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मेरा पहला प्यार.. - 3

तो आगे की कहानी ऐसे है उसका अब फोन धीरे धीरे आना कम हो गया था अब उसकी फ्रेंड ही कभी कब आप मुझे कॉल कर लिया करती थी लगभग मैं छह महा घर के अंदर रहा था और ना मैंने बाहर कुछ देखा इस बीच ना मैं बाहर घूमने गया एक दिन वह मुझे सड़क पर जाती हुई मिली तो उसकी आंखों में आंसू देखे मैंने मगर वह यह कहने लगी कि सागर अब बहुत देर हो गई है अब हम मिल नहीं सकते क्योंकि वह किसी और को पसंद करने लगी थी और वह लड़का भी जिसका नाम बंटी था तो जब मुझे यकीन ना आया वह लड़का एक दिन मेरे पास आया और रो रहा था कि मैं शिवानी से बहुत प्यार करता हूं उसके बिना नहीं रह पाऊंगा भैया प्लीज बीच में मत आना मैंने उससे बोला कि छोटे तूने भाई बोला है तो तू उसे हमेशा खुश रखे हो फिर उन दोनों के बीच में मैं नहीं आया और मैं पीछे हट गया मेरा कभी कबार उसको देखना हो जाया करता था मगर मैंने कभी उससे बात नहीं की वह अपनी तरफ से कभी मुझे कॉल कर लेती तो मैं बात कर लिया करता था नहीं तो मैंने उसे कभी कोई कांटेक्ट रखने की इच्छा नहीं की कुछ दिनों उनकी यूं ही बातें होती रही और उस लड़की के घर वालों को पता चल गया तो उस लड़की की भैया ने उस लड़के की पिटाई कर दी और वह मेरे पास आया बोला कि भैया मुझे उन्होंने मारा तो मैंने कहा अभी कुछ दिन शांत रहे और फिर बाद में देखी हो वह लड़का शिवानी के लिए और लड़कों से भी बहुत बार लड़ाई ले चुका था मगर अब शायद उसकी किस्मत में भी शिवानी नहीं थी तो उसके घर वालों ने उसकी शादी तय कर दी उसकी शादी 1 फरवरी 2015 को हो गई उसकी शादी के 3 महीने बाद मेरे पास शिवानी का फोन आया और मुझसे बोली कि सागर मुझे माफ कर दो और मुझे यहां से ले जाओ तो मैंने कहा कि मैं बाद में बात करता हूं क्योंकि उस समय सुबह के लगभग 3:00 बजे थे तो उसका दिन में मेरे पास कॉल आया बोली कि मैं अपने इसके साथ नहीं रहना चाहती यह मुझे बहुत तंग रखता है या तो तुम मुझे अपने साथ ले जाओ या मुझे बाहर कहीं किराए पर कमरा दिला दो जहां पर मैं अकेली रह सकूं मैंने मगर उसको बहुत समझाया और कहा कि घर वालों ने शादी की है तो घर वालों से बोलो अगर कोई प्रॉब्लम है तो वह इस समस्या का हल जरूर निकालेंगे वह नहीं मानी उसने दो-तीन दिन मुझे रोज फोर्स किया तो मैंने उससे बोला कि देखो मैं तो तुम्हारी सहायता नहीं कर सकता बस इतना कह सकता हूं कि मैं तुम्हारे घर वालों से बोल सकता हूं कि तुम्हारी लड़की परेशान है या तुम्हारे भाई से कह सकता हूं तो उसने मुझे मना कर दिया आज वह लड़की अपने घर रह रही है क्योंकि उसने अपना पति छोड़ दिया और वह नासमझ थी जो उसने ऐसा किया यह कि मेरी कहानी मेरी मेरी जुबानी सागर...... अगर यह कहानी आप लोगों को अच्छी लगे तो लाइक और शेयर या कमेंट जरूर कीजिएगा आपका बहुत-बहुत धन्यवाद यह कहानी पढ़ने के लिए नमस्कार जय हिंद जय भारत।।