Triyachi - 26 books and stories free download online pdf in Hindi

त्रियाची - 26

भाग 26

त्रियाची- अभी आई नहीं है परंतु कभी आ सकती है। यह परेशानी राजा त्रियाची को नहीं, पृथ्वीवासियों के लिए है। मुझे आप सभी मतलब पूरी मानव जाति की चिंता हुई इस कारण मैं यहां चला आया। 

अनिकेत- पहले बात तो बताओ राजा त्रियाची, आखिर क्या है, जिसने तुम्हें इतनी चिंता में डाल रखा है। 

त्रियाची- मेरे गुप्तचरों से मुझे जानकारी मिली है कि अंतरिक्ष में एक ग्रह है ताशाबा और उसका राजा है तोशिबा। वो पिछले कई सालों से अंतरिक्ष की शक्तियों को प्राप्त करने का प्रयास कर रहा था। उसने कुछ शक्तियों को हासिल भी कर लिया है। 

यश- तो अंतरिश के एक ग्रह के राजा की शक्तियों का हम मानवों से क्या लेना-देना ? 

अनिकेत- यश पहले उनकी पूरी बात तो सुन लो फिर कोई निर्णय लेना। राजा त्रियाची आप बताए। 

त्रियाची- उसने कई शक्तियां हासिल तो कर ली है, परंतु वे सभी शक्तियां उतनी प्रभावी नहीं है, जितनी की होना चाहिए। इसके लिए उसे शक्तिपूंज चाहिए। 

रॉनी- वहीं शक्तिपूंज जो एक समय पर आपको भी चाहिए था ? 

त्रियाची- हां वहीं शक्तिपूंज। मुझे भी काफी समय बाद पृथ्वी पर शक्तिपूंज होने की जानकारी मिली थी और ऐसी ही जानकारी अब उसे भी मिल चुकी है। वो शक्तिपूंज को हासिल करने के लिए कभी पृथ्वी पर आक्रमण कर सकता है। 

तुषार - तो आने दो अब तो आप भी हमारे साथ हो तो उससे भी निपट लेंगे। 

त्रियाची- नहीं, तोशिबा त्रियाची नहीं है जो आप लोगों की बात को मानकर युद्ध को समाप्त कर दें। उसके बारे में मेरे पास जो जानकारी है वो यह है कि वो खुद तो बहुत शक्तिशाली है ही उसकी सेना भी कुछ कम नहीं है। तकनीकी रूप से वो हमसे भी बहुत आगे हैं। वो एक क्षण में किसी भी ग्रह को समाप्त कर सकता है। उनके हथियार भी बहुत घातक है। सबसे बड़ी बात यदि वो पृथ्वी पर आ गया और पृथ्वी पर उससे युद्ध हुआ तो यहां विनाश के अलावा कुछ नहीं होगा। इसलिए उसे अंतरिक्ष में ही रोकना होगा। उसे पृथ्वी नहीं पहुंचने देना होगा, यदि वो पृथ्वी पर पहुंच गया तो उसे शक्तिपूंज हासिल करने से कोई नहीं रोक पाएगा। हम भी नहीं और तुम सब भी नहीं। 

प्रणिता- पर ये अचानक तोशिबा कहां से आ गया ? और ये सारी शक्तियों को हासिल करने के पीछे उसका मकसद क्या है ? 

त्रियाची- शक्तियों को हासिल करने के पीछे सिर्फ एक ही मकसद होता है और वो है सत्ता। हमारा अंदाज है कि वो पूरे अंतरिक्ष पर अपनी सत्ता काबिज करना चाहता है। इसलिए ही उसने शक्तियों को प्राप्त किया है और अब उन शक्तियों को प्रभावी बनाने के लिए उसे शक्तिपूंज चाहिए। 

अनिकेत- परंतु राजा त्रियाची आप बता रहे थे कि वो बहुत शक्तिशाली है तो फिर उसे रोकेंगे कैसे ? 

त्रियाची- वहीं बात हमें भी समझ नहीं आ रही थी इसलिए ही तो हम खुद पृथ्वी पर आप लोगों से मिलने के लिए आए हैं। क्योंकि अगर वो पृथ्वी तक पहुंच गया तो फिर यहां विनाश के अलावा कुछ नहीं बचेगा। वो पृथ्वी से शक्तिपूंज को हासिल कर लेना और फिर पृथ्वी नष्ट हो जाएगी। एक बार उसे शक्तिपूंज मिल गया तो उसकी सारी शक्तियां प्रभावी हो जाएगी और फिर अंतरिक्ष में जितने भी ग्रह है सब उसके आधिन हो जाएंगे। फिर भी किसी भी ग्रह को नष्ट कर सकेगा और किसी भी ग्रह को नया जीवन दे सकेगा। इसलिए उसे रोकना बहुत आवश्यक है। 

रॉनी- क्या आपकी और हमारी शक्तियां भी उसे रोक नहीं सकती ?

त्रियाची- हमें उसके संबंध में जितनी जानकारी है उसके अनुसार तो बिल्कुल भी नहीं। इन शक्तियों से हम उसे कुछ देर के लिए भी नहीं रोक पाएंगे। 

यश- तो फिर क्या करेंगे ? 

अनिकेत- क्या यह तय है कि वो धरती पर आक्रमण करेगा ? 

त्रियाची- हां बिल्कुल क्यों उसे यह पता चल चुका है कि शक्तिपूंज पृथ्वी पर है। 

रॉनी- तो कितना समय है हमारे पास ? 

त्रियाची- अभी कुछ तय नहीं है परंतु त्राचा ग्रह के अनुसार करीब एक वर्ष यानि की 6000 दिन। इतने समय में वो पृथ्वी पर होगा। क्योंकि ताशाबा से पृथ्वी की दूरी तय करने में उसे इतना समय तो लगेगा ही। 

अनिकेत- मतलब पृथ्वी के वर्ष के अनुसार करीब 16 वर्श। तो क्या सच में 16 वर्षों में धरती समाप्त हो जाएगी, धरती का हर जीव क्या अब सिर्फ 16 साल ही जीवित रह पाएगा। 

त्रियाची- हां अगर तोशिबा यहां पहुंच गया तो। 

प्रणिता- नहीं हमें उसे हर हाल में रोकना होगा। 

अनिकेत- प्रणिता हम उसे रोकेगे कैसे क्योंकि हम अंतरिक्ष में नहीं जा सकते हैं। हमें उसे अंतरिक्ष में ही रोकना होगा। अगर वो पृथ्वी पर आ गया तो यहां उसे बहुत अधिक समय नहीं लगेगा पृथ्वी से शक्तिपूंज को हासिल करने के लिए। 

रॉनी- कोई तो रास्ता होगा अनिकेत। हम ऐसे हाथ पर हाथ रखकर बैठे रहे और वो अंतरिक्ष से आए और हमारी पृथ्वी को नष्ट कर चल जाएगा। अब तो राजा त्रियाची भी हमारे साथ है तो फिर तो हमें उसे रोकना ही होगा। 

त्रियाची- हमारी जितनी भी सेना है, जितने भी तकनीकी हथियार है वो हम पृथ्वी की रक्षा करने के लिए दे सकते हैं, परंतु हम तोशिबा की तकनीक और उसके हथियारों के बारे में बहुत अधिक जानकारी नहीं रखते हैं। हालांकि हमारे गुप्तचर इस कार्य पर लगे हुए हैं और कोई भी जानकारी हमें मिलती है तो हम वो आप लोगों तक पहुंचा देंगे। 

तुषार - वो सब ठीक है पर सवाल अब भी वहीं का वहीं है कि आखिर उसे रोका कैसे जाए ? क्योंकि हम अंतरिक्ष में नहीं जा सकते हैं। एक बार और ध्यान देने वाली है कि राजा त्रियाची की सेना भी अगर पृथ्वी के संपर्क में आती है तो फिर उन्हें भी नुकसान होता है। इसलिए यह लड़ाई सिर्फ अंतरिक्ष में ही लड़ी जा सकती है। 

अनिकेत- तुषार तुमने ये अच्छी बात उठाई है। इस बात के बाद तो यह साफ है कि यह युद्ध सिर्फ अंतरिक्ष में ही लड़ना होगा। अब इसके लिए हमें एक व्यक्ति की जरूरत है और वो है सप्तक जी। अब हमें उन्हें बुलाना होगा और वे ही हमें बताएंगे कि अब हम क्या और कैसे कर सकते हैं ? 

त्रियाची- अब हम चलते हैं। अगर हमारे लायक कोई भी सूचना हो तो हमारे कुछ लोग अभी पृथ्वी पर ही है उनके माध्यम से आप हम तक अपना संदेश पहुंचा सकते हैं। हमारे कोई जानकारी होगी तो खुद आप लोगों से संपर्क कर लेंगे। 

अनिकेत- राजा त्रियाची हो सके तो तोशिबा के संबंध में जितनी अधिक जानकारी हासिल कर सकते हैं करने का प्रयास करें। 

त्रियाची- हमारे गुप्तचर इसी कार्य में लगे हुए हैं, जल्द ही कोई सूचना होगी तो वो आप सभी तक पहुंचा दी जाएगी। 

इसके बाद त्रियाची अपने ग्रह त्राचा के लिए निकल जाता है। इधर ये पांचो इस संबंध में बात करने के लिए सप्तक को बुलाने का तय करते हैं और सभी लोग ध्यान में बैठकर सप्तक से संपर्क करने का प्रयास करते हैं जल्द ही सभी का सप्तक से संपर्क हो जाता है। सभी टेलीपैथी के माध्यम से बात करते हैं। 

सप्तक- लगता है कि कोई गंभीर बात है तभी आप सभी एक साथ है और मुझसे बात कर रहे हैं। 

अनिकेत- जी हां सप्तक जी बहुत गंभीर बात है, इसलिए ही आपको याद करना पड़ा है। 

रॉनी- जो समस्या है उसका हल अब बस आप ही निकाल सकते हैं। हमारे पास फिलहाल उस समस्या का कोई समाधान नजर नहीं आ रहा है। 

सप्तक- समस्या क्या है पहले वो तो बताओ। 

तुशार- आप तो जानते ही होंगे फिर हमसे क्यों पूछ रहे हैं। 

प्रणिता- हां आपको तो पता चल ही गया होगा। आपको तो यह भी पता होगा कि हम सभी लोग आपसे बात करने वाले हैं। 

सप्तक- हां, शायद तुम लोग सही कर रहे हो, पर मैं जानना चाहता हूं कि आप समस्या को किस तरह से देख रहे हैं? 

अनिकेत- कुछ देर पहले राजा त्रियाची पृथ्वी पर आए थे। उन्होंने हमें बताया है कि अंतरिक्ष में ताशाबा नामक ग्रह का राजा तोशिबा शक्तिपूंज हासिल करने के लिए पृथ्वी पर आक्रमण करने वाला है। राजा त्रियाची का कहना है कि तोशिबा उनसे कहीं अधिक शक्तिशाली है। यदि वह पृथ्वी पर आक्रमण करता है तो वह बहुत आसानी से पृथ्वी से शक्तिपूंज हासिल कर सकता है। उसके हथियार और उसकी तकनीक त्रियाची की तकनीक से भी कहीं आगे है। वो किसी भी ग्रह को क्षण भर में नष्ट कर सकता है। इसके अलावा उसके अंतरिक्ष की कुछ शक्तियों को भी प्राप्त कर लिया है। उन शक्तियों को प्रभावी बनाने के लिए ही उसे शक्तिपूंज चाहिए। 

सप्तक- हां ये सब मैं जानता हूं। मैं इंतजार ही कर रहा था कि तुम लोग मुझसे संपर्क करते हो या नहीं ? 

रॉनी- राजा त्रियाची का कहना है कि हमें उसे अंतरिक्ष में रोकना ही होगा। 

सप्तक- हां राजा त्रियाची ने बिल्कुल सही कहा है। क्योंकि पृथ्वी पर युद्ध का मतलब है कि पृथ्वी और मानव जाति का विनाश। 

प्रणिता- परंतु परेशानी यह है कि राजा त्रियाची सिर्फ अपनी सेना से उसे अंतरिक्ष में नहीं रोक सकते हैं और हम सभी के पास शक्तियां तो है परंतु हम अंतरिक्ष में जाकर युद्ध कैसे कर सकते हैं ? 

यश- हमारी शक्तियां भी तोशिबा की शक्तियों के सामने कुछ कम मालूम होती है, जिस तरह से राजा त्रियाची ने तोशिबा की शक्तियों के बारे में हमें बताया है। 

अनिकेत- अब आप ही बताए कि तोशिबा का सामना कैसे किया जाए ? 

रॉनी- राजा त्रियाची अपने सेना और शक्तियों के साथ पृथ्वी को बचाने के लिए इस युद्ध में हमारा साथ देने को तैयार है।

सप्तक- तो मुझसे क्या चाहते हो आप सभी लोग ? 

अनिकेत- बस आप हमें रास्ता बताए कि अब हम क्या करें ?

सप्तक- युद्ध करो और तोशिबा को पृथ्वी पर आने से रोको। 

रॉनी- परंतु हम अंतरिक्ष में कैसे जा सकते हैं ? 

सप्तक- परेशान होने की आवश्यकता नहीं है। मैं कुछ ही समय में तुम लोगों से आकर मिलता हूं फिर इस परेशानी का समाधान भी निकाल लेंगे। 

अनिकेत- ठीक है सपतक जी हम सभी को आपका इंतजार रहेगा।