The Sure Man - 1 books and stories free download online pdf in Hindi द स्योर मैन - पार्ट १ (12) 2k 6.7k सुमसाम और सुन्दर आशमान में सन्नाटा छाया हुआ था कि अचानक एक बहुत बड़ा स्पेशिप काले बादलों के पीछे से गुजरा और उसकी गति के कारण उसे ठीक से देख पाना सम्भव नहीं था लेकिन वो स्पेशिप पृथ्वी के चारों ओर मंडराने लगा । लग रहा था कि जैसे उसने पहली बार किसी ऐसे ग्रह को देखा हो और अब वह लैैैन्डिग के लिए किसी सुरक्षित स्थान ख़ोज रहा हो । कुछ समय की उड़ान भरने के बाद एक जगह पर सफलतापूर्वक लैैैन्डिग कर लेता है।तभी बाजार में एक व्यक्ती कुछ सामान खरीदने के बाद वहां पर खड़ा होकर दुकानदार को पैसे देने के लिए अपना पर्स जैसे ही निकाला तभी एक चोर पीछे से दौड़ता हुआ आया और उस व्यक्ती का पर्स लेकर भागने लगा तुरंत उस व्यक्ति ने चोर-चोर कहकर चिल्लाते हुए चोर के पीछे भागने लगा लेकिन चोर उस व्यक्ति से बचकर भाग निकले में सक्षम रहा लेकिन चोर डर के कारण भागता ही रहा और कुछ समय में उस जगह पर पहुंच गया जहां वो स्पेशिप रूका था । चोर उस स्पेशिप को देखकर कुछ हैरान हुआ लेकिन उसने सोचा कि अब उसे छुपने के लिए एक नयी और सुरक्षित जगह मिल गई है । चोर बिना कुछ सोचे ही स्पेशिप के अन्दर चला गया वहां उसने जो देखा उसे देखकर वह कुछ रुका और चारों ओर देखने लगा वह जिस स्थान पर खड़ा था एक विशाल कक्ष था । फिर चोर स्पेशिप में इधर-उधर घुमते हुए एक ऐसे स्थान पर पहुंच गया जहां पर स्पेशप का कन्ट्रोल रूम था जहां पर एक विचित्र प्राणी खड़ा था और वह अपने अन्य साथियों को गुस्से वाली आवाज से कुछ आदेश दे रहा था और फिर अचानक जोर जोर से दहाके मारकर हंसने लगा । पीछे से आकर एक परग्रही ने चोर को पकड़ लिया और उसे अपने कप्तान के पास ले गया। कप्तान और सभी परग्राही उस चोर को अजीब नज़रों से घूर रहे थे फिर कप्तान ने कुछ जोर से बोला और उन्होंने उस चोर को एक चारपाई जैसी दिखने वाली मशीन पर बॉधकर अजीबोगरीब प्रयोग करने लगे । चोर काफी घबराया हुआ था जैसे ही परग्राही लोगों की नजर उस चोर से हटीं । चोर उस मशीन से उठकर भाग निकलने में कामयाब हुआ । चोर वहां से भागते समय उन परग्राहीयो के एक साधारण से दिखने वाला एक डब्बा ( बॉक्स ) लेकर भागा था । स्पेशिप से बहार निकलकर चोर एक खंडहर जैसे घर में बैठकर उस डब्बे को खोलने लगा जब उस चोर ने उस डब्बे को खोला तो उस डब्बे में एक अजीब सा चिन्ह रखा हुआ था उस चिन्ह को देखकर चोर जोर से बोला- "अरे यार मेंने तो इसमें सोचा था कि इसमें कोई बड़ा सा सुन्दर सा कोई हीरा होगा पर इसमें तो ये... कोई खिलौना है।" यह कहकर उसने उस चिन्ह को फेंक दिया और वहां से चला गया। जब परग्राहीयो को उस चोर के भागने की खबर मिली तो उन लोगो में हलचल मच गई उन लोगों के कप्तान ने उन सभी लोगों से "स्योर मैन" का मार्क(चिन्ह) मांगा तो उन लोगो में से एक वहां गया और उसने देखा कि वह मार्क वहां से गायब है वह परग्राही भागकर अपने कप्तान के पास गया और बोला कि वहां से आपका सुपर शक्तियों वाला मार्क वहां से चोरी हो गया है और वहां वह इंसान भी वहां नहीं है। कप्तान यह सुनकर गुस्से से लाल-पीला हो गया और बोला "ऐसे कैसे गायब हो गया मेरा मार्क अगर वो किसी गलत हाथों में चला गया तो इस दुनिया के लिए एक बहुत बड़ा खतरा बन सकता है इसलिए ढुंढो उसे कुछ भी करो पर ढुंढो उसे जल्दी जाओ । और सभी परग्राही लोग उस मार्क को ढूंढने के लिए काम पर लग गये ।#पार्ट २ जल्द ही आपके लिए उपलब्ध होगा ।यदि आप इसमें सुधार के लिए अपना कीमती सुझाव देना चाहते हैं तो आप हमें मेल कर सकते हैं । हमारा e-mail पता है- hareeshkumarsharma29@gmail.comजल्द ही इस कहानी के एपीसोड आपको हमारे YOUTUBE चैनल ( Sure Studios ) पर देखने को मिलेंगे तो अभी हमारे YouTube चैनल को सब्सक्राइब करें › Next Chapterद स्योर मैन - पार्ट २ Download Our App More Interesting Options Hindi Short Stories Hindi Spiritual Stories Hindi Fiction Stories Hindi Motivational Stories Hindi Classic Stories Hindi Children Stories Hindi Comedy stories Hindi Magazine Hindi Poems Hindi Travel stories Hindi Women Focused Hindi Drama Hindi Love Stories Hindi Detective stories Hindi Moral Stories Hindi Adventure Stories Hindi Human Science Hindi Philosophy Hindi Health Hindi Biography Hindi Cooking Recipe Hindi Letter Hindi Horror Stories Hindi Film Reviews Hindi Mythological Stories Hindi Book Reviews Hindi Thriller Hindi Science-Fiction Hindi Business Hindi Sports Hindi Animals Hindi Astrology Hindi Science Hindi Anything Hareesh Kumar Sharma Follow Novel by Hareesh Kumar Sharma in Hindi Film Reviews Total Episodes : 3 Share NEW REALESED Horror Stories जोसेफाईन - 8 Kalyani Deshpande Love Stories ही अनोखी गाठ - भाग 1 Pallavi Bholvankar Fiction Stories सर येते आणिक जाते Ketakee Moral Stories वाचन संदिप खुरुद Moral Stories मला स्पेस हवी पर्व १ - भाग १३ Meenakshi Vaidya Motivational Stories शिक्षण शिकता येईल काय Ankush Shingade Classic Stories किमयागार - 43 गिरीश Poems मी आणि माझे अहसास - 86 Darshita Babubhai Shah Motivational Stories कुटूंब नियोजन काळाची गरज Ankush Shingade Love Stories भाग्य दिले तू मला - भाग ७७ Siddharth