Ahsaas pyar ka khubsurat sa - 45 books and stories free download online pdf in Hindi

एहसास प्यार का खूबसूरत सा - 45




यहां आरव , कायरा और जय के जाने के बाद , मिशा के एक आदमी को होश आया, जिसने मिशा से थोड़ी देर पहले बात की थी और वह मिशा का खास आदमी भी था । होश आते ही उसने सबसे पहले अपना मोबाइल फोन ढूंढा । उसे अपने आस - पास मोबाइल नहीं मिला , तो वह किसी तरह लंगड़ा कर चलते हुए , अपनी कार के पास आया । उसने कार का डोर ओपन किया और वह कार के अंदर जाकर बैठ गया । उसने अपने आस - पास नज़र दौड़ाई, तो उसे अपनी सीट के नीचे अपना मोबाइल पड़ा मिला । उसने किसी तरह अपना फोन निकाला और सबसे पहले मिशा को कॉल किया । मिशा ने फर्स्ट बार में कॉल अटेंड नहीं किया । पर जब सेकंड बार उस आदमी ने मिशा को कॉल किया , तो मिशा ने एक रिंग में ही फोन उठा लिया और गुस्से से कहा ।

मिशा - इविनिंग में फोर ओ क्लॉक पर मैं पहुंच जाऊंगी । मैं बिज़ी हूं , दोबारा कॉल मत करना ।

इतना कह कर मिशा अपना कॉल डिस्कनेक्ट करने जा ही रही थी , कि उस आदमी ने कराहती हुई आवाज़ में कहा ।

आदमी ( गुंडा ) - कायरा चली गई मैम.....।

मिशा ने जैसे ही सुना , उसके कान खड़े हो गए । उसने कॉल डिस्कनेक्ट करने की जगह , वापस फोन को अपने कान से लगाया और बोली ।

मिशा - व्हाट.....???? हैव यू लॉस्ट इट....????? मैंने तुम्हें मेरे साथ प्रैंक करने के लिए हायर किया है क्या , बददिमाग इन्सान ?????

आदमी - सॉरी मैम.....!!!!! हम आरव सर और उस बॉडी गार्ड का सामना नहीं कर पाए और वो दोनों कायरा मैम....., आई मीन कायरा को अपने साथ ले गए ।

मिशा - मुझे पूरी डीटेल दो । कम ऑन......, क्विक.....!!!!

उस आदमी ने डरते हुए मिशा को , आरव के आने के बाद जो - जो वहां पर हुआ , सब कुछ बता दिया । उसके मुंह से पूरी बात सुनकर , मिशा का गुस्सा बहुत ज्यादा बढ़ गया । उसने गुस्से से चिल्लाते हुए कहा ।

मिशा - मैंने तुम लोगों को इस लिए हायर किया था , इस काम के लिए , कि तुम लोग मेरे पूरे प्लान की धज्जियां उड़ाओ और फिर मुझसे अपनी घटिया करतूतों का बखान करो.....!!!???

आदमी - सॉरी मैम.....। गलती........।

मिशा - क्या सॉरी.....???? हां .....!!!! क्या सॉरी???? सारा प्लान चौपट कर दिया तुम लोगों ने , और अब सॉरी बोल रहे हो !!!! क्या करूं तुम्हारे सॉरी का मैं???? अरे तुम लोग चार लोग थे और वो लोग सिर्फ दो । तुम्हारे पास हथियार थे और उनके पास कुछ भी नहीं । तब भी तुम लोग उनसे जीत नहीं पाए ....???? और कायरा को सही ठिकाने तक नहीं पहुंचा पाए । लानत है तुम लोगों के ऐसे काम पर.......।

आदमी ( तपाक से ) - हम तो सिर्फ चार थे मैम । आरव सर ने तो कायरा के साथ मिलकर , उस दिन जाने कितने सारे आदमियों को मारा था । और इतना मारा था , कि सब उल्टे पैर वापस लौट गए थे .....।

मिशा ( चीखते हुए ) - शटअप......., जस्ट शटअप....।

इतना कह कर उसने गुस्से में अपना फोन जमीन पर , पटक दिया । और उस तरफ से वह आदमी सिर्फ मैम, मैम करता रह गया । न मिशा ने उसके और उसके आदमियों की चोट की खबर ली और न ही उनसे अपनी मलहम पट्टी करवाने को कहा । आज के जमाने में लोग अपना काम करवाने के लिए किस हद तक गिर जाते है और अगर उनका काम पूरा नहीं हुआ , तो किस तरह से बाकी लोगों के द्वारा की गई सारी मेहनत को निग्लेक्ट कर देते हैं , ये आज मिशा के स्वभाव को देखकर पता चल रहा था । उसमें इतनी भी इंसानियत नहीं थी , कि वह कम से कम उन लोगों को खुद की मलहम पट्टी करवाने के लिए कह सके ।

इधर आरव के द्वारा फोन अटेंड न करने पर , ऑफिस के ठीक सामने खड़े आदित्य और नील परेशान हो जाते हैं । तभी आदित्य के फोन पर सौम्या का कॉल आता है । आदित्य कॉल रिसीव करता है , तो सौम्या उसे अपने और बाकी सभी के सही सलामत घर पहुंचने की बात बताती है और फिर रेहान के उन तीनो को घर छोड़कर जाने के बाद , आरव के ऑफिस की तरफ आने की बात भी बताती है । आदित्य ठीक है बस कहता है , तो सौम्या उससे कहती है ।

सौम्या - आदि......!!!!! तुम लोग ऑफिस पहुंच गए , बात हो गई अंकल से ...??? क्या कहा उन्होंने ???? और तुम इतने परेशान से साउंड क्यों कर रहे हो ...???

आदित्य - अंकल से हमारा सामना तो तब होगा ना सौम्या , जब हम उनके सामने हाजिर होंगे । आरव अभी तक ऑफिस नहीं पहुंचा है और हम उसी का ऑफिस के बाहर वेट कर रहे हैं .....।

सौम्या - पर आरव अभी तक ऑफिस क्यों नहीं पहुंचा है , सब ठीक तो है ना आदि...???

सौम्या के इस तरह सवाल करने पर आदित्य कुछ देर पहले हुई , कायरा के किडनेपिंग की घटना के बारे में सब कुछ सौम्या को बता देता है । और ये सब राजवीर ने करवाया है , ये भी वह सौम्या से कहता है । सौम्या ये सब सुनकर हैरान हो जाती है , और उसे कल मॉल में विनय का उन पर नज़र रखना , याद आता है । वह तुरंत आदित्य से कहती है ।

सौम्या - आदि.....!!!! मुझे तुम्हें कुछ बताना है । कल मॉल में विनय हम चारों पर नज़र रखे हुए था ....।

आदित्य - व्हाट....????

अब सौम्या आदित्य को कल का पूरा वाकिया बताती है, जिसमें विनय का रेहान से टकराना और फिर रेस्टोरेंट से वापस जाने तक का पूरा वाकिया होता है । आदित्य उसकी बातें सुनकर गुस्से से कहता है ।

आदित्य - और तुम मुझे अब ये बात बता रही हो सौम्या ...???

सौम्या - सॉरी आदि .....!!! मैं तो तुम्हें कल ही ये सब बताने वाली थी , पर हमारे पास विनय के कारनामों का कोई पुख्ता सबूत नहीं था , इस लिए रेहान ने मुझे तुम्हें या किसी को भी कुछ भी बताने से मना कर दिया था ।

आदित्य - ठीक है , फिर मैं रेहान से ही बात करता हूं । और पूछता हूं उससे , कि उसने ये बात तुम्हें , हमसे छिपाने के किए क्यों कही ....???

सौम्या - काम डाउन आ.......।

सौम्या इससे आगे कुछ कह ही नहीं पाती है, क्योंकि आदित्य बिना उसकी बात सुने ही , गुस्से में फोन डिस्कनेक्ट कर देता है । सौम्या परेशान सी फोन की स्क्रीन को देखने लगती है , और फिर अपने घर पर बने पूजा घर की तरफ देख कर , भगवान से सब ठीक करने की प्रार्थना करती है । इधर आदित्य सौम्या का कॉल कट करने के बाद , गुस्से में रेहान को तुरंत कॉल करता । रेहान इस वक्त सौम्या की कार ड्राइव कर रहा था , जो सौम्या ने ही उसे अपने साथ ले जाने को दी थी । आदित्य का कॉल देख कर वह अपनी कार साइड में रोकता है और आदित्य से, हां आदि....., बोल कहता है । आदित्य उसकी आवाज़ सुनकर , तुरंत गुस्से से कहता है ।

आदित्य - क्या जरूरत थी तुझे, कल की विनय वाली बात हम सभी दोस्तों से छुपाने की ??? और तो और सौम्या को भी इस बारे में बताने से तूने मना किया , क्यों ??? क्यों किया तूने ऐसा.....???? और तुम दोनो के अलावा ये बात और किस - किस को पता है ...???

रेहान - देख आदि , मेरे और सौम्या के सिवा किसी को इस बारे में पता नहीं है । क्योंकि शिवानी ने इस बात पर ज्यादा ध्यान नहीं दिया था और अंशिका तो विनय को जानती तक नहीं है । और रही बात , मेरे सौम्या को, विनय के बारे में तुम सभी से कुछ भी बताने के लिए मना करने की , तो उसका रीजन है कि हमें सिर्फ विनय पर शक है , कि उसे राजवीर ने हम पर नज़र रखने के किए भेजा था । लेकिन उसके खिलाफ हमारे पास कोई भी सबूत नहीं है आदि ....। इस लिए जिस बात को लेकर हम खुद श्योर नहीं है , उसे तुम लोगों को बताकर , परेशान नहीं करना चाहते थे ....।

आदित्य - तुझे पता भी है , आज उस राजवीर की वजह से कायरा के साथ क्या हुआ है ....???? और हमें ये भी पता नहीं है , कि वो और आरव सही सलामत हैं भी या नहीं ...!!!

रेहान - ये तू क्या कह रहा है आदि...???

आदित्य रेहान को भी वो सब बताता है , जो उसने सौम्या को बताया हुआ रहा । आदित्य के मुंह से कायरा की किडनेपिंग की बात सुनकर , रेहान शॉक्ड हो जाता है । वह आदित्य से कहता है ।

रेहान - राजवीर ने इतना सब कर दिया । मुझे तो यकीन ही नहीं हो रहा .... ।

आदित्य - अब बता तू , अभी भी तुझे किसी सबूत की जरूरत है ???

रेहान - पर आदि , मैंने विनय के मैटर के बारे में , पता करवाने के लिए , अपने एक आदमी को कहा है । जब तक विनय के खिलाफ मुझे कोई पुख्ता सबूत नहीं मिल जाता , तक तक मैं किसी नतीजे पर नहीं पहुंच सकता ।

आदित्य - इतना सब होने के बाद , तुझे अब भी सबूत की पड़ी है । क्या तुझे साफ - साफ दिखाई नहीं दे रहा , कि ये सब राजवीर का किया धरा है ।

रेहान - हर वो चीज , जो आंखों के सामने हमें दिखाई देती है , या दिखाई जाती है , वो सच हो , ये जरूरी तो नहीं ....।

आदित्य - तो फिर ठीक है, सच क्या है ये हमें अब विनय ही बताएगा ।

रेहान - तू अब क्या करने वाला है आदि ???

आदित्य - मैं और नील विनय को लेने , उसके घर जा रहे हैं । और अब मैं उसे उसके घर से खदेड़ते हुए बाहर लेकर आऊंगा और फिर हम सब उससे सच्चाई उगलवाएंगे ।

रेहान - प्लीज आदि ....., होश से काम लेना । ज्यादा रूड मत होना । तू और नील जा , मैं भी आरव के ऑफिस पहुंच रहा हूं .....।

आदित्य उसकी बात सुनकर कॉल डिस्कनेक्ट कर देता है और फिर नील को सारी बात बता कर , उसके साथ विनय के घर की ओर चल देता है ।

इधर आरव , कायरा और जय राजवीर के घर के सामने पहुंचे । आरव ने अपनी कार रोकी और अपनी सीट से उतर कर , राजवीर की घर की ओर बढ़ने लगा , कि तभी कायरा ने उसे पीछे से टोकते हुए कहा ।

कायरा ( अपनी साइड का डोर ओपन करते हुए ) - रुकिए .....। मैं भी जाऊंगी आपके साथ ....।

आरव ( अपने कदम रोक, कायरा की ओर पलटकर देखता है और फिर वापस गाड़ी के पास आकर कहता है ) - तुम यहीं बैठोगी । तुम्हें मेरे साथ , अंदर आने की कोई जरूरत नहीं है । और हां , मेरे वापस आने से पहले , तुम जय की बगल वाली सीट पर पहुंच जाना .....। जय , ध्यान रखना ......।

इतना कह कर आरव ने जय को कुछ इशारा किया , और फिर वहां से राजवीर के घर के अंदर चला गया । जय तुरंत अपनी सीट से उतरा और ड्राइविंग सीट पर आकर बैठ गया । कायरा को जय के बगल में बैठना अजीब लग रहा था , क्योंकि कायरा आज तक आरव के अलावा और किसी के भी साथ , ऐसे फ्रंट सीट पर नहीं बैठी थी । पर आरव ने कहा था , इस लिए उसे मानना तो था ही । इस वजह से वह भी अपनी सीट से उतरी और कार के फ्रंट सीट पर आकर बैठ गई । इधर जय ने , ड्राइविंग सीट पर बैठते ही, अपनी जेब से एक आर्टिफिशियल मास्क निकाला और अपने चेहरे पर लगा लिया । कायरा ने जब उसे इस तरह मास्क लगाते देखा तो हैरान हो गई । उसे समझ नहीं आया , कि जय ने आखिर ऐसा किया क्यों ???? जय उस मास्क को लगाने के बाद , पूरा नील की तरह दिखाई दे रहा था । क्योंकि वो मास्क , नील के चेहरे का शेप लेकर ही बनाया गया था । कायरा ने जब उसे नील के रूप में देखा , तब उसे और ज्यादा हैरानी हुई । उसने अपनी आंखें बड़ी कर , जय से कहा ।

कायरा - ये क्या किया आपने???? और क्यों किया???? और आप तो पूरे के पूरे नील लग रहे हैं ??? आप कोई गलत काम तो नहीं करते....????

जय ( कायरा की तरफ देख कर ) - मैम.......।

कायरा ( उसे बीच में ही टोकते हुए ) - और ये वॉइस......। ये वॉइस तो नील की है । ( कार से बाहर , अपने चारों ओर देखते हुए ) पर नील ......, नील तो मुझे कहीं नहीं दिख रहा .....!!!!

जय - क्योंकि मैम....., वो यहां हैं ही नहीं .....। बल्कि ये आवाज़ मेरे द्वारा आपके कानो तक पहुंच रही है .....।

कायरा ( नासमझ सी ) - व्हाट......???? ये क्या कह रहे हैं आप.....????

जय - मैम ......., ये एक आर्टिफिशियल मास्क है । जो कि मैंने इस लिए लगाया है , ताकि मिस्टर राजवीर ये न जान पाएं , कि मैं कौन हूं......। जी हां, ये मास्क हूबहू नील सर की तरह दिखता है । क्योंकि ये उन्हीं के चेहरे के शेप से मैच कर , बनाया गया है । अब रही बात वॉइस की .....। ( अपने मास्क को गर्दन की तरफ से थोड़ा सा ऊपर उठा कर, उसमें लगी छोटी सी चिप को कायरा को दिखाते हुए कहता है ) तो ये देखिए ....., ये चिप.......। इस चिप की वजह से मैं जो भी बोल रहा हूं , वो आपको नील सर की वॉइस की तरह सुनाई दे रहा है । क्योंकि मैम....., ये एक ऐसी इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस चिप है , जिसे लगाने के बाद आप किसी भी इंसान की वॉइस, हूबहू उससे मैच कर बोल सकते हैं । बस इस चिप में उस इन्सान की वॉइस कॉपी करनी होती है , उसके बाद आप इसे यूज कर सकते हैं । अब आप ही बताइए, अगर नील सर यहां है, तो आवाज़ भी उनकी ही होनी चाहिए , वरना मिस्टर राजवीर को डाउट होगा , कि मेरी आवाज़ नील सर की तरह क्यों नहीं है । इस लिए ये चिप मैंने अपने मास्क के साथ लगाई हुई है । और ये सब मिस्टर राजवीर से अपनी असली पहचान छिपाने के लिए मुझे करना पड़ रहा है । इस बारे में आरव सर को भी पता है । इससे ज्यादा मैं आपको इस बारे में , और कुछ नहीं बता सकता.....।

कायरा - पर ये सब आपको मिला कहां से ....???? और ये तो गलत है न ........., किसी और के चेहरे और वॉइस का इस्तेमाल करके , सामने वाले को बेवकूफ बनना , कानूनी अपराध भी तो हो सकता है ।

जय - मैम, शायद आप मेरे बारे में जानती नहीं है । मैं एक प्राइवेट सिक्योरिटी एजेंसी में, सिक्योरिटी मैनेजर हूं । इसके साथ ही, लोगों की सुरक्षा के लिए , और अपनी असली पहचान आम जानता से छुपाने के लिए , कानून ये सारी चीज़ें करने की अथॉरिटी हमें प्रोवाइड करता है । इस लिए मैं ये मास्क और चिप , यूज कर सकता हूं .......। मेरे जॉब के अंतर्गत ये अपराध नहीं है । पर हां...., इन चीज़ों को अगर आम जानता यूज करेगी , तो ये जरूर अपराध की श्रेणी में आएगा ।

कायरा ( जय की बात सुन , मन ही मन कहती है ) - ये तो सिक्योरिटी एजेंसी से है । और मैं पता नहीं इसे क्या - क्या समझ रही थी । ( जय से ) आई एम् सो सॉरी......। मैं आपको और आपके जॉब प्रोफेशन को नहीं जानती थी , इस लिए इतना सब कह गई ....। हो सके तो मुझे माफ़ कर दीजिए .......।

जय - इट्स ओके मैम.....। हमारे लिए ये कोई बड़ी बात नहीं है । हमारे साथ तो ये होता ही रहता है । जब लोग हमें ऐसा कुछ यूज करते देखते हैं , तो हमेशा हमें गलत ही समझते हैं । इस लिए आपको मुझसे माफ़ी मांगने की कोई जरूरत नहीं है । मुझे इस बात का बिल्कुल भी बुरा नहीं लगा । पर हां......, आप मेरी असली पहचान , किसी और के साथ शेयर मत कीजिएगा । वरना मेरी जॉब प्रोफेशन के लिए , कई खतरे खड़े हो सकते हैं । आई थिंक आप मेरी बात समझ गई होंगी .....।

कायरा ( मुस्कुराकर ) - जी ......, मैं अच्छे से समझ गई , कि मुझे आपकी की असली पहचान और जॉब प्रोफेशन को, यही पर, हमेशा के लिए भूल जाना है । मैं ये बात किसी को नहीं बताउंगी ।

जय उसकी बात पर मुस्कुरा दिया । और फिर दोनों ही आरव के वापस आते तक , और बहुत सी बातें करने लगे । पर जय ने कायरा को ये बिल्कुल भी नहीं बताया , कि उसे कायरा की सेफ्टी के लिए ही हायर किया गया है । क्योंकि आरव ने उसे इस बारे में , किसी को भी बताने से साफ मना करके रखा हुआ था ।

इधर आरव राजवीर के घर के अंदर आया । उसे राजवीर , अपने घर के लिविंग हॉल में ही बैठा मिल गया । मिसेज तिवारी किचेन में थी और मिस्टर तिवारी अपने घर के छोटे से ऑफिस में, अपने कंपनी से रिलेटेड कोई वर्क कर रहे थे । आरव ने जब राजवीर को , सोफे पर बैठे, सामने टेबल पर पैर फैलाए आराम से टीवी देख कर , हंसते हुए देखा , तो आरव का गुस्सा सातवें आसमान में पहुंच गया । नॉर्मल सी बात है , कि कोई भी गलत कांड करने वाला इन्सान दूसरों को अपनी हरकतों से परेशान करने बाद , अगर ऐसे आराम से बैठे एश कर रहा हो , तो सामने वाले का खून खौलना तो लाजमी है । आरव ने आव देखा न ताव और सीधे राजवीर के सामने आकर उसकी गर्दन पकड़ ली और उसे अपने हाथों से कसते हुए , तेज़ आवाज़ में बोला ।

आरव - मुझे बर्बाद करने की प्लानिंग करके , तू यहां एश कर रहा है ।

राजवीर ( अपनी गर्दन आरव की पकड़ से छुड़ाते हुए कहता है ) - ये क्या कह रहे हो तुम आरव ....???? मैंने तुम्हें बर्बाद करने की प्लानिंग कब की ??? और ये क्या तरीका है , मेरे ही घर में आकर मेरे साथ ऐसे बर्ताव करने का .....???

आरव ( गर्दन पकड़ कर ही उसे सोफे से उठाते हुए ) - तरीका तो तुम्हें आज मैं बताऊंगा ......, वो भी बहुत अच्छी तरह से.....। चल मेरे साथ .......।

इतना कह कर आरव राजवीर की कॉलर पकड़े , उसे घर से बाहर की ओर ले जाने लगता है । अभी वो दो कदम ही चले थे , कि राजवीर फिर से आरव से सवाल करता है ।

राजवीर ( आरव को रोकते हुए ) - पर मैंने किया क्या है ????

आरव ( अपने कदम रोक कर , राजवीर की तरफ देख कर , गुस्से से कहता है ) - मेरे बिजनेस मटेरियल बर्बाद करने के बाद , कायरा का किडनैप करवाने के बाद , तुम्हें अभी भी ये जानना है , कि तुमने किया क्या है ????

राजवीर ( भौचक्का सा आरव को देखते हुए ) - कायरा का किडनैप.....!!!! कायरा का किडनैप कब हुआ और किसने किया....????

आरव - किसने किया का क्या मतलब है राजवीर ....???? तुमने ही उसका किडनैप करवाया है , मुंबई पुणे हाईवे पर .....। बड़ी जल्दी भूल गए , लगता है याददाश्त बहुत कमजोर है तुम्हारी ....!!!!

राजवीर - पर मैंने कायरा का किडनैप नहीं करवाया है । और मैं भला , कायरा का किडनैप क्यों करवाऊंगा । मैं प्यार करता हूं उससे , इस लिए मैं ही उसे खतरे में क्यों डालूंगा .....???

आरव ( राजवीर के मुंह पर एक घूंसा जड़ते हुए ) - खबरदार , जो कायरा के लिए अपनी गंदी नज़रों को और अपनी गंदी सोच को , तुमने प्यार का नाम दिया तो.....। वरना तेरा वो हाल करूंगा , कि प्यार के नाम से ही दूर भागने लगेगा तू । और तुझे याद दिला दूं....., अभी कुछ दिन पहले तूने ही कायरा पर अटैक करवाया था । इस लिए तुम मेरे सामने , सीधा बनने की कोशिश तो मत ही कर राजवीर....।

राजवीर - मैं मानता हूं , कि मैंने तब कायरा पर अटैक करवाया था । लेकिन आज मैंने कायरा का किसी भी तरह का कोई भी किडनैप नहीं करवाया है । ट्रस्ट मी आरव .....!!!

आरव - सारे सबूत तुम्हारे खिलाफ हैं राजवीर .....। हमें मिले सारे साइन , तुम्हारी ओर ही इशारा कर रहे हैं । और इसके साथ ही , तुमने आज हमारे क्लाइंट को भेजे जाने वाला सारा फैक्ट्री का मटेरियल भी, डिस्ट्रॉय करवाया है ।

वो दोनो इस बारे में बात कर ही रहे थे , कि तभी मिसेज तिवारी किचेन से निकली और आरव को राजवीर का कॉलर पकड़े देख हैरान हो गईं, उन्होंने दोनों की लास्ट बहस सुन ली थी । इस लिए उनके चेहरे पर परेशानी के भाव आ गए और उनकी बहस सुनकर , उनके कान खड़े हो गए । उन्होंने तुरंत आरव और राजवीर के पास आकर कहा ।

मिसेज तिवारी - ये क्या कर रहे हो आरव ...??? और राजवीर , तुम किसके बारे में बात कर रहे हो ???? और आरव , तुमने मेरे बेटे का कॉलर इस तरह से क्यों पकड़ा हुआ है ???

आरव ( राजवीर को घूरकर ) - क्योंकि आपका बेटा इसी लायक है आंटी ।

मिसेज तिवारी - ये क्या कह रहे हो आरव तुम...???? कुछ तो शर्म करो , ये तुम्हारी भाभी का भाई है ।

आरव - इसी लाज शर्म के कारण तो अभी तक ये बचा हुआ था आंटी । पर आज ...., आज तो इसने हद ही पार कर दी । इसलिए अब तो मैं इसे, इतनी आसानी से नहीं छोड़ने वाला... ।

इतना कह कर आरव राजवीर को उसके घर से , उसे उसकी कॉलर पकड़कर घसीटते हुए बाहर की ओर ले जाने लगा ।

तभी मिसेज तिवारी ने मिस्टर तिवारी को आवाज़ लगाई और कहा ।

मिसेज तिवारी - तिवारी साहब ......, नीचे आइए .....। देखिए आरव कैसे हमारे बेटे को अपने साथ लेकर जा रहा है । प्लीज जल्दी नीचे आइए और इसे हमारे बेटे को अपने साथ ले जाने से रोकिये......। ( आरव से ) आरव तुम मेरे बेटे को इस तरह नहीं के जा सकते , छोड़ो उसे .....।

इधर मिस्टर तिवारी ने जब अपनी पत्नी की आवाज़ सुनी , तो तुरंत नीचे आए । पर नीचे का नज़ारा देख कर वे हैरान हो गए । वे तुरंत भागते हुए आरव के सामने आकर खड़े हो गए । आरव ने जब उन्हें अपने सामने देखा , तो वह रुक गया । मिस्टर तिवारी ने तुरंत उससे कहा ।

मिस्टर तिवारी - आप ये क्या कर रहे हैं आरव...???? राजवीर को इस तरह कॉलर से पकड़ कर क्यों और कहां लेकर जा रहे हैं ....????

आरव ( मिस्टर तिवारी की तरफ देख कर ) - माफी चाहूंगा मिस्टर तिवारी ......। पर आज आपके बेटे ने मुझे, खुद के साथ ऐसा सलूक करने पर, मजबूर कर दिया है । मैं आपकी बहुत इज्जत करता हूं अंकल जी , पर आज आपके बेटे ने ऐसा काम किया है , जिससे आपकी नजरें शर्म से झुक जाएंगी .....।

मिस्टर तिवारी ( हैरानी से ) - पर राजवीर ने किया क्या है आरव बेटे ....????

आरव - अंकल, आप भी ऑफिस चलिए । क्योंकि आज मैं आपको भी आपके बेटे की असलियत से अवगत कराना चाहता हूं । वहीं आपको पता चल जाएगा , कि आपके बेटे ने आज क्या किया है ......!!!!

इतना कह कर आरव राजवीर को पकड़ कर , घर के बाहर निकल जाता है । राजवीर खुद की कॉलर को , आरव से छुड़ाते हुए कहता है ।

राजवीर - मैंने कायरा का किडनैप नहीं करवाया है आरव ...। और तुम्हारे क्लाइंट को भेजे जाने वाला मटेरियल मैंने ही खराब किया है, इसका क्या प्रूफ है तुम्हारे पास....???? कहीं तुम ये सब , मुझे सबकी नजरों और स्पेशली कायरा की नज़रों में गिराने के लिए तो नहीं कर रहे हो ....????

आरव ( फीका मुस्कुराकर ) - कायरा की नज़रों में तुम्हारे अहमियत ही कितनी है , जो मैं तुम्हें उसकी नज़रों से गिराने की कोशिश करूंगा .....। और रही बात सबूतों की , तो ऑफिस चलो , सब कुछ दिखाता हूं फिर तुम्हें .....।

इतना कहकर वह राजवीर को अपनी कार के पास लेकर आता है । वह अपनी कार की मिडिल सीट का डोर ओपन करता है , और राजवीर को कायरा की सीट के ठीक पीछे बैठाता है और खुद उसके बगल में आकर बैठ जाता है । जबकि राजवीर उसे हैरानी से देख रहा होता है । राजवीर का पूरा ध्यान, आरव और उसकी कहीं गई बातों में था , इस लिए वह कायरा को देख ही नहीं पाता है और वह आरव की कहीं गई बातों के बारे में ही सोचने लगता है । कायरा जब राजवीर को अपने ठीक पीछे देखती है , तो उसे राजवीर हरकतें याद आती है । उसकी हरकतें याद कर , कायरा को उसपर बेहद गुस्सा आता है । और कायरा को उससे नफ़रत सी होने लगती है , इसी वजह से कायरा अपने पीछे मुड़ कर न ही राजवीर को देखती है और न ही आरव को । इसी वजह से राजवीर को ये पता ही नहीं होता है , कि उस कार में कायरा भी उन सबके साथ बैठी है । आरव नील , उर्फ जय से कार ऑफिस की ओर घुमाने के लिए कहता है और जय उसका ऑर्डर पाकर , कार तेज़ स्पीड से सड़कों पर दौड़ा देता है । मिस्टर तिवारी भी हड़बड़ी में अपनी कार में बैठ कर , आरव की कार के पीछे चलने लगते हैं । जबकि मिसेज शर्मा , परेशानी से अपने बेटे और पति को बस जाते हुए देख रही होती है ।

इधर आदित्य और नील विनय के घर पहुंचते हैं । उस वक्त विनय के सारे फैमिली वाले , अपने किसी रिश्तेदार के यहां गए होते हैं , इस लिए विनय घर पर अकेला होता है । आदित्य और नील विनय से बिना कुछ कहे , उसे उसके घर से उठाकर अपनी गाड़ी की डिग्गी में बंद करते है और उसे ऑफिस लेकर आते हैं । जबकि विनय को कुछ समझ ही नहीं आता है , कि आदित्य और नील उसके साथ ऐसे बिहेव क्यों कर रहे हैं और उसे कहां लेकर जा रहे हैं ......।

क्रमशः