Ahsaas pyar ka khubsurat sa - 4 books and stories free download online pdf in Hindi

एहसास प्यार का खूबसूरत सा - 4



एहसास प्यार का खूबसूरत सा ( भाग - 4 )


कायरा के घर सभी साथ में बैठ कर नाश्ता कर रहे थे तभी कायरा अपने पापा से कहती है ।

कायरा - पापा मैं जॉब करना चाहती हूं ।

कायरा के इतना कहने पर ही सभी उसे आश्चर्य से देखने लगते हैं। और दादी तुरंत ही बोलती है ।

राधा जी - क्या जरूरत है नौकरी करने की ? शादी करने की उम्र में पढ़ाई कर रही है और अब नया भूत सवार हो गया नौकरी का ।

देवेश जी - मां , एक बार सुन तो लें कि क्या बोलना चाह रही है ।

राधा जी - तू ही सुन । और हमेशा से ही सुनते आया है और सारी ख्वाहिशें पूरी करते आया है । इसी लिए नए - नए शौक पालने लगी है तेरी बेटी । चुप चाप से शादी करा दे फिर इसके ससुराल वाले जाने क्या कराएंगे और क्या नहीं ।

देवेश जी - मां आप हर बार क्यों शुरू हो जाती है?

राधा जी - हां , इस घर में तो मैं ही बुरी हूं। बाकी तो सब भला ही सोचते हैं इस घर के बारे में । मुझे क्या , मैं ही चली जाती हूं यहां से।

इतना कह कर राधा जी बिना पूरा नाश्ता ख़तम किए ही अपने रूम में चली जाती हैं और देवेश जी उन्हें पुकारते ही रह जाते हैं ।

मालती जी - आप चिंता मत कीजिए । उनका गुस्सा थोड़ी देर में शांत हो जायेगा । फिर मैं उनका नाश्ता उनके रूम में दे आऊंगी , आप नाश्ता कीजिए।

देवेश जी - ठीक है । हां कायरा बेटा आप जॉब के लिए बोल रहे थे ।

कायरा ( अपने आप को दृढ़ करते हुए कहती है ) - हां पापा , मैं जॉब करना चाहती हूं ।

देवेश जी - पर क्यों बेटा ? अभी तो आपकी पढ़ाई भी पूरी नहीं हुई है और अगर आपको किसी चीज की जरूरत है तो बता दीजिए बेटा हम ला कर दे देंगे ।

कायरा - मुझे किसी भी चीज की जरूरत नहीं है पापा । और रही बात मेरी पढ़ाई की तो वो जॉब के साथ - साथ भी पूरी हो सकती है । पर आपको पता है के मेरा सपना क्या है और मैं अपने सपने की ओर अपना पहला कदम बढ़ाना चाहती हूं । जब मैं जॉब करूंगी तभी सीखूंगी के कैसे अपने बिजनेस को संभाला जाता है ।

देवेश जी - अगर ऐसा है तो बेटा फिर आपको जरूर जॉब करना चाहिए ।

कायरा - थैंक्यू पापा , मैं पूरी कोशिश करूंगी के आपके विश्वास पर खरी उतर सकूं।

देवेश जी - इसमें कोई शक नहीं है बेटा । हमे अपनी परवरिश पर पूरा भरोसा है ।

कायरा - थैंक्यू पापा ।

मालती जी - पर बेटा , तूने सोचा है कहां जॉब के लिए अप्लाई करेगी ?

कायरा - हां मम्मा , कल रात को मैंने कई कंपनी के बारे में डिटेल्स निकाली हैं । उनमें से एक कंपनी अभी दो दिन पहले ही ओपन हुई है । पर दो दिन में ही उसकी मार्केट वैल्यू बढ़ गई है और लोग ज्यादा से ज्यादा उस कंपनी के साथ डील करना चाहते हैं । मुझे लगता है के उन्हें अभी इतनी जल्दी एम्प्लोई नहीं मिले होंगे । तो मैं वहीं जॉब करने का सोच रही हूं । ताकि मुझे जल्दी से जॉब मिल जाए । आज ही से वहां इंटरव्यू चालू हो रहे हैं । और मैंने कल रात ही एप्लाई कर दिया था और मेरा मेल एक्सेप्ट भी हो गया है । आज उन्होंने मुझे भी बुलाया है इंटरव्यू के लिए ।

मालती जी - ये तो बहुत अच्छी बात है बेटा । और मुझे पूरा भरोसा है । ये जॉब तुझे जरूर मिलेगी।

देवेश जी - मुझे भी अपनी बेटी की काबिलियत पर पूरा भरोसा है ।

अंश - मुझे भी दीदी पर पूरा भरोसा है ।

कायरा - थैंक्यू एवरीवन ।

अंश - मम्मा मेरा टिफिन दे दो मैं स्कूल के लिए निकल रहा हूं । टाइम हो गया है । एंड ऑल द बेस्ट दीदी ।

कायरा ( अंश को गले लगा कर ) - थैंक्यू भाई ।

अंश सभी के पैर छू कर स्कूल चला जाता है । देवेश जी भी अपने कॉलेज निकाल जाते है। मालती जी अपना काम करने लगती है । कायरा अपने रूम में जा कर रूही को कॉल करती है और बताती है के उसे आज कुछ काम है इस लिए वो कॉलेज नहीं आ पाएगी । रूही ठीक है बोल कर फोन काट देती है । कायरा रेडी होकर अपनी मम्मा से मिल कर भगवान के सामने हाथ जोड़ कर आशीर्वाद लेती है और अपनी मंजिल की ओर निकल जाती है । उसे आज डर लग रहा था के वो सभी के विश्वाश पर खरी उतर पाएगी के नहीं । उसे ये जॉब मिलेगी के नहीं उसी का टेंशन था उसे आज। आरव तैयार होकर नाश्ता करके आज फिर ऑफिस चला जाता है । क्योंकी आज उसे अपने ऑफिस में इंटरव्यू लेने थे इस लिए वो राहुल को आज कॉलेज ना जा कर ऑफिस आने के लिए बोलता है । दोनों ही ऑफिस पहुंचते हैं। और अपना - अपना काम देखने लगते है । आरव को काम के बीच में ही अजीब सी बेचैनी होने लगती है और उसकी धड़कन तेज़ी से धड़कना चालू कर देती है। पर वो किसी को भी ये जताता नहीं है और मन ही मन सोचता है के आज ऐसा क्यों हो रहा है जबकि ऐसा पहले तो कभी हुआ नहीं । अचानक से उसे याद आता है के उसने बहुत दिनों से कायरा को नहीं देखा है । और इस बात पर उसकी धड़कन और तेजी से चलने लगती है । वो टेबल में रखे हुए जग से ग्लास में पानी डाल कर पानी पीता है । तब भी उसकी धड़कन अपनी रफ़्तार कम नहीं करती है ।

आरव ( खुद से ) - ये आज मेरे साथ क्या हो रहा है ? और इतने दिनों से मैंने कायरा को भी नहीं देखा है । पता नहीं क्यों उसे आज देखने का मन कर रहा है । पर ऐसा क्यों हो रहा है । उसे देखने का मन क्यों कर रहा है मेरा ? हे भगवान ! मैं क्यों कायरा के तरफ खींचता चला जा रहा हूं ? उसके साथ होता हूं तो एक सुकून सा मिलता है । पर ऐसा क्यों हो रहा है मुझे कुछ भी समझ क्यों नहीं आ रहा है ।

तभी राहुल आरव के केबिन में आता है । राहुल को देख आरव सामान्य हो जाता है क्योंकि वो नहीं चाहता था के राहुल उसे परेशान देखे । राहुल आरव को होने वाले इंटरव्यूज के बारे में डिटेल्स देता है और बताता है के कैंडिडेट्स आ गए है ।

राहुल - आरव तू बता कब से स्टार्ट करना है ? टाइम तो हो गया है वैसे ।

आरव - ठीक है , तो स्टार्ट करते है।

राहुल बाहर चला जाता है और एक - एक करके कैंडिडेट्स को आरव के केबिन में भेजता है । आरव सभी का इंटरव्यू लेता है । कायरा भी अपनी मंज़िल तक पहुंच जाती है और बाहर से कंपनी को एक नजर देखती है और फिर अन्दर आती है । आकर वो भी बाकी कैंडिडेट्स के साथ बैठ जाती है । आरव एक - एक करके सभी का इंटरव्यू लेता जाता है पर उसकी धड़कन अपनी रफ़्तार से चल रही होती है। थोड़ी देर में कायरा को इंटरव्यू के लिए बुलाया जाता है । कायरा मन में भगवान को एक बार याद करती है और अपनी फाइल लेकर इंटरव्यू के लिए अंदर जाती है । कायरा दरवाज़े पर पहुंच कर मे आई कम इन बोलती है । आरव की धड़कन पता नहीं क्यों अचानक से बहुत ही ज्यादा तेज चलने लगती है। और उसे एक जानी पहचानी सी आवाज़ सुनाई देती है । आरव अपनी आंखे बंद कर लेता है । और उसे आंखे बंद करते ही कायरा का चेहरा दिखाई देता है । वो मन में सोचता है के आज फ्री होकर यहां से वो सीधे कॉलेज जायेगा और बस एक बार कायरा को देख कर ही वापस अपने ऑफिस आएगा । तभी उसे एक बार फिर से जानी पहचानी सी आवाज़ आती है । मे आय कम इन !

आरव ( अपने आप को नॉर्मल करता है और बोलता है ) - यस कम इन ।

कायरा अंदर आती है और अपनी नजर ऊपर करती है । जैसे ही वो ऊपर देखती है उसके मुंह से अपने आप ही निकाल जाता है ।

कायरा - तुम 😳।

आरव ऊपर की ओर देखता है और वो भी एक झटके से अपनी चेयर से उठ कर खड़ा हो जाता है और बोलता है ।

आरव - तुम , यहां ?

असल में कायरा जिस कंपनी की बात कर रही थी वो कंपनी आरव की ही कंपनी थी और कायरा वहीं अपना इंटरव्यू देने गई हुई थी । तब उसे पता नहीं था के ये आरव की कंपनी है इस लिए वो आरव को आश्चर्य से देखती है । वहीं आरव एक बार फिर से कायरा में खो जाता है । और इतनी देर से जो उसकी धड़कन अपनी रफ़्तार बढ़ाए हुई थी वो कायरा को देख कर अपने आप ही सामान्य होने लगती है । आरव मन ही मन सोचने लगता है ।

आरव - अब लगता है ये मेरे सपनो में भी आने लगी है । और मैं इसे खुली आंखों से इमेजिन करने लगा हूं । पर कुछ भी हो बाय गॉड , मेरी इमेजिन में भी बहुत प्यारी लगती है । ऐसा लगता है बस इसे देखता ही रहूं ।

तभी आरव के कान में तेज़ आवाज़ पड़ती है और वो अपने खयालों से बाहर आता है ।कायरा कहती है ।

कायरा - कब से तुम्हें आवाज़ दे रही हूं । ध्यान कहां है तुम्हारा ? तुम यहां क्या कर रहे हो ? कुछ बताओगे भी ?

कायरा की आवाज़ इतनी तेज थी के उसकी आवाज़ सुन कर बाहर खड़ा राहुल भी आरव के केबिन में आ जाता है । और वो भी कायरा को देख कर हैरान रह जाता है और वो एक बार अपने हाथ में पकड़ी हुई फ़ाइल देखता है और दूसरी बार कायरा को देखता है और कहता है ।

राहुल - तुम यहां?

कायरा ( राहुल को देख कर आश्चर्य से ) - तुम भी ? तुम लोग यहां क्या कर रहे हो?

राहुल - तुम यहां क्या कर रही हो कायरा?

कायरा - मैं यहां जॉब के लिए इंटरव्यू देने आयी थी।

राहुल - ओह ! तो तुम ही कायरा शर्मा हो । तुम्हारे डॉक्यूमेंटस में शायद तुम्हारी पुरानी फोटो लगी हुई है इसी लिए शायद मैं पहचान नहीं पाया ।

कायरा - हां मैंने अपनी स्कूल पिक को ही अपने डॉक्युमेंट्स में लगाया हुआ है । पर तुम लोग यहां क्या कर रहे हो?

राहुल - मैडम मैं यहां का सीओओ हूं । आदित्या और नील भी हमारे साथ ही काम करते है। और ये जो तुम्हारे सामने खड़े हैं जो कि हमारे क्लास मेट हैं। ये ही यहां के सीईओ और एमडी हैं । और हम सभी के बॉस भी यही हैं ।

कायरा अपनी आंखे बड़ी - बड़ी करके कभी आरव को तो कभी राहुल को देखती है और मन में सोचती है ।

कायरा - मतलब कि आरव शर्मा , मिस्टर राजेश शर्मा का बेटा है । और इस कंपनी को यही संभालता है । हे भगवान कहां फस गई मैं ? अगर मैंने यहां काम किया तो काम कम और लड़ाई ज्यादा होगी । नहीं मैं यहां काम नहीं कर सकती । मैं इसे नहीं झेल सकती । यहां काम करूंगी तो ये अपनी बॉस गिरी दिखाएगा और अपना पिछला बदला मेरे से पूरी तरह से लेगा । नहीं मैं ये रिस्क नहीं ले सकती कहीं और काम कर लूंगी पर इसके साथ तो बिल्कुल नहीं करूंगी ।

कायरा को सोच में पड़ा देख कर राहुल आरव की ओर देखता है जो न जाने कब से मूर्ति बना कायरा को ही देख रहा होता है । और फिर राहुल कायरा से कहता है ।

राहुल - कायरा , क्या सोच रही हो? तुम्हे इंटरव्यू नहीं देना है क्या ?

राहुल की आवाज़ से कायरा और आरव दोनों ही अपने ख़यालो से बाहर आते हैं और राहुल की तरफ देखते हैं। कायरा तुरंत कहती है ।

कायरा - नहीं , मैं ये जॉब नहीं करूंगी ।

और कायरा तुरंत उल्टे पैर लौटने लगती है । राहुल बार बार उसे पीछे से आवाज़ लगता है पर वो नहीं सुनती और जाने लगती है जैसे ही कायरा दरवाज़े पर पहुंचती है और जाने को होती उसके कानों में आरव की आवाज़ पड़ती है और वो रुक जाती है ।

आरव - सोच लीजिए मिस कायरा । कहीं आप एक अच्छी अपर्च्यूनिटी ना मिस कर दे । या फिर आपको अपने ऊपर ट्रस्ट नहीं है के आप यहां जॉब कर पायेगी ?

कायरा - ऐसा बिल्कुल नहीं है । मुझे अपनी काबिलियत पर पूरा भरोसा है । और मैं ये जॉब कर सकती हूं ।

आरव ( बीच में ही ) - अगर ऐसा होता तो आप वापस नहीं जाती । अगर आपको अपने ऊपर इतना ही ट्रस्ट है तो प्रूफ कीजिए हमे। हम भी तो देखे के आप जिस ट्रस्ट की बात कर रही है असल में ऐसा है भी या ये सिर्फ आपका ओवरकॉन्फीडेंस है ।

कायरा एक बार फिर से सोच में पड़ जाती है । और मन में सोचती है ।

कायरा - यार अब तो मैं बुरी फसी । और ये ऐसे कैसे कह सकता है । लेकिन अगर मैंने इसकी बात मान ली और सेलेक्ट हो गई तो इसके साथ मुझे काम करना पड़ेगा और अगर नहीं हुई तो मैं पापा और मम्मा की हेल्प कैसे कर पाऊंगी ? ऊपर से ये मुझे चैलेंज कर रहा है । मुझे अपने स्वाभिमान के लिए ये रिस्क तो लेना ही होगा और शायद इसी वजह से मम्मा पापा की हेल्प भी हो जाए और फिर देख जायेगा आगे जो भी होगा ।

राहुल - कायरा , जवाब दो ।

कायरा ( फुल कॉन्फिडेंस के साथ ) - ठीक है मैं इंटरव्यू देने के लिए तैयार हूं । फिर आपको भी पता चल जाइएगा के ये मेरा कॉन्फिडेंस है या ओवर कॉन्फिडेंस ।

आरव - चलिए देख लेते हैं। प्लीज़ सीट मिस कायरा ।

कायरा आरव के ठीक सामने वाली चेयर में बैठ जाती है । राहुल आरव को कायरा की फाइल देकर केबिन से बाहर चला जाता है । आरव कायरा की फाइल देखने लगता है जो उसे राहुल देकर गया था ।

आरव - वेरी गुड मिस कायरा । पर मैं आपकी ओरिजिनल फाइल देखना चाहता हूं।

कायरा - या शोअर ।

कायरा अपनी ओरिजिनल फाइल आरव को दे देती है और आरव उसकी फाइल देखता है और कायरा से कुछ सवाल करता है कायरा कॉन्फिडेंस के साथ उन सभी सवालों के जवाब देती है जिससे आरव काफी इंप्रेस होता है पर वो इन भावों को अपने चेहरे पर नहीं आने देता है और कायरा से कहता है ।

आरव - इंप्रेसिव मिस कायरा । सभी के इंटरव्यू के बाद आपको रिजल्ट मिल जायेगा । तब तक आपको वेट करना पड़ेगा ।

कायरा - कब तक वेट करना पड़ेगा ?

आरव - हो सकता है शाम हो जाए । अगर आपको अपने इंटरव्यू का रिजल्ट सुनना है तो आपको इतना तो वेट करना ही होगा ।

कायरा - ओके ।

इतना कह कर कायरा केबिन से बाहर चली जाती है । और सभी कैंडिडेट्स के साथ रिजल्ट का वेट करने लगती है । आरव और भी लोगो के इंटरव्यू लेता है और फिर राहुल को बुला कर रिजल्ट बनाता है । सुबह से शाम हो जाती है पर अभी तक रिजल्ट नहीं सुनाया जाता है जिससे काफी लोग फ्रस्टेट होते है और उनमें से कायरा को भी गुस्सा आता है क्योंकि उसने नाश्ते के बाद से कुछ भी नहीं खाया होता है और सुबह से शाम हो चुकी होती है उसे यहां बैठे हुए। तभी राहुल रिजल्ट ले कर बाहर आता है और उन कैंडिडेट्स का नाम अनाउंस करता है जिन्हे सेलेक्ट कर लिया गया होता है ।

राहुल - जान्हवी , नैन्सी , राकेश , मनीष एंड मिस कायरा ।

कायरा को अपना नाम सुन कर विश्वाश नहीं होता है । और वो बहुत खुश होती है पर इतने सारे लोगों के बीच वो अपनी खुशी जाहिर नहीं कर पाती है वरना सभी उसे पागल समझते इस लिए वो चुप हो जाती है राहुल आगे बोलता है।

राहुल - जितने लोगो के मैंने नाम अनाउंस किए हैं वो मेरे साथ केबिन में आए और बाकी के लोग जा सकते हैं।

बचे हुए लोग चले जाते हैं और सेलेक्टेड लोगो को राहुल आरव के केबिन में ले कर जाता है । आरव सभी को बधाई देता है और उन्हें उनका काम समझता है और राहुल उनको अपने साथ ले जा कर डॉक्युमेंट्स में साइन करवाता है। राहुल और बाकी के लोग केबिन से बाहर चले जाते है । जैसे ही कायरा भी सभी के साथ बाहर जाने लगती है तो आरव उसे रोक लेता है और कहता है ।

आरव - मिस कायरा मैंने आपको अभी जाने के लिए नहीं कहा है ।

कायरा - सॉरी सर ।

आरव - टेक योर सीट मिस कायरा ।

कायरा चेयर पर बैठ जाती है और आरव आगे बोलता है ।

आरव - मिस कायरा , हमे आपके डिज़ाइन बहुत पसंद आए हैं जो आपने अपने फ़ाइल में रखे हुए हैं ।

कायरा - थैंक्यू सर ।

तभी राहुल भी आरव के केबिन में आ जाता है और आरव उसे बैठने के लिए बोलता है । राहुल भी आरव के साथ उसके बगल वाली चेयर पर बैठ जाता है। आरव आगे कहता है ।

आरव - पर मिस कायरा हम आपको PA की जॉब देना चाहते हैं । क्योंकि आपकी क्वालिफिकेशन के अकॉर्डिंग और आपका काम देख कर हमे लगा के आप उससे भी अच्छा कर सकती हैं । इस लिए मैंने और राहुल ने मिल कर ये डिसाइड किया है के आपको हम वहीं जॉब देंगे।

कायरा - पर मैंने तो डिज़ाइनर के लिए अप्लाई किया था ।

राहुल - हां कायरा , पर आरव को लगा के तुम उससे भी बेहतर कर सकती हो इस लिए ही हमने ये डिसाइड किया है ।

कायरा ( मन में ) - इसकी तो बॉस गिरी अभी से चालू हो गई है । पर अब मैं क्या करू ? मुझे तो डिज़ाइनर की जॉब करनी थी । हे भगवान , प्लीज हेल्प मी ।

आरव - इज एनी प्रॉब्लम मिस कायरा ?

कायरा - पर मैं ये कैसे कर सकती हूं? मुझे तो ये सब आता भी नहीं है और मैं अपनी डिजाइनिंग करना छोड़ना नहीं चाहती हूं ।

आरव - ठीक है, मेरे पास दूसरा ऑप्शन भी है अगर आप माने तो ।

आरव के इतना कहते ही राहुल आरव की तरफ देखने लगता है और सोचता है के इसके दिमाग में क्या चल रहा है?

कायरा - क्या ऑप्शन है?

आरव - आप PA की जॉब के साथ - साथ डिज़ाइनर की जॉब भी कर सकती हैं। पर आपको दोनों ही काम राइट टाइम पर करके देने होंगे।

कायरा ( मन में ) - लो , अब यही बचा था । आपसे हेल्प करने को कहा था भगवान और फसाने को नहीं । आपने तो और फंसा दिया है मुझे । अब मैं क्या करूं ? अगर ना कहती हूं तो और कहीं जॉब मिलने में हो सकता है टाइम लगे और मेरे लिए और टाइम वेस्ट करना पॉसिबल नहीं है । क्योंकि अगर ऐसा हुआ तो मैं पापा और मम्मा की हेल्प नहीं कर पाऊंगी । आई थिंक मुझे ये प्रपोजल एक्सेप्ट कर लेना चाहिए । इसी में मेरी भलाई है।

राहुल ( आरव की बात सुन कर कहता है ) - पर आरव उसके लिए ये बहुत डिफिकल्ट हो जायेगा । उसके लिए दूसरा .......।

कायरा ( राहुल की बात को बीच में ही काटते हुए ) - नो राहुल सर । आरव सर मैं तैयार हूं ।

आरव - वेरी गुड मिस कायरा , मुझे आपसे यही उम्मीद थी । ( आरव राहुल से ले कर कुछ पेपर्स कायरा को देता है ) इन पेपर्स पर आप सिग्नेचर कर दीजिए फिर आपकी जॉब पक्की है इस ऑफिस में।

कायरा बिना पढ़े ही सिग्नेचर कर देती है राहुल कायरा को बिना पढ़े सिग्नेचर करते देखता है तो बोलता है ।

राहुल - कायरा एक बार पढ़ तो लो के पेपर्स पर क्या लिखा है !

कायरा ( राहुल से ) - ये पेपर्स आपने बनवाए है । तो मुझे पूरा विश्वास है के इसमें ऐसा कुछ भी नहीं होगा जो आगे चल कर मेरे लिए प्रॉब्लम क्रिएट करे ।

राहुल - पर तब भी कायरा एक बार.......।

आरव ( बीच में ही ) - राहुल रहने दो । उसे साइन करने दो । ये उसकी अपनी सोच है ।

राहुल आश्चर्य से आरव की ओर देखता है और आरव उसे चुप रहने के लिए कहता है । राहुल चुप हो जाता है । कायरा पेपर्स साइन करके आरव को पकड़ा देती है । आरव कहता है ।

आरव - काॕन्ग्रेस मिस कायरा । आप कल से ज्वाइन कर सकती हैं। आपका कल से ऑफिस आने का टाइम दस बजे का रहेगा और जाने का टाइम शाम को सात बजे का का रहेगा ।

कायरा - थैंक्यू सर । मैं कल से अपने टाइम पर आ जाऊंगी । अब क्या मैं जा सकती हूं?

आरव - या श्योर ।

कायरा केबिन से चली जाती है और आरव उसे जाते हुए देखते रहता है । राहुल उससे कहता है ।

राहुल - यार आरव तूने उसे क्यों नहीं बताने दिया के वो एक साल का कॉन्ट्रैक्ट साइन कर रही थी ?

आरव ( मुस्कुराते हुए) - बस यूं ही ।

राहुल ( असमंजस की स्थिति में आरव को देखते हुए ) - पर आरव ! बस यूं ही का क्या मतलब हुआ?

आरव - छोड़ ना तू ज्यादा दिमाग मत लगा । वैसे भी छोटा सा दिमाग है तेरा कहीं काम करना बंद ना कर दे ।

राहुल - क्या बोला तू?

राहुल आरव को मारने लगता है । आरव उससे बचने के लिए केबिन में ही दौड़ने लगता है । आगे - आगे आरव और राहुल उसके पीछे - पीछे । जब दोनों थक जाते हैं तो सोफे पर बैठ जाते हैं और सुस्ताने लगते हैं । और आरव एक बार फिर से कायरा को याद करने लगता है और उसके चेहरे पर मुस्कुराहट आ जाती है । राहुल जब आरव को ऐसे देखता है तो कहता है ।

राहुल - आरव तू अकेले में क्या सोच कर मुस्कुरा रहा है ? लोग इस तरह तब ही बिहेव करते हैं जब वो किसी खास को याद करते हैं और मै आज सुबह से नोटिस कर रहा हूं तू सुबह से कुछ अनकंफर्टेबल सा था । मैंने इस लिए तुझसे कुछ नहीं कहा क्योंकि मुझे तुझसे बात करने का टाइम ही नहीं मिला । पर अब बता क्या हुआ है तुझे ?

आरव - कुछ नहीं यार मैं ठीक हूं।

राहुल - मुझसे नहीं बताएगा ?

आरव - यार ऐसा कुछ भी नहीं है ।

राहुल ( झूठ - मूट का गुस्सा दिखाते हुए ) - तू बता रहा है के नहीं ?

आरव - ओके बाबा , बताता हूं। मुझे पता नहीं सुबह से बेचैनी सी फील हो रही थी ।

राहुल - तूने मुझे बताया क्यों नहीं ? अभी ठीक है या फिर मैं डॉक्टर को बुलाऊं?

आरव - जस्ट रिलेक्स, यार मैं ठीक हूं , तू आगे तो सुन ।

राहुल - सुना ।

आरव - मेरी धड़कने बहुत तेज़ी से चल रही थी पता नहीं क्यों ऐसा हो रहा था पर जब मेरे केबिन में कायरा आयी मुझे अपने आप ही एक सुकून सा महसूस होने लगा । ऐसा लगा जैसे प्यासे को पानी की तलाश थी और पानी खुद ही चल कर प्यासे के पास आ गया हो ।

राहुल - ऐसा कैसे हो सकता है ? ऐसा तो तभी होता है जब किसी को किसी से प्यार हो जाता है । ( आरव राहुल को आश्चर्य से देखने लगता है ) कहीं तुझे कायरा से प्यार तो नहीं हो गया है? क्योंकि तेरी बातों के अकॉर्डिंग उसे देख कर ही तुझे ठीक फील हुआ था।

आरव - ऐसे कैसे हो सकता है मैं तो उससे ज्यादा मिला भी नहीं हूं ।

राहुल - कहीं ये पहली नजर का प्यार तो नहीं है ?

आरव ( मन में ) - कहीं राहुल सच तो नहीं कह रहा है । उस दिन आदि भी कह रहा था । कहीं सच में तो नहीं....... ?

आरव को इस तरह से अपने में ही उलझे देख राहुल कहता है ।

राहुल - क्या हुआ, क्या सोच रहा है ?

आरव - तू ना शायद सच कह रहा है । ( फिर कुछ सेकंड बाद, अपनी ही बात को नोटिस करते हुए उछल कर राहुल से कहता है ) राहुल , आई एम् इन लव । मुझे प्यार हो गया है राहुल , मुझे प्यार हो गया है ।

राहुल ( आरव को गले लगाते हुए ) - हां आरव तुझे प्यार हो गया है । चल इसी बात पर पार्टी हो जाए ।

आरव - चल तेरी ये खाव्हिश पूरी कर देता हूं ।

दोनों ही अपना काम ख़तम कर अपने फेवरेट रेस्टोरेंट में जाते हैं और वहीं नील , आदित्या और रेहान को भी बुला लेते हैं । सभी वहां खाना खाते है। नील और आदित्या आरव और राहुल से कहते हैं।

आदित्या - सॉरी यार आरव , राहुल आज कॉलेज में ही इतना टाइम लग गया के हम ऑफिस नहीं आ पाए ।

नील - हां यार , आज इंपोर्टेंट लेक्चर था और कायरा भी नहीं आयी थी । इस लिए हम लोगो को रूही की हेल्प करने में थोड़ा ज्यादा टाइम लग गया।

आरव - कोई बात नहीं गाइस । तुम लोग ऐसे छोटी - छोटी बात पर सॉरी बोलोगे तो फिर मुझे खुद में ही शर्मिंदगी होगी और वैसे भी हम दोस्त हैं। तो दोस्ती में नो सॉरी और नो थैंक्यू ।

राहुल - करेक्ट , वैसे तुम लोगो को पता है आज कायरा कॉलेज क्यों नहीं आई थी ?

रेहान - नहीं , रूही ने यही बताया था के उसे कुछ काम है इस लिए कायरा नहीं आई ।

राहुल और रेहान की बात सुन कर आरव मुस्कुराने लगता है । राहुल कहता है ।

राहुल - आती भी कैसे ? आखिर उसे इंटरव्यू जो देना था ।

नील - क्या मतलब है तेरा?

राहुल - यही के कायरा आज इंटरव्यू के लिए गई थी ।

आदित्या - और ये तुझे कैसे पता ? तू साफ - साफ बता ना ।

राहुल - तुम लोग बोलने दोगे आगे तब ना बताऊंगा । सब के सब पुलिस की तरह पूंछ रहे हो । अरे मुझे बोलने तो दो ।

रेहान - नाटक मत कर बता सीधे से ।

राहुल - कायरा आज इंटरव्यू के लिए हमारे ऑफिस आयी थी । और वो इंटरव्यू में पास भी हो गई और कल से हमारे साथ काम भी करेगी ।

आदित्या - डेट्स ग्रेट यार ।

नील - हां यार ये बहुत अच्छी बात है । अब मजा आएगा कायरा के साथ काम करके ।

रेहान - ये तो अच्छी बात है । तुम लोगो को भी कायरा के साथ कंपनी मिल जायेगी ।

आदित्या ( आरव की तरफ देख कर ) - हां , और किसी को तो बहुत खुशी हुई होगी।

आरव आदित्या की बात को समझ जाता है और उसकी स्माइल और बड़ी हो जाती है । राहुल बोलता है।

राहुल - वैसे आज तुम लोगो ने पूछा नहीं के ये पार्टी किस खुशी में दी जा रही है ।

रेहान - अरे हां ये तो हम पूछना भूल ही गए ।

नील आदित्या एक साथ - तू बता ना किस खुशी में दी जा रही है ?

राहुल - रिलेक्स दोस्तो , रिलेक्स । मैं बताता हूं । ( राहुल आरव की तरफ देख कर कहने लगता है ) हमारे आरव शर्मा को प्यार हो गया है।

रेहान , आदित्या और नील आश्चर्य से - क्या ?

राहुल - हां ।

तीनों एक साथ - पर किससे ?

राहुल - का....य .........

राहुल इतना ही बोल पाता है के आरव बीच में टोक देता है ।

आरव - राहुल चुप - चाप खाना खा । जब उसे बता दूंगा जिससे मुझे प्यार हुआ है तब तुम लोगो को भी बता दूंगा ।

आदित्या बीच में ही - कहीं तुझे कायरा से तो प्यार नहीं हो गया है ? और इसी लिए तूने उसे जॉब में रखा है ?

राहुल - तू सही कह रहा है आदि इसे कायरा से ही प्यार हुआ है ।

आरव ( मन में ) - मर गए । ( फिर आदित्या से कहता है ) तेरी एक बात तो सही है पर दूसरी बात गलत है। मैंने इस लिए उसे जॉब में नहीं रखा है । बल्कि उसके टैलेंट पर उसे जॉब में रखा है और ये बात राहुल भी अच्छे से जानता है ।

राहुल - हां आदि , कायरा के डिजाइन बहुत अच्छे थे और उसके सर्टिफिकेट उसके टैलेंट को बता रहे थे । इसी बेस पर ही हमने उसे जॉब दी है और वो एक साथ दो - दो काम करेगी। एक तो PA का और दूसरा डिजाइनर का भी और ये उसने खुद चुना है ।

रेहान , नील ,आदित्या - क्या ?

आरव - हां , राहुल सही कह रहा है ।

रेहान , नील , आदित्या - कॉन्ग्रैस आरव।

आरव - थैंक्यू यारो ।

सभी दोस्त बातें करते हुए खाना खाते हैं और खाना खा कर अपने अपने घर चले जाते हैं । उधर कायरा अपने घर पहुंच कर सभी को बताती है । सभी बहुत खुश होते हैं और कायरा को बधाई देते हैं । लेकिन दादी हमेशा की तरह कायरा को डांटती हैं क्योंकि वो लेट आती है इस लिए पर कोई भी उनकी बातों पर ध्यान नहीं देता है । देवेश जी के आने के बाद सभी डिनर करते हैं । सभी डिनर करके अपने - अपने कमरे में चले जाते हैं। और कायरा टेरेस पर चली जाती और वहीं टहलने लगती है । और मन ही मन सोचती है ।

कायरा - आज सभी कितने खुश हैं । थैंक्यू भगवान जी मुझे ये रास्ता दिखाने के लिए अब मैं मम्मा पापा की हेल्प कर सकती हूं और इससे सभी को खुशी भी होगी और मम्मा को सिलाई भी नहीं करनी पड़ेगी। भगवान बस ऐसे ही हम सभी की लाइफ में खुशियां बनाए रखिएगा। अब मैं चलती हूं कल से ऑफिस भी जाना है और रूही को भी बताना है और साथ में कॉलेज भी जाना है । कल से मेरी लाइफ बहुत बिज़ी होने वाली है। सो मैं तो चली भगवान जी ।

कायरा भगवान जी से इतनी बात करके नीचे जाने लगती है । तभी उसे एहसास होता है के कोई दो आंखे उसे बहुत देर से घूर रही हैं । और उसे कुछ अच्छा सा फील नहीं होता है। वो पीछे मुड़ कर टेरेस के किनारे आ कर रोड पर देखती है उसे कोई भी दिखाई नहीं देता है । वो सोचती है के ये उसका वहम है और वो नीचे आकर अपने रूम में सो जाती है । वहां आरव अपने रूम में जा कर लेटा होता है और कायरा के बारे में सोच रहा होता है और वो बहुत खुश होता है । आरव हेड फोन ले कर गाना सुनने लगता है क्योंकि जब आरव खुश होता था तो वो गाने सुनता था और वो गाना भी उसके जज्बातों को बखूबी बयान कर रहा था । आरव गाना सुन कर कायरा को महसूस करने लगता है और वो उस गाने में खो जाता है ।

आज कल तनहा मैं कहाँ हूँ,
साथ चलता कोई
उसकी हमें आदत होने की,
आदत हो गई

वोह जो मिला है जबसे,
उसकी सोहबत हो गई
इक ज़रा मासूमसे दिल की
आफत हो गई

सुन ले ज़रा, सुन ले ज़रा
दिल ने कहा, इतना बस मुझे पता है
I Am In Love, I Am In Love
तू ही बता ,जाने क्या मुझे हुआ है

ओंस बूंदों में तू है, आँखें मूंदूं में तू है
दिशाओं दस तू है, तू ही है बस तू है
दिल का शहर तू है, अच्छी खबर तू है
फुर्सत की हँसी तू है, जो भी थी कमी तू है

तू है मेरा, तू है मेरा,
कुछ मैं जानू ना,
इतना बस मुझे पता है
I Am In Love, I Am In Love
तू ही बता जाने क्या मुझे हुआ है

बादल पे चलता हूँ मैं, गिरता संभलता हूँ मैं
ख्वाइशे करता हूँ मैं, खोने से डरता हूँ मैं
जागा न सोया हूँ मैं, मुसाफिर खोया हूँ मैं
कुछ सरफिरा सा हूँ मैं, बुद्धू ज़रा सा हूँ मैं

दिल क्या करे,
दिल क्या करे, तेरे बिना
इतना बस मुझे पता है
I Am In Love, I Am In Love
तू ही बता जाने क्या मुझे हुआ है ।

आरव गाना सुनते सुनते ही सो जाता है । और सुबह उठ कर आज वो भी कॉलेज के लिए रेडी होता है क्योंकि उसे आज कायरा को देखने की बहुत जल्दी होती है और वो इतना एक्साइटेड होता है के जो मिलता है उसे ही पहन कर नीचे आ जाता है नाश्ता करके जल्दी - जल्दी कॉलेज के लिए भागता है । उसे इस तरह से भागते देख सब सोच में पड़ जाते हैं के हुआ क्या है । और सभी अपने - अपने काम में लग जाते है । कायरा सुबह उठ कर रेडी होकर नाश्ता करती है और कॉलेज के लिए निकाल जाती है । तभी रास्ते में उसे फिर से एहसास होता है के कोई उसका पीछा कर रहा है । वो पीछे मुड़ कर देखती है पर उसे कोई भी नहीं दिखता है और वो कॉलेज पहुंच जाती है । कॉलेज पहुंच कर वो कैंटीन की ओर जाती है जहां रूही , सौम्या , शिवानी , मीशा , नील , रेहान , आदित्या , राहुल और साथ में आरव सभी वहां बैठे होते है । आरव तो कायरा को देख कर बस उसे ही देखता है। सभी को पता चल चुका होता है के कायरा आरव के ऑफिस में जॉब करने वाली है तो सभी उसे बधाई देते हैं। और मीशा को भी मजबूरी में ही सही पर कायरा को बधाई देना पड़ता है । कायरा सभी से हाथ मिलाती है। वो जैसे ही आरव की तरफ देखती है तो उसे महसूस होता है के आरव उसे ही बहुत देर से घूर रहा है और वो थोड़ा असहज सा फील करती है गुस्सा भी उसे बहुत आता है । और वो गुस्से से आरव से बोलती है ।

क्रमशः