Intezar Pyaar ka - 16 books and stories free download online pdf in Hindi

इंतजार प्यार का - भाग - 16

वहीं सनाया आज क्लास रूम में आने के बाद आरव को न देख कर शॉक हो जाती है क्यूं की उसको आरव के दोस्तों ने बताया की आरव बहुत कम हीं क्लास मिस करता है। तो उसको लगता है की जरूर आज आरव का तबियत खराब होगा ये सोच कर उसको अच्छा नहीं लगता है। तो वो अपना फोन निकाल कर बिक्रम को कॉल करती है। और कॉल करने के बाद उसको पूछती है कि आरव आज कॉलेज क्यों नहीं आया क्या उसकी तबीयत खराब हुई है क्या। तो विक्रम उसे बताता है कि वह और आरव और उसके दोस्त सब मिलकर आज यहां आगरा घूमने आए हैं और अब वह लोग आगरा में ही है जिस वजह से आरव आज कॉलेज नहीं आया है। तो सनाया विक्रम से बोलती है ठीक है मैं फोन रखती हूं इसके बाद वह फोन रख देती है। और वो वहां पर बैठ के अपने मन हीं मन में आरव को याद करने लगी। और वो कुछ सोचने लगती है। फिर थोड़ी देर बाद क्लास में प्रोफेसर आते हे। जिस वजह से उसको अपने होश में वापस आना पड़ता है। और होश में आने के बाद वो पढ़ाई में ध्यान देने लगती है।
वही क्लास खत्म होने के बाद सनाया क्लास से बाहर निकल कर कॉलेज के गार्डन की और चली जाती है। फिर वह गार्डन में बैठकर अरब के बारे में और उसके साथ हुई मीटिंग के बारे में सोचने लगती है। ऐसे सोचते सोचते उसे आरव को लेकर पोसेसिवनेस फील हुआ साथ में वो ध्यान देती है की जब भी वो आरव के बारे में सोचती हे तो उसके चेहरे में चमक अजाति है। और तभी उसको एहसास होता हुआ है की उसे आरव से प्यार हो गया है। यह एहसास करने के बाद उसका फेस ग्लो करने लगती है। और जिस उसके फेस में एक बड़ी सी स्माइल आ जाती है। उसके बाद वह आरव के बारे में सोचने लगती है। आरव के बारे में सोचते समय उसे विक्रम की कही हुई बात के बारे में ख्याल आती है कि विक्रम उसको बोला था कि ” आरव अपने पास्ट के वजह से किसी भी लड़की को अपने आसपास भी भटकने नहीं देता और ना ही वह कभी किसी लड़की का भाव देता है।” जैसे हीं सनाया के दिमाग में यह बात अति है उसके बाद उसका फेस मायूस हो जाता है। फिर वह अपने मन ही मन में कहती है मैं जानती हूं आरव तुम अपने पास्ट की वजह से कभी भी किसी भी लड़की को अपने पास तक नहीं आने देते हो ना ही तुम किसी लड़की के पास जाते हो अगर कोई तुम्हें प्यार का इजहार करें तो तुम उसको बुरी तरह से रिजेक्ट कर देते हो मैं प्रॉमिस करती हूं की मैं तुम्हें इतना प्यार दूंगी इतना प्यार करूंगी कि तुम अपने पास्ट को भुला दोगे। और अपने पास्ट को भुलाने के बाद तुम मेरे साथ हमेशा रहोगे और मुझे हमेशा प्यार करोगे। मैं तुम्हें अपने प्यार में गिरने के लिए इतना मजबूर कर दूंगी कि तुमको ना चाहते हुए भी मुझे प्यार करना पड़ेगा यह मेरा प्रॉमिस है तुमसे और मैं तुम्हें अपने पास्ट भुलाने के लिए में तुम्हारी पूरी मदद करूंगी। और तुम्हारा वैट करूंगी की जब तक तुम खुद मुझे अपने प्यार का इजहार न करो और मेरे प्यार को महसूस न करो। और फिर सनाया वहां बैठकर आरव के बारे में सोचने लगती है। आरव के बारे में सोचते हीं उसके आंखों में एक अलग सी चमक आजाती है और साथ में उसके चेहरे पर एक बड़ी सी स्माइल आजाती है।
वह अभी यह सब सोच ही रही थी कि तभी वहां पर आदित्य नामक एक लड़का आता है। जो कि दिखने में हैंडसम था और उसको देखते ही कोई भी बता सकता था कि वह कोई रईस फैमिली से है और काफी घमंडी है।वो सनाया के पास आकर बोलता है की “आई लव यू” लेकिन सनाया अभी भी आरव के बारे में सोच रही थी जिस वजह से उसकी बात सुन नहीं पाती है और उसको कोई भी जवाब नहीं देती। यह देखकर आदित्य को गुस्सा आने लगा था क्योंकि उसको लग रहा था की सनाया उसको इग्नोर कर रही है। उसके पीछे काफी लड़कियां पड़ी थी। जिस वजह से वो हर लड़की के साथ कुछ समय रहता था और फिर उसको छोड़ देता था। वो रोज अपनी गर्लफ्रेंड बदलता था। वह जिस लड़की को एक बार देख ले और लड़की उसकी गर्लफ्रेंड बनने के लिए तैयार हो जाती है। लेकिन सनाया ने उसको कोई जवाब ही नहीं दिया यह सोच कर उसको गुस्सा आ जाता है। लेकिन फिर भी वो अपने गुस्से को कंट्रोल करते हुए सनाया के पास जाकर उसके कंधे पर हाथ रखते हुए उसको बुलाता है तो सनाया एक दम से अपने होश में वापस आती है। और सामने देखती है कि आदित्य खड़ा हुआ है यह देखने के बाद वो कुछ रिएक्ट नही करती है और बस उससे पूछती है कि क्या हुआ। तो आदित्य उससे अपने गुस्से को कंट्रोल करते हुए बोलता है कि, “ आई लव यू में तुमसे प्यार करता हूं क्या तुम मेरा गर्ल फ्रेंड बनोगी।” ये सुन ने के बाद सनाया सीधे उससे बोलती हे की I am sorry क्यूं की मैं तुम्हें पसंद नहीं करती हूं। वो इतना कह कर वहां से चली गई। क्यूं की वो आदित्य को अच्छे तरीके से जानती थी। वो उसे कोई प्यार नही करता वो बस उसके साथ सोना चाहता हे। और उसने उसको ये पहली बार प्रपोज नही किया था बल्कि उसने काफी बार सनाया को प्रपोज किया लेकिन हर बार सनाया ने उसको रिजेक्ट किया है।
यह सुन ने के बाद आदित्य का गुस्से की पारा सातवें आसमान में पहुंच गया और उसने जाति हुई समय की और गुस्से से देखने लगा। उसकी वहां से जाने के बाद आदित्य अपने आप से बोलता हैं की miss सनाया राजावत तुमने मुझे कितनी बार रिजेक्ट किया लेकिन देखो इस बार तुमने जिस तरह से मुझे इंसल्ट किया उसका जवाब तो तुम्हे मिलेगा और तुम देखती रहो अगर मैंने तुम्हें अपना बिस्तर तक नहीं लाया तो मेरा नाम आदित्य नहीं।
वही आगरा में आरव और उनके दोस्त लोग सब मिलकर उन लड़कियों के साथ आगरा घूमने चले गए। वहां आगरा घूमने के बाद वह लोग पास में ही एक होटल में रुक जाते हैं। रुक कर वो लोग वहां पर कुछ खाना खाते हैं। खाना खाने के बाद और कुछ समय समय रेस्ट करने के बाद शाम के तकरीबन 4:30 बजे वहां से दिल्ली के लिए निकल जाते हैं। निकल जाने के बाद वह लोग वहां से फिर से बाइक को तेजी से भगाते हुए। दिल्ली आने लगते हैं। आते वक्त भी वो लड़कियां उनके साथ थी क्योंकि इतनी देर में उन लोगों की सब के साथ अच्छी दोस्ती हो गई थी सिवाय आरब के। आरव को अब ज्यादा गुस्सा नहीं आ रहा था। क्यूं की उन लड़कियों की बिहेवियर देखने की बाद उसको नैना की कही हुई बात याद अगयी की हर लड़की एक जैसी नहीं होती है। फिर भी उसने किसी को कुछ नहीं बोला बस अपना बाइक लेकर वहां से निकल गया उसको ऐसे देख कर उसके सारे दोस्त समझ गए थे यार अब आज उन लोगों ने मिलकर फिर से आरव को नाराज कर दिए हैं। ऐसा सोच सोच कर उनका फिर से सर दुखने लगा फिर उस बात को इग्नोर कर के साथ में ही दिल्ली आने लगते हैं। रास्ते में वो लोग अभी भी पहले की तरह हसी मजाक और बात चीत करते थे। लेकिन आरव ज्यादा कुछ नहीं बोल रहा था बस बीच बीच में हीं कुछ बोल रहा था।
रास्ते में वह लोग जब आ रहे थे तभी देखते हैं कि एक कपल अपने बाइक में बात करते हुए जा रहे थे। लेकिन तभी उनके पास से एक बाइक वाला तेजी से निकलता है और उस बाइक के पीछे बैठे हुए आदमी ने उस लड़की की जो कि बाइक में बैठी हुई थी उसके गले का चैन छीन कर चला जाता है। जिस वजह से वह गाड़ी का बैलेंस बिगड़ जाता है और वो लोग वहीं पर गिर जाते हैं। यह देखकर सब लोग शॉक हो जाते हैं। आरव जल्दी से उन सब से बोलता है कि वो लोग जल्दी जाकर उन लोगों को चेक करे। क्या वो लोग ठीक है। मैं जाकर उन चोरों को पकड़ता हूं और तुम लोग एंबुलेंस और पुलिस को भी फोन कर देना। फिर वो अपने बाइक को एकदम रॉकेट की तेजी से भगाकर चोरों के पास जाने लगता हे। और चोरों ने भी आरव को अपने पास आते हुए और खुद के पीछा करते हुए देख लिया था। जिस वजह से वह लोग भी गाड़ी को तेजी से भगाने लगे। थोड़ी देर बाइक को भगाने के बाद दोनों चोरों को आरव ने पकड़ लिया।
फिर वो उनको लेकर वापस वही जगह पर आ गया जहां पर एक्सीडेंट हुआ था। लेकिन अब तक वहां पर काफी सारे लोग भी घेर के खड़े हो गए थे। पुलिस भी अब तक वहां पर अगयि थी फिर पुलिस उन लोगो के बयान लेती है उसके बाद उन चोरों से उनकी चोरी की गई सामान को उन कपल को देती है। देने के बाद वो लोग आरव को thank you बोलते हे। और उन चोरों को लेकर चले गए। फिर आरव भी अपने सारे दोस्तों के साथ मिलकर दिल्ली के लिए निकल जाता है और वो लोग 8:30 बजे तक दिल्ली में पहुंच चुके थे। वह लोग आते वक्त ही रास्ते में अपना डिनर एक ढाबे में कर लिए थे। फिर वो लोग लड़कियों को उनके हॉस्टल छोड़कर वहां से आर्यन के फॉर्म हाउस के तरफ चले जाते हैं। वो लोग आज की रात भी वहां पर काटने का प्लान किए थे। फिर वो लोग आर्यन के फॉर्म हाउस जाते हे। जाने के बाद वो लोग अपना बाइक पार्क करके अपने रूम में जाते हे। जाने के बाद सब लोग फ्रेश होने के बाद अपने बेड में सो जाते हे। आज सबको बेड पर गिरते वक्त हीं नीद आगयी क्यों की क्यूं की आज वो लोग काफी थक गए थे।
तो आगे क्या होता है , आदित्य क्या प्लान करता है सनाया के लिए और ये ट्रिप के बाद सब की लाइफ में क्या चेंज होती है। जान ने के लिए पढ़ते रहिए मेरा ये कहानी इंतजार प्यार का........
To be continued.........
Written by
unknown writer