FIKAR - Tere Ishq ki - 2 books and stories free download online pdf in Hindi

FIKAR - तेरे इश्क़ की - 2

[ Recape ]
( आलोक आर्यन और युग से मिलता है , थोड़ी देर बाद संजय सर आते है और सब खुश हो कर उनसे मिलते हैं )
Sanjay sir : आलोक....( संजय आलोक को देख कि और बड़ी भावुकता से देखते है। और आलोक उनके पास जाके उनके पैर छूता है )

Alok : कैसे हो आप

Sanjay : अब बिल्कुल ठीक हुं, अब कोई परवाह नही है।
( फिर संजय हल्की सी मुस्कान देते है जिसे ये साफ़ साफ़ पता चल रहा था के वो आलोक को देख कर बोहोत खुश थे )

Yashvi : ( आलोक से ) भाई तो कहा पार्टी दे रहे है आज आप😀😀

Alok : आज पार्टी होगी हमारे इस घर में

Yashvi : what?? इतनी कंजूसी कहा से आ गई आप में 🤨

Aryan : कंजूसी नही तुम सबके लिए एक surprise है।

Dixa : कोनसा surprise?

Yug : बोहोत जल्द पता लग जायेगा

Sanjay sir : मतलब तुम तीनो सेतान साथ मिले हुए हों।🤣🤣

Alok : बिल्कुल..तो चलिए आरती नही करनी है फिर सब शुरू करना है

Shanaya : हा हा चलो..

Yashvi : पर Mom कहा है...

Yug : मेरी बात हुई आस्था से..आ रही हैं वो

Sanjay sir : तो ठीक ही रुक जाते हैं थोड़ी देर.. उसे आने दो फिर आरती करते हैं

Yashvi : आने दो नही आ गए mom...

( सब दरवाज़े की ओर देखते है और आस्था को देख के सब उसके पास जाते हैं लेकिन आस्था की नज़र संजय सर को देख के आश्चर्य में थी और कही न कही उनके आने की खुशी आस्था के चेहरे पर साफ साफ दिख रही थी )


Aastha : सर...
( संजय सर आस्था की ओर आते है और कहते हैं )

Sanjay sir : बोलिए Mrs.Gohil🙂🙂

( सब कुछ जैसे ठहर गया, सब चुप चाप थे और कही ना कही खुश भी , आखिर 5 साल बाद आस्था और सर फिर मिले थे )
( आलोक आस्था के पास आके उससे गले मिलता है )

Aastha : HAPPY BIRTHDAY MY BOY ( और आलोक के सर पर प्यार से Kiss करती है)

Dixa : तो चले सब आरती करे

Aastha : ( छोटी सी मुस्कान के साथ)😄हा हा चलो
( सब घर में मंदिर के पास जाके आरती करते हैं फिर आस्था और शनाया किचन में होते है और आस्था को कुछ सोचते देख शनाया पूछती है )

Shanaya: आस्था..are you ok?

Aastha : Shanaya आज सर को देख कर जितनी खुशी हुई ना, उससे ज्यादा मुझे उनसे नजरे मिलने में तकलीफ हुई।

Shanaya : आस्था 5 साल बीत चुके हैं उस बात को , सर भी सब भुला के आज यहां आए हैं तो फिर तुम क्या इस बात को याद कर के परिशान हो रही हो

Aastha : क्या करू कुछ बातें ऐसी होती है जो चाह कर भी नहीं भुला पाते

Alok : Mom बाहर चलिए सब के साथ बैठते है
( शनाया और आस्था आलोक के साथ बाहर ड्रॉइंग रूम में जाते ही , जहा सब बैठे होते ही )

Aryan : Yug एक बात बता..याद है एक वक्त था जब हम इन सारे tension से अलग अपनी लाइफ के मज़े ले रहे थे और आज ऐसा वक्त है की इतने वक्त बाद हम सब साथ में एक दूसरे से मिल रहे हैं।

Dixa : सही कहा ..हम जीवन की भागा दौड़ी में इतने को जाते है की कई बार हमारे अपने पीछे छूट जाते हैं।

Yashvi : एक मिनट... एक मिनट मतलब आप सब पहले रोज ऐसे मिलते थे

Yug : हा..रोज नही पूरा दिन🤣🤣पता है यशवी एक वक्त था जब हम सब को मिलने के लिए किसी त्योहार या किसी प्लान की जरूरत नहीं थी ।

Aastha : वक्त के साथ साथ सब बदल जाता है । और कई बार हम भी वक्त के साथ खुद को बदला हुआ पाते हैं। और सबसे बड़ी बात वक्त के साथ कभी कभी बोहोत कुछ पीछे छूट जाता है।

Alok : Mom.. आप का क्या छूट गया अपने पिछले जीवन में

( सब आलोक की ओर देखते है )

Sanjay sir : ( आस्था का इस बात से ध्यान भटकाते हुए )
आलोक पता है तुम्हारे सामने अभी ये जो सब बड़े बनके बैठे हैं ना एक दिन ये सब लोग पूरा कॉलेज सरपर उठा लेते थे।😂😆मतलब इतना हंगामा और इतनी शरातते के बात मत पूछो।

( ये बात सुन के सब लोगो के चेहरे पे स्माइल आ जाती है )

Yashvi : आप सब best friend थे?

Aryan : थे भी और नहीं भी 😆 क्या बोलते हो दीक्षा ..युग😂😂

( आर्यन की बात सुन के सब हस पड़ते हे क्योंकि आलोक और यशवी के सिवा सब जानते थे और सब गवाह थे उन पलों के , मानो इन सारी बातों से उन सबका बचपन फिर से लौट आया था )

Yug : कभी कभी लगता है को वक्त कितनी तेज़ी से आगे बढ़ गया और कभी लगता है की बस कल की ही तो बात है, अजीब भूलभलैया है इस जीवन का


( कही ना कही युग इमोशनल हो जाता हे, दीक्षा उसके कंधे पे हाथ रख के उस के सामने देखती है और युग अपने चश्में उतार कर अपने आशु छुपा लेता है सबसे )

Alok : Mom.. एक बात बताओ आप सब एक दूसरे से मिले कैसे , और मिलने के बाद आज इतने साल हो गए , आज भी आप सब एक दूसरे के साथ हो , इतनी गेहरी दोस्ती..

Yug : ( एक स्वाभिमान भरी मुस्कान के साथ कहता है )सिर्फ़ दोस्ती नहीं थी आलोक...प्यार था , लड़ाई थी , नफरत थी , परवाह थी , गुरूर था , अभिमान था सब कुछ था । पर पता सब से जरूरी क्या था , वो था हमारा साथ । जिसने हम सब को किसी भी हाल में ना अकेला छोड़ा और ना ही हारने दिया । पर वक्त है बदल जाता हैं।

( आस्था और युग दोनो की आंखे एक दूसरे को देख रही थी , और कही ना कही एक ऐसी बात थी जो दोनो के मन में इस वक्त भी चल रही थी )

Alok : मतलब आप लोगो ने कुछ साल नही..बल्कि कहने को एक पूरी जिंदगी बिता दी एक दूसरे के साथ😌😌Wow

( सब जैसे खो गए थे उन पलों में, मानो बारिश की बूंदों की तरह वो भीग गई थे उन पलों में , जीवन के इतने सारे उतार और चढ़ाव के बात आज उनको महसूस हो रहा था की हम आगे तो बढ़ गए लेकिन हमारा बोहोत कुछ पीछे छूट गया हे )

Sanjay sir : एक इंसान अपने सपने को पाने में जी तोड़ मेहनत करता हे, रात दिन एक कर देता है , पर जब वो अपने सपनो को हासिल कर के कही अकेला बैठता है ना तब उसे याद आता है की बोहोत कुछ था जो छूट गया और उस में सबसे पहला आता है वो वक्त । पैसा सब कुछ दे सकता हैं पर किसी को अपना बचपन और बीते हुए वो लम्हे कभी नहीं दे सकता जो पहले बीत गया हे ।


( सब की नज़रे संजय सर पर और दिमाग उनकी बात पे आके रुक गया था )

Alok : पैसा नहीं ला सकता सब कुछ...लेकिन हम आज ला सकते हैं उस पलों को फिर से

( आस्था और बाकी सब लोग आलोक को आश्चर्य की नज़र दे देखने लगते हैं )

Alok : अरे..हा , आपकी कहानियों का आपसे बड़ा सब से बड़ा गवाह कोन होगा । वो पल ना आ पाए तो क्या हुआ हम वो यादें दोहरा लेते हैं। I promise मज़ा उतना ही आएगा ।

Aastha : आलोक birthday है ना आपका , अभी उसकी तैयारिया करते हैं

Aastha : ( सबसे ) और तुम सब क्या पुरानी बाते ले कर बैठ गई हो

( आस्था की बातो से ये साफ़ जाहिर हो रहा था की उन पलों में उसका एक ऐसा खोया हुआ पल है जो वो कभी नहीं दोहराना चाहेगी )

Shanaya : आस्था बात पुरानी है पर उस बात का मज़ा आज भी उतना ही है जितना आज से 25 साल पहले था है ना ।😀

Aastha : में आती हूं आप सब बात करो

( आस्था ऊपर चली जाती है , उसने कोई जवाब नही दिया था लेकिन उसके चेहरे की रंगते साफ़ जाहिर कर रही थी की जितना दर्द आज आस्था की आंखों मे था उससे कही ज्यादा दर्द उन पलों में है )

( Next Day )
( आलोक और यशवी दोनो की बात सुन के युग कहानी दोहराता है ...और उसी के साथ शुरू होती है कहानी जो कहानी थी 6 ऐसे रिश्तों की ओर कहानी थी अनंत और आस्था की...वो कहानी थी प्यार की...वो कहानी थी नफ़रत की...स्वाभिमान की...अभिमान की ओर आदर्श की वो थी
FIKAR - TERE ISHQ KI❤️ )

BE BACK IN NEXT EPISODE ❤️🙏🏻