Ahsaas pyar ka khubsurat sa - 63 books and stories free download online pdf in Hindi

एहसास प्यार का खूबसूरत सा - 63





मेहरा मेंशन के सामने मीडिया का तांता लगा था । बर्थडे पार्टी तो थी ही, लेकिन उससे ज्यादा बड़ी बात मीडिया वालों के लिए थी , शर्मा कंपनी ( आरव की कंपनी ) के साथ डील । जिसके पिक्चर्स कैप्चर करने , छोटे से छोटे और बड़े से बड़े न्यूज चैनल्स के रिपोर्टर्स इकट्ठा हुए थे । आरव ने जब मीडिया वालों को देखा , तो कार रोक दी और मीडिया की तरफ ही देखते हुए कायरा से बोला।

आरव - यहां मीडिया वालों ने डेरा जमा रखा है। हमें इनकी नजरों में आए बिना ही अंदर जाना होगा , क्योंकि मैं इस वक्त इनसे मुखातिब होने के मूड में नहीं हूं । इनके सवालों के जवाब देना मुझे पसंद ही नहीं है ।

आरव की आवाज सुन, कायरा जैसे होश में आई और उसने भी आरव की नजरों का पीछा कर , मीडिया की तरफ देखा , जिनका ध्यान इस वक्त मेंशन में आने जाने वालों पर था , बहुत से बिजनेस से रिलेटेड बड़े - बड़े नामी हस्तियों को उन्होंने अपने घेरे में रखा हुआ था और बस किए जा रहे थे अपने मतलब के सवाल । जो कि अक्सर आरव जैसे लोगों के लिए बेफिजूल ही होते हैं । इतनी सारी मीडिया को देखकर कायरा थोड़ा घबरा गई । ये सोचकर , कि कहीं मीडिया उनकी तरफ न आ जाए और सवालों की बौछार न लगा दे । कायरा ऐसे मीडिया वालों के कैमरास के सामने कभी आई नहीं थी , इस लिए उसका इस तरह घबराना लाजमी था । दूसरा उसे ये डर भी था , कहीं मीडिया वाले आरव और कायरा को साथ देख, उनकी तस्वीर खींच कर न्यूज चैनल्स पर अजीब - अजीब खबरों के साथ न छाप दें , जैसा कि उसने टीवी सीरियल्स और फिल्मों में होते देखा था । कायरा ये सब देख घबराई जा रही थी और इसी घबराहट में उसने अनजाने में ही , बगल में गेयर पर रखे आरव के हाथ को कस कर थाम लिया और फिर वह दूसरे हाथ के नाखूनों को दांतों से लगातार चबाए जा रही थी । आरव तब आदित्य को कॉल कर रहा था , कि वो इस वक्त हैं कहां...?? जानने के लिए । इससे पहले कि डायल किया हुआ मोबाइल फोन आरव कान से लगाता, कायरा ने उसके हाथ पर हाथ रख दिया था । कायरा का स्पर्श पाते ही आरव जड़ हो गया और दिल की धड़कने रफ्तार पकड़ने लगी । आरव ने कायरा की तरफ देखा , तो पाया कि वह काफी घबराई हुई लग रही थी , लेकिन उसके बाद भी कायरा के चेहरे से बेतहाशा मासूमियत टपक रही थी , आरव का ध्यान न उसके लुक पर गया और न ही उसके नए अवतार पर , उसका ध्यान बस इस वक्त कायरा के चेहरे पर दिख रही मासूमियत पर था , जिसमें वह खोने लगा था । तभी उसके कानों में हल्की आवाज आई, उसने अपनी नजरें कायरा से हटाई , तो उसे आभास हुआ कि आवाज फोन से आ रही है । उसने आदित्य को जो कॉल डायल की थी , वो लग चुकी थी , जिसका होश आरव को नहीं था । आरव ने फोन कान से लगाया और कहा।

आरव - कहां है तू आदि..???? यहां मेन डोर पर मीडिया का जमावड़ा लगा है और तुझे पता है कि मुझे ये सब नहीं पसंद ।

आदित्य - हां....., जनता हूं मैं । इसी लिए मैं, नील और राहुल पहले ही आ गए । तू मीडिया वगेरह की टेंशन मत ले , उनको राहुल संभाल लेगा । कहां है अभी ये बता..???

आरव - मेन डोर में जमी हुई मीडिया से थोड़ी दूर में ।

आदित्य - ओके....., तू ठहर वहीं , मैं आता हूं ।

आरव ने कॉल कट कर दिया और कायरा को बताया , कि आदित्य आ रहा है । आदित्य के आते ही दोनों कार से बाहर निकले । आदित्य ने कार की चाबी, वहीं खड़े गार्ड को कार पार्क करने को दे दी , और दूसरे गार्ड को गाड़ी में रखा आरव का सारा सामान लाने को कहा । उसके बाद आदित्य ने दोनों को दूसरे दरवाजे से चलने को कहा , और तीनों उस ओर बढ़ गए । वहां पर मिस्टर मेहरा , जो कि लगभग मिस्टर शर्मा की उम्र के थे, आरव लोगों का वेट कर रहे थे । उन्हें देखते ही आरव भी उनकी तरफ बढ़ गया । कायरा हील्स में ढंग से चल नहीं पा रही थी , ऊपर से पहली बार साड़ी पहनी थी , तो उससे वो संभाली नहीं जा रही थी । किसी तरह अपनी साड़ी संभाले कायरा उन लोगों तक पहुंची । मिस्टर मेहरा और उनकी वाइफ ने तीनों का वेलकम किया । तब तक राहुल और नील भी पहुंच चुके थे । सभी को अपने घर की पार्टी में आया हुआ देख , मिस्टर मेहरा और उनकी वाइफ काफी खुश हुए । दोनों उसी दरवाजे से सभी को अंदर लेकर गए । जहां पार्टी हो रही थी , वहां पर मीडिया नहीं थी , बल्कि बड़े - बड़े बिजनेस मैन एंड विमेंस थे । अंदर पहुंचते ही आरव लोगों से घिर गया । जबकि कायरा अपनी साड़ी संभाले धीरे - धीरे उन चारों के पहुंचने के थोड़ी देर बाद पार्टी हॉल में पहुंची।

कायरा के हॉल में पहुंचते ही सभी मेहमानों की नजरें कायरा पर टिक गई , जैसे पहली बार सबने इतनी खूबसूरती देखी हो । उसके साथ ही दो जोड़ी नजरें भी बस कायरा को ही देख रही थी , एक गुस्से से तो एक दिवानगी की नजरों से । कायरा हॉल में पहुंचने के बाद इधर - उधर देखने लगी । आरव सभी से बात कर रहा था , तो मिस्टर मेहरा बोले ।

मिस्टर मेहरा - थैंक्स फॉर कमिंग मिस्टर शर्मा । नाइस टू मीट यू ।

आरव ( मुस्कुराकर ) - मुझे भी आपसे मिलकर बहुत अच्छा लगा ।

तभी मिस्टर मेहरा की नज़र कायरा पर गई , जो अजनबियों सी खड़ी हॉल और उसकी सजावट को देख रही थी । उसे देखते ही मिस्टर मेहरा ने कहा ।

मिस्टर मेहरा - अरे ....., मिस गर्ग आप वहां क्या कर रही हैं । ( अपनी पत्नी से ) जाइए...., उन्हें लेकर आइए ।

मिसेज मेहरा कायरा के पास चली गई और मिस्टर मेहरा के कहते ही आरव की नजरें कायरा की तरफ घूम गई । और बस......, कायरा को देखते ही दिल इतना जोरों से धड़कने लगा उसका, कि उसकी आवाज खुद आरव भी महसूस करने लगा । उस ब्लैक साड़ी में लिपटी कायरा , किसी ब्लैक डायमंड से कम नहीं लग रही थी । आरव तो बस उसे देखता ही रहा , और तब तक कायरा मिसेज मेहरा के साथ आकर उसके सामने खड़ी हो गई । जब सारे दोस्तों ने आरव को ऐसे एक टक कायरा को देखते देखा , तो दबी हंसी हंसने लगे । नील ने आरव के कंधे को अपने कंधे से हल्का धक्का दिया और धीरे से दबी आवाज में कहा ।

नील - नजरें हटा ले, तेरी ही है । ऐसे घुरेगा उसे , तो क्या सोचेगी तेरे बारे में वो, जैसे कभी उसे देखा ही न हो....।

नील की बात सुनने के बाद आरव कायरा की तरफ देखता है और महसूस करता है, कि कायरा वाकई उसकी नजरों से असहज हो रही थी और वो अपनी नजरें नीचे कर लेता है। तभी वहां पर मिस्टर मेहरा का बेटा अनिकेत आता है, वह कायरा को बहुत ही अजीब नजरों से देख रहा था । वह वहां आते ही आरव से हाथ मिलाता है और कहता है।

अनिकेत - नाइस टू मीट यू मिस्टर आरव शर्मा ....!!!! काफी खुशी हुई आपसे मिलने के बाद, बहुत-बहुत धन्यवाद आपका , कि आपने अपने बिजी शेड्यूल में से कुछ वक्त यहां आने के लिए निकाला ।

आरव - आना तो था ही मिस्टर मेहरा ने आखिर इतना इंसिस्ट जो किया था ।

मिस्टर मेहरा - हां किया था , पर मुझे नहीं लगा था, कि आप आएंगे...। क्योंकि आप जैसे बिजनेसमैन के पास इतना समय नहीं होता, कि आप इन बिजनेस पार्टीज में आ सके ।

आरव - जी नहीं......, ऐसी बात नहीं है । वैसे सच कहूं...., तो मैं बिजनेस पार्टी में जाना पसंद नहीं करता, लेकिन आपने इतना इंसिस्ट किया, फिर आदित्य के हाथ कार्ड भिजवाया, उसके बाद फिर कॉल कर भी इन्वाइट किया, तो मुझे भी आना ही पड़ा ।

मिस्टर मेहरा ( हैरानी से ) - मैंने आपको कॉल किया ...!!!कब ..????

आरव - कल दोपहर में ......,आप ही का तो फोन आया था और मुझे और कायरा को यहां आने के लिए आपने काफी इंसिस्ट किया था , इसलिए मुझे अपनी कुछ मीटिंग्स पोस्टपोन करनी पड़ी और कुछ मीटिंग जल्दीबाजी में ही कंप्लीट कर दी गई और हमें ( कायरा की तरफ इशरा कर ) आपने ही तो इतना ज्यादा इंसिस्ट किया , इसी लिए हम कायरा के साथ यहां आए ।

मिस्टर मेहरा - पर मैंने तो ऐसा कोई कॉल नहीं किया....।

मिस्टर मेहरा की बात सुनकर आरव सोच में पड़ गया, तभी अनिकेत ने कहा ।

अनिकेत - सॉरी डैड....!!! मैंने कॉल किया था मिस्टर आरव को ।

मिस्टर मेहरा ( हैरानी से ) - तुमने ...?????

अनिकेत - या डैड....!!! मुझे लगा, कि शायद मिस्टर आरव किसी कारणवश पार्टी में न आ पाएं , तो मैंने सोचा एक बार मैं उन्हें खुद इंसिस्ट करूं , ताकि वे यहां आने से खुद को रोक न पाएं....।

मिस्टर मेहरा ( मुस्कुराकर ) - अगर ऐसी बात है, तो बहुत अच्छा किया तुमने , इसी बहाने मिस्टर शर्मा से मुलाकात हो गई , और साथ में मिस गर्ग से भी ।

आरव (अनिकेत से, कुछ सोचते हुए ) - तभी मैं कंफ्यूज था , मिस्टर मेहरा और उस आवाज को लेकर .......। खैर अच्छा लगा आपसे मिलकर ।

अनिकेत मुस्कुरा देता है, फिर अनिकेत कायरा की तरफ देखता हैं, जो कि काफी खूबसूरत लग रही थी और शांत खड़ी थी । अनिकेत उसकी तरफ हाथ बढ़ाता है और उसे हाय कहता हैं , कायरा बदले में सिर्फ नमस्ते कहती है , लेकिन उससे हाथ नहीं मिलाती। अनिकेत को यह बात बहुत बुरी लगती है, जबकि आरव मुस्कुरा देता हैं । तभी मिस्टर मेहरा कायरा से कहते हैं ।

मिस्टर मेहरा ( मुस्कुराकर ) - बहुत सुना है आपके बारे में मिस गर्ग, काफी अच्छी डिजाइंस ड्रॉ कर लेती हैं आप । सिर्फ मैं ही नहीं....., काफी कंपनी आपकी डिजाइंस की तारीफ करती हैं । अगर हम ये कहें...., कि मुंबई में न्यू फैशन डिज़ाइनर आ गई है, तो शायद गलत नहीं होगा ।

कायरा मुस्कुरा देती है फिर कहती है ।

कायरा - ये तो आप सभी का बड़प्पन है, जो आप मेरी कलाकारी की तारीफ में ऐसा कह रहे हैं । बहुत-बहुत थैंक यू …...., मेरी इतनी तारीफ करने के लिए । पर सच कहूं......, मैं मुंबई की कोई न्यू फैशन डिजाइनर नहीं हूं, बल्कि मैं ( आरव की ओर इशारा करते हुए ) इनकी कंपनी की एक नॉर्मल सी एंप्लोई हूं, बस इससे ज्यादा और कुछ नहीं । मेरा काम आप सभी को अच्छा लगा, उसके लिए बहुत-बहुत थैंक यू और तहे दिल से शुक्रिया ।

कायरा की बात सुनकर जहां आरव अपने आपको गर्वित महसूस करता है , वहीं मिस्टर मेहरा और बाकी लोग कायरा का जवाब सुनकर मुस्कुरा देते हैं । फिर आरव मिस्टर मेहरा से बात करने लगता है । साथ ही मिसेज मेहरा कायरा को और बिजनेसमैन लेडीस से और बिजनेसमैन लोगों से मिलाती है । तब तक राहुल भी आ जाता है । मिस्टर मेहरा भी कुछ देर बाद चारों को अपने परिचितों से मिलाने ले जाते हैं । सभी आरव से मिलकर बहुत खुश थे । वहां आए सभी बिजनेस मैन और विमेंस सभी कायरा , आरव और उनके दोस्तों से मिलने के लिए बहुत उत्सुक थे और अब मिलने के बाद काफी खुश थे । वही अनिकेत साइड में बने हुए बार की तरफ आता है, जहां पर मिशा बैठी हुई थी । वो दो जोड़ी आंखें अनिकेत और मिशा की ही थी , जो कि लगातार कायरा को घूर रही थी । मिशा ने जब कायरा को सब से मिलते हुए और इतनी सुंदर रूप में देखा, तो वह मन ही मन जल उठी, क्योंकि आज कायरा काफी खूबसूरत लग रही थी । अनिकेत मिशा के पास आकर बैठा, तो मिशा गुस्से से उसकी तरफ मुड़ी और कहा ।

मिशा - काफी खुश लग रहे थे तुम उसके साथ । अनिकेत...!!!!! भूल गए कि हमने क्या प्लान किया था ??

अनिकेत ( मिशा की तरफ देखकर ) - आर यू श्योर...!!

मिशा - तुम्हें अभी भी लग रहा है, कि मैं उसे लेकर डाउटफुल हूं ..????

अनिकेत - हां मुझे लग रहा हैं, क्योंकि वह कितनी सीधी लड़की है और कितनी अच्छी भी, फिर तुम उसे क्यों टारगेट करना चाहती हो ..???

मिशा ( गुस्से से जबड़ा भींचते हुए ) - तुम्हें मैंने पहले भी बताया है ना, कि मैं आरव से कितना प्यार करती हूं....!!! ( कायरा की तरफ इशारा कर ) और वह जो लड़की जिसे तुम सीधी कह रहे हो, वह बहुत ही चालबाज लड़की है, उसने मेरे आरव को मुझसे छीन लिया, उसकी दोस्ती मुझसे छीन ली , वे सब घूमने गए लेकिन मुझे आरव से मिलने तक नहीं दिया । इनफैक्ट वह हर वक्त आरव के साथ रहती है और आरव भी उसे पसंद करने लगा है, जो कि मेरे बर्दाश्त के बाहर है । मैं बर्बाद होते देखना चाहती हूं उसे , उसके ईगो को मैं जमीन पर लाना चाहती हूं ।

अनिकेत ( उसे समझाते हुए ) - आई थिंक तुम ओवररीक्ट कर रही हो....।

मिशा ( अनिकेत पर नजरें गड़ाए हुए ) - कुछ वक्त पहले मिली हुई लड़की, बरसों की दोस्ती पर भारी पड़ गई...???

इस बात पर अनिकेत उसकी तरफ हैरानी से देखता है ।

मिशा - सही तो कह रही हूं ....। कुछ देर पहले ही तुम उससे मिले हो और तुम अब मेरी बात पर शक कर रहे हो । तुम्हें विश्वास नहीं हो रहा , कि मैं सच कह रही हूं ....!!!!

अनिकेत ( मिशा के हाथ पर हाथ रखकर ) - मैंने ऐसा कब कहा, कि मुझे तुम पर ट्रस्ट नहीं है ....!!!! तुम तो जानती हो मैं तुम पर कितना ज्यादा ट्रस्ट करता हूं । तुम्हीं ने कहा और तुम्हारे कहते ही मैंने कल आरव को कॉल कर दिया और इंसिस्ट किया उसे कायरा को साथ लाने के लिए और तुम कह रही हो, कि मैं तुम पर ट्रस्ट नहीं करता । अगर ट्रस्ट नहीं करता तो फिर मैं उन्हें कॉल क्यों करता..???

मिशा ( अपना हाथ अनिकेत की पकड़ से छुड़ाकर , बेपरवाही से बोली ) - व्हाटएवर अनिकेत ...!!!! बट अभी जो तुमने कहा......., वह सरासर गलत है । तुम नहीं जानते उसे, मैं बहुत अच्छे से जानती हूं । वह मुझसे आरव को छीनना चाहती है और अब आरव भी उसी की बोली बोलता है । उसके आने के बाद से तो आरव अब मेरी तरफ देखता ही नहीं, इनफेक्ट उसे तो याद भी नहीं है शायद , कि उसकी कोई मिशा नाम की दोस्त भी है ।

अनिकेत मिशा की बात सुनकर चुप हो जाता है और मिशा कायरा की तरफ बढ़ जाती है । अनिकेत मिशा को देखते हुए मन ही मन कहता है ।

अनिकेत - काश कि तुम भी समझ पाती , कि मैं तुम्हें कितना चाहता हूं ..!!!!! मैं तुम्हें चाहता हूं , तुम्हें पसंद करता हूं ......, इसीलिए मैंने कल इतना बड़ा रिस्क लिया, वरना शायद मैं कभी ऐसा नहीं करता । यह सब मैं किसी के लिए नहीं करता, खुद के किसी अपने के लिए भी नहीं......, पर तुम्हारे लिए मैंने यह किया और डैड से भी सारी बातें छुपाई है, बट तुम तो.......!!!!! खैर जाने दो......, जो मेरी किस्मत में नहीं, उस पर बोलना ही क्या......।

अनिकेत मिशा को बचपन से ही पसंद करता था । हमेशा उसके साथ खेलता था और हमेशा वह लोग साथ रहते थे । मिशा की दोस्ती कॉलेज टाइम से अलग हुई है ,जबकि उसके पहले हमेशा अनिकेत ही उसका दोस्त रहा है और फिर आरव के उसके जिंदगी में आ जाने के बाद से , मिशा अनिकेत से कटी - कटी सी रहने लगी । लेकिन अनिकेत मिशा को काफी पसंद करता था, वह उसकी और अपनी शादी की बात बहुत जल्द अपने डैड से करने वाला था, लेकिन जब कल मिशा ने उसे आरव को पाने के लिए ये सब करने को कहा और जब उसने रीजन पूछा, तो मिशा ने बताया कि वह आरव को पसंद करती है और उसके साथ ही अपना जीवन व्यतीत करना चाहती है, तो काफी बुरा लगा अनिकेत को । लेकिन दोस्ती थी उनके बीच, पसंद करता था अनिकेत उसे , इसलिए उसने हां कहा और मिशा के प्लान में उसकी हेल्प की । यहां मिशा कायरा के पास पहुंचती है , जबकि आरव और बाकी सारे दोस्त, लोगों से बातें कर रहे थे । जब मिशा कायरा को देखती है, तो उसे बहुत गुस्सा आता है, पर वह अपने गुस्से को कंट्रोल कर कायरा के पास जाती है , जो कि किसी से बात कर रही थी । फिर उसे हाय कहती हैं, जबकि कायरा बात करने में इतनी बिजी थी, कि वह देख नहीं पाती , तो मिशा कायरा के कंधे पर हाथ रख देती है । कायरा तुरंत पलटती है , पर मिशा को वहां देख कर उसकी भौहें तन जाती हैं । कायरा हैरानी से मिशा की तरफ देखकर कहती है ।

कायरा - तुम ........., तुम यहां कैसे ...????

मिशा ( हाथों की घड़ी बनाकर ) - यही बात मैं तुमसे भी पूछ सकती हूं....????

कायरा अब उसी के अंदाज में अपने दोनों हाथ बांधकर कहती है।

कायरा - शायद तुम भूल रही हो, कि मैं यहां इनवाइट की गई हूं , वह भी बतौर आरव की कंपनी की सदस्य होने पर । अब तो तुम्हें यकीन हो गया होगा, मैं यहां क्यों आई हूं..!!! अब तुम बताओ, कि तुम यहां कैसे ....????

मिशा ( फीकी हंसी हंसते हुए ) - बताने में तो मैं तुम्हें इंटरेस्ट नहीं रखती , पर फिर भी तुम बार-बार पूछ रही हो तो बता ही देती हूं ....। अनिकेत मेहरा ......., अनिकेत मेहरा मेरा बेस्ट फ्रेंड है और उनके घर की किसी भी पार्टी में मैं शामिल ना होऊं, ऐसा तो कभी हो ही नहीं सकता ।

कायरा - यह तो बहुत अच्छी बात है , सो लेट्स एंजॉय..। इंजॉय करो तुम ......।

मिशा ( कायरा पर नजरें गड़ाकर ) - इंजॉय करने ही तो आई हूं.....। वैसे काफी खूबसूरत लग रही हो तुम...।

कायरा ( मुस्कुरा कर ) - थैंक यू वेरी मच....। तुम भी काफी अच्छी लग रही हो ।

मिशा ( इतराकार ) - वो तो लगूंगी ही...., आखिर ब्रांडेड कपड़े जो पहने हैं मैंने ।

कायरा सिर्फ मुस्कुरा देती है तो मिशा कहती हैं ।

मिशा ( थोड़ी गुस्से से कायरा को घूरते हुए ) - तुम सुधर नहीं सकती ना कायरा...!!??

कायरा ( नासमझ सी ) - व्हाट डू यू मीन बाय ......,सुधर नहीं सकती ....???

मिशा ( गुस्से से ) - रात दिन आरव के आगे पीछे घूमना, उसके साथ रहना, यह सब क्या है ....???? शायद तुम भूल रही हो कि मैं आरव को तुमसे ज्यादा चाहती हूं ....।

तो कायरा मुस्कुरा कर कहती है ।

कायरा - शायद तुम भूल रही हो, कि मैंने कल तुमसे क्या कहा था ....!!!! अगर तुम भूल गई हो, तो तुम्हें याद दिला दूं .......????

कायरा के इतना कहते ही मिशा कल की बात याद करने लगती है, जब कायरा मिशा के घर आई थी ।

राजवीर के जाने के बाद...........

मिशा अनिकेत से कल आरव और कायरा को पार्टी में इनवाइट करने के बारे में कह कर अपने रूम में आती है और फिर कुछ काम करने लगती है । तभी कायरा उसके घर आती है । नौकर से पूछने पर पता चलता है , कि मिशा अपने रूम में है । कायरा मिशा के रूम में चली जाती है । मिशा के रूम का दरवाजा खुला था, तो कायरा बिना नॉक किए ही अंदर आ गई । जब वह अंदर आई, तो उसने देखा , मिशा आरव की तस्वीर लिए बैठी थी। यह देखकर कायरा को बहुत गुस्सा आता है......, क्यों ..???यह तो कायरा नहीं जानती थी, पर हां उसे बहुत गुस्सा आया था । शायद यह जलन के कारण हो.....। प्यार की वह पहली मीठी सी जलन। हां ......,यह वही तो थी । कायरा जैसे ही रूम में इंटर करती है उसे टूटा हुआ फ्लावर वॉस दिखाई देता है, उसे देखते हुए कायरा मिशा से कहती हैं ।

कायरा - तुम्हें गुस्सा कुछ ज्यादा ही आता है क्या ...???

कायरा की आवाज सुनकर मिशा कायरा की तरफ देखती हैं और उसे अपने रूम में देख कर हैरान हो जाती हैं । वह तुरंत बेड से उठती है और आरव की तस्वीर बिस्तर पर रखते हुए कहती है ।

मिशा - तुम यहां कैसे .......????

कायरा ( टेढ़ा मुस्कुराकर ) - वैसे ही.......। जैसे आया जाता है ........।

मिशा ( गुस्से से ) - तुम्हारी हिम्मत कैसे हुई मेरे रूम तक आने की ...???? ( तेज़ आवाज़ में ) रामू........., रामू.........!!!!! अभी इसे............।

कायरा ( उसकी बात बीच में काट कर ) - रिलैक्स मिशा....। इतना पैनिक होने की कोई जरूरत नहीं है । तुम्हारे नौकर को यह पता है , कि मैं तुम्हारी दोस्त हूं । अब दोस्त को कोई इस तरह बाहर भेजे .…......, शोभा तो नहीं देता न...!!!! वो भी तुम जैसी लड़की को ......।

मिशा ( अपना गुस्सा दबाकर ) - करने क्या आई हो तुम यहां ...????

कायरा - आगाह करने.......!!!! आगाह करने आई हूं तुम्हें मैं.......।

मिशा ( हैरानी से ) - मतलब क्या है तुम्हारा....??? यहां आकर कुछ भी अनाप-शनाप बोलने की कोशिश भी मत करना, क्योंकि मैं तुम्हारी बातों पर बिल्कुल भी भरोसा नहीं करने वाली ।

कायरा - मैंने कब कहा ...???? कि तुम मेरी बातों पर भरोसा करो ....!!!! इनफेक्ट मुझे भरोसा नहीं हो रहा है, कि तुम इस हद तक गिर सकती हो ।

मिशा - कहना क्या चाहती हो तुम ...?????

कायरा - बहुत अच्छे से जानती हो तुम, मैं क्या कहना चाहती हूं.....।

मिशा - साफ-साफ कहो......, बात को गोल - गोल घुमाओ मत ।

कायरा ( मिशा के चेहरे पर नजरें गड़ाकर ) - ओके देन , तो सुनो........। मेरी किडनैपिंग के पीछे तुम्हारा ही हाथ है ........।

मिशा उसके कहने से ही हैरान होकर उसे देखने लगती है, फिर तुरंत अपनी नजरें इधर - उधर करने लगती है और कहती है ।

मिशा - नहीं .......। बिल्कुल भी नहीं । ( नजरें चुराते हुए ) तुमसे यह किसने कहा ....???? विनय .........,विनय ने कहा ....????? वो झूठा है , वह मुझे फंसा रहा है । मैंने तो ऐसा कुछ किया ही नहीं ।

कायरा ( मिशा की ओर बढ़ते हुए ) - पर मैंने तो विनय का नाम लिया ही नहीं ।

मिशा अब बुरी तरह सकपका जाती है और डर के मारे अपनी नजरें जमीन पर तो कभी दीवारों पर टिका लेती है । कायरा उसकी हरकतें देखते हुए , उसके सामने हाथ बांधकर खड़े होते हुए कहती है ।

कायरा - चोर की दाढ़ी में तिनका ...., यह कहावत सुनी तो होगी न तुमने....????

मिशा उसकी तरफ हैरानी से देखने लगती है , कि आखिर कहना क्या चाहती है कायरा ।

कायरा - सुनी होगी ....., तभी तो तुमने मेरी तरफ देखा । मैंने तो विनय का नाम लिया ही नहीं था , पर तुमने तो खुद ही उसका नाम ले लिया । अब तुम सच मुझे खुद बताओगी या फिर मैं तुम्हें अपने तरीके से सच सुनाऊं...??

मिशा ( गुस्से से ) - जब मैंने कुछ किया ही नहीं , तो तुम क्यों मुझे जबरदस्ती टॉर्चर कर रही हो ..????

कायरा ( मुंह पर हाथ रखकर हंसते हुए ) - तुम्हें भला कौन टॉर्चर कर सकता है मिशा....!!!! जो खुद दूसरों को टॉर्चर करती हो । ( फिर नॉर्मल होकर दोबारा अपने हाथ बांधते हुए ) चलो, तुम नहीं बताना चाहती, तो कोई बात नहीं । मैं ही तुम्हें बता देती हूं …....., विनय को तुमने ही कहा था न , रेहान भाई लोगों का पीछा करने के लिए..?? और वही तुम्हें सारी इनफार्मेशन दे रहा था । ( कायरा की बात सुनकर मिशा कुछ नहीं कहती , शांति से बस जमीन में नजरें गड़ाए खड़ी रहती है ) उसके बाद तुमने प्लानिंग की और जब तुम्हें पता चला कि हम तुम्हें इनवाइट नहीं कर रहे हैं , तो तुमने अपनी एक नई चाल चली और मुझे किडनैप करवाया , है ना ....???? शायद तुम्हें पता है या नहीं पर मैं बता देती हूं , पार्क में भी तुम मेरा पीछा करवा रही थी....। तभी तो तुम्हें पता चला, कि हम कहां हैं...., किस वक्त....वहां से निकले..!!! ( मिशा हैरान नजरों से उसे देखती है, कि " इसे इतनी गहराई से सारी बातें कैसे पता " । कायरा मिशा की तरफ देखती है और कहती है ) यही सोच रही होगी ना , कि मुझे यह सब कैसे पता चला......???? आखिर तुम ही नहीं हो , जो सब पर नजर रखती हो या चुटकी बजाते ही, सारी चीजें पता कर सकती हो , कि कौन कहां है .......कौन क्या कर रहा है..? हम भी यहां सारी चीजें पता कर सकते हैं ,और आज के जमाने में तो यह सब पता करना बहुत ही आसान होता है। ये बात तुमसे बेहतर तो कोई जान ही नहीं सकता, है न मिशा..!!!!!

मिशा ( गुस्से से ) - तुम्हें ये सब बताया किसने ...?????

कायरा - बताती हूं .........., सब बताती हूं ......। यह बात सिर्फ मुझे ही नहीं , बल्कि आदित्य और रेहान भैया, दोनों को पता है और शायद अब तक सारे दोस्तों को भी पता चल गई होगी ।

मिशा ( कायरा की तरफ देखते हुए ) - क्या आरव को भी यह बात पता है ...????

कायरा ( मिशा की आंखों में देखते हुए ) - अगर तुम चाहो, तो मैं बता सकती हूं .....। पर फिलहाल मैंने कुछ नहीं बताया है उन्हे । ना ही उनके दोस्तों ने उन्हें कुछ बताया है और ना ही कभी बताएंगे । लेकिन अगर तुम अपनी हरकतों से बाज़ नहीं आई , तो मैं जरूर उन्हें तुम्हारे मुखौटे के पीछे का सच बताऊंगी ।

मिशा ( कायरा की तरफ बढ़ते हुए ) - तुम ऐसा कुछ नहीं करोगी......।

कायरा - करने को तो मैं बहुत कुछ कर सकती हूं....। जब मैं तुम्हारे घर आ सकती हूं , तुम्हारे बारे में इतना कुछ पता कर सकती हूं, तो फिर मैं आरव को सच भी बता सकती हूं । लेकिन उन्हें तकलीफ होगी जानकर, इस लिए मैंने अब तक उन्हें कुछ नहीं कहा । और तुम्हारे लिए ये वार्निंग भी है, कि तुम शायद अपनी गलतियों से सीख लो और अपनी गलती सुधार लो । इसीलिए मैं तुम्हें यहां समझाने आई हूं । वैसे काफी अच्छा प्लान बना लेती हो तुम , पर अफसोस........, कि वो कभी सक्सेस नहीं होते । हमेशा फेल हो जाते हैं । रीजन ............, क्योंकि तुम बुराई की राह पर चल रही हो ।

मिशा ( गुस्से से कायरा को उंगली दिखा कर ) - तुम मुझे यहां पर बुराई और अच्छाई का पाठ पढ़ाने आई हो क्या...???? जो चिपक गई हो यहां पर....। अगर ऐसा है, तो प्लीज ........., मैं इस वक्त बिलकुल भी मूड में नहीं हूं तुम्हारी बकवास ज्ञान सुनने के ।

कायरा - काश कि मैं तुम्हें यही ज्ञान सुनाती और तुम उसे सुनने के साथ , अपनी लाइफ में भी फॉलो करती , तो कितना अच्छा होता न मिशा..???

मिशा - डोंट यू डेयर कायरा गर्ग.....। साफ - साफ क्यों नहीं कहती तुम , कि तुम मुझसे यहां ये कहने आई हो कि मैं आरव से दूर रहूं । तुम मुझे उससे दूर करना चाहती हो ।

कायरा ( शांत लहजे में ) - पर मैंने तो ऐसा नहीं कहा... ।

मिशा - किसे बेवकूफ बना रही हो तुम , मुझे..??? क्या मैं नहीं जानती कि तुम आरव के आस - पास दिनभर रहने के बहाने ढूंढती रहती हो , इसी लिए तो तुमने ऑफिस ज्वाइन किया है उसका।

कायरा ( चिढ़ कर ) - तुम्हें कुछ ज्यादा पता नहीं है मिशा, मेरे बारे में..???

मिशा - मुझे तो वो भी पता है , जो तुम सबसे छुपाती हो ( इस बात पर कायरा उसकी तरफ देखी है ) हैरान मत हो, बाहर वाले नहीं जानते, पर तुम तो जानती हो , इनफेक्ट अच्छे से जानती हो...।

कायरा - क्या जानती हूं मैं..??

मिशा - यही कि तुम आरव को पसंद करने लगी हो ..।

कायरा ( उसकी बात बीच में काट कर ) - ऐसा कुछ भी नहीं है....तुम....।

मिशा ( तेज़ आवाज़ में ) - ऐसा ही है जैसी मिस कायरा गर्ग...। और तुम आरव को नहीं , बल्कि उसके पैसे , रुतबे , शोहरत इन सबको पसंद करती हों, और यही वजह है कि तुम उसे मुझे दूर रखना चाहती हो , क्योंकि मैं असलियत बता दूंगी न तुम्हारी उसे । राजवीर के खेल का मोहरा बनना तुम्हारा अपना प्लान है और बस एक सीधी - साधी लड़की बन कर आरव और उसके दोस्तों की इनोसेस का फायदा उठा रही हो । और ढोंग रच रही हो , आरव से प्यार करने का , जिसके कारण आरव का हर दोस्त ये समझ रहा है , कि तुम आरव को पसंद करती हो , प्यार करती हो उससे, जबकि सच तो ये है कि तुम सिर्फ फायदा उठा रही हो उसके इनोसेंस नेचर का , झूठा प्यार का दिखावा कर रही हो तुम , जिसे सब सच मान रहे हैं। और तुम अपने आपको अच्छा साबित करने ही आई हो यहां , ताकि आदि और रेहान तुम्हें आरव के लिए फिक्रमंद देखे , तो उन्हें ये प्रूफ हो जाए, कि तुम आरव के लिए परफेक्ट हो , क्योंकि प्यार करने के लिए फिक्रमंद होना पहली सीढ़ी होती है , एम आई राइट न कायरा...???

मिशा की बातें कायरा के बर्दास्त से बाहर हो रही थीं , उसकी बातें सुनकर कायरा की मुट्ठियां कसती जा रही थी, पर इसके उलट मिशा तो बस बोले जा रही थी । तंग आकर कायरा ने तेज़ आवाज़ में गुस्से से कहा ।

कायरा - हां......, हां......, हां.......। करती हूं मैं प्यार...., बेइंतहां करती हूं......., बेइंतहां चाहती हूं ......, बेजार मोहब्बत करती हूं । इतना इश्क़ है मुझे , कि जिसकी कोई सीमा नहीं । हर एक दर्द , हर एक आसूं , हर एक बेचैनी महसूस होती है मुझे , चाहे मैं दूर रहूं या पास, सब महसूस करती हूं मैं । कब ......., कैसे........ , क्यों......... मैं इस मोहब्बत में डूबती चली गई , क्यों मैं उस इंसान को अपना मानने लगी , क्यों उसे वो सारे हक अपने आप देने लगीं, जिसे किसी को देने की कल्पना भी नहीं की थी मैंने , पर तब भी मैंने दिया । कब हमारे बीच अजनबी से दोस्ती और दोस्ती से बढ़कर फीलिंग्स घर करने लगी , नहीं पता मुझे । आज आलम ये है कि एक दिन भी न देखूं , तो आखें ऐसे रिएक्ट करती हैं जैसे मैंने कुछ देखा ही न हो , चीजें होकर भी मेरे सामने गायब सी होने लगती है , सिर्फ उन्हें देखने की बेचैनी मेरी आखों में , मेरे दिल में रहती है । और अगर इसे प्यार कहते हैं , तो हां......., करती हूं मैं उनसे प्यार, बेइंतहां प्यार करती हूं । और मेरी फीलिंग्स फेक नहीं है , जो लफ्ज़ तुमने कहे कुछ पल पहले , वो एक - एक लफ्ज़ तुम्हारी सच्चाई है , जिसे तुम सोचती हो और चाहती हो , और उसे ही मेरे माथे लिखना चाहती हो , दाग लगाना चाहती हो हमारी पाक मोहब्बत पर तुम , ( गुस्से से मिशा को उंगली दिखाकर ) लेकिन इतना जान लो मिशा , हमारी पाक मोहब्बत को तुम दलदल के कीचड़ में कभी नहला नहीं पाओगी । मेरी फीलिंग्स आरव के लिए प्योर हैं , कोई मिलावट नहीं है , और एक दिन ऐसा जरूर आयेगा , जब हम हमारी फीलिंग्स एक दूसरे से शेयर जरूर करेंगे । जो करना हो तुम्हें करो , आई डोंट केयर....। मुझे तकलीफ पहुंचाना है पहुंचाओ , लेकिन इन सब में अगर आरव ने सफर किया न , तो बता रही हूं तुम्हें मैं मिशा....., कहीं का नहीं छोड़ूंगी मैं तुम्हें । हमेशा मिडिल क्लास का तमगा देती हो न तुम मुझे , फिर देखना तुम , कि ये मिडिल क्लास लड़की अपनो के लिए क्या से क्या कर सकती है । अगर अपनी सच्चाई आरव के सामने आने से बचाना चाहती हो , तो हरकतें अपनी बंद कर दो , वरना अभी तो वो तुम्हें हर पल दोस्त की तरह याद करते हैं , कहीं ऐसा न हो कि वो तुमसे नफरत करने लगे और अगर ऐसा हुआ , तो ये न आरव ही बर्दास्त कर पाएंगे और तुम तो टूट जाओगी, बर्दास्त के बाहर तुम्हारे भी हो जायेगा आरव का तुमसे मुंह मोड़ना । फर्क सिर्फ ये रहेगा , कि उन्हें संभालने के लिए कई हैं, पर तुम्हें संभालने के लिए कोई नहीं होगा । सुधर जाओ....।

इतना कहकर कायरा गुस्से में वहां से चली गई और मिशा बस उसे दहकती हुई नजरों से देखती ही रह गई । वह गुस्से से कुछ बोलती , उससे पहले ही कायरा जा चुकी थी ।

वर्तमान समय.......,

मिशा ( कायरा पर नजरें जमाते हुए ) - कुछ नहीं भूली हूं मैं और न ही तुम्हें भूलने दूंगी । क्या कहा था तुमने , प्यार करती हो तुम आरव से , है न...???? ( कायरा उसे गुस्से से घूरकर देखती है ) पर इतना याद रखो , मैं भी आरव को लाइक करती हूं और वो भी तुमसे पहले से । तो चलो , देखते हैं फिर आज ......, आज की पार्टी आरव किसके साथ इंजॉय करता है ...?? तुम्हारे साथ या फिर मेरे साथ....!!!!!!

इतना कहकर मिशा जहरीली मुस्कान लिए कायरा को देखती है और आरव की तरफ बढ़ जाती है , कायरा बस उसे ही घूर रही थी , आरव के कुछ कदम नजदीक पहुंचने पर मिशा कायरा को अपनी उंगलियों से इशारा करती है, जैसे कह रही हो " वेट एंड वॉच " , और फिर आरव की तरफ बढ़ जाती है । आरव उस वक्त किसी से बात कर रहा था , मिशा आरव के पास जाती है और उसे हाय कहती है , एक नॉर्मल वे में ,जैसे वह हमेशा आरव से कहती थी , ठीक वैसे ही । मिशा की आवाज़ सुनकर आरव उसकी तरफ पलटता है और उसे अचंभित नजरों से देखते हुए मुस्कुराकर कहता है ।

आरव - हाय......., व्हाट अ प्लेजेंस सरप्राइज़ । तुम यहां...., कैसे...???

मिशा ( आरव की दाहिनी बांह बड़े स्टाइल से पकड़कर कहती है ) - जहां तुम ...... , वहां तुम्हारी इस फ्रेंड का होना तो लाजमी है ।

आरव की बांह में मिशा का हाथ देख , कायरा अपनी मुट्ठी जकड़ लेती है , इस वक्त वह क्या फील कर रही थी , सिर्फ वही जानती थी । मिशा की बात सुनकर आरव कहता है ।

आरव - हां......, ये बात तो है । लेकिन तुम वापस कब आई ...?????

मिशा ( झूठ बोल देती है ) - बस कल ही ।

आरव - और कल राजवीर तुम्हारे यहां क्यों आया था....???

ये सुनकर मिशा सकपका जाती है , लेकिन वह अपने चेहरे पर झलकने नहीं देती और नॉर्मल अंदाज में कहती है ।

मिशा - वो डैड से कुछ काम था उसे , पर डैड तो आउट ऑफ मुबई हैं । कल वापस आ जायेंगे , तब वो उनसे कॉन्टैक्ट कर लेगा ।

आरव ( मन में ) - मतलब कि मैं इस बारे में कुछ ज्यादा ही सोच रहा था । चलो अच्छा ही है , मेरा शक दूर हुआ ।

मिशा ( आरव की बांह हिलाकर ) - कहां खो गए...???

आरव ( चौंकते हुए ) - नथिंग....., नथिंग इस इंपोर्टेंट ।

तभी उसकी नज़र खुद को और मिशा को घूरती कायरा पर जाती है , जो कि इस वक्त गुस्से से सिर्फ मिशा की हरकतें और आरव के हाथ में रखे मिशा के हाथ को घूर रही थी । आरव जैसे ही ये बात नोटिस करता है , तुरंत झटके से मिशा के हाथ से अपनी बांह छुड़ा लेता है , जबकि मिशा हैरान नजरों से उसे देखती , और वहीं कायरा मन ही मन मुस्कुरा देती है , लेकिन तब भी आरव को घूरना उसका बंद नहीं होता । मिशा तुरंत आरव से कहती है ।

मिशा - क्या हुआ आरव , एवरी थिंग इस फाइन...???

आरव ( जबरदस्ती मुस्कुराते हुए ) - हां....., हां सब ठीक है ( तो मिशा उसके हाथ की तरफ देखती है और इशारे से उसे सवालिया निगाहों से कहती है " फिर ये सब ...??? ", आरव जैसे ही उसकी बात समझता तुरंत एक्टिंग करते हुए , अपने हाथ को दबाते हुए कहता है ) वो रात में इसी हाथ पर सिर रखकर सो गया था न , तो पेन हो रहा है , इसी लिए.......।

मिशा ( उसकी तरफ बढ़ते हुए ) - तो लाओ , मैं दबा देती हूं...।

आरव ( अपने चारों तरफ देखकर मिशा को हाथ दिखाकर रोकते हुए कहता है ) - वेट मिशा....., एवरीबॉडी इस हियर एंड एवरीवन इस लुकिंग एट अस ( सभी यहां हैं और सभी हमें ही देख रहे हैं ) ।

मिशा ( बेपरवाही से, उसकी तरफ बढ़ते हुए ) - मुझे कोई फर्क नहीं पड़ता ।

आरव ( उसे दोबारा रोककर ) - स्टॉप मिशा....., मुझे फर्क पड़ता है । और वैसे भी , मैं ठीक हूं , अगर कोई प्रॉब्लम होगी तो नील, आदि, राहुल सब है यहां , उन्हें बोल दूंगा ।

आरव की बात सुनकर मिशा का दिल जलने लगा और उसने अपने कदम पीछे लिए और कायरा की तरफ देखा , तो वह उसे देखकर मुस्कुरा दी , जैसे वह मिशा को चिढ़ा रही हो । मिशा ने कुछ नहीं कहा और आरव से आगे बात करने को हुई , कि तभी वेटर आया और उसे बताया , कि ऊपर मीटिंग हॉल में उसका और कायरा का सभी वेट कर रहे हैं । उसकी बात सुनकर आरव कायरा की तरफ बढ़ गया , जबकि वह ये भूल चुका था , कि मिशा उसके साथ ही खड़ी है। ये बात मिशा को नागवार गुजरी , तो वह भी आरव के पीछे - पीछे कायरा के पास आ गई । कायरा के पास पहुंचते ही आरव ने कहा ।

आरव - चलो......, मीटिंग हॉल में सब रेडी है , तुम्हें अच्छे से प्रेजेंटेशन देना है और घबराना बिल्कुल भी नहीं है , हम सब होंगे वहां तुम्हारे साथ और अगर तब भी लगे कि तुमसे नहीं हो रहा , तो बस तुम मेरी आखों में देखना , और बोलते जाना , मैं तुम्हें इशारों से ही बताता जाऊंगा कि तुम्हें क्या - क्या बोलना है , और हमारी इशारों से बातें तो आम हो चुकी हैं , पता है न तुम्हें....???

कायरा ( आरव की तरफ देखकर मन में ) - आज आपने ये भी कुबूल कर लिया , कि हमारी बातें ज़बान से ज्यादा आखों से होती हैं । और आप मुझे आपकी आखों में देखने बोल रहे हैं , कहीं सबके सामने अगर मैं आपकी नजरों की कशिश में खो गई , तो कौन संभालेगा मुझे वहां ....!!!?? हे भगवान , क्या करवाना चाहते हैं आज आप मुझसे...????

आरव ( कायरा का एक हाथ थामकर ) - सुना न तुमने , मैंने क्या कहा...???

कायरा ( मुस्कुराकर अपना सिर हिला कर कहती है ) - हम्मम.....।

आरव - चलो फिर....।

दोनों आगे बढ़ जाते हैं , तभी मिशा अचानक से उनके सामने आकर कहती है, जो आरव का कायरा के लिए कंसर्न देखकर जल भुन गई थी ।

मिशा - मैं भी चलूंगी तुम लोगों के साथ ।

आरव - पर तुम वहां क्या करोगी..??? तुम यहीं रहो और पार्टी इंजॉय करो । आते हैं हम कुछ देर में , फिर मैं तुमसे ढेर सारी बातें करूंगा ।

इतना कहकर आरव कायरा का हाथ थाम , मीटिंग हॉल की तरफ बढ़ जाता है और इधर मिशा उन्हें जाते हुए गुस्से से घूरती रहती है , जबकि कायरा मन ही मन मुस्कुरा रही थी ।

मीटिंग हॉल में सब जमा थे , कायरा और आरव भी वहा आकर बैठ गए । कायरा ने नजरें दौड़ाई हॉल में , तो उसे बहुत सारे लोग दिखे , जिसमें मिस्टर मेहरा के ऑफिस के कई लोग थे , मिसेज मेहरा नीचे पार्टी हॉल में थी , अनिकेत भी वहां नहीं था , तभी अनिकेत वहां आया और ठीक कायरा के बगल वाले सोफे पर बैठ गया और उसे देखने लगा , भले ही अनिकेत की फीलिंग्स मिशा के लिए सच्ची थी , लेकिन बाकी लड़कियों के लिए उसकी नीयत थोड़ी खराब थी , जैसे लड़कियों के साथ जान बूझकर फ्लर्टिंग करना , उन्हें गलत इरादे से छूना और उनकी तरफ गंदी नजरों से ताड़ना , और यही सब वह कायरा के साथ करने के इरादे में था, क्योंकि कायरा उसे इस वक्त दुनिया की सबसे खूबसूरत और बोल्ड लड़की लग रही थी , जबकि कायरा उसके इरादे से अनजान फाइल्स देख रही थी । अगले ही पल आरव और मिस्टर मेहरा की कंपनी के सीईओ के बीच कुछ जरूरी डिस्कशन हुई और फिर आरव ने कायरा को प्रेजेंटेशन देने के लिए कहा । आरव के कहते ही कायरा ने बारी - बारी से आदित्य , नील , राहुल और लास्ट में आरव की तरफ देखा । चारों ने उसे इशारे से ही ऑल द बेस्ट कहा और कायरा खुद को मजबूत कर प्रोजेक्टर के सामने बढ़ गई । नील ने सारी सेटिंग्स की और फिर अपनी सीट पर आकर बैठ गया। हॉल में मौजूद इतने सारे लोगों को देखकर कायरा का मोरल डाउन हो रहा था , पैर उसके लगभग लड़खड़ा रहे थे , पर उसने खुद को मजबूती से संभाला हुआ था , और फिर उसने आरव की तरफ देखा , तो आरव ने उसे प्रेजेंटेशन स्टार्ट करने को कहा और धीरे से पलकें झपका दी , जैसे कह रहा हो " आई एम ऑलवेज विद यू ( मैं हमेशा तुम्हारे साथ हूं ) " । आरव का इशारा पाकर कायरा को थोड़ा नॉर्मल महसूस हुआ और फिर उसने प्रेजेंटेशन स्टार्ट कर दी । कायरा बहुत अच्छे से प्रेजेंटेशन दे रही थी और जब भी उसकी ज़बान अगर लड़खड़ाती या फिर उसे घबराहट महसूस होती , तो वह आरव की तरफ देखने लगती और आरव के बताए अनुसार कहती जाती , लेकिन इन सबमें कायरा और आरव ने खुद की फीलिंग्स पर काबू रखा हुआ था , इसी लिए उनका फोकस काम पर था , न कि हमेशा की तरह एक दूसरे की आंखों की कशिश पर । प्रेजेंटेशन खत्म हुई और कायरा अपनी सीट पर आकर बैठ गई । उसके प्रेजेंटेशन खत्म करते ही पूरा हॉल तालियों की गड़गड़ाहट से गूंज उठा , जिसकी आवाज नीचे पार्टी हॉल तक आई । कायरा बस मुस्कुराकर इस सम्मान का अभिवादन करने लगी , जबकि आरव के साथ बाकी के तीनों दोस्त भी खुद पर और कायरा पर फक्र महसूस कर रहे थे । सबने कायरा की और शर्मा कंपनी ( आरव की कंपनी ) के मेहनत की खूब तारीफ की और मिस्टर मेहरा ने खुश होकर डील साइन कर दी । मिस्टर मेहरा ने कायरा के साथ बाकी चारों दोस्तों से हाथ मिलाया और कहा ।

मिस्टर मेहरा - सच में मिस्टर शर्मा.....। आपका काम अव्वल दर्जे का है । न सिर्फ मटेरियल में, बल्कि उसे प्रेजेंट करने में भी एक अलग ही कारीगरी झलकती है । ( कायरा की तरफ देखते हुए ) एंड मैने सुना था, कि मिस गर्ग की ये पहली प्रेजेंटेशन थी , बट जिस तरह से इन्होंने प्रेजेंटेशन को रिप्रेजेंट किया , उसे देखकर कोई भी यही कहेगा , कि ये इस वर्क में एक्सपीरियंस्ड हैं । ( कायरा से ) वाकई......, बहुत अच्छा काम किया आपने। डिजाइंस भी आपकी कमाल की हैं , वेल डन ।

कायरा उनकी बात सुनकर मुस्कुरा दी और फिर उन्हें थैंक्यू कहा । कुछ पल बाद सभी नीचे आ गए और हॉल में सिर्फ कायरा और चारों दोस्त बचे । पांचों ने एक ग्रुप हग किया और तीनो ने कायरा को बधाई दी । आरव बस उन चारों को और कायरा के चेहरे पर आई मुस्कान को बड़े गौर से देख रहा था । चारों बहुत खुश थे । आरव कायरा के पास आया और तीनों के सामने उसने कायरा से हाथ मिलाकर उसे कहा ।

आरव - काॅग्रेचुलेशन्स कायरा ......। तुमने कर दिखाया , कहा था न मैने , कि तुम कर पाओगी और वो भी बहुत अच्छे से ।

कायरा ने हामी भरी और आरव से हाथ मिलाते हुए उसका हाथ तेज़ पकड़ के साथ थामा , जैसे वह अपनी खुशी उसके साथ खुलकर बांटना चाहती हो । दोनों ही अपनी नजरों से एक दूसरे को खुशी जाहिर कर ही रहे थे , कि तभी नील का फोन बजा और शिवानी का कॉल देख उसने तुरंत कहा।

नील - गाइस...., नीचे चलो , सौम्या और शिवानी नीचे आ चुके हैं और वो हमारा वेट कर रहे होंगे ।

आरव और कायरा तुरंत होश में आ गए और दोनों ने अपने हाथ एक दूसरे से अलग कर लिए और नील की बात सुनकर आरव ने तुरंत कहा ।

आरव - सिर्फ सौम्या और शिवानी , राहुल रूही कहा हैं और आदि रेहान...????

राहुल ( तुरंत बोला ) - रूही के घर कुछ काम था , इसलिए वो नहीं आई ।

इस वक्त राहुल को कुछ और झूठ बोलने के लिए मिला ही नहीं , तो उसने यही बोल दिया ।

आदित्य - रेहान को भी कुछ काम था घर पर , इस लिए उसने भी आने से मना कर दिया । चलो ....., हम नीचे चलते हैं वरना वो दोनों ऊपर आ जायेंगी ।

पांचों नीचे आ जाते हैं । आरव ने रेहान और रूही को भी साथ लाने को कहा था , क्योंकि सभी तो थे साथ , तो उसने उन दोनों को बुला लेना सही समझा । पर रूही के यहां तो इस वक्त पार्टी वगेरह में जाना , बिल्कुल भी एलाऊ नहीं है और रेहान अपने किसी काम में फंस गया , इस लिए नहीं आया ।

नीचे हॉल में आते ही सौम्या और शिवानी की नज़र मिशा पर चली गईं थी और उसे वहां देखकर दोनों को बहुत गुस्सा आया था , पर दोनों ने रिएक्ट कुछ नहीं किया । तब तक पांचों उनके पास आ गए और सभी पार्टी इंजॉय करने लगे ।

डील का ऑफिशियल सारा काम कंप्लीट हो चुका था और सारे मेहमान भी लगभग आ चुके थे , तो मिस्टर मेहरा ने अनिकेत को बर्थडे केक कट करने को कहा । अनिकेत ने केक कट किया और फिर सबको खिलाया , सभी ने उसे बर्थडे विश किया और आरव ने गिफ्ट मंगवाया, जो कि उसकी कार में रखा था और फिर उसे अनिकेत को दिया , अनिकेत ने बदले में थैंक्स कहा । केक कटिंग के बाद सभी खूबसूरत गानों पर डांस करने लगे । मिशा ने अनिकेत को इशारा किया , तो वह कायरा के पास आया और उसकी तरफ हाथ बढ़ा कर मुस्कुराते हुए कहा ।

अनिकेत - सभी डांस कर रहे हैं , आप यहां अकेली खड़ी हैं , अगर आप बुरा न माने तो क्या मेरे साथ डांस करना पसंद करेंगी...????

अनिकेत की बात सुनकर कायरा असहज हो गई, क्योंकि अनिकेत की नजरें लगातार उसे अजीब नजरों से घूर रही थी , जिसे कायरा ने अब नोटिस कर लिया था । जवाब तो कायरा दे सकती थी , पर इस तरह सबके सामने वह कुछ कहकर तमाशा क्रिएट नहीं करना चाहती थी । उसने कुछ नहीं कहा , अनिकेत ने उसकी तरफ अपने कदम बढ़ाए और उसे दोबारा डांस के लिए पूछा । कायरा अब सोच में पड़ गई , कि क्या जवाब दे और उसने अनिकेत के बढ़ते कदम के साथ तुरंत अपने कदम पीछे ले लिए । अनिकेत को काफी गुस्सा आ रहा था कायरा की इस हरकत पर । वह आगे कुछ कहता , कि तभी आरव कायरा के पास आया और उसका हाथ थाम कर बोला ।

आरव ( कायरा से ) - मे आई...?????

कायरा ने जब आरव को देखा , तो उसकी जान में जान आई और उसे अच्छा लगा आरव को अपने पास देखकर । उसने मुस्कुराकर हामी भर दी और दोनों डांस फ्लोर पर चले गए । अनिकेत ने जब ये देखा , तो गुस्से से भर गया और वह पैर पटकते हुए मिशा के पास चला गया । बाकी के दोस्तों ने जब कायरा और आरव को डांस फ्लोर पर देखा , तो एक दूसरे को ताली दी और उन्हें साथ में डांस करते देखने लगे । बाकी दोस्तों ने डांस नहीं किया, क्योंकि उनका ध्यान इस समय कायरा और आरव को लेकर किए गए प्लानिंग में था । तभी लाइट्स थोड़ी सी डिम हुई और म्यूजिक चेंज हुआ और एक खूबसूरत सा गाना प्ले होने लगा ।

क्यों चलती है पवन.....

आरव ने कायरा की तरफ अपना हाथ बढ़ाया , तो कायरा ने मुस्कुराकर उसका हाथ थाम लिया , आज मन में उसके कोई झिझक नहीं थी , जैसे उसने ये हक भी आरव को दे दिया हो , कि वो जब चाहे तब कायरा का हाथ थाम सकता है । लेकिन जब कायरा के हाथ, आरव के कंधे पर रखने की बारी आई , तो वह थोड़ी सी झिझकी , आरव ने उसकी तरफ देखा , जैसे कह रहा हो " इजाजत है तुम्हें " । आरव की नजरों की बातें समझकर , कायरा ने उसके कंधे पर हाथ रख लिया ।

क्यों झूमे है गगन
क्यों मचलता है मन

आरव ने कायरा की कमर की तरफ हाथ बढ़ाया , और जैसे ही आरव की उंगलियां कायरा की पीठ से छुई, एक मीठी सी सिहरन दोनों को महसूस हुई और कायरा थोड़ी सी उचक गई । आरव ने उसकी तरफ देखा और कहा ।

आरव - आर यू ओके..??? ( कायरा ने नजरें झुका कर हामी भर दी ) अगर तुम मेरे ऐसे ......., आई मीन मेरे हाथ को ऐसे रखने.......।

कायरा ( उसकी नजरों में देखकर ) - इजाजत है आपको ❤️.......।

कायरा के इन तीन लफ्ज़ों ने , आरव के दिल में एक अनजानी सी खुशी भर दी । वह मन ही मन मुस्कुराने लगा । धड़कने दोनों की बेकाबू थी , लफ्ज़ अब थम से चुके थे , लेकिन सांसें और नजरें शायद आपस में बातें कर रही थी । कहने को कुछ नही था , पर शायद बहुत कुछ भी था बातें करने को । कायरा के परफ्यूम की महक आरव को मदहोश कर रही थी , पर आरव खुद को काबू किए हुए था । धड़कने दोनों की आवाज़ कर रही थी , जिसका शोर दोनों ही महसूस कर रहे थे , पर दोनों ने खुद को खुद की बनाई मर्यादा में इस तरह जकड़ रखा था , कि दोनों उससे चाहें तो भी इस वक्त बाहर न आ सकें । देखना ये था , कि कब तक दोनों इस मर्यादा की जकड़न में खुद को कैद रख पाते हैं ।

ना तुम जानो ना हम......

कायरा के पैरों में उसकी साड़ी अटकने लगी , तो वह थोड़ी सी लड़खड़ा गई , पर आरव ने उसे अपने हाथों से संभाल लिया और कायरा आरव की आंखों में देखने लगी , जैसे कह रही हो " कब तक संभालेंगे आप मुझे , कभी तो मुझे खुद भी संभलना होगा " ।

दोनों दोबारा डांस करने लगे और दोनों में इतनी नजदियों के बाद भी एक उचित दूरी थी । आरव ने कायरा की आंखों को पढ़ा , तो मन ही मन खुद से कहने लगा , जैसे वह खुद से नहीं बल्कि कायरा से कह रहा हो ।

आरव - जब तक ये सांसें चल रही हैं ....., तुम्हें हर वक्त हर पल संभाल सकता हूं और संभालूंगा भी मैं तुम्हें ......।

तभी सभी कपल्स ने अपने - अपने डांस पार्टनर चेंज कर लिए , और कायरा आरव से थोड़ा दूर चली गई , और किसी और लड़के साथ डांस करने लगी । आरव की भी डांस पार्टनर कोई और लड़की बन गई । लेकिन इसके बाबजूद भी दोनों की नजरें एक दूसरे पर थी ।

क्यों आती है बहार
क्यों लुटता है करार

तभी दोबारा पार्टनर्स चेंज हुए और कायरा आरव के ठीक सामने , अपने डांस पार्टनर के साथ डांस करने लगी । आरव की भी डांस पार्टनर चेंज हो गई , और उसने अपनी डांस पार्टनर की तरफ देखा , तो हैरान रह गया । वह नासमझ सा कभी अपनी डांस पार्टनर को, तो कभी कायरा को देखता । और मन ही मन सोचने लगा , " ये कैसे हो सकता है ...??? " । असल में आरव कायरा में इतना खो चुका था , कि उसे अपने साथ डांस करने वाली लड़की का चेहरा भी कायरा का चेहरा लगने लगा था । साफ - साफ कहें, तो वह कायरा को अपने साथ इमेजिन करने लगा था ।

क्यों होता है प्यार
ना तुम जानो ना हम

कायरा ने जब उसे ऐसे रिएक्ट करते देखा , तो इशारों में ही उससे सवाल किया " क्या हुआ..??? " । आरव ने न में सिर हिला दिया , और फिर अपने साथ डांस करने वाली लड़की को देखा , तो वह कोई और ही थी, अब वह लड़की उसे कायरा की तरह नज़र नहीं आ रही थी । आरव को अब और हैरानी हुई । डांस पार्टनर फिर से चेंज हुए , और जब दूसरी लड़की उसके पास डांस करने आई, तो आरव के साथ दोबारा यही हुआ । आरव का अब दिमाग तो काम करना बंद कर चुका था , लेकिन दिल बहुत तेज़ी से धड़कने लगा था । इन सबसे बेखबर कायरा उसे देखने में लगी थी और बाकी के दोस्त तो उन्हें देखकर अपनी प्लानिंग करने में लगे थे ।

ये मदहोशियाँ, ये तन्हाईयाँ
तसव्वुर में है किसकी परछाईयाँ

पार्टनर्स फिर चेंज हुए और कायरा अब आरव के बगल में आ गई । आरव ने एक नज़र उसे देखा और फिर जैसे ही उसकी नज़र बाकी लड़कियों पर गई , उसे हर लड़की में कायरा का अक्स दिखाई देने लगा । पर इस बार आरव हैरान तो नहीं हुआ , पर हां खोने जरूर लगा था वह , क्योंकि उनके साथ हर लड़के में उसे खुद का ही अक्स नज़र आने लगा था ।

ये भीगा समां, उमंगें जवां
मुझे इश्क ले जा रहा है कहाँ

तभी जो थोड़ी बहुत लाइट्स जल रही थी , वो भी बुझ गई और पूरा स्टेज खाली हो गया । एक स्पॉट लाइट स्टेज पर जली, और वो भी कायर और आरव के ऊपर । जहां दोनो एक साथ, एक दूसरे के बहुत करीब खड़े थे । कायरा आरव की आंखों में देख रही थी और आरव उसकी नजरों में खो रहा था । कायर के परफ्यूम की महक उसे दोबारा मदहोश कर रही थी । कायरा मुस्कुराकर उसे देखे जा रही थी , तो आरव ने उससे कहा ।

आरव - ऐसे मुझे मुस्कुराकर यूं न देखो , कहीं मैं तुम्हारी इस मासूम सी मुस्कुराहट में कैद न हो जाऊं ।

कायरा - तो फिर आप भी यूं मदहोश न होइए , कहीं मेरी नजरें ही आपको देख कर खुद से बगावत न कर लें ।

आरव ने कायरा का हाथ पकड़ कर घुमाया और उसकी पीठ खुद से लगा कर , पीछे से उसे अपनी बाहों में भरकर बोला ।

आरव - कर लेने दो उन्हें भी बगावत , आखिर ये वक्त ही बगावत करने वाला है ।

कायरा ( मुस्कुराकर अपनी गर्दन उसकी तरफ घुमाकर बोली ) - तो फिर मुझे भी खुद को मेरी नजरों में कैद करने से न रोकिए , क्या पता ये वक्त दोबारा मदहोश हो या न हो ।

आरव ( कायरा के कंधे पर अपना सिर रखकर कहता है ) - बाद का तो पता नहीं, पर आज जरूर मैं इस वक्त को खोने नहीं देना चाहता । बहुत मुद्दतों बाद ये नसीब हुआ है हमें ।

इतना कहकर उसने कायरा को अपनी तरफ घुमा लिया । और उसके चेहरे से बहुत प्यार से, अठखेलियां कर रहे बालों को हटाया और उसके चेहरे के धीरे - धीरे पास आने लगा ।

क्यों गुम है हर दिशा
क्यों होता है नशा
क्यों आता है मज़ा.......

कायरा ने शर्म से अपनी नजरें नीची कर लीं । तो आरव उसे देख मुस्कुराने लगा । और उसने अपने होठ कायरा के ललाट की तरफ बढ़ा दिए और जैसे ही वह उन्हें चूमने लगा , कि कायरा की आवाज उसके कानों से टकराई ।

कायरा - क्या हुआ आरव...??? आप कहां खो गए....???

कायरा की आवाज सुनकर आरव अचानक से होश में आया , तो देखा कि लाइट्स वैसे ही जल रही हैं , जैसे डांस स्टार्ट होने के वक्त जल रही थी । और उसने सामने देखा , तो अब कोई और नहीं बल्कि सच की कायरा उसके साथ डांस कर रही थी । उसने नजरें घुमा कर चारों तरफ देखा , तो सब अगल थे , अब किसी के चेहरे पर उसे खुद का और कायरा का अक्स नज़र नहीं आ रहा था। सब देखकर उसने अपने सिर पर हाथ रख लिया और मन ही मन खुद से बोला ।

आरव - ओफ्फो......, मतलब फिर से......, ये सिर्फ मेरा सपना था । हो क्या रहा है यार मेरे साथ....??? खुली आंखों से सपने देखने लगा हूं , वो भी सबके होते हुए ।

कायरा ( उसे ऐसे देखकर बोली ) - क्या हुआ..??? सब ठीक हैं न , आप ठीक हैं आरव..????

आरव ने कुछ नहीं कहा और स्टेज से नीचे उतर गया । कायरा ने जब उसे ऐसे जाते देखा, तो खुद से कहा ।

कायरा - इन्हें क्या हुआ...???

इतना कहकर वह भी उसके पीछे चली गई और उस वक्त गाने की आखिरी लाइन सबके कानों में पड़ी।

ना तुम जानो न हम
ना तुम जानो ना हम ( न्यू वर्जन ऑफ सोंग )

इधर दोस्तों की अलग ही खिचड़ी पक रही थी । जैसा कि नील और शिवानी को बोला गया था , कि वे ही प्लानिंग करें , तो दोनों ने बहुत सोचा और फिर कुछ नतीजा निकाला , अब देखना ये हैं इनका नतीजा कितना कारगर साबित होता है और होता भी है या नहीं...!!!???

आदित्य - तुम दोनों ने कहा था , कि बताओगे आरव और कायरा का लव कन्फेशन करवाने का प्लान ।

राहुल - हां......, सस्पेंस मत बढ़ाओ यार तुम दोनों ।

नील और शिवानी एक दूसरे का मुंह ताकने लगे । तो सौम्या ने गुस्से से कहा ।

सौम्या - दोनों बताते हो , या दूं यहीं पर एक घुमा के तुम दोनों को ।

आदित्य ( भौचक्का सा ) - तुम इन्हें मरोगी..??? ( सौम्या ने घूरकर उसे देखा , तो वह सकपकाते हुए बोला ) नहीं ..., मतलब ये रूप तो मैंने अक्सर इस शिवानी का देखा है, तुम भी ऐसा कर सकती हो , इसका आइडिया नहीं था मुझे ।

सौम्या ( चिढ़कर ) - शादी कर लो मुझसे , सारे रूप दिख जायेंगे तुम्हें । एंड प्लीज...., मेन मुद्दे से भटकाओ मत तुम हमें.....।

आदित्य ( नील और शिवानी से ) - बोल दो दोनों भानुमती के पिटारों....., वरना मेरा यहीं खड़े - खड़े बिना शादी के तलाक हो जायेगा ।

आदित्य की बात सुनकर सौम्या ने दोबारा उसे घूरकर देखा , और राहुल उनकी हरकतों को देख दबी हंसी हंस रहा था । तो आदित्य ने नील को थोड़ा सा धक्का देकर कहा ।

आदित्य - अबे बोल न....!!!!

नील ( चिढ़कर ) - अबे बोलने दोगे तब तो बोलेंगे .....।

ये बात उसने थोड़ी तेज आवाज में बोली थी , पर शुक्र ये था कि पांचों हॉल के कोने में खड़े थे , जहां ज्यादा लोगों की आवाजाही नहीं थी । आदित्य तो अपने मुंह पर उंगली रखकर चुप लगा गया । लेकिन अब भी दोनों के शांत रहने पर सौम्या और राहुल ने उन्हें घूरा , तो दोनों ने एकसाथ कहा ।

नील और शिवानी - बताते हैं...., बताते हैं.....।

शिवानी - देखो....., हमें न इन्हें कहीं ऐसी जगह भेजना होगा , जहां ये अपना लव कन्फेस कर सकें ।

सौम्या - मतलब क्या है तेरा...???

नील - देखो ......, दिनभर क्या होता है, कि हम सबमें से कोई न कोई उनके साथ रहता है । तो हमें उन्हें कुछ वक्त के लिए बिल्कुल अकेला छोड़ना होगा , जहां कोई भी उनके साथ न हो ।

राहुल - इससे होगा क्या..??

नील - अबे पागल इंसान । तूने और रूही ने जब एक दूसरे से लव कन्फेस किया था , तब कोई था क्या आस - पास तुम्हारे..??? ( राहुल ने न में गर्दन हिला दी ) तभी तो तुम दोनों एक दूसरे के नजदीक आए थे और अपने दिल की बात एक दूसरे से कही थी ।

नील की बात सुनकर राहुल शर्मा गया । तो आदित्य उसके गले में हाथ रखते हुए बोला ।

आदित्य - हाय......, लड़का शर्मा रहा है ।

आदित्य की बात सुनकर सौम्या ने उसे खा जाने वाली नजरों से घूरा, तो आदित्य ने तुरंत राहुल के कंधे से अपना हाथ हटा लिया और कहा ।

आदित्य - प्लीज....., कंटिन्यू.....।

शिवानी - हमें उन्हें थोड़ा स्पेस देना है , मतलब कि उन्हें कहीं ऐसी जगह भेजना है , जहां सिर्फ वो दोनो हों । दोनो जब अकेले होंगे , तो एक दूसरे से कुछ तो बात करेंगे । एक दूसरे की खामोशी को महसूस करेंगे । और हो सकता है , कि दोनों शांति से एक दूसरे से नॉर्मल इंसान की तरह बात भी करें । और शायद बातों - बातों में वो दोनों एक दूसरे को अपना लव कन्फेशन भी सुना दें ।

सौम्या - आइडिया तो अच्छा है , पर क्या ये वर्क करेगा...???

शिवानी ( कमर पर हाथ रखकर ) - कहना क्या चाहती है तू...???

सौम्या - अरे मतलब....., हम उन्हें भेजेंगे कहां..??? और क्या वो दोनों जाने को राज़ी होंगे...???

आदित्य - वो सब तुम लोग मुझपर छोड़ दो ।

सौम्या ( तुरंत तपाक से बोली ) - जो कि हम नहीं छोड़ सकते ...!!!

आदित्य - पर क्यों...???

सौम्या - क्यों तुम....!!!!

शिवानी ( बीच में ही उनकी बात काटकर ) - अरे बस करो यार.....। क्या लगा रखा है आज तुम दोनों ने ..??? एक तो वैसे ही हम आने में लेट हो गए और ऊपर से बाकी का टाइम तुम दोनों लड़ने में बिता रहे हो ।

नील ( शिवानी की तरफ रुख कर ) - यही तो मेन प्रॉब्लम है , कि तुम लड़कियां वक्त पर कभी पहुंचती ही नहीं हो और फिर आकर हम लड़कों पर ही गुस्सा करने लगती हो ।

शिवानी - कलमुहे......, शर्म नहीं आती तुझे ऐसा कहते हुए...???

नील - ये क्या बोल रही हो तुम , वो भी सबके सामने..???

आदित्य - ओह...., मतलब अकेले में तुझे इन नामों से पुकारा जाता है ...???

सौम्या ( आदित्य से ) - वो तो पुकारा ही जायेगा , जैसे मैं तुम्हें दुष्ट , अकडू और पता नहीं किन - किन नामों से बुलाती हूं ।

आदित्य - तुम भी शुरू हो गई...????

राहुल ( खीझकर ) - स्टॉप इट गाइस......। ये क्या लगा रखा है तुम चारों ने...??? हम यहां डांस , पार्टी को इंजॉय करना छोड़कर , यहां तुम्हारी लड़ाई इंजॉय करने आए हैं क्या....??? हद कर रहे हो यार तुम चारों ।

सौम्या ( छोटा सा मुंह बनाकर ) - सॉरी....., ( फिर बाकी के तीनों ने भी सॉरी कहा , तो सौम्या ने आदित्य से कहा ) बताओ , तुम क्या करोगे ...??? कैसे उन्हें अकेले भेजोगे और कहां...???

आदित्य - वो मैं तुम सबको वक्त आने पर बता दूंगा । अभी के लिए टेंशन फ्री हो जाओ , और पार्टी इंजॉय करो ।

चारों एक साथ - आर यू श्योर...???

आदित्य ( अपनी शर्ट की कॉलर अपने हाथों से पकड़ते हुए अटककर बोला ) - यस....., आई एम श्योर....., डेफिनेटली श्योर ।

इतना कहकर वह वहां से भाग गया । शायद उसे खुद के दिमाग में बने हुए प्लान पर ही शक था । जबकि बाकी के दोस्त बस उसे जाते हुए देखते रहे और फिर तीनों ने एक दूसरे का मुंह ताका और निकल लिए अलग - अलग रास्ते , ये सोचने कि अगर आदित्य कोई तरकीब नहीं निकाल पाया , तो कम से कम इन लोगों के पास तो कोई न कोई तरकीब रेडी रहे ।

इधर आरव डांस फ्लोर से आकर सीधे सामने बने जूस काउंटर पर बैठ गया । कायरा उसके पीछे - पीछे आई, लेकिन जल्दी - जल्दी में उसका पैर साड़ी में फंसा और वह संभल नहीं पाई और लड़खड़ा गई , और लगभग गिरने को हुई , कि किसी ने उसे संभाल लिया । कायरा को अपने हाथों पर किसी जाने पहचाने , लेकिन गलत तरह की नीयत वाले इंसान की छुअन महसूस हुई , तो उसने नजरें उठाकर उस इंसान की तरफ देखा , जिसने उसे पकड़ा हुआ था । सामने राजवीर खड़ा था , जिसने कायरा के दोनों हाथों को पकड़ा हुआ था और कायरा को देखकर वह मुस्कुरा रहा था । कायरा ने तुरंत अपना हाथ झटका और सीधी खड़ी हो गई। एक नज़र उसने राजवीर को देखा और फिर आरव की तरफ कदम बढ़ा लिए । तभी राजवीर की आवाज उसके कानों से टकरा गई ।

राजवीर - अरे रुको तो सही कायरा......।

कायरा रुक गई और पलट कर राजवीर की तरफ देखा । तो वह जमीन की ओर झुक रहा था । कायरा ने उसे हैरानी से देखा । तब तक राजवीर जमीन में झुककर नीचे पड़ा कायरा का फोन उठा चुका था , जो कि लड़खड़ाने की वजह से कायरा के हाथ से छूटकर गिर चुका था । राजवीर ने वो फोन मुस्कुराते हुए कायरा की तरफ बढ़ा कर कहा ।

राजवीर - अपनी चीजें भूलने की आदत है क्या तुम्हें ...???

कायरा ( झटके से अपना फोन लेकर बोली ) - काश होती..., तो अब तक मैं तुम्हें भूल चुकी होती ।

राजवीर ( टेढ़ा मुस्कुराकर ) - मतलब कि मैं तुम्हारा अपना हूं ...???

कायरा - अगर होते , तो अब तक यहां नहीं खड़े होते । उम्मीद है कि दोबारा हमारी मुलाकात न हो और न ही दोबारा कहीं, किसी भी मंजिल पर हम एक दूसरे से टकराएं ।

इतना कहकर कायरा उसे गुस्से से घूरते हुए आरव की तरफ चली गई । उसे जाते देखकर , राजवीर खुद से बोला ।

राजवीर - उम्मीद पर तो दुनिया कायम है कायरा... , मगर अफसोस कि तुमसे पहले उम्मीद मैंने लगा रखी है , तुम्हारा ये सो कॉल्ड एटीट्यूड तोड़ने की । जब - जब तुम्हें देखता हूं , मेरे दिमाग में यही आता है , कि ये इतनी खूबसूरत और दिमाग से तेज लड़की मेरे पास क्यों नहीं है । बट डोंट वरी कायरा...., मेरी ये ख्वाहिश भी जल्द ही पूरी होगी और उसे खुद मैं पूरा करूंगा ।

इतना कहकर राजवीर पार्टी हॉल से , तीखी मुस्कान लिए बाहर चला गया । यहां आरव अपनी ही सोच में गुम था । वह खुद से मन ही मन कह रहा था।

आरव - आखिर ये हो क्या रहा है मेरे साथ...??? जब अकेले रहूं और उस वक्त उसके सपने देखूं , तो समझ आता है , क्योंकि अकेले में उसके सिवा कुछ और दिल और दिमाग में चलता ही नहीं है मेरे । लेकिन यहां....., इस भरी भीड़ में....., कैसे....???? कैसे मैं इतना खो सकता हूं अपने खयालों में , कि मुझे सपने और हकीकत में फर्क ही समझ न आए । भैया ( अरनव ) सही कह रहे थे ...., मुझे अब कायरा से अपने दिल की बात कह ही देनी चाहिए, वरना मैं उसको इस तरह इमेजिन कर - करके पागल हो जाऊंगा । जल्द से जल्द अब मैं कायरा से अपने दिल की बात कह दूंगा ।

तभी कायरा वहां आई और उसे ऐसे परेशान सा बैठे देखा , तो तुरंत कहा ।

कायरा - क्या हुआ आरव...??? आप ऐसे वहां से क्यों चले आए...??? और आप इतने परेशान से क्यों लग रहे हैं...???

आरव ( परेशान सा बोला ) - प्लीज लीव मी अलोन....। ( आरव की बात पर कायरा ने उसे असंजस भरी नजरों से देखा , तो आरव को समझ आया कि वो क्या बोल गया , वह कायरा से ऐसे बात नहीं कर सकता , इन सबमें उसकी क्या गलती , उसने तुरंत कहा ) सॉरी......, वो काम की टेंशन थी , तो ......।

कायरा ( उसके सामने चेयर पर बैठते हुए बोली ) - कोई बात नहीं .....। आप ये बताइए कि आप इतने परेशान क्यों हैं..????

आरव ( मन में ) - वजह अगर तुम्हें बता दूंगा , तो पता नहीं तुम कैसे रिएक्ट करोगी ...???

आरव यही सब सोच रहा था । और उनसे थोड़ी दूर में बैठे , मिशा और अनिकेत उन्हें ही देख रहे थे । अनिकेत मिशा के कहने पर कायरा को डांस फ्लोर पर डांस करवाने नहीं ले जा सका , इस बात कर घुन्नाया बैठा था । जबकि मिशा ने जब उन्हें साथ और जूस काउंटर पर बैठे देखा , तो अनिकेत से बोली ।

मिशा - डोंट वरी....., तुम्हारा अधूरा काम , अब मैं पूरा करूंगी । बस तुम्हें याद है न , कि तुम्हें आगे क्या करना है..???

अनिकेत - हां....., रूम रेडी है । तुम कायरा को बेहोश करना , उसकी ड्रिंक में नशे की दवा मिलाकर । जब कायरा बेहोश होगी , तो आरव उसे रूम में लेकर जायेगा और तुम जान बूझकर उन्हें उस रूम में लेकर जाओगी , जो हमने डिसाइड किया है । तुम कायरा और आरव के अलावा किसी बहाने से सबको बाहर भेजोगी और फिर रूम का दरवाजा लॉक कर दोगी । आरव टेंशन में आकर कायरा के किसी न किसी तरह पास जरूर आयेगा , लाइक चादर ओढ़ाने या फिर किसी और वजह से । बस वो दोनों जब - जब थोड़ा सा भी पास आयेंगे , दोनों की पिक्चर्स वहां लगे कैमरे में कैद होती जायेंगी और वीडियो भी बनता जायेगा । फिर कल हम उस कैमरे से दोनों की तस्वीरें निकालेंगे और......।

मिशा ( बीच में ही मुस्कुराकर ) - और..., उसमें आरव की जगह किसी और लड़के की इमेज ऐसे सेट करेंगे , जिससे दोनों एक दूसरे के बेहद करीब हैं , ये शो हो....। इससे आरव की इमेज को कोई खतरा नहीं होगा और कायरा बदनाम हो जायेगी , जब वो सारी पिक्चर्स सोशल मीडिया में और अखबारों में छपेगी।

अनिकेत - इन सब में मेरे खानदान की रेपोटेशन पर कोई आंच नहीं आनी चाहिए ।

मिशा ( उसकी तरफ मुड़कर ) - रिलेक्स अनिकेत....., ऐसा कुछ नहीं होगा । कायरा के अलावा किसी की रेपोटेशन पर कोई इफेक्ट नहीं पड़ेगा ।

अनिकेत - लेकिन इन सबसे तुम्हारा क्या फायदा है ..???

मिशा - दुनिया भर में बदनाम हुई लड़की को आरव दिल में तो क्या , अपने ऑफिस में भी जगह नहीं देगा । और बस....., फिर कायरा का चैप्टर हमेशा के लिए क्लोज और मैं हमेशा के लिए अपने तरीके से आरव की लाइफ में एंटर हो जाऊंगी ।

अनिकेत - पक्का ये प्लान काम करेगा...???

मिशा - डेफिनेटली करेगा । तुम्हें कोई शक...???

अनिकेत ( भारी दिल से बोला ) - नहीं......, कोई शक नहीं है ।

आरव ने जब कोई जवाब नहीं दिया , तो कायरा ने दोबारा कहा ।

कायरा - आपने जवाब नहीं दिया..????

आरव - नहीं ....., इतनी बड़ी कोई परेशानी नहीं है , कि तुम्हें बता कर मैं परेशान करूं.....।

कायरा ( जूस वाले से बोली ) - वन ऑरेंज जूस...., ( आरव से ) आप क्या लेंगे...???

आरव ( बेमन से ) - कुछ नहीं..!!!

कायरा ( जूस वाले से ) - वन एप्पल जूस .....।

आरव - एक साथ दोनों जूस पीना तुम्हारे लिए हार्म हो सकता है कायरा .....।

कायरा ( आरव की तरफ पलटकर ) - किसने कहा , कि दोनों जूस मैं ही पियूंगी । एप्पल जूस आपके लिए है ।

आरव - पर मैंने कहा न , मुझे नहीं चाहिए ।

कायरा - लेकिन मैंने आपके लिए मंगा लिया है और अब आपको पीना ही पड़ेगा । ये मेरा ऑर्डर है .....।

आरव ( उसे देखकर ) - तुम मुझे ऑर्डर दोगी...????

कायरा - दोस्त हूं न ....., और दोस्त अपने सबसे अजीज दोस्त को ऑर्डर देने से पहले न ही सोचते हैं और न ही उनसे इजाजत लेते हैं । हक है ये मेरा.....।

आरव ने जैसे ही कायरा की बात सुनी , तो चुप हो गया । उसे कायरा का यूं खुद पर हक जताना बहुत अच्छा लग रहा था । वह मन ही मन मुस्कुराने लगा । इधर आरव और कायरा को बात करते देख , मिशा ने इशारे से कायरा को दिया जाने वाला ऑरेंज जूस मंगाया और उसमें नशे की दवा मिला दी । और अगले कुछ सेकंड्स बाद कायरा और आरव के जूस उन दोनों के सामने हाजिर थे ।

उन्हें देखकर मिशा मन ही खुद से बोली ।

मिशा - बहुत अकड़ कर कहा था न तुमने , कि तुम आरव से प्यार करती हो । उसे मेरा सच बता दोगी । अब देखते हैं कायरा...., आरव को मेरा सच बताने के लिए तुम उसकी लाइफ में रहती भी हो या नहीं....!!!!

कायरा ( अपना जूस का ग्लास अपने हाथ में लेकर ) - अब तो बता दीजिए आरव , कि क्या परेशानी थी ..??? ऑफिस से रिलेटेड भी है , तो मुझे बताइए , शायद मैं सॉल्व कर दूं...!!!

आरव ( हकलाते हुए ) - न.... नहीं...., नहीं....। वो बस बजट को लेकर था । कल ऑफिस पहुंचते ही सॉल्व हो जाएगा ।

कायरा - अच्छा ठीक है , जूस पी लीजिए फिर ।

कायरा के कहते ही आरव ने भी जूस उठा लिया । और कायरा ने भी ग्लास अपने होठों से लगा लिया । तभी कांच टूटने की आवाज़ दोनों के कानो पर पड़ी और दोनों ही हैरानी से उस तरफ देखने लगे.......।

क्या लगता है आप लोगों को....??? क्या हुआ होगा...??? क्या इन सबमें दोस्तों का प्लान सफल हो पाएगा..???? क्या मिशा का प्लान सफल होगा , या फिर वह दोबारा फेल हो जायेगी...!!!! राजवीर वहां कैसे पहुंचा और क्यों पहुंचा...???? क्या आरव अपनी फीलिंग्स कायरा से कह पाएगा...??? क्या दोनों के बीच आज की रात इजहार - ए - इश्क़ होगा...???? बहुत सारे सवाल हैं , क्या इनका जवाब आप जानते हैं ....???? अगर नहीं, तो जानने के लिए वेट कीजिएगा , इसके अगले भाग का 😊😊😊

क्रमशः