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लव लाइफ - भाग 5 - पार्टी में हादसा

अक्षत को लगा नहीं था कि श्रेया अचानक से इंटर्नशिप के लिए अप्लाई कर देगी। उसने जब श्रेया का रिज्यूमे खोला तो उसे वो बहुत पसंद आया। अक्षत को श्रेया के रिज्यूमे से पता चला कि श्रेया पढ़ने में काफी तेज थी।

उसने एचएम कर रखी है। अब मास्टर्स की डिग्री ले रही है। उसने अपने गोल वाले कॉलम में अपने रेस्टोरेंट के बारे में लिखा था। पर उसके लिए श्रेया को बिजनेस की अच्छी खासी नॉलेज होनी चाहिए।

बिजनेस इंडस्ट्री के बारे में श्रेया को और जानाना था। इसलिए श्रेया ने इस इंटर्नशिप के लिए अप्लाई किया था। अक्षत देखना चाहता था कि इंटरव्यू राउंड में श्रेया कैसे परफॉर्म करती है। इसलिए उसने उसे सिलेक्ट कर लिया। अगले दिन इंटरव्यू राउंड में सिलेक्शन के लिए अक्षत नहीं बल्कि सनी बैठा था। सनी को पता था कि आज इंटरव्यू के लिए श्रेया भी आएगी। पर अचानक से श्रेया की सौतेली बहन हीना सनी को दिखाइ दी।

सनी थोड़ी देर के लिए हैरान रह गया और सोचने लगा।

सनी : यह लड़की वहां कैसे हो सकती है।

उसके दिमाग में तभी ये बात आई की हो ना हो इसके जरूर यहां कोई कनेक्शन है। तभी सनी को श्रेया मैन एंट्रेंस से आती हुई दिखी।

श्रेया ने एक लॉन्ग स्कर्ट और टॉप डाला था। वो बहुत सुंदर लग रही थी। सनी तो उसे देखता ही रह गया। श्रेया बहुत नर्वस थी। हालाकि उसने पूरी त्येरी कर रखी थी। पर हिना को देखकर उसे थोड़ी सी घबराहट हो रही थी।

अक्षित ने श्रेया को अपने ऑफिस के कंप्यूटर पर कैमरे के थ्रू मेन एंट्रेंस से बिल्डिंग के अंदर आते हुए देखा। वो भी श्रेया को देखता ही रह गया।

श्रेया इतनी खूबसूरत लग रही थी कि अक्षत अपनी नजरें नहीं हटा पा रहा था। फिर अक्षत ने नोटिस किया कि श्रेया के आसपास का हर लड़का उसे घूर रहा था।

अक्षत को इस बात पर बहुत गुस्सा आ गया। उसने तभी अपने भाई को कॉल करके इंटरव्यू उसके ऑफिस में कंडक्ट करवाने को कहा। अक्षत की प्रेजेंस में।

इत्तफाक से हिना और श्रेया दोनों की टर्न एक साथ ही थी। दोनों बहने एक साथ अंदर ऑफिस में गईं। अंदर बहुत सारे लोग बेठे थे। श्रेया को थोड़ी घबराहट हो रही थी। उसने एक जाना पहचाना चेहरा देखा। सनी का। उनके साथ और भी कुछ लोग बेठे थे।

श्रेया : इतने सारे लोग | इन में से बॉस कोन है ? क्यूंकि जहाँ तक मुझे पता है , सनी सर के बड़े भाई इस कंपनी के बॉस हैं | पर इतने सारे लोगों में से , मुझे पता कैसे चलेगा की , वो कौन है ? शायद ...

श्रेया ने आईडिया लगाया की वो लोग कंपनी के कुछ मैं पोजीशन होल्डर्स होंगे। जो उन दोनों का इंटरव्यू लेंगे। थोड़ी देर बाद श्रेया ने देखा की सनी तो उसे किसी बेवकूफ की तरह घूरे जा रहा था। और अपने दांत दिखाता हुआ हंस रहा था।

सनी को देखकर श्रेया कि हंसी निकल गई। पर एकदम से उसने खुद को रिलैक्स किया और अपनी हंसी को छुपाया। अक्षत ने देख लिया था श्रेया को हंसते हुए। तो अक्षत के चेहरे पर , श्रेया को यूँ हस्ते हुए देखकर , एक प्यारी सी स्माइल आ गई।

अक्षत तो मंत्रमुगत हो गया था। और वो मन ही मन सोच रहा था |

अक्षत : ये चुहिया की हंसी कितनी प्यारी है।

अक्षत ने अपनी हसी को बहुत मुश्किल से छुपाया था। इंटरव्यू राउंड में दोनो से एक साथ क्वेश्चनइंग की गई थी।

जिस कॉन्फिडेंस से श्रेया क्वेश्चन के आंसर दे रही थी। हिना तो बीएस यही सोच रही थी की ..

हिना : ये लड़की ,,, इस लड़की को केसे सब कुछ पता होता है?

अक्षित बीच में ही उठ कर वहां से चला गया . श्रेया को नहीं पता था कि अक्षत कौन है | उसके अकॉर्डिंग तो , अभी तक सनी ही उसका बॉस होने वाला था।

जो था भी श्रेया सनी के साथ ही काम करने वाली थी। इंटरव्यू राउंड के बाद एक आदमी खड़ा होकर श्रेया से हैण्ड शके करते हुए कहने लगा।।।

आदमी : फैंटास्टिक।।।मिस श्रेया आपका कॉन्फिडेंस लेवल बहुत अच्छा है। इसको बस थोड़ा सा और इंप्रूव करने की ज़रूरत है।।बाकी आप हमारी मेल का वेट करिएगा। आए होप की आपकी सिलेक्शन हो जाए |

जिस तरह श्रेया का इंटरव्यू गया था , श्रेया को भी यकीन था कि उसकी सिलेक्शन हो जाएगी।

अगले दिन श्रेया को अपनी सिलेक्शन की मेल आ जाती है। श्रेया को यकीन नही हो रहा था। वो बहुत खुश थी।

अब क्योंकि श्रेया के एग्जाम खत्म हो गए थे तो वो आराम से अपनी इंटर्नशिप पर ध्यान दे सकती थी। कंपनी वालों ने न्यू इंटर्न्स के लिए वेलकम पार्टी ऑर्गेनाइज की थी। श्रेया सनी से पहले ही मिल चुकी थी।

तो अब सनी से श्रेया आराम से कंफर्टेबल होकर बात कर सकती थी। श्रेया तो सनी के साथ इतना घुल मिल गई थी। कि वह मजाक मजाक में सनी को मार भी देती थी।

और सनी को बुरा नहीं लगता था। वह दोनों अपना लंच साथ करते थे। और जब डिनर टाइम पर लेट हो जाते थे तो सनी श्रेया को हॉस्टल तक छोड़ने जाता था।

हालांकि यह सब सनी अपने भाई अक्षत के कहने पर ही कर रहा था। अक्षत को सनी से बहुत जलन होती थी। क्योंकि वह श्रेया से मिल तो नहीं सकता था।

पर श्रेया के आसपास अपने अलावा किसी और लड़के को भी देखकर उसे बहुत जलन होती थी। चाहे फिर वह लड़का उसका भाई ही क्यों ना हो।

श्रेया के साथ हिना की भी सिलेक्शन इस इंटर्नशिप के लिए हो गई थी। अब हीना और श्रेया दोनों वेलकम पार्टी के लिए एक साथ जाने वाले थे पता नहीं क्यों पर श्रेया को आज बहुत घबराहट सी हो रही थी।

उसे ऐसा लग रहा था कि आज कुछ ना कुछ तो बुरा होगा उसके साथ | वह बस भगवान से प्रे कर रही थी , कि आज सब कुछ अच्छा जाए और वहीं दूसरी तरफ हीना जिसने आज श्रेया की इंसल्ट करने का उसको बदनाम करने का पूरा प्लान बना रखा था।

हिना ने , श्रेया की ड्रिंक में नशीली दवाई मिला दी थी | जिसके थोड़ी ही देर बाद श्रेया को उस दवाई का नशा हो गया और उसकी बॉडी उसे गर्म होती हुई महसूस हुई अभी तक पार्टी में अक्षत नहीं आया था।

जब अक्षत पार्टी में आया तो सबसे पहले अपने भाई के साथ वेलकम स्पीच देने के लिए स्टेज पर गया अक्षत आज पहली बार श्रेया से मिलने वाला था।

वह बहुत एक्साइटेड भी था | अक्षत स्पीच दे रहा था ,, पर वह अपनी नजरें चारों तरफ दौड़ा रहा था और उसे सिर्फ श्रेया ही दिखाई नहीं दे रही थी।

काफी लंबे समय तक जब अक्षत को श्रेया नहीं दिखी , तो वो थोड़ा परेशान हो गया , और सोचने लगा |

अक्षत : यह चूहिया कहां है ? सनी तो कह रहा था कि वहीं है | जब से मैं आया हूं मुझे तो वो नही दिखाई दी। आई होप सब ठीक हो , कुछ गड़बड़ न हो | पता नहीं क्यों मुझे ऐसा लग रहा है कि कुछ बुरा होने वाला है। मुझे उसे ढूंढना चाहिए।

स्टेज से उतरते ही उसने अपने भाई कोअपने पास बुलाया और उसके कान में कुछ कहा। सनी अपने आसपास देखने लगा और अपने भाई से कहता।

सनी : अभी तो अपनी चुहिया यहीं थी। शायद वॉशरूम गई होगी | मैं देखकर आता हूं।

तभी अक्षत ने सानी का हाथ पकड़ लिया और कहने लगा वॉशरूम गई होगी तो तुम्हें कैसे पता चलेगा कि वो अंदर है ? तुम तो नही जा रहे।

सनी अक्षत को इस तरह देखकर हंसते हुए कहने लगा

सनी : "अरे नहीं भाई , भला मैं कैसे गर्ल्स वॉशरूम में जा सकता हूं | मैं तो लड़का हूं | ऐसा तो नहीं कि आपको मुझ पर शक है ? देखिए भाई मेरे जेंडर पर उंगली मत उठाइए | मैं लड़का हूं , वैसे मैंने माना कि मैं आपसे ज्यादा हैंडसम हूं , पर मुझसे इतना भी मत जलिये | पर मैं आपके लिए एक काम कर सकता हूं , यही कि मैं गर्ल्स वॉशरूम में जाकर चेक ...

अक्षत को गुस्सा आ रहा था क्योंकि एक तरफ श्रेया उसे मिल नहीं रही थी और दूसरी तरफ उसका भाई उसका दिमाग खराब कर रहा था।" उसने गुस्से में सनी को घूरा। सनी चुप हो गया। और सीरियस होकर वह कहने लगा।

सनी : मैं अपनी चुहिया को देखता हूं।

वहीं दूसरी तरफ जब श्रेया को कुछ गड़बड़ लगी तो श्रेया जल्दी से वॉशरूम की तरफ भागी।

श्रेया को बहुत चक्कर आ रहे थे। और उसे सब कुछ धुंधला दिखाई दे रहा था। फिर उसके दिमाग में अचानक से एक चीज आई की शायद उसके पास कुछ है जो उसका नशा कम कर सेउसके पास कुछ इमली की टॉफीस पड़ी है उसने अपना हैंडबैग चेक किया और वह सही थी उसके पास कुछ टॉफीस थी।

उसने जल्दी से टॉफी निकाल कर खा ली पर अभी भी उसे बहुत चक्कर आ रहे थे। हीना का तो कुछ और ही प्लान था , उसे श्रेया कहीं दिख ही नही रही थी।

इमली की टॉफी खाने के बाद श्रेया का नशा थोडा कम हुआ। उसके बाद वो वाशरूम से बहर आ गई। अक्षत ने जब श्रेया को देखा तो उसने मन ही मन भगवन का शुक्रिया किया। तब उसने नोटिस किया की श्रेया की हालत कुछ ठीक नही लग रही। उसे गड़बड़ होने का एहसास हुआ।

श्रेया की पीठ अक्षत की तरफ थी। अक्षत ने नोटिस किया की श्रेया की ड्रेस मैं कोई प्रॉब्लम थी। उसकी ड्रेस का जिपर टूटा हुआ था। तभी अक्षत की नजरें श्रेया के दूसरी तरफ गईं। जहाँ कैमरास थे। जो श्रेया की ही तरफ थे। तभी अचानक श्रेया की ड्रेस उसकी बॉडी से स्लिप हो जाती है।

श्रेया को तो कुछ समझ ही नही आ रहा था की क्या हुआ। वो बस शोक्कड थी। जेसे श्रेया ने फील किया की उसकी ड्रेस उसकी चेस्ट से निचे उतर रही थी।

उसने अपने हातों से खुद को कवर करने की कोशिश की। अचानक से श्रेया ने फील किया की किसि ने उसे अपनी जैकेट पहना दी है। श्रेया ने उस जैकेट को कस कर पकड़ लिया।

और अपने शरीर पर लपेट लिया। तभी श्रेया को कैमरा क्लिक होने की आवाज़ आई। श्रेया बहुत डर गई थी। अक्षत ने अचानक श्रेया को अपने करीब खिंचा। और उसे अपनी बाँहों में भर लिया। अक्षत ने फील किया की श्रेया डर के मारे काप रही थी। और उसने अक्षत को बहुत कस कर पकड़ रखा हा। अक्षत ने फोटोग्रफेर्स की तरफ सिर्फ एक नजर देखा। उसकी नजरें इतनी सर्द थी। की कोई कुछ कहने की हालत मैं रही रहा। और किसी की अब हिम्मत नही हो रही थी। की कोई फोटो ले सके।

और फोटोग्रफेर्स ने श्रेया की फोटेस लेना बंद कर दिया। अक्षत ने ऋतिक की तरफ देखा। अक्षत की एक नजर से ही ऋतिक समझ गया था। की अक्षत क्या कहने की कोशिश कर रहा है।

अक्षत के गुस्से से सब वाकिफ थे। अगर एक बार अक्षत किसी से बदला लेने का ठान ले। तो वो दूसरी बार नही सोचता था। अक्षत ने देखा की श्रेया उसकी बाँहों में बेहोश हो गई थी।

और उसका चेहरा डर की वजह से सफ़ेद पड़ चूका था। पर फिर भी अक्षत को श्रेया के उपर बहुत प्यार आ रहा था। श्रेया ने वाइट कलर की फ्लोरल ड्रेस फनी थी आज।

जिसमें वो किसी प्री से कम नही लग रही थी। जब अक्षत ने नोटिस किया था की श्रेया की ड्रेस के साथ कोई दिक्कत है। तो कुछ सेकेंड के लिए वो भी घबरा गया था।

उसके बाद अक्षत ने श्रेया को अपनी गोद मैं उठाया। और पार्टी से बहर निकल गया। अक्षत ने पार्टी में हिना को नोटिस किया था। उसने हिना के चेहरे पर वो ख़ुशी देखि थी।

जब श्रेया की ड्रेस स्लिप हुई थी। तभी अचानक हिना को किसी का कॉल आया और वो वहां से चली गई। जब तक हिना पार्टी मैं वापिस आई थी। तो उसने देखा की हॉल में तो कोई नही है। वो सोचने लगी।

हिना : ये सब लोग कहाँ गये। पार्टी इतनी जल्दी खत्म हो गई क्या।

पर आज हिना बहुत खुश थी। उसकी तो ख़ुशी का ठिकाना ही नही था। हिना मन ही मन सोच रही थी की ,,

हिना : शायद ये लडकी भाग गई होगी।

हिना बस अब अगले दिन की ब्रेकिंग न्यूज़ का इंतजार कर रही थी। जिसमें श्रेया की खूब बजती होगी। उसने तभी अपना फ़ोन चेक किया। पर उसे अभी तक श्रेया से रिलेटेड कोई खबर इन्टरनेट पर नही दिख रही थी। तो उसने सोचा की :

हिना : शायद कल तक आ ही जाएगी।

हिना को आज बहुत अच्छी नींद आई थी। उसे अब किसी चीज़ की कोई चिंता नही थी। उसने अपना बदला पूरा कर लिया था। श्रेया को सब के सामने बदनाम करके। ये रात शायद हिना की आखरी शांति भरी रात थी। क्यूंकि अक्षत ने अब सोचा लिया था। की जिसनें भी ये श्रेया के साथ ये सब किया है। वो उसकी ज़िन्दगी झ्नुम बना देगा।

उसी वक्त शहर के किसी दुसरे कोने में।

अक्षत श्रेया को अपनी कार मैं अपने घर ले जा रहा था। आज क्यूंकि अक्षत अपनी कार लाया था। तो वो खुद कार ड्राइव करके लाया था। ड्राईवर उनके साथ नही था। और इस वक्त सनी कार को ड्राइव कर रहा था। सनी ने गुस्से में अक्षत से कहा।

सनी : भाई मेरे एक खबरी ने बताया , की भाभी की ड्रेस के साथ उनकी सोतेली बहन , हिना ने कुछ किया था।

अक्षत को सनी के मुह से श्रेया के लिए बहभी सुनकर कुछ अलग सा एहसास हुआ। उसे कुछ अलग फील हुआ। जो उसे पहले कभी फील नही हुआ था। आज से पहले कोई भी , चाहे वो सनी हो या फिर अक्षत की मोम , कोई भी अगर अक्षत के साथ किसी भी लडकी को जोड़ता था। तो अक्षत को बहुत गुस्सा आता था। पर अभी जब सनी ने श्रेया को भाभी कहा। तो अक्षत को गुस्सा नही आया। अक्षत श्रेया को जो अभी भी उसकी बाँहों में बेहोश पड़ी थी। उसे निहारने लगा। और धीरे से मानों खुद से कह रहा हो ,,

अक्षत : भाभी।

अब अक्षत के दिमाग में बहुत कुछ चल रहा था। अक्षत जेसे जेसे श्रेया के बारे मैं सोच रहा था उसके फेस पर एक प्यारी सी मुस्कान आ गई थी। और सनी ने भी ये चंगे नोटिस किया था। तभी अक्षत को आज पार्टी मैं जो हुआ वो सब याद आ गया। और उसे गुस्सा आने लगा। अनजाने मैं ही अक्षत ने श्रेया को कास कर अपने और करीब खींच लिया था। अक्षत श्रेया की इस तरह इन्सल्ट बर्दाश्त नही कर सकता था। वो मन ही मन सोचने लगा।

अक्षत : उस लडकी , हिना की इतनी हिम्मत। की मेरी श्रेया को हर्ट करने के बारे मैं सोचा। इतनी घटिया लडकी कोई केसे हो सकती है।

अक्षत ने सिर्फ एक नजर अपनी सर्द नजरों से सनी की तरफ देखा। सनी समझ गया था। की अक्षत अब क्या चाहता था। फिर सनी ने अक्षत की तरफ देखते हुए कहा।

सनी : डोंट वरी भाई। मुझे पता है की मुझे क्या करना है। हिना दुबारा श्रेया के साथ ऐसा कुछ करने के बारे मैं भी नही सोचेगी। मैं उसे इतनी आसानी से नही जाने दूंगा।

सनी ने अपने दिमाग मैं पूरा प्लान बना लिया था। जब श्रेया को होश आया। तो उसने खुद को एक बड़े से किंग साइज़ बेड पर पाया। आँखें खोलते ही , श्रेया को , जो उसके साथ हुआ था वो सब याद आया। और वो घबरा कर उठ गई। और ज़ोर से चीलाई।

श्रेया : नो ...

श्रेया की आवाज़ सुन अक्षत जल्दी से अपने स्टडी रूम से श्रेया के पास बेडरूम में गया। रूम में जाते ही उसने देखा की श्रेया बहुत डरी हुई है। श्रेया की आँखों में डर देख कर अक्षत को हिना से और भी ज्यादा नफरत हो रही थी। पर इस वक्त श्रेया को उसकी जरूरत थी। तो वो जल्दी से श्रेया के पास गया। और उसे हग कर लिया।

श्रेया अक्षत से डर रही थी। उसने अक्षत को खुद से दूर करने की कोशिश की पर अक्षत ने उसे बहुत कस कर गले लगाया था। अक्षत की ताकत के आगे श्रेया का ज़ोर कुछ नही था। अक्षत ने श्रेया को तब तक नही छोड़ा जब तक श्रेया शांत नही हुई। जब अक्षत को लगा की अब श्रेया कुछ ठीक है। तब जाकर उसने श्रेया को खुद से दूर किया।

अक्षत ने श्रेया की आँखों में आंसू देखे। पता नही क्यूँ पर श्रेया की आँखों मैं उन आंसुओं को देख। अक्षत को खुद के दिल में दर्द महसूस हो रहा था। श्रेया ने जब अक्षत को देखा तो बस वो उसे देखती ही रह गई। श्रेया बसिक्ली अक्षत को ताड़ रही थी। वो मन ही मन सोचने लगी।

श्रेया : हे भगवन ; इस दुनिया में कोई भला इतना सुंदर केसे हो सकता है।

अक्षत की आँखें समन्दर की तरह गहरी और नीली थीं। बिलकुल किसी साफ आसमान की तरह। श्रेया तो मानों अक्षत की आँखों में खो सी गई हो। अक्षत ने श्रेया से पुछा।

अक्षत : तुम ठीक हो।

अक्षत के पूछे गये सवाल का जवाब देने के बजाये। श्रेया सोच रही थी।

श्रेया : हे भगवन ; इसकी तो आवाज़ भी कितनी प्यारी है। बिलकुल किसी चुम्बक की तरह।

जो श्रेया को अक्षत की तरफ आकर्षित कर रही थी।

श्रेया : ( मन ही मन ) भला कोई इतना परफेक्ट केसे हो सकता है।

और फिर भगवन को मन ही मन कोसते हुए कहने लगी।

श्रेया : ये तो हम जेसे मासूमों के साथ नाइनसाफी है।

जब अक्षत को श्रेया का कोई जवाब नही मिला तो उसने श्रेया से दुबारा पुछा।

अक्षत : क्या तुम ठीक हो ?

फिर श्रेया को मानों होश आया हो। श्रेया की नज़र अचानक उसके कपड़ों पर पड़ी। उसने देखा की उसने जो कपड़े इस वक्त पहने थे वो ,, वो कपड़े नही थे जो उसने कल रात पहने थे।

वो पैनिक करने लगी। उसके दिमाग में तो न जाने केसे केसे ख्याल आने लगे। अक्षत समझ गया की श्रेया क्या सोच रही अहि। वो बोला।

अक्षत : जेसा तुम सोच रही हो वेसा कुछ नही है। " मैंने अपनी मैड से कहकर तुम्हारी कपड़े बदलवाए है। तुम चिंता मत करो।"

अक्षत की बात सुनने के बाद श्रेया थोड़ी शांत हुई। श्रेया को अभी भी कल जो हुआ , उस पर यकीन नही हो रहा था। वो सीन याद आते ही श्रेया की आँखें एक बार फिर से लाल हो गईं। श्रेया कुछ कहना चाहती थी।

श्रेया : वो कल रात।

उसकी इसके आगे कुछ कहने से पहले ही अक्षत बोल पड़ा।

अक्षत : "डोंट वोर्री मैंने सब हैंडल कर लिया है । कल जो कुछ भी हुआ। उसके बारे में किसी को कुछ भी पता नही लगेगा।

"अक्षत की बात सुनकर श्रेया श्रेया अपनी बड़ी बड़ी आँखों से अक्षत को देखने लगी। श्रेया अभी भी रो रही थी।

अक्षत ने धीरे से श्रेया के आंसू साफ़ किये। फिर अक्षत ने श्रेया से खुद को इन्त्र्तोडूस किया। कुछ देर बाद श्रेया अक्षत के साथ उसके स्टडी मैं बेठी थी।

उसे कुछ समझ नही आरहा था। की अक्षत उससे क्या बात कर रहा था। उसके सामने कुछ पेपर्स थे। जिन पर श्रेया को साईंन करना था। क्यूंकि अक्षत ने श्रेया को बताया था की।

अक्षत : कल की खबर को दबाने के लिए उसके बहुत पेसे खर्च हुए है ।