kitaab se pyaar books and stories free download online pdf in Hindi

किताब से प्यार

" आज हम बात करेंगे एक बुक लवर की और उस बुक लवर का नाम है. हर्ष और वो जिस बुक को पड्ता है. उसे वो बहुत प्यार करता है. लेकिन उस पुस्तक और हर्ष के प्यार पर कीसि की नज़र लग गई थी. जो ऐसा हुआ. . .

" यार हर्ष तुम क्या ये सारा दिन बुक को पडते रहते हो. बोर नही होते क्या. मे तो एक मिनट तक पड नही सकता. और तुम इस पुस्तक मे इतने गढ़े हुए हो की बहार आने का नाम ही नही ले रहे हो.

" अरे उदय भाई तुम क्या जानो इस पुस्तक की बात. इस बुक मे जो बात है ना वो कीसि और चिज मे नही.

" अच्छा अच्छा बाबा ठीक है. मुझे पता है तुम नही मान्ने वाले. चलो पढो तो फिर.

" अरे अरे मेरि पुस्तक यार उदय भाई कुच करो. मेरि पुस्तक वो चोर ले जा रहा है. अरे खडे खडे क्या कर रहे प्लीज कुच करो जल्दी से. वरना वो भाग जायेगा.

" रिलैक्स हर्ष यार तुम घबरा जाते हो इतनी सी बात मे. रुको मे जाता हू. हेय रुको देखो ज्यादा दूर तक तुम भाग नही सकते हो. क्यू की चारों और मेरे ही पहचान के बंदे है. और यहा तुम नये हो.

" मे यहा का पुराना चोर अगर पकड़ सकते हो तो पकड़ लो ठीक है. चलो पकडो मुझे.

मिनिमम आधा घंटे के बाद. . .

" अरे यार हर्ष मे तो थक गया वो चोर तो ना जाने कहा गया. यार सॉरी मे उस चोर को पकड़ नही पाया.

" ईटस ओके बाबा कोशिश अच्छी थी. लेकिन मेरि पुस्तक अब क्या करूंगा मे यार.

" पुलिस कम्प्लेंट करेंगे चलो वैसे भी कोई और चारा नही है. हमारे पास.

" अरे नही मे उस चोर को छोडूंगा नही. अब देखो तुम मे कैसे पकड़ ता हू इस चोर को. जैरी. . .

" अरे इससे क्या हुआ अरे क्या हर्ष डार्लिंग इतना चिल्ला क्यू रहा है. सब ठीक तो है ना.

" अरे नही माय स्वीटी कुच भी ठीक नही है. चोर मेरि पुस्तक ले गया. और अब वो कहा गया वो नही पता.

" अरे इतनी सी बात डोंट वरि इसके लिए तो मेरा ये डॉगी ही काफी है. जॉनी जाओ तो उस चोर के पास से वो पुस्तक ले आओ तो.

दो मिनट बाद. . .

" अरे ये कुत्ता कहा से आ गया. मुझे लगता है. ये कुत्ता उस पुस्तक वाले का ही होगा. मुझे चेक करना पडेगा. मे पुस्तक फेक कर देखता हू... अरे वाह कुत्ता तो रुक गया. पुस्तक फेकते ही मुझे लगता है की पुस्तक लेने ही आया था कुत्ता. खैर जान बच्ची तो लाखो पाये लौट के बच्चा घर को आये. अच्छा हुआ वो कुत्ता चला गया वरना मेरा पुर्जा पुर्जा बहार निकाल देता. .

" अरे वाह यार जैरी तुम्हारा डॉगी तो कमाल का है झट से उस चोर के पीछे जकार चोर को पकड़ लिया और पुस्तक ले आया. जैरी ने कहा. . .

" आखिर कार जॉनी किसका है. ये मेरा जॉनी है. हर वो काम कर देगा जो मे बोलूंगी.

एक पुस्तक के प्रती किसि इन्सान का इतना प्यार बहुत कम ही पुस्तको को मिल ता है. और बहुत कम ही ऐसे लोग है. जोकी पुस्तको से प्यार से और जड कर रहते है. एक पुस्तक के साथ अपना खुद्का लगाव जोडना बहुत मुस्किल है. वो एहसाश सिर्फ वही लोग मेहसूश कर सकते है. जो की पढ्ना पसंद कर ता हो. तो चलो आज का यहा चोट सा किस्सा यही पे समाप्त करते है.