंड बोल रही हु। पार्थ समझ गया की कॉल डाइवर्ट हो गया है और ये चादनी की फ्रेंड नहीं उसकी माँ की आवाज है। सॉरी जी रॉंग नंबर है।
कुछ देर बाद नानी जी का कॉल आया और पार्थ ने बात किया। उसे ये नहीं समझ में नहीं आ रहा था आखिर ये कॉल डाइवर्ट क्यू हो रहा है । इस बार भी पार्थ ने इग्नोर कर दिया।

फिर 15 दिन बाद
पार्थ की माँ बेटा नानी के पास फ़ोन करके बोल दे की चाचा गांव जाने वाले है आम का आचार और सिरका उन्हें दे दे आते समय।
ठीक है माँ।
काफी देर रिंग  जाने के बाद किसी ने कॉल रिसीव किया और पार्थ के बोलने से पहले लातो के भुत बातो से नहीं मानते कमीने अभी तुमरा एक नंबर ब्लैकलिस्ट में डाला तुमने दूसरे नंबर से फ़ोन कर दिया । पार्थ अरे मैडम बात तो सुनिए गलती से लग गया ।फिर उसके दीमाक में आया कॉल डाइवर्ट हो गया है। आज मेरा जो भी होगा पर पापा से बोलूंगी और तम्हारे ऊपर जो ये भुत चढ़ा है न अब वाही उतारेंगे।अरे चादनी जी मेरी बात तो सुनिए मैं पार्थ।  बहुत बतमीजी कर रहे हो। देखिये आप क्या बोल रही है मुझे समझ म नहीं अ रहा है। अभी थोड़ी देर में सब समझ में अ जायेगा चिंता मत करो कुत्ते।
ओये एक बार मेरी बात सुन कुछ नहीं बोल रहा हु तो बोले जा रही है। क्या हा क्या चादनी ने कहा।
देखिये चादनी जी बुरे बर्ताव के लिए माफ़ी चाहता हु मैं कहि और फ़ोन लगा रहा था उन्होंने रिसीव नही किया आपके पास डाइवर्ट हो गया कॉल।
ठीक है सॉरी मुझे लगा कोई और है आप उनसे कह दीजियेगा की डाइवर्ट लिस्ट से निकाल दे मुझे और इसके बाद कॉल नही आना चाहिए। पार्थ किसको शौक है आपसे गली सुनने का ठीक है बाय।
साम को मासी के पास फ़ोन लगाके सारी बाते बताया मौसी जी का तो हस  हस के बुरा हाल हो गया था। पार्थ ने कहा की ओ नंबर डाइवर्ट लिस्ट से निकाल दो मौसी बोली ठीक है किसी से कह के निकलावती हु।
उसके बाद सब लोग पार्थ की टांग खीचने लगे की एक लड़की ऐसा बोल दी बहन मौसी भाई सब लोग। जब पार्थ ने अपने एक दोस्त को ये बात बताया तो ओ भी हस ने लगा और बोला की भाई तमने जबाब क्यू नही दिया तो पार्थ बोला भाई मेरे घर पर भी एक बहन है कैसे किसी के बहन को गली दे दू।



करीब 3 दिन बाद फिर कॉल डाइवर्ट हो गया और चादनी ने फ़ोन उठाया और रोते हुवे बोली की तुम क्या चाहते हो अपनी जान दे दू। अब और मुझे टॉर्चर मत करो मुझे और मजबूर मत करो। मैं तुमरे फ़ोन से तंग आ चुकी हु।
तभी मैंने बोला चादनी जी मैं पार्थ सॉरी मौसी को फ़ोन के बारे में जयदा जानकारी नहीं है किसी को दी थी पर ओ निकाल नहीं पाया आपको।
आप रो क्यू रही हो? और ऐसी बाते क्यू कर रही हो मैंने तो आप को ऐसा कुछ नहीं कहा है।
फिर अभी अभी उस कमीने का फ़ोन आया था मैं थक चुकी हु उसके टार्चर से।
एक बात पुछु आपसे ?
हां पूछिये क्यू और कौन आपके साथ क्या कर रहा है मुझे बताएंगी?
देखिये मैं और नहीं फ़साना चाहती उसके बाद आप भी मुझे परेसान करने लगोगे।
देखो डियर मेरी भी एक प्यारी सी बहन है वादा करता हु आपको परेसान नहीं करूँगा आपकी पूरी मदद करने की कोसिस करूँगा।
ठीक है पार्थ जी फिर सुनिए।
मैंने एक नया सिमकार्ड खरीदा उसके तीसरे दिन एक रॉंग नंबर आया और बहुत प्यार से बात किया और बोला ठीक है सॉरी गलती से लग गया था। उसके बाद ओ दिन में कई बार फ़ोन करके उपसब्द बोलता है बोलता है की तू मेरी जान है तुजे मैं अपनी बीबी बनाना चाहता हु। मुझे किस दे । नहीं दी तो बहुत बुरा होगा । गंदे गंदे वर्ड्स का प्रयोग करता है ओ ।
मैंने कहा ब्लैकलिस्ट में डाल दो उसका नंबर तो चादनी बोली की एक नहीं जितने नंबर से कॉल करता है सबको डाल दी हु फिर नए नंबर से करता है।
घरवालो को बतादो । अगर घर वालो को बतायीं तो ओ परेसान हो जायेंगे। 3-4 महीने से परेसान कर रखा है ओ मुझे अभी अभी फ़ोन आया था बोला है की आजाओ भाग के शादी करलेते है।
ठीक है आप अपना नंबर मुझे दीजिये । नहीं आप भी मुझे परेसान करने लगोगे प्रोमिस कभी नहीं करूँगा।
दीजिये ठीक है 00000000। मैं 5 मिनट बाद कॉल करता हु। ठीक है।
उसिदिन साम को पार्थ ने चादनी के पास फ़ोन किया हेल्लो चादनी जी।हा  बताईये आप एक काम कीजिये उसने सबसे पहले जिस नंबर से आप को कॉल किया था ओ नंबर और सबसे लास्ट जो कॉल किया था ओ नंबर मुझे मेसज कर दीजिये और उसके सारे नंबर ब्लैक लिस्ट से निकाल दीजिये।
उसके पास कॉल कीजिये और बोलिये तम्हे बहुत प्यार आ रहा है न मुझपर आज मै तुमरे प्यार का भुत उतरती हु चादनी ने ज्यो ये बात बोली उससे तुरन्त उसने अपना फ़ोन काट के स्विच ऑफ कर दिया।
साम को चादनी ने कॉल किया पार्थ के पास उसकी माँ ने रिसीव किया फ़ोन जल्दी से फ़ोन कट कर दिया चादनी ने।
तिन दिन बाद फिर चादनी का फ़ोन आया पार्थ जी आपके हिम्मत देने के वजह से मैं अब खुस हु और अब उसका फोन भी नहीं आता बहुत -बहुत शुक्रिया आपका। ठीक है चादनी जी मुझे भी बहुत खुसी है की अब आप किसी को गली नहीं दोगी। बाय

4 दिन बाद फिर चादनी का फ़ोन आया पार्थ के  पास पार्थ ब्यस्त होने के वजह से देख नहीं पाया।
 फिर अगले दिन भी आया पार्थ हेल्लो चादनी जी कैसी हो? चादनी रोते हुवे पार्थ जी ओ मुझे गाली दे रहा था अपने दोस्तों के साथ था और बहुत भद्दे शब्दों ला प्रयोग कर रहा है। आज भी किया था हां अभी अभी भी आया था।
आप उसके पास फ़ोन करो और बोलो की अबतक तम्हे माफ़ करती आ रही थी पर तुम लोग उसके काबिल नहीं हो अब तुम लोग मरो और हाँ अगर अपने बाप की औलाद होना तो मोबाइल स्विचओफ़्फ़् मत करना।चादनी ने ऐसा ही किया।
फिर मैंने उससे पूछा उसका नाम क्या है तो ओ बोली की ओ अपना नाम और एड्रेस नहीं बताता है कहता है जब मेरी हो जाओगी तो सब जान जाओगी ।ठीक है चदनीजी मैं आपसे थोड़ी देर बाद मिलता हु।

20 मिनट्स बाद मैंने ट्रूकॉलर से उसके नंबर के जरिये नाम पता किया और एक एप्लीकेशन के माध्यम से अपना नंबर VIP नंबर में बदला और उससे बोला रमेस बोल रहे हो 
भोसड़ी के जल्दी से तू पास के ठाणे में आ मैं क्राइम ब्रांच से पार्थ बात कर रहा हु जबतक तेरे गाड़ पे चार लठ नहीं पड़ेगा तबतक तू नही सुधरेगा। अब तू पूरी जिंदगी यही बिताएगा। जल्दी आ नही तो मैं कॉस्टेबल को भेजता हु तेरी इज्जत करेने के लिए।
ओ डर गया और हड़बड़ाते हुवे बोला सर सर मेरा कुसूर क्या है मैंने क्या किया है।आप । मुझे ऐसा नहीं बोलसक्ते
कांस्टेबल रघुबीर सिंघजी लड़की का नाम बताना जिसने कंप्लेन किया है। अब तो ये भोसड़ी के गए सालो को समझ में नहीं अति लड़की को डराते है। तबतक रमेस बोला सर चादनी मुझे माफ़ कर दीजिये सर अब ऐसी गलती नहीं होगी।

बेटा तू पास के ठाणे में पहुच फिर बताता हु तुजे। अगर नहीं आ सकता है तू तो मैं भेजता हु तेरा सेवा करने के लिए ।
सर मुझे माफ़ कर दीजिये ओ मेरी बहन के सामान है अब ऐसी गलती नहीं होगी मुझे माफ़ कर दीजिये।
सर मैं अभी कॉल करके सॉरी बोल देता हु चादनी बहन को भोसड़ी के तू अभी भी कॉल करेगा उसको ।
सॉरी सर आप ही बताईये क्या करु तू रुक।
कॉन्फ्रेंस करके चादनी जी लाइन पर है। मुझे माफ़माफ़ करदो दीदी अब ऐसी गलती नहीं होगी गिड़गिड़ाते हुवे रमेस बोला । चादनी ने भी उसे खूब सुनाया फिर सांत होगयी चादनी।
उसके बाद मैंने बोला की चादनी जी आप अपना केस वापस लेलीजिये नहीं तो इसकी जिंदगी बर्बाद हो जायेगी।
चादनी ऐसे लोगों को तो जेल में ही सरना चाहिए ।माफ़ करदो दीदी प्लीज केस वापस लेलो । ठीक है सर आप कहते है तो ले लेती हु। रमेस ये तुमरा लास्ट वार्निंग है ।अगर इसके बबाद कोई कंप्लेन आया तो जेल में दाल दूंगा।
स्टूडेंट समझके छोड़ रहा हु तुम लोग देस के भविष्य हो और तुम ऐसा करोगे तो बताओ क्या होगा।
सॉरी सर अब आगे से शिकायत का मौका नई दूंगा।
फिर रमेस को वार्निंग देके छोड़ दिया।

फिर उसके अगले दिन मैंने कॉल किया और बोला चदनीजी अब आप को कोई परेसान नहीं करेगा और अब आप सेफ हो। प्रोमिस पूरा हुआ
चादनी आप का कैसे सुक्रियादा करू पार्थजी आप एक अच्छे इंसान हो शुक्रिया आप जैसे लोग अगर अपने देस में अच्छे क्रिमब्रांच में हो तो कोई जुर्म ही न होगा।
ठीक है तारीफ बहुत होगया अपने लिए खुद लड़ना सीखे ।अपना ध्यान दीजियेगा बाय।
अब डेली मॉर्निंग में चादनी का गुड़ मॉर्निंग मेसज पार्थ के व्हाट्सएप्प पे आ जाता था ।

कुछ दिनों बाद फिर चादनी का कॉल आया कैसे हो पार्थ जी?
बिलकुल तरोताजा और आप कैसी हो जी?
आप से एक और मदद चाहिए था?
देखो डियर अपनी मदद खुद करो बाय।
फिर अगले दिन चादनी का कॉल आया और ओ रोने लगी अरे बाबा क्या हो गया आप क्यू रो ऋ हो ?
आप बुरा तो नहीं न मानोगे नहीं बताइये?
मैं गोरखपुर से हु और मैं एस आर इन्टर कॉलेज में पढ़ी हु और लखनऊ से म्यूजिक से डिप्लोमा कर रही हु।
जब मैं कॉलेज से आती और जाती हु तो दो लड़के मुझे फॉलो करते है अगर मैं तेज चलती हु तो तेज चलते है धीरे चलती हु तो धीरे चलते है रुक जाती हु तो रुक जाते  है और पास आके नंबर मागते है। और कहते है की मुझसे प्यार करते है मैंने मना कर दिया तो भी कमेंट करते रहते है की मुझे भी म्यूजिक सीखा दो।
अच्छा तुम क्या चाहती हो मैं चाहती हु की ओ पीछा न करे मेरा । ठीक है थोड़ी देर में कॉल करता हु।
एक बात बताउ ।
हा बताइये?
मैं भी एस आर इण्टर कॉलेज का स्टूडेंट हु । आपका सीनियर।
सुनो जब कल ओ पीछा करे तो तुम जहां लोग जयदा आते जाते हो वहा रुक जाना और उनको बुलाना अपने पास और बोलना भैया क्यू आप मेरा पीछा कर रहे हो?
अगले दिन चादनी ने ज्यो इतना बोला तुरन्त उसमे से एक लड़का बोला भैया भी बोल रही हो और बोल रही हो की पीछा कर रहा हु सॉरी बहन हम तम्हे गलत समझ बैठे।
अगर कोई परेसान करे तो मुझे बताना उसकी टाँगे तोड़ देंगे हम। ये कहकर आपस में बाते करते हुवे दोनों लड़के चले गए। और चादनी भी घर आगयी । आज ओ बहुत खुस थी मन ही मन पार्थ को पसन्द करने लगी थी अब।

अब व्हाट्सएप्प पे कुछ ज्यादा ही मेसेज करने लगी थी और कुछ बाते भी जयदा होने लगी थी । अब छोटी छोटी बातो को भी ओ पार्थ को बताने लगी थी।
एक दिन चादनी ने पार्थ के पास कॉल लगाया और बाते करने लगी पार्थ को भी चादनी से बाते करके अच्छा लगने लगा था।
अब चादनी अपने छोटे बड़े सभी डाउट को क्लियर करने के लिए पार्थ का सहारा लेने लगी थी ।
पार्थ को चादनी के सांग बहुत पसन्द थे वह हमेसा उससे एक गीत तो सुनता ही था और हमेसा चादनी को समझता था की व्हाट्सएप्प छोडो और कैररयर पर फोकस करो।
लेकिन चादनी नही मानती थी ओ दोनों साथ में चाहती थी।

एक दिन उसने पार्थ को एक सांग (गीत) सुनाया जो पार्थ को बहुत पसन्द आया और जब पता चला की स्पेशल्ली चादनी ने खुद ओ गीत पार्थ के लिए लिखा है तो पार्थ के खुसी का ठिकाना नहीं रहा।
और पार्थ का अच्छा मुड़ देखकर चादनी ने पार्थ से कहा पार्थ मैं आप से बहुत प्रेम करती हु। आप बहुत अच्छे इंसान है आप को लोगो की फ़िक्र है मुझे आप बहुत पसन्द है। मैं बहुत खुसनसीब हु की आप मुझे मिले । आई लव यू पार्थ।
पार्थ एकदम सांत था जैसे उसके पास कोई जबाब ही न हो।पार्थ तुम ऐसे सांत नहीं रह सकते मुझे पता है की तुम भी मुझसे प्रेम करते हो ये कहते कहते चादनी की आँखे आंसुओ से भर गयी और उसके ओठ कापने लगे और ओ काफी गम्भिर हो गयी। जब पार्थ को उसकी ये बेचैनी महसूस हुआ तो उससे नहीं रहा गया और ओ बोल पड़ा देखो चादनी ये अट्रैक्शन है अपने फ्यूचर पर ध्यान दो ये कहते हुवे पार्थ की भी आँखे भर गयी और आवाज काफी कमजोर हो गयी और पार्थ ने आगे कहा की मैं तूमरा जीवन बर्बाद नहीं करना चाहता।बिच में चादनी बोल पड़ी की आप भी मुझसे प्रेम करते हो तो छुपाते क्यू हो। बोल दो न ।
पार्थ देखो चादनी इसका कोई फ्यूचर नहीं है तुम कैररयर पर ध्यान दो जब कैररयर बन जायेगा तो जिससे शादी होगा उससे पूरा जीवन प्यार करना। ये कहते हुवे पार्थ का दिल भर गया और चादनी अपने आंसुओ को रोक नई पायी।

थोड़ी देर बाद चादनी फिर कॉल की और बोली की आप बी ब्राम्हण हो और म भी ब्राम्हण हु और आप भी मुझे पसन्द करते हो और मैं भी खुद से ज्यादा विस्वास और प्यार करती हु आपसे तो फिर आप ऐसा क्यू कर रहे हो।
तब पार्थ ने बोला जिन लोगो ने हमे पाला पोसा है उनके भी हमसे कुछ अरमान है न।
तब चादनी बोली सीधे सीधे बोलो न की म आपके लायक नहीं हु।
अब पार्थ को मजबूर हो जाना पड़ा और पार्थ ने कहा ऐसी बात नहीं है डिअर सायद मुजे तुमसे जयदा चाहने वाली मिले ही न म भी तम्हे बहुत पसन्द करता हु।
आई लव यू चादनी
चादनी आई लव यू पार्थ
ये कहते ही दोनों की आँखे आंसुओ से भर गयी और दोनो ने कॉल कट कर दिया

आपका अपना मित्र 
 दुर्गेश तिवारी