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दरार (भाग -3)

प्रेम के मोबाइल पर कॉल आता है.,
प्रेम ने देखा तो कोई नंबर था.,प्रतीक ने पूछा दोस्त किसका कॉल है।
प्रेम ने कहा कोई नंबर है।
प्रेम ने कॉल उठाया.,
हेलो.... हा जी बोलिए किसका काम है.??. आप कोन????प्रेम ने कहा।
हा जी ने हूं सीमा इतनी जल्दी भूल गए आप तो जी.,सीमा ने जवाब दिया।
अरे तुम हो., प्रेम ने मुस्कुराकर कहा।
प्रतीक ने जठाक कटाक्ष करते कहा अरे प्रेम वाह रे! अच्छा जादू किया।
अरे चुप रहो तुम बेवकूफ.,प्रेम ने प्रतीक से कहा।
अरे आप अभी तक प्रतीक भैया के साथ ही हो कॉलेज मे गए नहीं घर.,सीमा ने पूछा।
हा जी बस निकाल ही रहे थे आप ने इतने में ही कॉल किया वैसे चलो बाद मे बात करे.,प्रेम ने कहा।
अरे रुको ना बात करो ना जब तक घर नहीं पहुंच जाते वैसे भी पता चला है कि आप चार टायर वाली बस से जाते है ना आपका भी टाइम निकाल जायेगा.,सीमा ने बड़े ही उच्चे स्वर मे कहा।
अरे नहीं नहीं ऐसा नहीं हो सकता वैसे भी में जो चार टायर वाली बस मे जाता हूं ना वो मेरी नहीं है आपको गलत फेमी बहुत ही होती है सीमा जी वैसे बाद ने बात करे। ऐसा बोलकर प्रेम ने कॉल कट कर दिया।
अरे अब यही पे ही बैठकर बाते करनी है कि घर भी जाना है वैसे भी तुम्हारे प्यार मे पागल हो गई वैसा मालूम पड़ता है दोस्त.,जोर से हसते हसते प्रतीक ने कहा।
अरे ऐसा नहीं है दोस्त चलो तुम अपनी बाइक लेलो और बस तक पहुंचा दो मुझे.,प्रेम ने कहा।
और प्रतीक अपनी बाइक स्टार्ट करता है और प्रेम को बिठाकर बस तक पहुंचा देता है।
अरे दोस्त अभी तो बस अाई नहीं अब बैठना पड़ेगा तुम्हे.,प्रतीक ने कहा।
हा दोस्त अभी पांच मिनट में आ जायेंगी.,वैसे तुम जा सकते हो अभी.,प्रेम ने कहा।
हा दोस्त चलो फिर ने चलू कॉल पे बात करते है.,और अगर तुम कहो तो छोड़ने आवु घर।
अरे नहीं नहीं दोस्त मुझे तो बस ही पसंद है बस का सफर अच्छा होता है भीड़ लगी रहती है सफर मजेदार होता है।
हा हा अब तो ने भी बस का ही सोच रहा हूं दोस्त वैसे भी में तुम्हारी ही कॉपी करता हूं.,प्रतीक ने कहा।
हा अब चलो कॉपी मत किया करो कॉपी करना बुरी बात होती है .,मेरी बस आ गई चलो अब तुम भी निकलो घर के लिए कॉल पे बात करते है।
दोनों एक दूसरे को गले मिलते है और फिर दोनों घर के लिए निकलते है।

शाम के साढ़े छ बज रहे है सूरज डूब चुका है क्यों कि बारिश का मौसम चल रहा है आकाश मे काले बादल छा गए है लगता है भयानक बारिश होने वाली है और ना जाने भयानक बिजली जोर से कड़कने वाली है.,मौसम की बात करे तो भयानक मंजर लग रहा था ना जाने बारिश बहुत ही तेज आने वाली हो।
प्रेम बस में था कविता लिख रहा था., जाने क्या सोच रहा था।
ट्रिन ट्रिन रिंग बजी प्रेम के मोबाइल मे.,देखा तो प्रेम के पापा थे।
अरे बेटा कहा हो तुम बारिश बहुत ही तेज आने वाली है.,प्रतीक का कॉल आया था मुज पर अभी की प्रेम आया बोल रहा था तुम्हारा कॉल नहीं लग रहा है।
हा पापा थोड़ी देर मे ही आ जाऊंगा सायाद दस मिनट लगेगी.,प्रेम ने कहा।
हा बेटा चलो जल्दी से आ जावो।
कॉल कट किया।

जब भी प्रेम को घर पहुंचने के देरी हो जाती है तब पूरे घरवाले बहुत ही चिंता करते है और प्रेम के पूरे परिवार के लोग बहुत ही अच्छे है और सब मिल जुलकर रहते है प्रेम के परिवार मे सब प्रेम को बहुत ही चाहते है और परिवार मे छ लोग है प्रेम की माताजी,पापा,दादा,दादी,और भाई।

कम से दस मिनट मे प्रेम घर पहुंच गया।
पहुंचने के बाद बहुत ही तेज बारिश सुरु हो गई।
अच्छा हुआ तुम पहुंच गए बेटा वरना भीग जाते.,प्रेम की माताजी ने कहा।
हा हा मा अच्छा हुआ. जल्दी से कॉफी बनालो मा और मुझे दो आप में तब तक कपड़े बदल लेता हूं प्रेम ने कहा।
इतनी ही देर मे प्रेम के मोबाइल पर कॉल आता है फिर से वही नंबर था सीमा का।
प्रेम ने कॉल उठाया और कहा हा बोलो।
अरे कुछ नहीं पहुंच गए हम लोग अभी यहां रेलवे पहुंचे है अभी दस मिनिट मे घर पहुंच जाएंगे।
हा में भी अभी ही आया घर तुम शांति से घर पहुंच कर कॉल करो में अभी थोड़ा काम आराम करूंगा।
प्रेम ने कॉल कट किया।

अब बारिश थम गई है प्रेम टेहल रहा है अपनी छत पर और सुहाने मौसम का मजा ले रहा है।
कम से कम एक घंटे बाद फिर से सीमा प्रेम को कॉल करती है।
आप क्या कर रहे हो,आप ने खाना खाया,बारिश चल रही है, आप अपने बारे ने बतावो सब कुछ.????.बहुत सारे सवाल करती है सीमा प्रेम से दोनों एक घंटे तक बाते करते रहे फिर सीमा ने बोला अब चलो कल मिलते है कॉलेज मे वैसे आप बहुत ही अच्छा लगा आपसे बात करके आप बहुत ही अच्छे हो सीमा कहती है।
हा तुम भी अच्छी हो कल मिलते है हम।
बहुत बाते करने के बाद प्रेम को ऐसा लगा कि ये क्या था एक घंटे तक बाते।
उसने देखा तो बीस कॉल थे प्रतीक के प्रेम को ऐसा लगने लगा कि अगर वो ऐसा बोलेगा की सीमा से बात कर रहा था तो प्रतीक को बुरा लगेगा और प्रेम जूठ तो बोलने वाला नहीं था अब करे तो क्या करे।
प्रेम ने जट से प्रतीक को कॉल किया।
अरे दोस्त मुझे माफ़ करना वो तुम्हारी बहन सीमा ने कॉल किया था एक घंटे तक बाते की प्रेम ने गलती मानते हुए माफी मागी।
अरे कोई बात नहीं दोस्त वो बहन है मेरी वैसे तुमसे पहले मुझे कॉल किया था उसने बता रही थी प्रेम बहुत बाते नहीं करते बहुत ही जल्द कॉल काट देते है और बहुत सिकायत कर रही थी।
अरे छोड़ो ना उसकी बात मेरे दोस्त तुम बोलो खाना खाया क्या कर रहे हो.????.
हा खा लिया दोस्त बस टेहल रहा हूं।
अच्छा चलो दोस्त कल मिलते है फिर.,प्रेम ने कहा।
हा दोस्त मिलते है कल।

रात हो गई थी फिर से बारिश गिर रही थी प्रेम अपने कमरे मे बैठा था तभी ११ बज रहे थे उस वक़्त मैसेज आता है और वो सीमा का था।
प्रेम ने देखा पर कुछ जवाब नहीं दिया मैसेज का।
उस वक़्त काजल का भी मैसेज आता है।
हेल्लो.!!!!.प्रेम खाना खाया तुमने मेरी बहन बहुत परेशान तो नहीं करती ना तुम्हे नादान है वो अभी अभी कॉलेज देखा है उसने कुछ गलती हो तो माफ कर देना।
काजल का यह मैसेज पढ़कर प्रेम सोच में पड़ जाता है।
हा कॉल बहुत करती है और बहुत बाते भी करती है अच्छी है वैसे तो और तुम बिलकुल भी चिंता मत करो.,प्रेम ने काजल को मैसेज किया।
तुम बहुत अच्छे हो ना इस लिए सब तुम्हे प्यार देते है और सब तुम्हारे पास रहना चाहते है.,काजल ने मैसेज किया।
अरे ऐसा कुछ नहीं है सब अच्छे ही है वैसे तुमने प्रतीक के साथ बात की।प्रेम ने मैसेज किया।
हा बात की ना मैने काजल ने मैसेज किया।
कम से कम १२ बजे तक बाते चली और फिर काजल सो गई।
सीमा के १०० मैसेज आ गए थे प्रेम ने मैसेज का कोई जवाब नहीं दिया था।
फिर प्रेम ने मैसेज किया मुझे माफ़ कर देना मैने जवाब नहीं दिया थोड़ा काम में था कल कॉलेज मे मिलते है तुम सो जाओ अब।
सीमा ने जल्दी ही मैसेज पढ़कर जवाब दिया अरे कोई बात नहीं कल मिलते है।
प्रेम फिर सोचता है अब कल जाकर पहले लाइब्रेरी ने जाऊंगा अच्छी किताब पढूंगा फिर क्लास लेने जाऊंगा।
सोचकर सो जाता है।

फिर सुबह के छ बजे है ठंडी ठंडी हवा चल रही है मौसम बहुत ही सुहाना लग रहा है बारिश थोड़ी देर के पहले ही ख़तम हुई है बहुत ही सुन्दर द्धस्य लग रहा है।
प्रेम कविता लिख रहा है।
उस वक़्त मैसेज आता है शुभ प्रभात।मैसेज सीमा का था।