life partner - 1 in Hindi Love Stories by Vidhi Bhavsar books and stories PDF | जीवनसाथी - 1

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जीवनसाथी - 1

हम जब बड़े हो जाते है तब हमें एक अच्छे ‛जीवनसाथी' की जरूरत होती है।जो हमारी बात समजे, जो हमारी care करे, जिस्से हम अपनी सारी बातें share करे चाहें वो सुख की हो या दुःख की, जो हमे प्यार दे, हमेशा खुश रखें।यह ईच्छा तो हर एक लड़के या लड़की में होती हैं, हर कोई यहीं चाहेगा कि उसका ‛जीवनसाथी’ यानी ‛life partner' सबसे अच्छा हो।हर किसी की ये चाहत है, ईच्छा है या सपना है। हमारी कहानी में भी कुछ ऐसा ही है।तो दोस्तों बात करते हैं हमारी कहानी की हिरोइन यानी व्रिहि की, जिहाँ व्रिहि महेता एक गुजराती लड़की, जो स्वभाव से थोड़ी सी गुस्से वाली थी,उसे ज्यादा बोलना बहुत पसंद था और तो और उसे सबका मजाक उड़ाना बहुत पसंद था। हालांकि वह सकल से अच्छी नहीं दिखती थी लेकिन उसका दिल बहुत खूबसूरत और अच्छा था।उसके छोटा सा परिवार था, जिसमें उसके माता-पिता ,उसकी दादी और उसकी एक बड़ी बहन हैं ,जिसकी शादी हो चुकी हैं।वह एक मिडलक्लास परिवार से थीं।उसके पिताजी विजय एक pharma company में नोकरी करते हैं, उसकी माँ रूपाली एक हॉउस वाइफ है और उसकी दादी एक शिक्षिका थीं, हालांकि वह अभी रिटायर्ड हो चुकी थीं।। बात करते हैं हमारी व्रिहि मैडम की तो वह अभी कॉलेज के दूसरे वर्ष में थीं।वो अपनी पढ़ाई में थोड़ी सी कमजोर थी तो उसके माता-पिता विजय और रुपाली उस्से हर वक्त डांटते थे कि अगर फ्यूचर में वह अपने लिए काबिल नहीं बन पाई तो वह आगे जाकर क्या करेंगी फिर उस्से शादी कौन करेगा,उसकी दादी जसोदाबेन भी उसे हर वक्त समजाया करती थी,की उसे अपने भविष्य के बारे में सोचना होगा।उसे बुरा लगता था मगर उसका कुछ और ही सपना था, वह सिंगर बनना चाहती थीं।उसने अपने कॉलेज के बहुत से फंक्शन में गाया था, हालांकि वह अपनी पढ़ाई में कमजोर थीं लेकिन पूरा कॉलेज उसे पसंद करता था। उसको सिंगिंग में इतना popular देखकर उसकी कॉलेज की प्रिंसिपल मैडम ने उस्से कई बार कहाँ की उसे अपनी सिंगिंग में आगे बढ़ना चाहिए हालांकि वह मिडलक्लास परिवार से थीं तो उसके पास ज्यादा पैसे नहीं थे। बाद में उसने सोचा पहले पढ़ाई मकरके अपने माता-पिता को खुश करे फिर में अपने सपने के बारे मे सोचूंगी।उसकी सहेली जिसका नाम प्रियांशी था उसे उसके बारे में बहुत बुरा लग रहा था,की वो अपने सपने के लिए कुछ कर भी नहीं सकती थीं। आप सोच रहे होंगे कि भई हिरोइन के बारे मे तोह बता दिया लेकिन हमारे हीरो कहा है? तोह आपकी उत्सुकता खत्म होती हैं ओर उसी वक्त हमारे हीरो की एंर्टी होती है।जिसका नाम आहान शाह हैं।वो प्रिंसिपल मैडम का इकलौता बेटा है। आहान के पिताजी अविनाश की कार एक्सीडेंट में मौत हो गई थी। जब वो अपने 10th बोर्ड एग्जाम में था।। बात करते हैं आहान की तो वह अपनी पढ़ाई में बहुत होशियार था। हालांकि उसके पिता की मृत्यु हो गई, वह अपने पिता का हर एक सपना पूरा कर रहा था जो उन्होंने आहान के लिए देखे थे।वह साइंटिस्ट बनना चाहता था, उसके1पिता चाहते थे कि उसका बेटा देश के लिए कुछ करे।। (आज की कहानी मे दोनो का परिचय दिया था,अगर आपको मेरी स्टोरी पसंद हैं तोह देखते रहिये आगे में और पार्ट्स रिलीस करूँगी पहेला पार्ट देखने के लिए आप सबका धन्यवाद,उम्मीद है आप सब ठीक होंगे.......और देखते रहिए “जीवनसाथी"