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बेपरवाह - 3

इस समय मे बात नही कर सकता तुमसे मेने जवाब मे लिखा । इतनी कियू नही कर सकते call करो अभी मुझे यार तुम्हे मेरी बात समझ नही अती call करो मे अखरी बार कॉल कर रही हू इस बार नही उठाया तो सच म कभी नही परेशान करूंगी तुम्हे। यार मे पापा के साथ हू मेने कहा । यार तुम यह किस तरह की बात कर रहे हो जैसे तुमने कभी अपने पापा के सामने मुझसे बात ही नहीं की हो अब सब कुछ पहले जेसा नही रहा माया मेने कॉल कट कर दिया वापस पापा के पास अकर बेठ गया । मेने अपनी आंखे बन्द की और जेसे मे यही चहता था , उस दिन रात को 2 बजे उस्ने मुझे call की थी और येह पेहली दफा नही था वो अकसर जब मन चाहे तब कॉल कर लिया करती रात हो या दिन फर्क कहा पड़ता था जब बात करनी होती तो कर के ही दम लेती हम दोनो काफी अच्छे से एक दूसरे को जान चुके थे अभी ज़ादा दिन नहीं हुए थे मगर मेरे दिल में कुछ उमड़ रहा था उसको खो न दूँ इस डर से में चुप ही रहता वो बोलती जाती में उसकी आँखों में देखता रहता मगर उसका ध्यान खभी उस तरफ नहीं गया जता मगर आज पता नहीं कियु ज़रा चुप कुछ थी कुछ कहते कहते चुप हो
जाती सुनो कुछ खेहना है मुझे। हा बोलो न मेने कहा। वादा करो नाराज़ नहीं होंगे । मे भला खभी तुमसे नरज़ हो सकता हू बोलो किया बात है । तुम्से प्यार हो गया है बताओ किया करु ? मेरा दिल बहुत जोर से धड़कने लगा किया सच में। में मज़ाक नहीं करती तुम जानते हो न । हा मगर maya, बोलो किया तुम मुझे पसंद नहीं करते ? मुझे तुम्हारी आँखे बोहोत पसंद है आंखे पसंद है मगर मे नही उस्ने कहा । तुम सरि की सरि बोहोत प्यारी हो और मुझे बोहोत पसंद हो हम तुमसे बहुत प्रेम करते है मेने थोड़े फ़िल्मी अंदाज़ में कहा आज पहली बार उसने मुझे बड़े प्यार से देखा था वैसे तुम तो इतनी खूबसूरत हो में बन्दर जैसा लड़का कैसे पसंद आ गया तुम्हे ? वो कुछ केहने वाली थी इतने में फोन ऑफ हो गया मैडम का खभी फ़ोन चार्ज नहीं करती और जब ऑफ़ हो जाता है तब ऑन भी नहीं करती घर के पास एक नदी है फोन रख कर वहा चली जती है वेद कहा खो जाते हो बेटा स्टेशन आ गया घर
पोहोचते पोहोचते शाम भी हो चुकी थी । घर आते ही मैंने कहा माँ खाना निकाल दीजिये भूख लगी है बहुत काम बाकी है बेटा कैसे होगा पापा ने कहा अब शिफ्ट होने में भी टाइम लगेगा तुमको बोला था मेने की बेटा अब ऑफिस छोड़ के घर का काम देख लो मगर तुम और तुम्हारी माँ किसी की नहीं सुनते पापा की आवाज़ मेरे कानों में आ रही थी मगर में तो कुछ और सोच में था
पूछ रहा था में खुदसे आखिर कियु कर रहा हु में माया को इग्नोर है दिल तोडा है उसने मेरा सच है मगर एक मौका देना चाइये मुझे उसको दोस्त बनकर उसका दर्द
काम कर सकता हु में ही तो हु उसकी ज़िन्दगी में जिसके साथ वो अपना सारा दर्द बाट सकती है कितने
झूठे हो तुम ved मेरे दिल से एक आवाज़ आई कितना रोये थे तुम उसके लिए कितनी बार माफ़ी मांगी थी तुमने उस गलती की माफी जो तुमने की भी नहीं थी
कितनी बार उसको पाने के लिए तुमने खुद को खोया
कितना बिखर गए थे तुम उसके एक झूट की वजह से ved ved बेटा किया हुआ बेटा तुम्हारी तबियत तो ठीक है कहा खो जाते हो बार बार papa बोले देखो तुम्हारा फ़ोन बज रहा है सुबहा से बार बार तुम उठा कियु नहीं रहे किया हुआ सब ठीक तो है । हा पापा सब सही है में अपना फ़ोन लेकर अपने कमरे में चला अया
किया हो किया जाता है तुम्हे बार बार ved जो तुम मेरी आवाज़ तक नहीं सुनना चाहते माया ने गुस्से से कहा । नहीं माया वो में पापा के साथ था तुम्हे बताया तो था न मेने । कोनसे काम में busy हो तुम अपने पापा के साथ जो मुझसे बात तक नहीं कर रहे हो । कुछ नहीं वो दिया की शादी है न अगले महीने । तुम्हारे दोस्त अमन के साथ हा मेने कहा। एक good news है मैं हरिद्वार आ रही हु अपने मामा के घर अच्छा यह बताओ शादी में बुलाओगे न मुझे ? हा तुम्हे आना होगा माया मेने अधूरे मन से कहा । तो में ममा जी के यहाँ नहीं आकर सीधा तुम्हारे घर आ जाउंगी आखिर तुम्हे मदद करने क लिए भी तो कोई चाहिए ना वहा अरे उसकी कोई ज़रूरत नहीं है मैंने तुमसे पूछा नहीं है ved में बता रही हू तुम्हे उसने अकड़ कर कहा बाद में बात करती हूँ तुमसे डैड का कॉल आ रहा है और हम लोग यहाँ से निकल जायेंगे परसो बहुत सारा काम है मुझे और तुमसे मिलने की जल्दी भी है उसने यह बात कहे कर कॉल काट दी ,एक वो वक़्त था जब पागलो की तरगा म उसको कॉल पे कॉल कर रहा था और उस बेपरवाह को कोई फ़िक्र नहीं थी सुबह के 4 बजे से रात को 10 बज चुके थे इतनी देर में कितने सारे कॉल करती थी कॉल पे बात नहीं कर पाती तो मैसेज पर ही बात कर लिया करती कही उसका एक्सीडेंट तो नहीं हो गया या फिर कुछ और में बोहोत ज़ादा डार गया काफी सारी कॉल करी मेने मगर उसने नहीं उठाया फिर थोड़ी देर बाद मुझेे उसने कॉल बैक की पागल हो किया इतने सरे और मैसेज किये हुए है तुमने अगर तुम्हे कुछ हो गया तो में मर जाऊँगा । में हॉस्पिटल गयी थी किया हुआ सब ठीक तो है न मेने पूछा । हा मेरी जान सब ठीक वो मेरी एक फ्रेंड की तबियत ख़राब है किया मैंने हैरानी से पूछा है मगर वो ठीक है एक्सीडेंट हो गया था उसका मगर ज़ादा चोट नहीं आई है तो सुबह से तुम हॉस्पिटल में थी माया जो अभी अपने खुद कहा ज़ादा चोट नहीं आई तो फिर एक कॉल करके बता नहीं सकती थी मुझे इतनी सी बात मैने गुस्से से कहा मेरी नाराज़गी साफ़ नज़र आ रही थी ।सॉरी यार भूल गयी बिलकुल धायन नहीं रहा मुझे उसने बेफ़िक्री से कहा ।तुम्हे फ़ोन का ध्यान नहीं रहा या मेरा
आपकी वो दोस्त अपको मुझसे भी ज़ादा अज़ीज़ है
यार यह कैसी बाते कर रहे तुम्हे बिलकुल भरोसा नहीं है या फिर तुम्हे यह लगता है में तुमसे झुट कह रही हु बोलोगे अब कुछ उसने तेज़ आवाज़ से कहा नहीं यार एसा कुछ नहीं में तो बस पूछ रहा था i really miss you अच्छा सुनो में कुछ खेहने वाला था नहीं यार में आज म भोत ज़ादा थक गयी हूँ कल बात करते है
उसने कॉल काट दिया मेने सोचा इतनी ख़ुशी की बात है बता देता हु दोबारा कॉल करके चलो छोड़ो यार कल बता दूँगा मगर मुझसे रहा नहीं गया अपनी ख़ुशी बाँटना चाहता था में उसके साथ 2 घंटे बाद हर के मेने कर ही दिया कॉल मगर नंबर busy आ रहा शायद कोई important होगा 10 मिनट मैने दोबारा कॉल करी अभी भी बिजी आ रहा है किसके साथ बात कर रही
कुछ देर बाद मैने फिर करा कॉल मनो अब मुझे अपनी बात बताने का मन नहीं हो बास यह जानना था किस के साथ बात कर रही है कोई नहीं इंतज़ार करता हूँ कुछ देर कॉल्स देख कर खुद कर लेगी दोबारा और इस इंतज़ार में कब नींद आ गयी पता नहीं चला सुबह 5 बजे कॉल्स की आवाज से आंख खुली है good morning my love