Tere Ishq Me - 5 books and stories free download online pdf in Hindi

तेरे इश्क में. - भाग 5

अमन के मुंह से अचानक आई लव यू सुनकर रूही एकदम चौंक गई, उसने अमन की तरफ देखते हुए बोला- क्या? क्या मतलब है आपका?


अमन को भी उसकी बात समझते देर नहीं लगी उसे समझ आ गया था की रूही को कोई गलत फहमी हो गई है, उसने तो सिर्फ ब्रेसलेट पर लिखे हुए शब्द पढ़े थे, अमन को जोर से हंसी आ गई, उसने हंसते हुए ब्रेसलेट रूही के सामने लहरा दिया और कहा इस पर जो लिखा है उसे ही पढ़ रहा हु मिस.

रूही ने भी अपनी गलती सुधारते हुए उसे सॉरी कहा और पूछा- लेकिन आपने तो इसे सिर्फ एक पल ही देखा और आपको समझ आ गया की इस पर क्या लिखा है, एक्चुअली मेने इसे इस तरह डिजाइन किया है की एकदम से देखने पर ये सिर्फ एक डिजाइन ही लगे.

अमन ने भी मुस्कुराते हुए अपना सिर हिला दिया और रूही से कहा- एक अच्छे आर्टिस्ट को ही दूसरे आर्टिस्ट की समझ होती है मिस रूही शायद मैं भी अपने काम में एकदम परफेक्ट हूं, तभी तो आपके आर्ट की समझ हैं मुझे.

अमन की ये बाते सुनकर तो रूही एकदम खो सी गई थी, उसकी ये बाते " आपके आर्ट की समझ है मुझे" ये तो कभी उसके बेहद करीबियों ने भी उससे नही कहा था, लेकिन अमन तो उससे पहली बार मिल रहा था और उसे एक बार में ही रूही के आर्ट को समझने में देर नहीं लगी.

रूही अपने ख्यालों में ही गुम थी, उसे यूं चुप बैठा देख अमन ने उसके आगे हाथ हिलाते हुए कहा- अरे कहा खो गई आप?? वैसे मेरा नाम अमन सिंघानिया है, मुझे अपने दोस्त और उसकी होने वाली वाइफ के लिए कुछ ज्वैलरी रेडी करवानी है, अमन ने सीधे शब्दों में कहा, अमन ने उसे ये भी बताया की वो कल ही मुंबई से आया है और अगले एक महीने में उसे ये ज्वैलरी रेडी चाहिए, उसे आज सुबह ही अपने दोस्त की शादी के बारे में पता चला है और अगले कुछ महिन वो यही रुकने वाला है, वैसे भी अगले पंद्रह दिनों में उसके फिल्म की शूटिंग शुरू होने वाली है इसलिए उसने अभी से अहमदाबाद में रुकने का डिसीजन लिया है.

अमन फिल्म प्रोड्यूसर और डायरेक्टर है, रूही उसे पहले से ही जानती है लेकिन उससे पहले वो उससे कभी मिली नही ये दोनो की पहली मुलाकात ही है.

अमन ने रूही से अपने दोस्त के लिए बिलकुल सेम डिजाइन का ब्रेसलेट बनाने को कहा था लेकिन रूही ने साफ इंकार कर दिया, लेकिन फिर अमन के बहुत जोर देने पर वह मान भी गई थी, लेकिन उसने इस डिजाइन में कुछ करेक्शन करने का भी उससे कहा था, रूही नही चाहती थी की वह ऐसी डिजाइन फिर से बनाए, अमन ने अपने दोस्त की वाइफ के लिए भी ब्रेसलेट ही डिजाइन करने का ऑर्डर दिया था.

ओके!! मिस्टर सिंघानिया आपका ये ऑर्डर बीस दिनों में रेडी हो जायेगा, रूही ने अपना कार्ड आगे बढ़ाते हुए कहा और ऑर्डर की रिसिप्ट रेडी कर दी, अगर आपको कोई इनक्वायरी करनी है तो इस कार्ड में मेरा नंबर है, आप चाहे तो स्टूडियो के नम्बर पर कॉल कर के पूछ सकते है या फिर आप मुझे पर्सनली भी कॉल कर सकते है, रूही ने आगे कहा.

अरे इतनी खूबसूरत लड़की का नंबर मिलने के बाद रिसेप्शन पर कोन कॉल करेगा अमन ने मजाकिया लहजे में कहा और अपनी एक आंख दबा दी, अमन का मजाक समझ कर रूही के चेहरे पर भी मुस्कान तैर गई, दोनो ने अगले आधे घंटे तक एक दूसरे से अपने अपने फील्ड के बारे में बाते की ओर उसके बाद अमन वहा से चला गया.

अमन बहुत ही शांत और फ्रेंडली नेचर का लड़का था, रूही को उसके बात बात पर मजाक करने की आदत अच्छी लगी, ये आदत उसके जिंदादिल स्वभाव को दर्शा रही थी, उससे बात करने के बाद रूही का मूड ठीक हो गया था.

अब तक रात के लगभग नौ बज चुके थे, रूही अपने घर के लिए निकल गई थी, कर में भी रूही को बार बार अमन और उसकी बाते ही याद आ रही थी, वह बहुत चाह रही थी की उसके बारे में न सोचे लेकिन ना जाने क्यों उसका मन बार बार अमन के बारे में ही सोचे जा रहा था, शायद वह बहुत दिनो से किसी ऐसे बंदे से मिली नही थी तभी तो उसका ख्याल उसके दिमाग से जा नही रहा था, रूही ने अपने आप को समझाया.

घर पहुंच कर रूही ने डिनर किया और फिर वो अपने रूम में चली गई, उसको एकदम ऐसे अच्छे मूड में देख कर उसके मॉम पापा को भी बहुत अच्छा लग रहा था, उन दोनो ने आपस में बात की, शायद उनकी बेटी आखिरकार इस शादी से खुश है, तभी तो वो आज इतने अच्छे मूड में घर आई है, वरना जब से उसकी शादी की डेट फिक्स हुई है तब से उसे कभी भी इतने अच्छे मूड में नहीं देखा.

रूही अपने रूम में बैठ कर अमन के लिए डिजाइंस रेडी करने के काम में लग गई, वो जल्द से जल्द उसका ऑर्डर कंप्लीट कर देना चाहती थी क्योंकि उसकी भी शादी को अब सिर्फ एक ही महीना तो बचा था, रूही अपने काम में व्यस्त थी तभी उसके रूम में उसकी भाभी सोनल आ गई,
रूही को आज इतने दिनो बाद खुश देख कर उसकी भाभी को भी बहुत अच्छा लग रहा था, रूही और उसकी भाभी में बहुत अच्छी बॉन्डिंग थी, सोनल और रूही दोनो की बहूत अच्छी दोस्त थी और अपने दिल ही हर एक बात एक दूसरे से शेयर करती थी, हां ये बात अलग है की जब से रूही ने अपना स्टूडियो ओपन किया था तब से उन दोनो को साथ में समय बिताने का मौका बहुत ही कम मिल पाता था, वरना पहले तो वह अपनी भाभी के ड्रेस डिजाइनिंग स्टूडियो में ही रहा करती थी.

सोनल फैशन डिजाइनर थी उसने अपनी शादी के दो साल पहले ही अपना स्टूडियो ओपन किया था, उसकी शादी को तीन साल हो चुके थे, शादी के बाद हंसलजी चाहते थे की उनकी बहू भी उनका फैमिली बिजनेस ज्वाइन कर ले, लेकिन सोनल को इसमें कोई रुचि नहीं थी, इसलिए हंसलजी ने भी उससे ज्यादा फोर्स नही किया और अपने स्टूडियो पर ही ध्यान लगाने के लिए कहा, सोनल एक बहुत ही अच्छी और फेमस डिजाइनर बन चुकी थी, सोनल ने ही रूही को अपना स्टूडियो ओपन करने के लिए मोटिवेट किया था, सोनल भी रूही की इक्छाओ को बहुत अच्छे से जानती थी और चाहती थी की वह अपनी लाइफ में बहुत आगे जाए.

अपने घर में ही फेमस फैशन डिजाइनर होने के बावजूद भी रूही की मॉम ने मुंबई के किसी बड़े फैशन डिजाइनर से रूही की शादी के लिए ड्रेसेज डिजाइन करवाए थे, यही बात रूही को पसंद नही आई थी, लेकिन सोनल जानती थी की उसकी सासू मां ने ऐसा सिर्फ और सिर्फ राहिल की मॉम के कहने पर ही किया है, सोनल को भी पता था की उसकी सासू मां उसे बिलकुल अपनी मां की तरह ही प्यार करती है और उसे बहुत सपोर्ट भी करती है.

लेकिन रूही की शादी से वह भी थोड़ा अपसेट ही थी कारण था की रूही इस शादी से बिलकुल खुश नहीं थी, सोनल भी यही चाहती थी की रूही पहले अपना करियर बनाए उसके बाद खुद के पसंद के लड़के से शादी करे, लेकिन अफसोस उसके मॉम पापा को तो उसकी शादी की इतनी जल्दी पड़ी थी की उन्होंने रूही से भी ये पूछना जरूरी नहीं समझा की उसे राहिल पसंद है या नहीं??

सोनल और रूही दोनो रूही के रूम में बैठे बाते कर रहे थे, रूही ने आज का पूरा किस्सा सोनल को सुनाया, सोनल भी उसकी बाते बहुत ही इंट्रेस्ट से सुन रही थी, सोनल ने रूम में आने के बाद ही उसे बता दिया था की कल रूही को उसके साथ सोनल के स्टूडियो आना ही पड़ेगा, क्युकी सोनल उसे वहा पर कुछ दिखाना चाहती थी, रूही ने भी खुशी खुशी उसके साथ चलने का वादा किया, आखिरकार इतने दिनो बाद उसे अपनी फेवरेट प्लेस पर जाने का मौका मिल रहा है, वरना पिछले तीन महीनों से तो उसने सोनल के स्टूडियो में कदम भी नही रखा था और अच्छा ही है इसी बहाने रूही को सोनल के साथ काम करने वाली डिजाइनर्स से मिलने का मोका भी मिल जायेगा वैसे भी वो उन लोगो से बहुत समय से मिल नही पाई थी, रूही से उन डिजाइनर्स की अच्छी दोस्ती थी, वे अक्सर एक दूसरे के साथ डिनर और शॉपिंग पर भी जाया करती थी.

रूही और सोनल को बात करते करते कब रात के एक बज गए पता ही नही चला, जब सोनल का फोन बजा तब जा कर उन दोनो का ध्यान टाइम पर गया की रात के एक बज चुके है, सोनल के मोबाइल पर उसके हसबैंड राहुल का कॉल आया था, राहुल रूही का बड़ा भाई था, को ऑफिस के काम से बाहर गया हुआ था, उसे कुछ जरूरी डॉक्यूमेंट्स ई मेल करवाने थे इसीलिए उसने सोनल को कॉल कर के उसे डॉक्यूमेंट सैंड करने को कहा था, राहुल का कॉल आने के बाद सोनल भी अपने रूम में चली गई थी.
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